Sunday, August 1, 2010

'मेरा जीना उतना जरूरी नहीं, जितना मुलायम का मरना'

अमर सिंह ने एसपी प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर अब तक का सबसे करारा हमला किया। अमर ने
कहा कि उनके जीने से ज्यादा जरूरी मुलायम सिंह जैसे नेताओ का मरना। इलाहाबाद में रविवार शाम पीस पार्टी की एक जनसभा में लोकमंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमर सिंह की जुबान फ्रेंडशिप डे पर आग उगल रही थी। उन्होंने मुलायम पर अब तक का सबसे तीखा हमला किया। कभी मुलायम के सबसे नजदीकी दोस्त रहे अमर सिंह ने कहा कि मेरा जीना उतना जरूरी नहीं जितना मुलायम सिंह जैसे सियासतदारों का मरना जरूरी है। एसपी के पूर्व महासचिव अमर सिंह ने कहा कि मुलायम सिंह ने मुसलमानों के हित में कुछ करने के बजाय उन्हें हमेशा धोखा दिया है। मुसलमान मुलायम के चेहरे को अच्छी तरह से पहचान गए हैं। मालूम हो कि एसपी से निष्कासित किए जाने से पहले अमर सिंह अक्सर मुलायम से अपनी दोस्ती के बारे में कहते थे कि हम दो जिस्म एक जान हैं।



कांग्रेस को भारी पड़ेगी मोदी से पूछताछ : वेंकैया
सोहराबुद्दीन मामले में कथित तौर पर बीजेपी को निशाना बनाने के लिए सीबीआई के इस्तेमाल पर कां
ग्रेसनीत यूपीए की आलोचना करते हुए वरिष्ठ पार्टी नेता एम वेंकैया नायडू ने रविवार को कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछताछ की खातिर कोई कदम उठाना कांग्रेस के लिए आत्मघाती साबित होगा। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, हमें जानकारी मिली है कि सोहराबुद्दीन मामले में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद मोदी से सीबीआई पूछताछ करने वाली है। यह कांग्रेस पार्टी के लिए आत्मघाती साबित होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि देश के एक खास समुदाय को तुष्ट करने के लिए कांग्रेस सोहराबुद्दीन मामले का इस्तेमाल कर बीजेपी के साथ राजनीतिक मुठभेड़ करना चाहती है।
उन्होंने कहा हमें यह भी जानकारी मिली है कि सीबीआई की योजना मामले में मोदी को फंसाने की है। इस दिशा में कोई कदम अंतत: कांग्रेस पार्टी के लिए आत्मघाती साबित होगा। नायडू ने कहा कि केंद्र या सीबीआई द्वारा गुजरात की छवि को प्रभावित करने के किसी भी प्रयास का पुरजोर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा, 'आग से नहीं खेलना चाहिए। मोदी सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री हैं और उनके नेतृत्व में गुजरात विकास के रास्ते पर आगे बढ़ा है।'

जोशी ने किया आचार संहिता का उल्लंघन

राजकीय अतिथि मानते हुए कुछ शर्तो पर वहां ठहरने की अनुमति दी।
इसमें साफ कहा गया था कि वे किसी भी राजनीतिक कार्यकर्ता से नहीं मिलेंगे और न ही चुनाव के बारे में किसी संवाददाता से बातचीत करेंगे। इसके बावजूद वे उदयपुर से जयपुर जाते समय कुछ देर के लिए यहां सर्किट हाउस में ठहरे और पार्टी कार्यकर्ताओं से भी मिले। पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इस दौरान जोशी ने सभी से कहा कि इस बार भी स्थानीय निकाय चुनाव में एकजुटता दिखाते हुए जीत दर्ज करें।
जिला कलक्टर से रिपोर्ट मांगेंगेजोशी को सर्किट हाउस में ठहरने की अनुमति दी थी, लेकिन वहां कार्यकर्ताओं से मिलने तथा संवाददाताओं से चुनाव के बारे में बातचीत करना चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है। इसकी रिपोर्ट जिला कलक्टर से मांगी जाएगी। ए.के. पाण्डे, आयुक्त, राज्य निर्वाचन आयोग, जयपुर केन्द्रीय ग्र्रामीण विकास एवं पंचायती राजमंत्री सी.पी. जोशी रविवार को न केवल भीलवाडा सर्किट हाउस में ठहरे, बल्कि पार्टी कार्यकर्ताओं से मिले और उन्हें एकजुट होकर स्थानीय निकाय चुनाव लडने की नसीहत देकर आचार संहिता का उल्लंघन किया। जोशी ने राज्य निर्वाचन आयोग से सर्किट हाउस में ठहरने की अनुमति मांगी थी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ए.के. पाण्डे ने उन्हें

गतिरोध खत्म, संसद में होगी महंगाई पर चर्चा

नई दिल्ली। महंगाई पर चर्चा को लेकर संसद की कार्यवाही में गतिरोध दूर करने के लिए वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी की टी पार्टी में विपक्षी दलों से सरकार की सुलह हो गई है। न तुम हारे न हम हारे की तर्ज पर केन्द्र सरकार महंगाई के मुद्दे पर संसद में चर्चा को तैयार हो गई। हालांकि अब यह चर्चा बिना किसी नियम के होगी। विपक्ष को अपनी बात रखने का पूरा मौका मिलेगा और सरकार भी जवाब देगी। इससे पहले विपक्ष नियम 184 के तहत चर्चा पर अडा था। इस नियम के तहत बाद में वोटिंग का प्रावधान है। उधर, सरकार नियम 193 के तहत चर्चा कराने को तैयार थी, इसमें वोटिंग का प्रावधान नहीं है। सूत्रों के अनुसार लोकसभा के नेता प्रणब मुखर्जी के निमंत्रण पर सुबह उनके निवास पर टी पार्टी में जुटे विपक्षी दलों के नेताओं ने इस फैसले पर सहमति जताई। बातचीत में तय हुआ कि लोकसभा में महंगाई पर चर्चा कल और राज्यसभा में चर्चा परसों होगी। बैठक के बाद आज सदन चलने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में विपक्षी दलों के नेताओं का कहना था कि जब सरकार ने चर्चा कराने का वादा कर लिया है तो उसे आज सदन की कार्यवाही चलने में उन्हें कोई एतराज नहीं। प्रणब ने सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को सुबह नाश्ते पर आमंत्रित किया था। नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव समेत कई नेता प्रणब के निवास पहुंचे। जनता दल (यू) नेता शरद यादव, माकपा नेता बासुदेब आचार्य, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और अन्य नेताओं को इस बैठक के लिए आमंत्रित थे। हालांकि विपक्षी कुछ बाते मानने से सरकार साफ किनारा कर गई। प्रस्ताव में मुद्रास्फीति की जगह 'महंगाई' व 'आम आदमी' जैसे शब्द जोडे जाने की विपक्ष की मांग ठुकरा दी गई है।ज्ञातव्य है कि संसद के मानसून सत्र का पहला सप्ताह महंगाई के मुद्दे पर विपक्षी दलों के हंगामे की भेंट चढ गया। विपक्ष जहां मतदान के प्रावधान वाले नियमों के तहत चर्चा कराने की मांग करता रहा वहीं सरकार ऎसे किसी भी नियम के तहत चर्चा से बचती नजर आई।