Monday, February 22, 2010

गडकरी ने जगाई उम्मीद

नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का मानना है कि पार्टी के नए अध्यक्ष नितिन गडकरी को लेकर पार्टी में उम्मीद जगी है कि वह पार्टी को वह सब कुछ दे पाएंगे जिसकी अभी भाजपा को जरूरत है। आडवाणी ने कहा कि इंदौर में जब प्रतिनिधि एकत्र होना शुरू हुए तो सबके चेहरे पर एक सवाल साफ देखा जा सकता था। यह सवाल था क्या 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव हारने के बाद निराश पार्टी कार्यकर्ताओं के मन में 52 वर्षीय गडकरी उत्साह और विश्वास का संचार कर पाएंगे।
इन तीन दिनों में मतभेदों को दूर होते हुए देखा है। तीसरे दिन जब प्रतिनिधि इंदौर से रवाना हुए तो उनके सवाल, संदेह सब दूर हो चुके थे और उनकी जगह अपूर्व उत्साह था। आडवाणी ने अपने ब्लॉग में लिखा है भाजपा जल्द ही विपक्ष की हाशिए वाली पार्टी से राष्ट्रीय राजनीति के दो प्रमुख धु्रवों में से एक में तब्दील हो गई।
आज हम संसद में मुख्य विपक्षी दल हैं। देश के नौ राज्यों में हमारी सरकार है। इनमें से छह में हमारी अपनी सरकार और तीन में राजग की यानी गठबंधन सरकार है।

तेलंगाना के समर्थकों का उग्र प्रदर्शन

नई दिल्ली। पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के सम्बन्ध में तत्काल विधेयक पारित करने की मांग को लेकर सोमवार को उग्र प्रदर्शन कर रहे सौ से अधिक प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने संसद भवन के निकट हिरासत में ले लिया। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें की गईं।
प्रदर्शनकारी तेलंगोना एडवोकेट्स ज्वाइंट एक्शन कमेटी के बैनर तले पहले संसद मार्ग थाने के पास एकत्र हुए लेकिन करीब 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारी पुलिस को चकमा देकर संसद भवन के समीप पहुंच गए जिन्हें पुलिस ने परिवहन भवन के मुख्य द्वार के निकट रोक लिया तथा प्रदर्शनकारी वकीलों को हिरासत में ले लिया।इससे पहले संगठन के संयोजक राजेन्द्र रेडडी ने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार जान बूझकर इस मामले को उलझा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को पृथक तेलंगाना राज्य का शीघ्र गठन करना चाहिए। पृथक तेलंगाना राज्य की मांग को लेकर गठित राजनीति मामलों की संयुक्त समिति के प्रमुख प्रो. कोंडा राम ने कहा कि केन्द्र में सत्तारूढ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने पहले पृथक तेलंगाना राज्य के गठन की घोषणा की और अब उससे पीछे हट रही है जो समझ से बाहर है।

मूर्तियां लगाना चुनाव संहिता का उल्लंघन है या नहीं

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को चुनाव आयोग से पूछा कि उत्तर प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर मुख्यमंत्री मायावती एवं बसपा के चुनाव चिह्न हाथी की मूर्तियां लगाया जाना चुनाव चिह्न संहिता का उल्लंघन है अथवा नही। मुख्य न्यायाधीश के जी बालाकृष्णन की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय खण्डपीठ ने याचिकाकर्ता रविकांत एवं अन्य की एक जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान चुनाव आयोग को तीन महीने के भीतर यह फैसला करने का निर्देश दिया है कि राज्य के विभिन्न पार्को और चौक-चौराहों पर मायावती और हाथी की मूर्तियां लगाया जाना चुनाव चिह्न संहिता का उल्लंघन है अथवा नहीं।
तीन माह में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश: खण्डपीठ ने चुनाव आयोग को इस बारे में तीन महीने में अपनी रिपोर्ट न्यायालय को सौंपने का निर्देश दिया। न्यायालय ने कहा कि आयोग की रिपोर्ट के बाद वह इस याचिका की सुनवाई के औचित्य पर निर्णय करेगा।
याचिका में आरोप याचिकाकर्ता ने दलील दी कि उत्तर प्रदेश सरकार ने करोडों रूपए के सरकारी राजस्व से दलित नेताओं के अलावा मायावती और हाथी की मूर्तियां स्थापित की हैं जो चुनाव चिह्न संहिता का उल्लंघन है। राज्य सरकार की ओर से मामले की पैरवी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि हाथी की मूर्तियां तो लोकसभा, राष्ट्रपति भवन, नॉर्थ ब्लॉक और साऊथ ब्लॉक में विभिन्न स्थानों पर लगाई गई हैं।
राजधानी दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर में तो 200 से अधिक हाथियों की मूर्तियां बनी हुई हैं। इसके बाद न्यायालय ने चुनाव आयोग की वकील मीनाक्षी अरोडा से राय मांगी। अरोडा ने इस बारे में फैसला लेने के लिए तीन महीने का समय मांगा जिसे न्यायालय ने स्वीकार कर लिया।

Sunday, February 21, 2010

केन्द्रीय मंत्री फारूक के नृत्य, गानों पर थिरके लोग

इटानगर। केन्द्रीय नवीन एवं अक्षय ऊर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला ने करीब 45 मिनट तक लगातार गीत गाकर एवं नृत्य कर लोगों का मनोरंजन किया। अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खाण्डू के नए आधिकारिक बंगले के लॉन में आयोजित पार्टी में अब्दुल्ला का साथ वहां मौजूद लोगों ने भी दिया।
मुख्यमंत्री ने 24वें राज्य दिवस पर पार्टी का आयोजन किया था। फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार रात एक स्थानीय गायक से माइक लेकर हिन्दी फिल्मों के एक के बाद एक पुराने सदाबाहर गीत गाए और वहां मौजूद लोगों का दिल जीत लिया। उन्होंने 'राम करे ऎसा हो जाए...' से शुरूआत की और शम्मी कपूर के अंदाज में 'दीवाना हुआ बादल...' (कश्मीर की कली) पर जाकर रूके। अरूणाचल प्रदेश के राज्यपाल और कुछ युवा विधायकों ने भी बिना रूके फारूक का साथ दिया। इस अवसर पर खाण्डू ने टिप्पणी की कि देखिए 'फारूक साहब' अपने गाने और नृत्य में कितने मशगूल हैं।

महंगाई होगी मुख्य मुद्दा

नई दिल्ली। संसद में सोमवार से शुरू हो रहे बजट सत्र में विपक्ष ने सरकार को महंगाई के मसले पर हंगामा करने का मन बना लिया है। मुख्य विपक्षी दल भाजपा और वामदलों के अलावा संप्रग में शामिल द्रमुक और तृणमूल कांग्रेस के साथ ही कई दल बजट सत्र की शुरूआत ही महंगाई पर चर्चा से करवाना चाहते हैं। दो चरणों में करीब तीन महीने तक चलने वाला बजट सत्र सोमवार को लोकसभा और राज्य सभा की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील के अभिभाषण के साथ शुरू होगा ।
इस बीच लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा है कि सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने सदन की बैठक सुचारू रूप से चलाने में पूरा सहयोग करने का उन्हें आश्वासन दिया है । उन्होंने कहा, ''मैं चाहूंगी कि बजट सत्र के दौरान सदन की 35 बैठकों में हर दिन का कामकाज सुचारू रूप से निपटे । '' इस सत्र से लोकसभा में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी किसी और स्थान पर बैठे दिखेंगे क्योंकि सुषमा स्वराज के विपक्ष का नेता बन जाने के कारण उनके लिए नयी सीट की व्यवस्था की गई है । पिछले दिनों हुई उठापटक के बाद समाजवादी पार्टी से निकाले गये लोकसभा सदस्य जया प्रदा और राज्यसभा सदस्य अमर सिंह अपने लिये नयी जमीन और भूमिका तलाशते नजर आयेंगे ।

नई टीम बनाने में जुटे गडकरी

भाजपा अध्यक्ष के रूप में पार्टी की राष्ट्रीय परिषद से अनुमोदन पाए जाने के बाद नितिन गडकरी अब अपनी नई टीम बनाने में जुट गए हैं, जिसके 28 फरवरी तक घोषित कर दिए जाने की संभावना है। पार्टी नेतृत्व में पीढी परिवर्तन के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पसंद से इस शीर्ष पद पर पहुंचे गडकरी पर अब भाजपा में जिला से लेकर केन्द्रीय स्तर तक युवाओं को निर्णय प्रक्रिया में शामिल किए जाने की जिम्मेदारी है।
वरूण भी कोशिश में भाजपा की नई टीम में कई नए और युवा चेहरे होंगे। वरूण गांधी भी नई टीम में शामिल होने की कोशिश में हैं। कुछ ही दिन पहले इस सम्बंध में वह गडकरी से मिले भी थे। गडकरी ने उन्हें आश्वासन दिया है, लेकिन पार्टी सूत्रों ने बताया कि वरूण को कोई महत्वपूर्ण पद नहीं देकर भाजपा युवा मोर्चे में उन्हें कोई भूमिका सौंप सकती है। वह भी शीर्ष पद की नहीं। युवा मोर्चा में अमित ठाकर की जगह अनुराग ठाकुर को अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा है।
महिलाओं के भी आने के आसार नई टीम में कई महिलाएं भी दिखाई देंगी, क्योंकि इंदौर अधिवेशन में पार्टी विधान में संशोधन करके हर स्तर के पदाधिकारियों में महिलाओं को 33 फीसदी स्थान देना अनिवार्य कर दिया गया है।

