Friday, April 5, 2013

सारे देश का है सपना, गुजरात जैसा बनना ׃किरण माहेश्वरी


राजसमन्द। भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं विधायक किरण माहेश्वरी नें कहा कि कांग्रेस नरेन्द्र भाई मोदी से बुरी तरह भयभीत है। इसी कारण वे गुजरात की प्रतिष्ठा हनन का सतत प्रयास करते रहते हैं। कांग्रेस को डर है कि कहीं सारा देश गुजरात नहीं बन जाए। किन्तु देश की जनता का तो यही सपना है। सभी गुजरात के विकास, रोजगार सृजन और विश्व स्तरीय संरचना की अनुकृति अपने यहाँ चाहते हैं।
किरण नें कहा कि कांग्रेस के प्रमुख सामन्त कह रहे हैं कि एक व्यक्ति देश नहीं बदल सकता है। एक व्यक्ति क्या कर सकता है, यह अटल बिहारी वाजपेयी, नरेन्द्र भाई मोदी और जय प्रकाश नारायण से सीखें। जयप्रकाश नारायण जी नें देश को आपातकाल की पराधीनता से मुक्त करवाया। अटल नें देश को परमाणु महाशक्ति बनाया और वैश्विक महाशक्ति बनाने की नींव रखी। नरेन्द्र भाई नें गुजरात का काया कल्प कर दिया। 
किरण नें कहा कि गुजरात में मुस्लिम समुदाय की स्थिति अन्य राज्यों की तुलना में काफी बेहतर है। यह राज्य विगत 11 वर्षों से दंगामुक्त राज्य है। जबकि राजस्थान और उत्तरप्रदेश में दंगों के नए अपकीर्तिमान बने हैं। भाजपा की सोच स्पष्ट है कि देश के संसाधनों पर सभी देशवासियों का समान अधिकार है, किसी भी समुदाय का प्रथम अधिकार नहीं। सर्वपंथ समादर ही सौहाद्र्ध का आधार है। 
किरण नें कहा कि यह विचित्र है कि देश पर 55 वर्षों तक राज करने वाले अब देश की दुर्दशा पर घडिय़ाली आंसु बहा रहे हैं। जिन्हें समस्याओं का समाधान करना था, वे अपने दायित्व से भाग रहे हैं। सशक्त और समृद्ध भारत के लिए कांग्रेस के भ्रष्ट और जन विरोधी शासन से मुक्ति पहली आवश्यकता है।

जनता ने बढ़ाया मेवाड़ का मान:किरण माहेश्वरी


राजसमन्द। भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं विधायक किरण माहेश्वरी नें कहा कि सुराज संकल्प यात्रा के शुभारंभ पर उमड़ा भारी जनसमूह कांग्रेस के विरुद्ध जनरोष की अभिव्यक्ति है। यात्रा का गांव गांव ढाणी ढाणी में हुए अपूर्व स्वागत से स्पष्ट है कि वसुंधरा राजे ही राज्य की सर्वाधिक लोकप्रिय नेत्री है। यात्रा को भारी समर्थन एवं असीम प्यार देकर जनता नें मेवाड़ का मान बढ़ाया है। उन्होंने यात्रा के ऐतिहासिक शुभारंभ के लिए जनता और सभी कार्यकर्ताओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की है।
किरण नें कहा कि विगत 4 वर्षों से मेवाड़ की सभी क्षेत्रों में भारी उपेक्षा की जा रही है। भाजपा सरकार ही मेवाड़ के विकास के द्वार खोलेगी। सुराज संकल्प यात्रा से भयभीत कांग्रेस नें नकल करते हुए संदेश यात्रा प्रारम्भ की है। उनकी यात्रा में वसुंधरा राजे की चालिसा पढऩे का सतत क्रम बना हुआ है। इससे दिखता है कि वसुंधरा राजे की लोकप्रियता से कांग्रेस नेतृत्व में कितनी घबराहट है। राज्य में कांग्रेस सरकार की उल्टी गिनती चालु हो गई है।