Wednesday, February 17, 2010

सांसदों के लिए सुलभ रहें मंत्री

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दिशा-निर्देशों के बाद बुधवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी अपने मंत्रियों को सांसदों से मिलने के निर्देश जारी करने पडे। प्रधानमंत्री ने मंत्रियों को लिखे पत्र में कहा है कि वे सांसदों से मिलने के लिए आसानी से सुलभ रहें। दरअसल कांग्रेस के कई सांसदों की बराबर शिकायत थी कि मंत्री मिलते ही नहीं हंै। कई बार दफ्तरों व घरो के चक्कर काटने के बाद भी मिलने से इनकार कर देते हैं। केबिनेट मंत्रियों के साथ राज्य मंत्री तक भी सांसदों से मिलने में आनाकानी करते थे।
इस बारे में कई सांसदों ने कांग्रेस अध्यक्ष से शिकायत भी की थी। कांग्रेस अध्यक्ष समय-समय पर मंत्रियों को आमजन के साथ सांसदों से मिल जन समस्या सुनने का निर्देश दे चुकी हैं। इसके बाद भी मंत्री नहीं मिलते थे। कम मिलने वाले मंत्रियों में पी चिदम्बरम, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, अजय माकन, शरद पवार, सुशील कुमार शिंदे, दयानिघि मारन, पृथ्वीराज चव्हाण, प्रफुल्ल पटेल आदि के नाम चर्चा में रहे हैं।
राज्यसभा के मंत्रियों को लेकर ज्यादा शिकायतें हैं। सांसदों के आरोप हैं कि मंत्री भी अपने-अपने क्षेत्रों के लोगों से मिलने में रूचि रखते हैं। मंत्रियों के नहीं मिलने की शिकायत नई बात नहीं है। सांसद समय-समय पर कांग्रेस अध्यक्ष के साथ-साथ प्रधानमंत्री से भी अपनी शिकायत रखते रहे। लोकसभा से चुनकर आने वाले सांसद खासे नाराज बताए जाते हैं। सांसदों की नाराजगी इस बात को लेकर है कि मंत्री कार्यालय में होने के बाद भी नहीं मिलते हैं।

राहुल गांधी की तर्ज पर भाजपा जपेगी दलित मंत्र

भाजपा ने भी कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी की तर्ज पर दलितों के कल्याण से जुडे मामलों को पार्टी के प्रमुख एजेण्डे में शामिल कर लिया है। इतना ही नहीं, अध्यक्ष नितिन गडकरी ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिण की बैठक में अपने पहले अध्यक्षीय भाषण में डॉ. भीमराव अम्बेडकर की तुलना मार्टिन लूथर किंग जूनियर से की। गडकरी ने कहा कि 'दलितों का मुद्दा हमारी राजनीतिक प्रतिबद्धता का हिस्सा है।
पुराने तेवर पाने को बेताब पार्टी ने साफ किया है कि अब वह महंगाई और आतंकवाद के खिलाफ सडक पर संघर्ष करेगी। पार्टी की पुरानी पीढी से नई पीढी के बीच नेतृत्व परिवर्तन की गवाह बनी राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक में आतंकवाद, नक्सलवाद, महंगाई, कश्मीर, पाकिस्तान और चीन का मुद्दा छाया रहा। संगठनात्मक मुद्दों पर भी मुखरता नजर आई।
वार्ता अमरीकी दबाव में पाकिस्तान के साथ वार्ता की केन्द्र सरकार की पेशकश की आलोचना करते हुए गडकरी ने कहा यह वार्ता अमरीका के दबाव में हो रही है। आंतक की ट्रेनिंग ले चुके लोगों की वापसी की बात कही जा रही है। ये हरकतें कश्मीर पर भारत के नियंत्रण को कमजोर करने वाली हैं। गडकरी ने कहा कि आंतकवाद का मुकाबला वोट बैंक की राजनीति से उपर उठकर ही किया जा सकता है। चीन और पाक की तरफ से बढते खतरे की तरफ आगाह करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच गहरा कूटनीतिक सामरिक गठबंधन बन रहा है और इस काम में नेपाल का भी इस्तेमाल हो रहा है। गडकरी ने पार्टीजनों को कई नसीहतें दी और महंगाई-आंतकवाद के खिलाफ सडक पर संघर्ष का आह्वान भी किया।
आज से राष्ट्रीय परिषद की बैठक 18 फरवरी से पार्टी की राष्ट्रीय परिषद बैठक शुरू हो जाएगी। बुधवार को कार्यकारिणी की बैठक में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, सुषमा स्वराज, अरूण जेटली, वैंकेया नायडू, नरेंद्र मोदी, शिवराजसिंह चौहान सहित देशभर के ढाई सौ से ज्यादा दिग्गज नेता शामिल हुए। इस बैठक में गडकरी की ताजपोशी की विधिवत प्रक्रिया पूरी होगी।
सरकार नहीं बनी, मेरी विफलता- राजनाथबैठक में राजनाथसिंह ने विदाई भाषण दिया। उन्होंने स्वीकारा कि केंद्र में सरकार नहीं बन पाना मेरे कार्यकाल की सबसे बडी विफलता है। लोकसभा में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण की लडाई की गेंद उन्होंने गडकरी के पाले में डाली।

मंत्री ने की अफसरों की खिंचाई

जयपुर। सामाजिक न्याय एवं अघिकारिता मंत्री रामकिशोर सैनी ने वित्तीय वर्ष समाप्ति की ओर होने के बावजूद बजट घोषणाएं पूरी नहीं होने पर अधिकारियों की खिंचाई की है और इनकी शीघ्र क्रियान्विति के निर्देश दिए हैं। सैनी बुधवार को नेहरू सहकार भवन में विभाग के जिलाघिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में सामने आया कि जनवरी तक विभाग की पालनहार योजना के तहत 27 हजार से अघिक बच्चे लाभान्वित हुए, जबकि करीब डेढ लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को 58 करोड रूपए छात्रवृत्ति मिली। विभाग की प्रमुख शासन सचिव मालोविका पवार ने छात्रावासों के बेहतर रखरखाव एवं उनमें सुविधाओं पर जोर दिया।

Tuesday, February 16, 2010

भाजपा-एनएसयूआई के कार्यकर्ता भिड़े

धर्मशाला में सोमवार को जिला भाजपा कार्यकर्ता और एनएसयूआई कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन के दौरान भिड़ गए। इसमें एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष यदुपति ठाकुर और महासचिव सुरजीत भरमौरी घायल हो गए। भाजपा कार्यकर्ताओं ने एनएसयूआई का बैनर फाड़कर उसे जलाने की कोशिश की। कचहरी अड्डा में एक ही जगह भाजपा और एनएसयूआई के विरोध प्रदर्शन होने के चलते दोनों संगठनों के कार्यकर्ताओं ने एक—दूसरे के विरोध में नारेबाजी करना शुरू कर दिया।

इस पर दोनों तरफ के कार्यकर्ताओं में झगड़ा हो गया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने एनएसयूआई कार्यकर्ताओं की जमकर धुनाई की। भाजपा नेता डीसी को ज्ञापन सौंपने के बाद कचहरी अड्डा में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। इसी बीच एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष के नेतृत्व में कार्यकर्ता सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए कचहरी अड्डा में पहुंच गए।

पुलिस बीच बचाव करने में जुटी रही, लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं के जोश के आगे पुलिस की एक न चली। विवाद तब और बढ़ गया जब सुलह के विधायक विपिन परमार ने एनएसयूआई के कार्यकताओं को सभा स्थल से बाहर करने को कहा। भाजपा कार्यकर्ताओं ने एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष और महासचिव को सड़क पर गिराकर लात—घूसों से खूब पीटा। दोनों छात्र नेता सहायता के लिए गुहार लगाते रहे। माहौल शांत होने पर पुलिस ने घायलों को तत्काल उपचार के लिए जोनल अस्पताल पहुंचाया।

बसपा के 25 साल पूरे,लखनऊ में 15 मार्च को विशाल रैली

उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी की स्थापना की रजत जयंती के उपलक्ष्य में प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आगामी 15 मार्च को राष्ट्रीय स्तर की विशाल रैली के आयोजन की घोषणा की है।मायावती ने आज यहां संवाददाताओं को बताया ‘‘ पिछले वर्ष ही पार्टी की स्थापना के 25 वर्ष पूरे हो चुके थे। मगर तब लोकसभा चुनाव के कारण किसी बड़े कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जा सका था। ’’उन्होंने बताया कि पार्टी के 25 वर्ष पूरे होने के एक साल बाद पार्टी के संस्थापक कांशीराम के जन्मदिन पर 15 मार्च को पार्टी ने राजधानी के रमाबाई मैदान में राष्ट्रीय स्तर की रैली का आयोजन करने का फैसला किया है। रैली में देश भर के बसपा कार्यकर्ता और समर्थक भाग लेंगे।मायावती ने बताया कि रैली में,बसपा की 14 अप्रैल 1984 को अम्बेडकर जयंती पर हुई स्थापना से लेकर आज तक की उपलब्धियों और कांशीराम के बारे में दो बुलेटिन जारी किये जाएंगे। उसी दिन शाम को कांशीराम के जीवन संघर्ष पर आधारित एक फिल्म भी दिखाई जायेगी।

मंत्री-अधिकारी देंगे सम्पत्ति का ब्योरा

मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री और जिम्मेदार पदों पर आसीन अधिकारी अब नियमित रूप से अपनी सम्पत्ति का विवरण पेश करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में सोमवार को यहां हुई राज्य मंत्रिमण्डल की बैठक में यह फैसला किया गया।
इस निर्णय के तहत मंत्रिमण्डल के सदस्य विधानसभा के पटल पर और अधिकारीगण सामान्य प्रशासन विभाग की वेबसाइट पर नियमित रूप से सम्पत्ति के ब्योरे का उल्लेख करेंगे। हाल ही में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी दम्पती अरविंद जोशी और टीनू जोशी के यहां आयकर के छापे में करोडों रूपए की सम्पत्ति की जानकारी सामने आने के बाद राज्य में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बहस छिड गई है।
दरकार यहां भी...जयपुर। मध्यप्रदेश सरकार की ओर से अपने मंत्रियों व अधिकारियों की सम्पत्ति की नियमित रूप से घोषणा करने की अनिवार्यता लागू करने का फैसला निश्चित ही सार्थक व अनुकरणीय पहल है। सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार के रम जाने के इस दौर में उ“ा पदों के बारे में ऎसे फैसले से निचले स्तर तक एक संदेश जाएगा। राजस्थान में अभी ऎसी व्यवस्था नहीं है।
मंत्री सिर्फ चुनाव लडते समय सम्पत्ति की घोषणा करते हैं और अगला मौका पांच साल बाद आता है। नौकरशाही रस्मी तौर पर सालाना सम्पत्ति का विवरण देती है, लेकिन यह सार्वजनिक नहीं होता। सम्पत्ति सार्वजनिक करने के बारे में राजस्थान को भी अपने पडोसी राज्य की अच्छाई को ग्रहण करना चाहिए।

Sunday, February 14, 2010

सरपंचों को फिर मिला 'पॉवर'

पंचायत चुनाव के मद्देनजर सरपंच एवं ग्रामीण क्षेत्र के अन्य जनप्रतिनिघियों से छीनी गई शक्तियां चुनाव आचार संहिता हटने के बाद लौटाने का कार्य शुरू हो गया है। नवनिर्वाचित सरपंचों को अब कैश बुक पर हस्ताक्षर करने एवं चैक जारी करने की शक्तियां फिर मिल गई हैं।
जिले की 383 ग्राम पंचायतों में से 380 में हाल ही सरपंचों के चुनाव हुए थे। माण्डलगढ क्षेत्र की तीन ग्राम पंचायतों का गत वर्ष ही गठन होने से उनमें इस बार चुनाव नहीं हुए। नए सरपंचों ने पदभार ग्रहण करने के साथ पंचायतों के रिकार्ड को संभालना शुरू कर दिया है। प्रशासनिक स्तर पर सरपंचों को नए सिरे से रिकार्ड संधारण नहीं बल्कि पुराना रिकार्ड ही आगे बढाने के निर्देश दिए गए हैं। सरपंचों को निर्देश दिए गए हैं कि पदभार संभालते समय यह देख लें कि पंचायत का कार्यवाही रजिस्टर आदिनांक संधारित है अथवा नहीं। उन्हें हर माह की 5 एवं 20 तारीख को पंचायत की पाक्षिक बैठक बुलाने को कहा गया है।
इनका कहना है...आचार संहिता हटने के बाद सरपंचों को चैक पर हस्ताक्षर जैसी वित्तीय शक्तियां लौटा दी गई है। वे अब इससे जुड कार्य कर सकते हैं। -शोभालाल मूंदडा, मुख्य कार्यकारी अघिकारी, जिला परिषद

कांग्रेस पर्यवेक्षक आज भेजेंगे रिपोर्ट

जिला प्रमुख चुनाव में उलटफेर को लेकर कांग्रेस पर्यवेक्षक हरिमोहन शर्मा सोमवार को अपनी रिपोर्ट पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सी.पी. जोशी को भेजेंगे। उन्होंने अपने स्तर पर छानबीन के बाद तैयार रिपोर्ट में उन तीन जिला परिषद सदस्यों के नामों का भी उल्लेख किया गया है, जो क्रॉस वोटिंग के लिए संदिग्ध माने जा रहे हैं, हालांकि इसका कोई पुख्ता प्रमाण नहीं होने से स्पष्ट तौर पर उन्हें दोषी भी नहीं ठहराया गया है।
घिर सकते हैं वरिष्ठ नेता!
क्रॉस वोटिंग के मामले में पार्टी के वरिष्ठ नेता भी घेरे में आ सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि यदि किसी नेता के इशारे पर क्रॉस वोटिंग हुई है तो उसके खिलाफ भी संगठनात्मक कार्रवाई होगी। यह कार्रवाई पार्टी द्वारा गठित तीन सदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर होगी। प्रदेश के तीन जिलों में जिला प्रमुख चुनाव में हार के कारणों की जांच के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा गठित समिति के सदस्य कभी भी कोटा आ सकते हैं।

तेलंगाना समर्थक 12 विधायकों के इस्तीफे मंजूर

आंध्र प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष एन. किरणकुमार रेड्डी ने आज 12 विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया। पृथक तेलंगाना मसले पर न्यायाधीश बी.एन.श्रीकृष्णा की अध्यक्षता में गठित पांच सदस्यीय समिति के कार्यक्षेत्र की घोषणा के खिलाफ रविवार को तेलंगाना क्षेत्र के 15 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपा था। रेड्डी ने जिन विधायकों का इस्तीफा स्वीकार किया है, उसमें तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के सभी 10 और मुख्य विपक्षी तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक-एक सदस्य शामिल हैं। रेड्डी ने सत्तारूढ कांग्रेस के दो और प्रजा राज्यम पार्टी (पीआरपी) के एक विधायक के इस्तीफे पर अभी फैसला नहीं किया है। हालांकि, माना जा रहा है कि इनके इस्तीफे भी जल्द ही स्वीकार कर लिए जाएंगे।
टीडीपी के 27 विधायकों ने भी इस्तीफे सौंपे
इस बीच, तेलंगाना क्षेत्र से टीडीपी के 27 विधायकों ने तेलंगाना राजनीतिक संयुक्त संघर्ष समिति जेएसीके संयोजक एम कोडनरम को अपने इस्तीफे सौंप दिए। टीडीपी पोलित ब्यूरो सदस्य एन.जनार्दन रेड्डी ने पार्टी विधायकों की एक लंबी बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहा .. हम कल शेष विधायकों के इस्तीफे भी जेएसी संयोजक को भेजेंगे। उल्लेखनीय है कि तेलंगाना से टीडीपी के 39 विधायक हैं।
इस्तीफा नहीं देने पर बहिष्कार
तेलंगाना संयुक्त संघर्ष समिति ने इस क्षेत्र के सभी विधायकों से आंध्रप्रदेश विधानसभा से सोमवार तक तक इस्तीफा दे देने का कहा है और ऎसा नहीं करने पर उनका 28 फरवरी से सामाजिक बहिष्कार की धमकी भी दी है। समिति की रविवार को दिन भर चली बैठक के बाद समिति के संयोजक ए कोडनडरम ने यहां पत्रकारों से कहा कि जो विधायक समिति का आदेश नहीं मानेंगे उन्हें झुकाने के लिए 16 फरवरी से छह सूत्री कार्यक्रम चलाया जाएगा। समिति ने पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के मुद्दे पर श्रीकृष्णा समिति के कार्यक्षेत्र नामंजूर कर दिया है और उसने इसके विरोध में तेलंगाना के सभी विधायकों के इस्तीफे की धमकी दी है।

Wednesday, February 10, 2010

अभिमान से दूर रहें नेता-सोनिया

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नेताओं को पद के अहंकार से दूर रहने की नसीहत देते हुए कहा कि लोगों का प्यार और विश्वास उन्हें ही मिलता है जो विनम्रता के साथ अपना काम करते हैं।
अविभाजित मप्र के मुख्यमंत्री रहे स्व. श्यामाचरण शुक्ल के जीवन पर आधारित पुस्तक 'राजनीति के संत' का विमोचन करते हुए सोनिया ने यहां कहा कि राजनीति में संत बने रहना बडा मुश्कि ल काम है क्योंकि पद मिलते ही नेताओं में अहंकार आ जाता है। कांग्रेस अध्यक्ष ने शुक्ल को दृढ विचारों वाला नेता बताते हुए कहा कि उन्होने कांग्रेस के विचारों के लिए हमेशा संघर्ष किया। मप्र और छत्तीसगढ में कांग्रेस को नई शक्ति प्रदान करना ही उनके प्रति स“ाी श्रद्धांजलि होगी। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, जनार्दन द्विवेदी, मोहसिना किदवई समेत कई कांग्रेसी नेता मौजूद थे।

'महंगाई में महाघोटाला'

महंगाई के विरोध में बुधवार को भाजपा ने राजधानी में जमकर प्रदर्शन किया। अध्यक्ष नितिन गडकरी के नेतृत्व में पार्टी के आला नेताओं व कार्यकर्ताओं ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। गडकरी ने कहा कि महंगाई वायदा कारोबार की अनुमति देने से बढी है, उसमें तकरीबन 3 लाख करोड रूपए के महाघोटाले में केन्द्र सरकार भी शामिल है।
गडकरी ने मंहगाई के लिए प्रधानमंत्री, संप्रग अध्यक्ष व कृçष्ा मंत्री को जिम्मेदार ठहराया। 22 फरवरी को भाजपा इसी मुद्दे पर संसद का घेराव करेगी।
पवार पर कटाक्ष: प्रदर्शन में लोकसभा में विपक्षी दल की नेता सुषमा स्वराज, मुरली मनोहर जोशी और अनंत कुमार जैसे पार्टी के वरिष्ठ नेता भी शामिल थे। पवार पर खुला हमला करने से अब तक बच रहे गडकरी ने आज उन पर भी कटाक्ष किया। बोले-प्रधानमंत्री को चाहिए कि वह पवार को क्रिकेट मंत्री बना दें। महंगाई बढ रही है और हमारे कृषि मंत्री को इसकी चिंता नहीं है।

किसान को जमीन लौटाएं राष्ट्रपति के पति

महाराष्ट्र के अमरावती जिले में दरियापुर के एसडीओ ने राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील के पति देवीसिंह शेखावत को कथित रूप से धोखाधडी से जमीन हडपने के मामले में दो एकड जमीन उसके मालिक को लौटाने का निर्देश दिया है। उप विभागीय अधिकारी अशोक अमणकर ने अपने आदेश में कहा है कि शेखावत और उनके परिजनों की ओर से जमीन के स्वामित्व दस्तावेज में किए गए परिवर्तन उचित नहीं थे। उन्होंने ब्लॉक अधिकारी की रिपोर्ट को खारिज कर जमीन उसके मालिक किशोर बनसोड को लौटाने का आदेश दिया है।
कागजों में हेरफेर का आरोपकिसान बनसोड ने पिछले वर्ष जून में शेखावत और अन्य परिजनों के खिलाफ जमीन हडपने का आरोप लगाया था। बनसोड का आरोप था कि उनकी जमीन के दोनों तरफ शेखावत परिवार के खेत थे, इसलिए वह उसकी जमीन चाहते थे और कुछ सरकारी कर्मचारियों की मदद से स्वामित्व दस्तावेजों में परिवर्तन कर उसकी जमीन का शेखावत परिवार के नाम पर हस्तान्तरण करवा लिया गया। उधर, दिल्ली में राष्ट्रपति भवन ने इस मुददे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि वह मामले का विवरण जाने बिना इस पर प्रतिक्रिया करने की स्थिति में नहीं होंगे।
बेटे का खण्डनराष्ट्रपति प्रतिभा पाटील के पुत्र और कांगे्रस विधायक राजेंद्र शेखावत ने इस बात का खण्डन किया कि उनका परिवार महाराष्ट्र में भूमि हडपने के मामले में आरोपी रहा है। शेखावत ने कहा, 'एसडीओ का आदेश यह था कि भूमि का नए सिरे से माप लिया जाएगा। मेरा यकीन मानिए, भूमि हडपने का कोई मामला नहीं है।'

कोटा समेत चार प्रमुखों के नतीजे पलट गए

जयपुर। जिला प्रमुख और प्रधानी के चुनाव में जहां तोड-फोड हुई, वहीं कांग्रेस और भाजपा को बगावत भी झेलनी पडी। बहुमत के बावजूद कोटा समेत चार प्रमुखों के नतीजे पलट गए।