राजस्थान के मान व सम्मान को बढ़ाने के लिए सुराज संकल्प यात्रा : वसुंधरा राजे


सुराज संकल्प यात्रा में जनसैलाब उमड़ा
- राजस्थान के हर हिस्से से कार्यकर्ता पहुंचे
राजसमंद। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेशाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में सुराज संकल्प यात्रा का आगाज गुरुवार को राजसमंद की ऐतिहासिक तीर्थनगरी तथा भारतीय जनता पार्टी के लिए शासन का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले  चारभुजानाथ स्थल से हुआ। चारभुजा कस्बे से मात्र दो किमी दूर बने पाण्डाल में एक लाख से अधिक आमजन को सम्बोधित करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती वसुंधरा राजे ने कहा कि सुराज संकल्प यात्रा राजस्थान के मान व सम्मान बढाने के लिए की जा रही है। वहीं कांग्रेस के कुशासन से गरीब जनता को मुक्ति दिलाना इसका एकमात्र ध्येय है। उन्होंने जनता से जय-जय राजस्थान का उद्घोष कराते हुए कहा कि आगामी छह माह में कड़ी मेहनत और खून पसीना एक करके इस सरकार को उखाड़ फैंकना है।
वसुंधरा राजे ने शायराना अंदाज में कहा कि जिन मुश्किलों में मुस्कराना मना है उस मुश्किलों में मुस्कराना धर्म है। हम नये राजस्थान का संकल्प लेकर बढेंगे। हमें कोई रोक नहीं सकता। आगामी छह माह में कई अफवाहें उडेगी। झूठे केश में फंसाने की धमकियां मिलेगी। पर जनता को अफवाहों के जाल में नहीं फंसना है। मजबूती और एकजुटता के साथ हमें आगे की लड़ाई लडनी है। उन्होनेंं कहा कि 2003 में हमने जब सरकार संभाली थी तब राजस्थान को बीमारू प्रदेश कहा जाता था लेकिन हमने सरकार चलाई। हम राज करने नहीं आए थे। सेवा करने आए थे। हमने विकास में किसी कदर की कोई कमी नहीं रखी। मैंने पूर्व में आप द्वारा मेवाड़ से ओढाई गई चूनडी का मान रखा है उस पर किसी तरह का लांछन नहीं लगने नहीं दिया। आपकों नीचे देखने नहीं दिया। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कोई पूछता है कि मैं कहा हूं? कहां चली गई थी? मैं कही नहीं गई थी। जनता के बीच थी। जनता के दिलों में थी। कुशासन से पीडि़त जनता को सम्बल दे रही थी। उन्होंने आमजन को एक परिवार बताते हुए कहा कि मेरे खून की एक-एक बूंद का कतरा इस परिवार के लिए है। हम मर मिटेंगे पर इस परिवार पर कोई आंच नहीं आने देंगे। कांग्रेस ने कई कोशिशे ही नहीं की। वरन उनकी सारी साजिशे फेल हो गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस असभ्य भाषा पर उतर आई है। उसका जवाब मैं या पार्टी नहीं देगी। इसका जवाब यह परिवार छह माह में दे देगा। उन्होंने कहा कि जनता के साथ विश्वासघात करने वाले अब साढ़े चार वर्ष गुजरने के बाद नया राजस्थान बनाने की बात कर रहे है और संदेश यात्रा निकाल रहे है।