कांग्रेस के बहुमत वाली जिला परिषदों में से कोटा और नागौर भाजपा ने हथिया ली, तो बूंदी पर निर्दलीय काबिज हो गया। भाजपा के बहुमत वाली सिरोही जिला परिषद में कांग्रेस जिला प्रमुख बनाने में कामयाब हो गई। 33 जिला परिषदों में कांग्रेस के 24 और भाजपा के 8 जिला प्रमुख बने हैं। एक सीट पर निर्दलीय विजयी रहा। 248 पंचायत समितियों में 161 प्रधान कांग्रेस और 72 भाजपा के चुने गए हैं, जबकि 15 प्रधान निर्दलीय या अन्य दलों के हैं। करीब एक दर्जन पंचायत समितियों में क्रॉस वोटिंग से नतीजों में उलटफेर हो गया।
पंचायत मंत्री के घर भी सुरक्षाकांग्रेस कार्यकर्ताओं का रोष देखते हुए गुमानपुरा स्थित पंचायती राज और ग्रामीण विकास मंत्री भरत सिंह के आवास और कांग्रेस से जिला परिषद सदस्य मन्नालाल गुर्जर के आवास पर भी पुलिस बल तैनात किया गया।
नागौर में भी अपने ही ले डूबेनागौर में जिला प्रमुख के चुनाव में स्पष्ट बहुमत होने के बावजूद कांग्रेस को 'अपनों' ने ही डुबो दिया। अठारह सीटें जीतने वाली भाजपा उम्मीदवार बिंदु चौधरी कांग्रेस में तोड-फोड कर फिर से जिला प्रमुख बन गई। कांग्रेस में सदमे का माहौल है।
झालावाड भाजपा में बगावत पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के गृह निर्वाचन झालावाड जिले में भाजपा में बगावत का बिगुल बज गया। खानपुर, झालरापाटन व मनोहरथाना में प्रधान पद के लिए भाजपा से बगावत कर प्रत्याशी मैदान में उतर गए, जिससे पार्टी को नुकसान उठाना पडा।
कामां में पथराव व फायरिंगकामां में प्रधान के चुनाव के दौरान दो पक्षों में हुए विवाद के बाद पथराव व फायरिंग की घटना से भगदड मच गई। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को आंसू गैस व हवाई फायर करने पडे।
बसेडी में हवाई फायरबसेडी में प्रधान पद के चुनाव के दौरान कांग्रेस व भाजपा समर्थकों में पथराव हुआ। इस दौरान हवाई फायर भी किए गए।
दिलावर के खिलाफ अपहरण का मामलाअटरू पुलिस ने पूर्व मंत्री मदन दिलावर के खिलाफ एक पंचायत समिति सदस्य के अपहरण के आरोप में मामला दर्ज किया है। पंचायत समिति के वार्ड 7 से निर्वाचित सदस्य भाजपा मण्डल अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण नागर के पुत्र ललित नागर ने बुधवार को यह मामला दर्ज कराया।
उलटफेर की जांच करेगी समितिजयपुर। कोटा, बूंदी और नागौर में बहुमत के बावजूद जिला प्रमुख नहीं बन पाने से हतप्रभ कांग्रेस ने इसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है। समिति में प्रदेश सचिव वीरेन्द्र पूनिया, चिरंजीलाल बडाया और पंकज मेहता शामिल होंगे जो कि तीन-चार दिन में अपनी रिपोर्ट देंगे। यह समिति प्रधान के चुनाव में हुए उलटफेर की जांच भी करेगी।
कोटा कांग्रेस में भितरघातकोटा में बहुमत के बावजूद जिला प्रमुख के चुनाव में कांग्रेस को भितरघात ले डूबी। कांग्रेस के तीन सदस्यों में सेंध लगाते हुए भाजपा उम्मीदवार विद्याशंकर नंदवाना ने कांग्रेस के नईमुद्दीन गुड्डू को एक वोट से अप्रत्याशित शिकस्त दे दी।
सांसद के घर पथरावगुड्डू की हार से बौखलाए उनके समर्थकों ने सांसद इज्यराज सिंह के घर पर पथराव किया। उन्होंने मुख्य द्वार पर खडी एक कार का पिछला शीशा तोड दिया तथा द्वार पर लगे बिजली के बल्ब भी तोड दिए।
गृहमंत्री आवास पर निगरानीजिला प्रमुख चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी की हार के बाद पार्टी के कुछ नेताओं के खिलाफ कार्यकर्ताओं के रोष को देखते हुए ऎहतियात के तौर पर गृहमंत्री शान्ति धारीवाल के आवास पर आरएसी के जवान और हथियारबंद जाप्ता भी तैनात किया गया। कई अधिकारी भी मौके पर निगरानी करते रहे। गृहमंत्री के आवास से सांसद इज्यराज सिंह के निवास बृजराज भवन तक चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रही।
कांग्रेस को घाटासदस्यों के चुनाव में 25 जिलों में कांग्रेस, 7 में भाजपा का बोर्ड बना था, जबकि अलवर में किसी को बहुमत नहीं मिला, वहां कांग्रेस आगे थी। इस तरह जिला प्रमुखी में कांग्रेस को एक सीट का घाटा उठाना पडा है, तो भाजपा को एक सीट का फायदा हुआ।
फिल्मी अंदाज में अपहरणगढी में प्रधान पद के निर्वाचन से पूर्व बुधवार को कुछ पंचायत समिति सदस्यों को जीप सहित अपह्वत कर ले जाने का मामला सामने आया है। बाद में पुलिस ने इन्हें मुक्त कराया।

Tuesday, February 9, 2010

कांग्रेस के निशाने पर फिर आए पवार

शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे के सामने शरद पवार के घुटने टेकने को लेकर असमंजस और हैरत में फंसी कांग्रेस ने महंगाई को लेकर एक बार फिर उन पर निशाना साधा है। महाराष्ट्र में राकांपा का गृह मंत्री होने के बावजूद क्रिकेट खिलाडिय़ों की सुरक्षा के लिए पवार का ठाकरे से गुहार लगाना कांग्रेस को नागवार गुजरा है। जद-यू ने भी पवार-ठाकरे मुलाकात पर आपत्ति जताई है, पर राकांपा ने इसे सही ठहराया है। आईपीएल में आस्ट्रेलियाई खिलाडिय़ों को मुंबई में नहीं खेलने देने की शिवसेना की धमकी वापस लेने की गुहार लगाने के लिए पवार ने रविवार की रात ठाकरे से मुलाकात की थी। इसके एक दिन पहले ही कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने मुंबई दौरे में शिवसेना को बैकफुट पर ला दिया था। ऐसे में केंद्र और महाराष्ट्र की सरकार में साझीदार राकांपा के मुखिया पवार के घुटने टेक देने से कांग्रेस असहज महसूस कर रही है। पार्टी इस मुलाकात का मकसद भी नहीं समझ रही है। वह हैरान है कि यदि वाकई क्रिकेट खिलाडिय़ों की सुरक्षा का ही मामला था तो महाराष्ट्र की कांग्रेस-राकांपा सरकार में गृह मंत्री राकांपा का ही है। तो क्या पवार को अपनी ही पार्टी और सरकार के गृह मंत्री पर भरोसा नहीं है? हालांकि खुल कर कांग्रेस इस तरह के सवाल नहीं उठा रही है। पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने मंगलवार को इस मामले में सिर्फ यह कह कर पल्ला झाड़ लिया कि राकांपा से कांग्रेस के राजनीतिक रिश्ते हैं। केंद्र और महाराष्ट्र में कांग्रेस और राकांपा मिलकर सरकार चला रही है। इससे अलग कौन किससे मिलता है, उसका जवाब मिलने वाला ही दे सकता है। पर उन्होंने महंगाई के मामले में जरूर पवार पर ही ठीकरा फोड़ा। वह बोले कि महंगाई का मामला पवार के मंत्रालय से जुड़ा है तो इस बारे में सवाल भी उन्हीं से होंगे। ठाकरे-पवार मुलाकात पर कांग्रेस भले ही खुल कर नहीं बोले, लेकिन जद-यू ने ठाकरे से माफी की मांग की है। पार्टी प्रवक्ता शिवानंद तिवारी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री की इस मुलाकात से यह संदेश गया कि बाल ठाकरे सरकार से भी ऊपर हैं। लिहाजा पवार को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए और प्रधानमंत्री को भी उन्हें अपने मंत्रिमंडल में बनाए रखने पर विचार करना चाहिए। लेकिन राकांपा ने यह कह कर मुलाकात को जायज ठहराया है कि लोकतंत्र में बात-मुलाकात काफी अहमियत रखती है। राकांपा प्रवक्ता डी.पी. त्रिपाठी ने कहा कि पवार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष शशांक मनोहर के साथ ठाकरे से आस्ट्रेलियाई खिलाडिय़ों के खिलाफ धमकी वापस लेने की अपील करने गए थे। लोकतंत्र में हम लोगों को बातचीत से ही अपनी बात मनवाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चह्वाण ने मुंबई में कहा कि राज्य में सरकार से इतर, किसी से भी इस तरह की अपील की कोई जरूरत नहीं है। सरकार आस्ट्रेलियाई खिलाडिय़ों

''विजय पथ पर चलेगी भाजपा''

भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने मंगलवार को इस पद पर औपचारिक रूप से निर्वाचित होने के बाद उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में पार्टी चुनावों में भी सफलता प्राप्त करेगी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पसंद के चलते लगभग सवा महीने पहले ही अध्यक्ष पद पर नियुक्त किए जा चुके गड़करी को आज यहां पार्टी मुख्यालय में भाजपा के विधान के अनुरूप निर्वाचित किया गया। उनके नाम का प्रस्ताव वरिष्ठ नेता लाककृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज, अरूण जेटली, राजनाथ सिंह, एम वेंकैया नायडू, गोपीनाथ मुंडे, अनंत कुमार, यशवंत सिन्हा सहित अनेक नेताओं ने किया। अध्यक्ष पद के लिए गडकरी के पक्ष में 14 राज्यों इकाइयों से 19 प्रस्ताव पेश किए गए थे। संगठनात्मक चुनाव के प्रमुख थावर चंद गहलोत ने उनके निर्वाचन की औपचारिक घोषणा की। निर्वाचन के तुरंत बाद गडकरी ने कहा कि यह बड़ी जिम्मेदारी है। आने वाले समय में भाजपा चुनावों में भी जीत हासिल करेगी और देश के भाग्यविधाता के रूप में भी उभरेगी। आज के निर्वाचन के बाद अब इंदौर में 17 फरवरी से होने जा रही पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में इस पद पर उनके निर्वाचन का अनुमोदन किए जाने की अंतिम प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इस अवसर पर गडकरी ने भाजपा को अन्य दलों से अलग स्थापित करने का प्रण करते हुए परोक्ष रूप से कांग्रेस के नेहरू गांधी नेतृत्व पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मेरे ना पिताजी प्रधानमंत्री रहे, ना ही मेरे नाना या नानी। मेरे परिवार का कोई भी व्यक्ति प्रधानमंत्री नहीं बना लेकिन मेरी पार्टी ने पोस्टर चिपकाने से काम शुरू करने वाले कार्यकर्ता को आज अध्यक्ष बनाया है। चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने के पार्टी के प्रयासों को गंभीरता से लेते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उनकी कोशिश होगी कि अगले तीन वर्षों में पार्टी के वोट प्रतिशत में कम से कम 10 फीसदी की वृद्धि हो। गडकरी ने कहा, यह बड़ी जिम्मेदारी है जिसे वह टीम भावना और पार्टी के वरिष्ठ लोगों से चर्चा के माध्यम से निभाएंगे। उन्होंने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी और अटल बिहारी वाजपेयी उनके मार्गदर्शक होंगे। इस अवसर पर आडवाणी ने गडकरी को बधाई देने के अलावा और कुछ कहने से यह कह कर इनकार कर दिया कि उन्हें जो कहना है वह इंदौर की बैठक में कहेंगे। बाद में गडकरी ने कहा कि इंदौर की राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक दिलचस्प होगी। भाजपा के नौवें अध्यक्ष हैं गडकरी भाजपा के गठन के बाद से गडकरी उसके नौवें अध्यक्ष हैं। भाजपा के गठन पर अटल बिहारी वाजपेयी 1980 से 86 तक उसके पहले अध्यक्ष बने। उनके बाद लालकृष्ण आडवाणी 1990 तक इसके अध्यक्ष बने। आडवाणी सबसे अधिक समय तक पार्टी के इस शीर्ष पद पर रहे। वह 1992 से 98 और बाद में 2004 से 05 तक भी इस पद पर आसीन हुए।इस बीच १९९८ से २००० तक कुशाभऊ ठाकरे, २००० से २००१ तक बंगारू लक्ष्मण, २००१ से २००२ तक के. जनाकृष्णामूर्ति, २००२ से २००४ तक एम वेंकैया नायडू, और २००५ से २००९ तक राजनाथ सिंह इस पद पर रहे।

'मैडम प्लीज... आप के लिए मनाई है'

राजसमंद। मतगणना स्थल के मुख्य द्वार पर विधायक किरण माहेश्वरी की उस वक्त बडी अजीब स्थिति हो गई जब द्वार पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। पुलिसकर्मियों ने विधायक से कहा 'मैडम प्लीज... आप के लिए मनाही है।' पंचायत समिति के विजयी घोषित प्रत्याशियों को शपथ दिलाने के लिए भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी वाहनों के काफिले के साथ मतगणना स्थल पर पहुंची थी। प्रत्याशियों के मतगणना स्थल पर प्रवेश के साथ जब विधायक वहां प्रवेश करने लगी तो द्वार पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। प्रत्याशी के शपथ लेकर आने तक विधायक गेट पर ही इंतजार करती रहीं।
लेनी पडी पुलिस की शरणमतगणना स्थल पर उस वक्त अजीब स्थिति बन गई जब कांग्रेस व भाजपा के नेताओं की खींचतान से बचने के लिए एक निर्दलीय प्रत्याशी को कलक्टर कक्ष में शरण लेनी पडी। बाद में इसे पुलिस संरक्षण में रवाना किया गया। मामला देवगढ पंचायत समिति से जुडा है। हुआ यूं कि पंचायत समिति में कुल 15 सीटों के मुकाबले भाजपा व कांग्रेस की सात-सात सीटें आई। अब मामला एक सीट पर आकर टिक गया।
यह सीट जिसके खाते में जाएगी, वही पार्टी बोर्ड बनाएगी। इस एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी हमेरसिंह ने कब्जा जमाया है। दोनों पार्टियों के नेताओं को जब पता चला तो वह उपरोक्त प्रत्याशी को पक्ष में करने के लिए उस पर दबाव बनाने लगे। दोनों पार्टियों के बडे नेताओं के दबाव बनाने पर प्रत्याशी एकबारगी घबरा गया और भाग कर जिला कलक्टर कक्ष में आ गया। बाद में माजरा समझने के बाद जिला कलक्टर ओंकारसिंह ने इसे पुलिस संरक्षण में वहां से रवाना कराया।

पहली बार बनेगा भाजपा का बोर्ड

राजसमंद। आजादी के बाद पहला मौका है जब राजसमंद पंचायत समिति में भाजपा का बोर्ड बनेगा। वर्ष 1959 में बनी पंचायत समिति पर अब तक कांग्रेस समर्थित या विचारधारा के प्रत्याशी ही प्रधान बनते रहे हैं, लेकिन इस बार पंचायत समिति की कई पंचायतों में कांग्रेस पुराना प्रदर्शन नहीं दोहरा पाई। हाल यह कि वार्ड एक से सात तक तो एक भी कांग्रेस प्रत्याशी खाता नहीं खोल पाया। इन चुनाव में इस पंचायत समिति के कुल 17 वार्डो में से भाजपा ने 10 वार्डो में स्पष्ट बहुमत हासिल कर प्रधान पद पर कब्जे का मार्ग प्रशस्त कर लिया।
देऊबाई का प्रधान बनना तयइस बार पार्टी के भीतर प्रधान पद के लिए किसी प्रकार की खींचतान का कोई भय नहीं है। एससी महिला के लिए आरक्षित प्रधान के पद पर भाजपा की ओर से एकमात्र विजयी प्रत्याशी देऊबाई ने जीत हासिल कर भाजपा के पहले बोर्ड का प्रधान बनने का गौरव हासिल करने का दावा कर लिया है।
अब तक का सफरपंचायत समिति में पहले प्रधान के रूप में आए ठाकुर दौलतसिंह ने अक्टूबर 1959 से अगस्त 1966 तक लगातार तीन बार काम किया। इसके बाद पृथ्वीसिंह ने अगस्त 1966 से अगस्त 1977 तक कार्यवाहक प्रधान के रूप में कार्य किया। इनके बाद गुणसागर कर्णावट ने कमान संभाली। यह दिसंबर 1981 से जुलाई 1988 तक इस पद पर रहे। इनके बाद केलवा के रघुवीरसिंह राठौड ने जुलाई 1988 से जुलाई 1991 तक कार्य किया।
इसके बाद फरवरी 1995 से अक्टूबर 1998 तक डॉ. शिप्रा रही इस पद पर रही। इनके खिलाफ अविश्वास आने के बाद इनके पद से हटने से उपप्रधान देवीसिंह भाटी ने कार्यवाहक प्रधान के रूप में फरवरी 2000 तक कार्य किया। फरवरी 2000 में कांग्रेस में पडी फूट के बाद भाजपा के समर्थन से रघुवीरसिंह ने एक बार फिर पंचायत की कमान संभाली, यह सिर्फ दो वर्ष ही वर्ष 2002 तक कार्य कर पाए। इनके खिलाफ भी अविश्वास आने से उपप्रधान भाजपा के भानू पालीवाल ने कार्यवाहक प्रधान केे रूप में 2003 तक कार्य किया। इसके बाद हुए चुनाव में शांतिलाल कोठारी इस पद पर रहे यह फरवरी 2005 तक रहे। इनके बाद फरवरी 2005 से कांग्रेस के गणेशलाल भील अब तक इस पद पर बने हुए थे।
... लेकिन तब तक शपथ ले लीभाजपा को उस वक्त मायूसी का सामना करना पडा जब वह पुनर्गणना का आवेदन लेकर प्रशासन के पास पहुंचे, लेकिन उन्हें पता चला कि विजयी घोषित कांग्रेस की प्रत्याशी ने शपथ ले ली। मामला जिला परिषद के वार्ड 13 से जुडा था। वार्ड से कांग्रेस के गणेशलाल भील 139 मतों से विजयी घोषित किए गए। देर रात घोषित परिणाम के बारे में जब भाजपा नेताओं को पता चला कि जीत का अंतर महज 139 मत है तो उन्होंने पुनर्गणना की मांग की। उन्होंने अपने अभिकर्ता को तलाशा, लेकिन वह घर जा चुका था। आनन-फानन में ही वार्ड के अभिकर्ता को पुनर्गणना के आवेदन के लिए बुलाया गया लेकिन तब तक कांग्रेस की ओर से वहां मौजूद नेताओं ने विजयी घोषित गणेशलाल को बुलाकर शपथ दिलवा दी।