वसुंधरा राजे ने  महाराणा प्रताप के शौर्य एवं बलिदान को याद करते हुए कहा कि यह मेवाड़ है जहंा भूखा प्यासा रह कर भी स्वाभिमान की लडाई लड़ी गई है। उन्होंने महिला सम्मान की बात करते हुए कहा कि मीरा की भक्ति, पन्नाधाय की स्वामीभक्ति, पदमिनी का जौहर आज भी मेवाड़ के कण-कण में विद्यमान है, लेकिन वर्तमान में महिलाओं का इस राज में जीना दूभर हो गया है। प्रदेश में रोज कही न कही महिला उत्पीडन की खबरे आम है। उन्होंने कहा कि जो सरकार महिलाओं, मां-बेटियों की इज्जत की रक्षा नहीं कर सकती उस सरकार को चूल्लू भर पानी में डूब जाना चािहए। उन्होंने महिलाओं के आत्मनिर्भरता पर जोर देते हुए कहा कि हमनें सत्ता में आते ही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कई काम किए थे। उनमें पंद्रह सौ रुपए प्रतिमाह एवं 30 हजार रुपए हेल्थ के लिए दिए। इस सरकार ने उस योजना को बंद कर दिया और हाल ही में उसे नया रूप आधार स्कीम में परिवर्तित कर दिया। कांग्रेस ने व्यापारियों को भी परेशान करने में कोई कसर बाकी नहीं रखी। शुद्ध के लिए युद्ध के नाम पर व्यापारियों को काफी परेशान किया गया कि सरकार खुश और जनता व व्यापारी परेशान हो गए।
वसुंधरा राजे ने कहा कि राज्य में शिक्षक, डॉक्टर, नर्स सहित कई पद रिक्त है। स्कूल में ताले, चिकित्सालय में डॉक्टर नहीं है। राज्य में ऐसे हालात उत्पन्न होने के बावजूद कांग्रेस सरकार क्या संदेश यात्रा निकाल रही है वह जगजाहिर है।
उन्होनें कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों को अनवरत 22 घंटे बिजली दी लेकिन इस सरकार ने सत्ता संभालने के मात्र पांच दिन बाद किसानों को बिजली के लिए रूलाना शुरू कर दिया। वहीं बिजली के दाम भी बढ़ा दिए। बिजली का उत्पादन तो नहीं बढाया इस सरकार ने जो बढा हुआ था वह भी घटा दिया।
गुर्जरों के आरक्षण आंदोलन पर बोलते हए उन्होंने कहा कि गुर्जरों समेत राज्य की पांच पिछड़ी जातियों को आरक्षण देने के लिए संविधान की नौवीं अनुसूचि में डालने को लेकर उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल में सभी तैयारियां कर ली थी, लेकिन जातियों को नौवीं अनुसूचि में डालने का कार्य केन्द्र सरकार ही कर सकती है, जो उनके बस में नहीं था। उन्होंने कहा कि कड़ी से कड़ी जोडऩे का नारा देने वाली कांगे्रस पार्टी पिछले चार साल से केन्द्र व राज्य दोनों स्थानों पर सत्ता में है। इसके बाद भी यह कार्य क्यों नहीं कर पाए।
उन्होनें जनता से कहा कि आपने कडी से कडी जोड़ दी लेकिन इससे बदहाल राजस्थान के लिए कोई विशेष पैकेज यह सरकार दिल्ली सरकार से नहीं ला पाई। प्रवासी राजस्थानियों को उद्योग के लिए कोई तवज्जों नहीं दी। जिससे प्रवासी सम्मेलन के बाद भी कोई प्रवासी उद्योग स्थापित करने के लिए राजी नहीं हो सका। इससे पहले प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राजसमंद विधायक श्रीमती किरण माहेश्वरी, राष्ट्रीय सचिव एवं यात्रा संयोजक भूपेन्द्र यादव, पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह राठौड़, राजेन्द्र राठौड़, डॉ. दिगम्बर सिंह, युनूस खान, भवानी सिंह राजावत, कप्तान सिंह सोलंकी, ओम माथुर, ओम बिडला, कैलाश मेघवाल, ललित किशोर चतुर्वेदी, प्रभुलाल सैनी, मानवेन्द्र सिंह, अरूण चतुर्वेदी, ओटाराम देवासी, धन सिंह रावत, हरिसिंह रावत, कल्याण सिंह चौहान, मुम्बई भाजपा अध्यक्ष राज के पुरोहित आदि ने भी सम्बोधित किया। वहीं संयोजन प्रदेश महामंत्री सतीश पूनिया ने किया।