कांग्रेस 13 व भाजपा का 12 पर कब्जा

राजसमंद। राजसमंद जिला परिषद के घोषित परिणामों में कुल 25 सीटों में से 13 पर कांग्रेस तथा 12 पर भाजपा ने कब्जा जमाया है। परिणामों की वार्डवार स्थिति इस प्रकार रही। वार्ड 1 कांग्रेस के सत्यनारायण ने भाजपा के नवलसिंह को 3083 मतों से, वार्ड 2 में कांग्रेस के हरीशकुमार ने भाजपा के दीनदयाल को 2618 मतों से, वार्ड 3 में कांग्रेस के मदनलाल गुर्जर ने भाजपा के शिवराजसिंह को 1324 मतों से, वार्ड 4 में भाजपा की भूरी बाई ने कांग्रेस की भंवरी बाई 102 मतों से, वार्ड 5 में कांग्रेस के भंवरलाल ने भाजपा के ललित तिवारी को 4680 मतों से, वार्ड 6 में कांग्रेस के कूकसिंह ने रमेशचन्द्र श्रीमाली को 6083 मतों से, वार्ड 7 में कांग्रेस की वरजू ने भाजपा की रेखा को 1885 मतों से, वार्ड 8 में कांग्रेस के महेश प्रतापसिंह ने भाजपा के सत्यनारायण को 4774 मतों से, वार्ड 9 में कांग्रेस के किशनलाल भील ने भाजपा के केसुलाल को 1439 मतों से, वार्ड 10 में कांग्रेस की गीतादेवी ने भाजपा की प्यारी बाई को 4440 मतों से, वार्ड 11 में कांग्रेस के हरलाल ने भाजपा के श्यामलाल को 1956 मतों से, वार्ड 12 से कांग्रेस की प्रेमीदेवी ने भाजपा की कमला देवी को 987 मतों से, वार्ड 13 में कांग्रेस के गणेशलाल भील ने भाजपा के मदनलाल को 139 मतों से, वार्ड 14 में भाजपा की गणेशी गुर्जर ने कांग्रेस की नंदू देवी को 14 मतों से, वार्ड 15 में भाजपा की संतोषी देवी ने कांग्रेस की नानकी बाई को 882 मतों से, वार्ड 16 में भाजपा की अनिता देवी ने कांग्रेस की हसीना बानू को 2804 मतों से, वार्ड 17 में भाजपा के बंशीलाल ने कांग्रेस के मांगीलाल को 724 मतों से, वार्ड 18 से भाजपा की सविता ने कांग्रेस की दिव्या को 2939 मतों से, वार्ड 19 में भाजपा की सागर कुंवर ने कांग्रेस की गजराज कुंवर को 2168 मतों से, वार्ड 20 से भाजपा की राजीबाई ने कांग्रेस की दुर्गा देवी को 1051 मतों से, वार्ड 21 से भाजपा के दयाराम ने कांग्रेस के घीसा को 782 मतों से, वार्ड 22 से कांग्रेस की अहिल्या देवी ने भाजपा की बसंता देवी को 1274, वार्ड 23 से भाजपा गनी मोहम्मद ने कांग्रेस भंवरसिंह को 1099 मतों से, वार्ड 24 में भाजपा के कालूसिंह ने कांग्रेस के विवेक को 2483 मतों से तथा वार्ड 25 में भाजपा की सुशीला देवी ने कांग्रेस की प्यारीदेवी को 1176 मतों से हराया।
जिला प्रमुख एवं प्रधानों का निर्वाचन आज पंचायत आम चुनाव 2010 के तहत जिला प्रमुख एवं प्रधानों का निर्वाचन बुधवार को होगा तथा उप जिला प्रमुख एवं उप प्रधानों का निर्वाचन गुरूवार को होगा। जिला निर्वाचन अघिकारी (कलक्टर) ओंकारसिंह के अनुसार जिला प्रमुख एवं प्रधानों के लिए बुधवार सुबह बैठक होगी। नाम निर्देशन पत्र सुबह 11 बजे तक प्रस्तुत किए जा सकेंगे तथा उनकी संवीक्षा सुबह साढे 11 बजे तक की जाएगी। अभ्यर्थी अपने नाम इसी दिन दोपहर एक बजे तक वापस ले सकेंगे। इसके बाद चुनाव चिह्नों का आवंटन किया जाएगा और आवश्यक होने पर तीन से शाम पांच बजे तक मतदान होगा तथा इसके तुरन्त पश्चात मतों की गणना की जाकर विजयी प्रत्याशी की घोषणा की जाएगी। उप जिला प्रमुख एवं उप प्रधानों का निर्वाचन 11 फरवरी को होगा।

Monday, February 8, 2010

पवार ने ठाकरे पर ही किया अटैक

केंद्रीय खाद्य व कृषि मंत्री शरद पवार ने शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे को नसीहत देते हुए कहा है, ठाकरे अब बूढ़े हो गए हैं, 'उन्हें घर बैठना चाहिए और नई पीढ़ी को राष्ट्रीय एकता के लिए काम करने को कहना चाहिए।' पवार शिवसेना प्रमुख के घर जाकर उनसे आईपीएल में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों को खेलने देने की अपील करने पर चौतरफा आलोचना का शिकार हो रहे हैं। फिलहाल, पवार ने टिप्पणी की है कि ठाकरे ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के खिलाड़ियों के साथ क्रिकेट खेलने का विरोध कर रहे हैं। क्या वह ओलिंपिक में भी इन देशों के खिलाड़ियों के साथ भारत को नहीं खेलने देंगे? उधर एनसीपी ने पवार की ठाकरे से
मुलाकात को उचित बताते हुए कहा है कहा है कि लोकतंत्र में वार्ता और विचार विमर्श जरूरी है। दूसरी तरफ, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने बाल ठाकरे से मिलने पर पवार को आड़े हाथों लेते हुए कहा, 'हमारी सरकार आईपील को पूरी सुरक्षा मुहैया करवाएगी। पवार को किसी गैर संवैधानिक ताकत के पास नहीं जाना चाहिए था।' जेडीयू के अध्यक्ष शरद यादव ने पवार पर ठाकरे के सामने सरेंडर करने का आरोप लगाया। कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी महासचिव राहुल गांधी ने शिवसेना की धमकियों के बावजूद मुंबई जाकर बता दिया कांग्रेस का नजरिया क्या है। कांग्रेस उप राष्ट्रीयता में विश्वास नहीं करती है। ऐसा लगता है कि इतनी जबर्दस्त आलोचनाओं के बाद पवार को अपना रुख बदलने पर मजबूर होना पड़ा है।

प्रदेश में 'गुड गवर्नेस'

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में 'गुड गवर्नेस' के लिए उद्योग एवं व्यापार जगत से करों के भुगतान और महंगाई कम करने के अलावा कई जरूरी मुद्दों पर सलाह मांगी है। मुख्यमंत्री आगामी बजट के बाबत सोमवार को आयोजित राज्य स्तरीय कर परामर्श दात्री समिति की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इस दौरान महंगाई, वैट प्रक्रिया के सरलीकरण, जीएसटी के बारे में उद्योग व व्यापार जगत के लोगों को अधिकाधिक जानकारी देने और उद्योग व निवेश नीति को शीघ्र घोषित करने के मुद्दे छाए रहे।
सार्थक होगा सिंगल विण्डो एक्टगहलोत ने प्रदेश में लाए जाने वाले सिंगल विण्डो एक्ट की चर्चा करते हुए कहा कि इसे सार्थक बनाने के लिए गहनता से काम किया जा रहा है। ताकि दुनिया के किसी भी कोने से प्रदेश में आने वाले व्यक्तियों के प्रस्तावों को पूरा सम्मान मिले। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के समय विद्युत उत्पादन नहीं बढने के कारण मौजूदा सरकार के आते ही विद्युत संकट शुरू हो गया।
उद्योग मंत्री राजेन्द्र पारीक ने कहा कि आने वाला समय उद्योग एवं व्यापार जगत के लिहाज से महत्वपूर्ण होगा। दिल्ली-मुम्बई इण्डस्ट्रीयल कोरीडोर राजस्थान के लिये अहम होगा और इसमें सभी का सहयोग अपेक्षित है।
अन्य अहम सुझाव- राज्य को औद्योगिक विकास की दृष्टि से विशेष दर्जा दिलाने का प्रयास किया जाए- कच्चे माल पर लगने वाला प्रवेश शुल्क कम किया जाए- फार्म नम्बर 10 का सरलीकरण किया जाए- पर्यटन, शिक्षा एवं चिकित्सा पर्यटन को बढावा देने के लिए निवेश की आकर्षक नीति हो- चीनी पर प्रवेश शुल्क हटा दिया जाए- राज्य को सरसों उत्पादक राज्य घोषित किया जाए- गेहूं को एक प्रतिशत कर के दायरे में लाया जाए- हैण्डीक्राफ्ट आइटम से मंडी टैक्स घटाया जाए- खनन, निर्माण, फिल्म व्यवसाय को उद्योग का दर्जा दिया जाए- सारे इमारती पत्थरों की कर दर चार फीसदी की जाए- पेट्रोलियम कोक पर प्रवेश कर समाप्त किया जाए


जीते तो जिंदाबाद, हारे तो खिसक लिए

राजसमंद। सातों पंचायत समितियों की 118 सीटों के 189 प्रत्याशियों का मतदान परिणाम जानने को लेकर दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों के वरिष्ठ पदाधिकारियों और प्रत्याशियों से अधिक उत्सुकता आमजनों में रही। पुलिस छावनी में तब्दील कांकरोली के राजकीय उच्च माध्यमिक बालकृष्ण विद्याभवन स्टेडियम में तमाम सुरक्षा व्यवस्थाओं को धता बताते हुए सुबह से लोगों का हुजूम मतगणना परिसर में जा घुसा। महिलाओं की तादाद भी कम नहीं थी। परिणामों का रूझान दोपहर एक बजे बाद आना शुरू हुआ। 'आगे' व 'पीछे' के रूझानों को देखकर पार्टी पदाधिकारियों के चेहरों का रंग उडता दिखाई देता तो कभी रौनक छा जाती।
सबसे पहले दोपहर करीब तीन बजे आमेट पंचायत समिति के परिणामों की घोषणा होना शुरू हुई। आरंभिक पांच में से चार सीटें पर भाजपा के खाते में जाने की जानकारी पाकर कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी, कार्यकर्ता और प्रत्याशी भी इधर-उधर झांकने लगे लेकिन खमनोर में प्रारंभिक रूझानों में तकरीबन सभी वार्डो में एकतरफा कांग्रेस के आने की खबर सुन वरिष्ठ पदाधिकारी पुन: नजर आने लगे।
जिंदाबाद-जिंदाबादशाम करीब पांच बजे बाद जीत की आधिकारिक घोषणा होना शुरू हुई। इस दौरान बालकृष्ण स्टेडियम में लोगों की भीड उमड पडी। देवगढ के परिणामों को लेकर जिलेभर में उत्सुकता बनी रही। मतगणना परिसर में सर्वाधिक फोन देवगढ क्षेत्र से आए जहां तमाम उम्मीदों को लेकर बार-बार जानकारियां ली जा रही थीं। दोनों राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के समर्थक बडी संख्या में बालकृष्ण स्टेडियम में जमा होने के कारण शाम साढे पांच बजे बाद रह-रह जिंदाबाद-जिंदाबाद, हमारा नेता कैसा हो... जैसे गगनभेदी नारों से गुंजायमान होता रहा।
चाय-नाश्ते ने कराई देरीसुबह के वक्त आमेट के अलावा तकरीबन तमाम टेबलों पर गणक पर्यवेक्षक टेबल छोडकर चाय-नाश्ता करते रहे। यह स्थिति राजसमंद, भीम, रेलमगरा और खमनोर पंचायत समिति के गणना कक्षों में अधिक रही। ऎसे में माइक से बार-बार उद्घोषणा कर कार्मिकों को टेबल पर पहुंचने के निर्देश दिए जाते रहे। कई बार दोनों धडों प्रत्याशी भी अपनी टेबलों पर नहीं होने के कारण गणना में देरी हुई। चाय-नाश्ते और भोजन के पैकेट लगातार कक्षों में पहुंचते रहे। कार्मिक दोपहर करीब एक बजे तक मतपत्रों के बण्डल बनाने में ही लगे रहे।
आमेट में भाजपा का कब्जाआमेट। पंचायत राज चुनाव के तहत आमेट पंचायत समिति के पंचायत समिति सदस्यों की कुल 15 सीटों में से 9 पर भाजपा एवं 6 पर कांगे्रस विजयी रही। चुनाव परिणाम आने के साथ भाजपा खेमे में खुशहाली की लहर दौड गई। भाजपा की जीत पर शानदार आतिशबाजी की और मिठाई वितरित की गई। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी कार्यकर्ताओं ने खुशियां मनाई।
तीसरी बार बनेगा भाजपा का प्रधानआमेट पंचायत समिति में दस वर्ष से भाजपा का कब्जा कायम है। अब भी भाजपा का प्रधान बनना तय है। इससे पूर्व भाजपा के मोहनलाल चन्देल व महिपालसिंह राठौड इस पंचायत क्षेत्र में प्रधान बने हैं। गत चुनाव में 15 सीटों में से 10 पर भाजपा व पांच पर कांगे्रस विजयी हुई थी, तब भाजपा के विधायक पूर्व सिंचाई राच्यमंत्री सुरेन्द्रसिंह राठौड थे जबकि वर्तमान में क्षेत्र से कांगे्रस के विधायक गणेशसिंह परमार है।
कौन बनेगा प्रधानआमेट पंचायत समिति प्रधान की सीट एसटी पुरूष की है। भाजपा ने एसटी पुरूष के दो उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। संयोग से भाजपा के दोनों उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। संयोग से भाजपा के दोनों उम्मीदवार वार्ड सात से बंशीलाल भील एवं वार्ड 11 से कालू भील चुनाव जीत गए हैं।
भाजपा का खाता भी नहीं खुलानाथद्वारा। पंचायत समिति खमनोर पर आजादी के बाद से एकछत्र राज कर रही कांगे्रस के लिए वर्ष 2010 के चुनाव और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गए हैं। कांग्रेस ने अपने अभेद्य गढ में भारतीय जनता पार्टी को घुसने नहीं दिया। यहां के राजनीतिक समीकरण ने विधानसभा चुनाव मे पलटी दी। क्षेत्र से पार्टी का नेतृत्व कर रहे विधायक कल्याणसिंह चौहान ने जीत हासिल की लेकिन लोकसभा चुनाव में आए उलट परिणामों को देखकर हर किसी को आश्चर्य हुआ था। एक बार फिर पंचायत चुनाव के नतीजों ने भाजपा को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
जनता ने जो परिणाम दिया है, वह स्वीकार्य है। लोकतंत्र में जनता का अपना स्वयं का मत होता है। कल्याण सिंह चौहान विधायक नाथद्वारा
ऎसे परिणाम की आशा नहीं थी, परंतु जनता ने जो निर्णय दिया है, उसे ध्यान में रखते हुए गहन मंथन कर आगे की रणनीति तय करनी चाहिए। पार्टी के प्रति लोगों की अब भी पूरी आस्था है।शिवदानसिंह चौहान, पूर्व देवस्थान एवं पंचायतराज मंत्री नाथद्वारा
जनता का कांगे्रस के प्रति जो ऎतिहासिक उत्साह है, वह केन्द्रीय मंत्री डॉ. सीपी जोशी के किए गए विकास कार्यो का परिणाम है। उनके एक मत से हारने के बाद भाजपा को खमनोर में जीत का भ्रम था, जनता ने उसे समाप्त कर दिया। वीरेंद्र वैष्णव, कांगे्रस प्रदेश कार्यसमिति सदस्य
भाटी जीते 1241 मतों सेराजसमंद पंचायत समिति के वार्ड 10 से कांगे्रस के यादवेन्द्रसिंह भाटी 1241 मतों के अन्तर से जीते। इसी प्रकार वार्ड एक से भाजपा के शंभूसिंह 238 से, वार्ड दो से भाजपा की ब्रजलता 218 से, वार्ड तीन से भाजपा के सुरेश जोशी 833 से, वार्ड चार से भाजपा के नैना 152 से, वार्ड छह में भाजपा की मंजुकुंवर 616 से, वार्ड सात में भाजपा की देऊबाई 266 से, वार्ड आठ से कांगे्रस की धापू 473 से, वार्ड नौ से कांगे्रस की सीमा कंवर 347, वार्ड 11 से भाजपा के जवाहर 605, वार्ड 12 से कांगे्रस के भगवतसिंह 538 से, वार्ड 13 से कांगे्रस की ममता कुंवर 464 से, वार्ड 14 से कांगे्रस की मिठूबाई 404 से, वार्ड 15 से भाजपा के भगवानलाल 263, वार्ड 16 से भाजपा की पानीबाई 471 से तथा वार्ड 17 से कांगे्रस की कमलाबाई 215 मतों के अंतर से विजयी रही।
वरदीसिंह जीते 1533 मतों सेकुंभलगढ पंचायत समिति में वार्ड छह से कांगे्रस के वरदीसिंह ने 1533 मतों के अन्तर से रिकॉर्ड जीत दर्ज की। इसी प्रकार वार्ड एक से कांगे्रस के जालूराम 804 से, वार्ड दो से कांगे्रस की फेंसीबाई 705 से, वार्ड तीन से कांगे्रस के सूरतसिंह 376, वार्ड चार से कांगे्रस के केसाराम 252 से, वार्ड पंाच से कांगे्रस की हंजाबाई 1291 से, वार्ड सात से कांगे्रस की दरियाव कुंवर 765 से, वार्ड आठ से कांगे्रस की राजकी बाई 698 से, वार्ड नौ से कांगे्रस की राधादेवी 788 से, वार्ड 10 से कांगे्रस के शंभुपूरी 912 से, वार्ड 11 से कांगे्रस के किशनलाल 465 से, वार्ड 12 से कांगे्रस की मीरा 643 से, वार्ड 13 से भाजपा के भैरूसिंह 636 से, वार्ड 14 से भाजपा के मोहनलाल 132 से, वार्ड 15 से भाजपा के शंकरलाल 70 से, वार्ड 16 से भाजपा की ससी 302 से तथा वार्ड 17 से कांगे्रस की मगनी ने 207 मतों के अन्तर से जीत दर्ज की।
निर्दलीय प्रत्याशी बनाएगा बोर्डदेवगढ। पंचायत समिति देवगढ में प्रधान की सीट सामान्य घोषित होने व 15 सदस्य पंचायत समिति के लिए हुए चुनाव में भाजपा एवं कांग्रेस को सात-सात सीटे मिलने से प्रधान पद के लिए दोनों पार्टियां पद हथियाने के लिए ऎडी-चोटी का जोर लगाए है। प्रधान का भाग्य अब एकमात्र विजयी निर्दलीय के हाथ में है।
वार्ड एक से भाजपा की लक्ष्मी ने 397 मत से, वार्ड दो से निर्दलीय हमीरसिंह, वार्ड तीन से भाजपा कौशलेन्द्रसिंह, वार्ड चार से कांग्रेस के लक्ष्मण ने 92 मत से, पांच से कांग्रेस की प्रेकमकुंवर ने 71 मत से, वार्ड छह से कांग्रेस के शंकर ने 69 मत से, वार्ड सात से भाजपा की कंचन कुंवर ने 372 मत से, वार्ड आठ से भाजपा के लादू ने 923 से, वार्ड नौ से भाजपा की टीपू ने 461 मत से, वार्ड दस से भाजपा की नंदू ने 113 मत से, वार्ड ग्यारह से कांग्रेस के बाबूलाल ने 80 मत से, वार्ड बारह से कांग्रेस की मनभरी ने 96 मत से, वार्ड तेरह से कांग्रेस के नगजी ने 86 मत से, वार्ड चौदह से कांग्रेस की धापू ने 81 मत से तथा वार्ड पन्द्रह से भाजपा के सत्यनारायण ने 245 मत से हराया।
'पप्पूडी' ने बनाई रिकॉर्ड जीतआमेट पंचायत समिति के वार्ड दस से भाजपा की पप्पूडी कुमावत ने रिकॉर्ड 1637 मतों से कांग्रेस की अणछी बाई कुमावत को शिकस्त दी। वार्ड बारह से पप्पू देवी कुम्हार ने सबसे कम 79 मतों से कांग्रेस की लक्ष्मी गुर्जर को मैदान से बाहर किया। वार्ड एक से भाजपा लोकेन्द्रसिंह राठौड 808 मतों से, दो से कांग्रेस की पवन कुंवर, तीन से भाजपा के नारायणसिंह 277, चार से कांग्रेस के मुकेश खटीक 151, पांच से कांग्रेस के जयसिंह जाट 239, छह से कांग्रेस के विमला कुंवर 94, सात से भाजपा के बंशीलाल भील 490, आठ से कांग्रेस के लाड कुंवर 540, नौ से कांग्रेस के गणपत चौधरी 119, दस से भाजपा की पप्पुडी कुमावत रिकॉर्ड 1637, ग्यारह से भाजपा के कालू भील 1119, बारह से भाजपा की पप्पूदेवी कुम्हार 79, तेरह से भाजपा रतनी देवी गुर्जर 537, चौदह से भाजपा के बाबूदास वैरागी 757 व पन्द्रह से भाजपा की कैलाशी देवी 477 मतों के अंतर से जीतीं।

Wednesday, February 3, 2010

पीएम बोले मंत्रियों से, 'कॉरपोरेट जगत से रिश्तों का खुलासा करें'

प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह चाहते हैं कि कैबिनेट और राज्य मंत्री अपना काम ध्यान लगा कर करें और उनकी इमेज भी साफ रहे। उन्होंने अपने मंत्रिमंडल के सभी कैबिनेट और राज्य मंत्रियों के लिए नया कोड ऑफ कंडक्ट (आचार संहिता) जारी किया है। इन्हें भेजे पत्र में पीएम ने कहा है कि अगर वे किसी तरह का बिजनेस कर रहे हैं तो इसका खुलासा करना होगा। कॉरपोरेट जगत से रिश्ते का ब्यौरा भी उन्हें देना होगा। उन्हें मंत्री पद संभालने से पहले ही इन सबसे अलग हो जाना चाहिए था। यह पत्र हमारे सहयोगी चैनल टाइम्स नाउ के पास है। पत्र में यह भी कहा गया है कि अगर किसी मंत्री का कोई करीबी किसी देसी या मल्टीनैशनल कंपनी में काम करता है, तो इसकी जानकारी भी देनी होगी। इस बात की चर्चा राजनीतिक हलकों में है कि पीएम के साथ बैठक में कई राज्य मंत्रियों ने यह मुद्दा उठाया था। उनका कहना था कि मंत्री मंत्रालय की बजाय दूसरे कामों को तरजीह दे रहे हैं। इधर वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी और कानून मंत्री वीरप्पा मोइली ने इस आचार संहिता का स्वागत किया है। इन दोनों सीनियर कैबिनेट मंत्रियों का कहना है कि इसका मकसद मंत्रियों और मंत्रालय की कार्य प्रणाली को बेहतर बनाना है।



आचार संहिता में लाखों की स्वीकृति

प्रदेश में जहां एक ओर पंचायती राज चुनाव की आचार संहिता लागू है, वहीं दूसरी ओर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने इसी अवधि में छात्रावासों में अधीक्षक आवासों के लिए लाखों रूपए की प्रशासनिक स्वीकृति जारी की है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के आयुक्त एवं शासन सचिव द्वारा 15 जनवरी 2010 को जारी आदेश में नाबार्ड सहायता योजनान्तर्गत आयोजना मद में अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछडा वर्ग के छात्रावासों अधीक्षकों के आवास निर्माण के लिए वित्तीय वर्ष 2009-10 के लिए 1 करोड दो लाख रूपए की प्रशासनिक स्वीकृति जारी की गई है। प्रदेश के 102 छात्रावासों में होने वाले इस निर्माण में प्रति छात्रावास पर 6 लाख 64 हजार रूपए खर्च होंगे। प्रारंभिक तौर पर प्रत्येक छात्रावास के लिए एक-एक लाख स्वीकृत किए गए हैं।
कहां कितने अधीक्षक आवास-योजना के तहत अलवर, धौलपुर, जैसलमेर, सीकर, बूंदी व बीकानेर के दो-दो, बारां के 9, बाडमेर व उदयपुर के 8, भीलवाडा व बांसवाडा के 6, चूरू, जालोर, नागौर, सवाई माधोपुर व राजसमंद में एक-एक, दौसा, सिरोही व श्रीगंगानगर के तीन-तीन, जयपुर, कोटा, अजमेर, डूंगरपुर व प्रतापगढ के चार-चार, झालावाड के आठ, जोधपुर व पाली के पांच-पांच छात्रावासों में अधीक्षक आवास बनाने के लिए राशि स्वीकृत की गई है। इसमें अनुसूचित जाति छात्रावासों में 60, जनजाति में 40 एवं अन्य पिछडा वर्ग के 2 छात्रावासों में अधीक्षक आवास बनेंगे।
यह न तो गांव को जोडते हैं और न ही कोई सैकडों लोगों का काम है। यह तो छात्रावास के अधीक्षक के कक्ष का निर्माण हैं। मेरे हिसाब से तो इस मामले में आचार संहिता आडे नहीं आनी चाहिए। यह आदेश कब जारी हुए। उसकी दिनांक याद नहीं आ रही।पी.एस.मेहरा, आयुक्त, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग

'गिरफ्तार हों दिग्विजय सिंह'

नई दिल्ली। बाटला हाउस एनकाउंटर की सच्चाई पर सवाल खडे करने वाले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह खुद सवालों के घेरे में आ गए हैं। दिग्विजय के बयान से भडकी विपक्षी पार्टी भाजपा उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रही है। उल्लेखनीय है कि सिंह ने बाटला एनकाउंटर पर संदेह जाहिर करते हुए कहा कि घटना में मारे गए आतंकियों की तस्वीरें देखी हैं। उन्होंने कहा कि एनकांउटर में सिर में ऊपर की तरफ से गोली लगना नामुमकिन है। दिग्गी के इस बयान के बाद भाजपा ने उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है। भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर का कहना है कि कांग्रेस हमेशा से ऎसी राजनीति करती आई है। बाटला एनकाउंटर में पुलिस ने दो आतंकियों को मार गिराने का दावा किया था। इसमें इंस्पेक्टर मोहन शर्मा ने भी अपनी जान गंवाई थी। हालांकि, घटना के बाद से वहां के लोग इसे फर्जी एनकाउंटर बता रहे हैं।

Tuesday, February 2, 2010

हमारे पास गांधी है और क्या चाहिए: मोदी

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य में टूरिस्टों को आकर्षित करने के लिए महात्मा गांधी को गुजरात के भूमि पुत्र के रूप में पेश करेंगे। राज्य में बापू से जुड़े सभी स्थानों के भ्रमण के लिए स्पेशल पैकेज टूर ऑफर किए जाएंगे। गुजरात को दुनिया के सबसे अग्रणी टूरिस्ट डेस्टिनेशन में शुमार करने के मकसद से मोदी दुनिया में शांति के इस महान दूत की मार्किटिंग का सहारा लेंगे। मोदी ने बापू की 62वीं पुण्यतिथि पर उनके जन्मस्थान पोरबंदर में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, 'हमारे पास गांधी हैं तो हमें टूरिस्टों को लुभाने के लिए किसी और चीज की क्या जरूरत है।' टूरिजम को बढ़ावा देने के लिए मोदी की सोच पर आधारित 'वाइब्रेंट गुजरात' के तहत राज्य में गांधीजी से जुड़े सभी स्थलों को एकसाथ लाया जाएगा। साथ ही, उनके दर्शनों व आदर्शों के उपलक्ष्य में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।


पीठासीन अधिकारी को थप्पड मारा

हाडोती में तीसरे चरण के मतदान के दौरान मंगलवार को कोटा जिले के इटावा में सुबह गेंता रोड स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में मतदान केन्द्र संख्या 71 पर राशनकार्ड से मतदान के मामले को लेकर एरिया मजिस्ट्रेट अमरीश मेहता व पीठासीन अघिकारी विश्वनाथ प्रताप सिंह में तकरार हो गई। आवेश में मेहता ने सिंह के थप्पड मार दिया। इससे मतदान केन्द्र पर काफी देर तक हंगामे की स्थिति रही। एरिया मजिस्टे्रट के राशन कार्ड के जरिए मतदान से मना करने पर भाजपा व कांग्रेस के कार्यकर्ता भडक गए और मतदान केन्द्र के बाहर नाराजगी जताने लगे। स्थिति देख एरिया मजिस्ट्रेट ने निर्वाचन अघिकारी हितेश कुमार को सूचना दी। इस पर निर्वाचन अघिकारी, थाना प्रभारी औंकार लाल मीणा मय पुलिस जाप्ते के मौके पर पहुंचे और समझाइश कर मामला शांत कराया।
यह है मामलाएरिया मजिस्ट्रेट मेहता मतदान केन्द्र पर निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। वहां बिना फोटो वाले राशनकार्ड से मतदान होता देख उन्होंने आपत्ति जताई व राशनकार्ड से मतदान नहीं कराने को कहा। इस बात पर उनकी पीठासीन अधिकारी से तकरार हुई। इसके बाद एक घंटे तक दोनों दलों के कार्यकर्ता नारेबाजी करते रहे।
शिक्षक नेताओं में रोष, कार्रवाई की मांग घटना की सूचना पर कई शिक्षक नेता भी मौके पर पहुंचे और निर्वाचन अघिकारी से पीठासीन अघिकारी के थप्पड मारने वाले अघिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। शाम को शिक्षक संघ राष्ट्रीय के उपशाखा अध्यक्ष प्रेमकुमार शास्त्री व जिला संरक्षक मोहनालाल आर्य के नेतृत्व में शिक्षकों ने थाना प्रभारी को ज्ञापन देकर एरिया मजिस्ट्रेट को निलंबित करने की मांग की तथा चेतावनी दी कि कार्रवाई नहीं होने पर 4 फरवरी के मतदान कार्य का बहिष्कार किया जाएगा।
-एरिया मजिस्टे्रट ने मुझे थप्पड मारा है। ऎसे अघिकारी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। - विश्वनाथ प्रताप सिंह, पीठासीन अघिकारी

फर्जी मतदान पर भिडे समर्थक

किशनगढ पंचायत समिति क्षेत्र में जिला परिष्ाद के वार्ड संख्या 26 में चुनाव के दौरान रूपनगढ ग्राम पंचायत में कथित रूप से फर्जी मतदान कराने की घटना को लेकर दो प्रमुख दलों के समर्थक आपस में भिड गए। मामला बढता इससे पहले ही पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर दोनों पक्षों के लोगों को खदेड दिया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अघिकारी मौके पर पहुंच गए।
तनाव को देखते हुए क्षेत्र में अतिरिक्त जाब्ता लगाया गया है। पुलिस के अनुसार रूपनगढ के खारी के बेरी चौक के मतदान केन्द्र पर मंगलवार शाम करीब पौने पांच बजे एक मतदाता वोट डालने पहुंचा। यहां एक प्रमुख राजनीतिक दल के अभिकत्ताü ने उसे राशनकार्ड के मुखिया को साथ लाए बगैर मतदान करने से ऎतराज जताया। इस पर विवाद बढ गया।
अभिकत्ताü व समर्थक दूसरे पक्ष के अभिकत्ताü को बाहर घसीट लाए व उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। इससे अभिकत्ताü के कपडे फट गए। मामला बढता देख वोट डालने आया मतदाता मौके से खिसक लिया। बूथ पर मौजूद पुलिस बल ने दोनों पक्षों के समर्थकों को मौके से खदेड दिया। पुलिस को इसके लिए हल्का बल प्रयोग भी करना पडा।

भाजयुमो नेता पर गोली चलाई

बीकानेर। सदर थानान्तर्गत एस. पी. मेडिकल कॉलेज के सामने मंगलवार को दिनदहाडे दो वाहनों में आए हमलावरों ने भारतीय जनता युवा मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति के पूर्व सदस्य भोम सिंह भाटी पर गोली चला दी। गोली उसके दाहिने पैर में लगी। उसे लहुलूहान हालत में पीबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस लाइन के सामने रहने वाले भोम सिंह भाटी (38) पुत्र पूरब सिंह मंगलवार दोपहर लगभग डेढ बजे डूप्लेक्स कॉलोनी में अपने दोस्त सचिन से मिलने के बाद कार से पीबीएम अस्पताल जा रहा था। जैसे ही भोमसिंह की कार एस. पी. मेडिकल कॉलेज के मुख्य द्वार के सामने आई सफारी व मारूति जेन में आए उम्मेद सिंह उर्फ गोल्डी, राजेश पूनिया, रूपेन्द्र सिंह राजपूत, सुमेर सिंह व एक अन्य ने उसे कार से नीचे उतार लिया।
उन्होंने सरिये-लाठी से मारपीट करनी शुरू कर दी। जिससे उसके सिर व बाजुओं पर चोटें आई। राजेश पूनिया व उम्मेद सिंह ने पिस्टल दिखाते हुए उसे जान से मारने की धमकी दी। इस बीच वह उनसे बचने के लिए भागने लगा तो उम्मेद ने उस पर गोली चला दी, जो उसके दाहिने पैर पर लगी।
भोम सिंह ने अपने बयान में बताया है कि उम्मेद सिंह के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान उसकी बोलचाल हुई थी। इसके अलावा जमीन विवाद के कारण भी वह उससे रंजिश रखता है।