राजे व राजनाथ ने किया सभी धर्म के संत का किया सम्मान
भगवान चारभुजानाथ के दर्शन के उपरांत सभा स्थल पर पहुंचने के बाद प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने सभी धर्म के संतों का पैर छूकर आशीर्वाद प्राप्त किया वहीं संतों को शॉल, इकलाई ओढाकर परम्परानुसार स्वागत किया। इस दौरान पंडित उमेश द्विवेदी के नेतृत्व में पंडितों ने मंत्रोंच्चार किया।

राजनाथ ने दिखाई झंडी
सभा के पश्चात अत्यधिक भीड़ होने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिंह ने वसुंधरा राजे को पार्टी का झंडा थमाते हुए औपचारिक रूप से सुराज संकल्प यात्रा का शुभारंभ किया। इसके साथ ही राजे अत्याधुनिक रथ में सवार होकर यात्रा पर चारभुजा से गोमती चौराहा होते हुए देवगढ़ की ओर रवाना हो गई।
श्रीचारभुजानाथ के दर्शन किए
सुराज संकल्प यात्रा को लेकर चारभुजा पहुंचने के बाद भाजपा की प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे हेलीपेड से सीधे गढ़बोर नगरी पहुंची। यहां पर उन्होंने अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12.05 बजे श्रीचारभुजानाथजी के दर्शन किए और सुराज संकल्प यात्रा के लिए मंगल कामना की। उन्होंने मंदिर में बैठकर भगवान की स्तुति की। पुजारी नाथुलाला गुर्जर व गिरधारी भाई सेवक ने चारभुजा जी की छवि, माला, उपरना एवं प्रसाद भेंट करके उनका स्वागत किया। साथ ही मस्तक पर केसर का लेप किया। इससे पूर्व हेलीपेड पर राजे का प्रतिपक्ष नेता गुलाबचंद कटारिया, पूर्व सिंचाई राज्य मंत्री सुरेन्द्रसिंह राठौड़ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरण माहेश्वरी एवं पार्टी पदाधिकारियों ने स्वागत किया।
किसी ने तलवार तो किसी ने मालाओं से किया स्वागत
सभा स्थल पर भारतीय जनता युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष महेन्द्र सिंह चौहान के नेतृत्व में कार्यकताओं ने तलवार भेंट कर प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे का स्वागत किया तो जैन समाज की ओर से ललित चोरडिया एवं विधायक किरण माहेश्वरी, गुर्जर समाज से नाथूलाल गुर्जर एवं पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह राठौड़ ने स्वागत किया।
व्यवस्थाओं में जुटे भाजपाई
 जिलाध्यक्ष नंदलाल सिंघवी, महामंत्री महेश पालीवाल, पूर्व नगरपालिकाध्यक्ष अशोक राका, श्रीकृष्ण पालीवाल, पूर्व युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष सुनील जोशी, मार्बल व्यवसायी प्रकाश रांका, ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष गोपालकृष्ण पालीवाल, जवाहर जाट, पूर्व भाजयुमो अध्यक्ष महेन्द्र कोठारी, प्रवक्ता किशोर गुर्जर, मधुप्रकाश लड्ढा सहित पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता विभिन्न व्यवस्थाओं में जुटे रहे।

हस्तियां हुई भाजपा में शामिल
सुराज संकल्प यात्रा के आगाज स्थल पर राज्य के पूर्व पुलिस महानिरीक्षक जेपी मिश्रा, भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी आरके मीणा, सीरवी समाज के अध्यक्ष तथा कानूनविद पीपी चोधरी एवं सरपंच संघ के प्रदेशाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सेठियां के भाजपा में शामिल होने पर वसुंधरा राजे ने माल्यार्पण कर स्वागत किया।
मेवाड़ से 11 लाख की राशि भेंट
मेवाड़ के विधायकों ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह को 11 लाख रुपए थैली भेंट की। बाद में राजनाथ सिंह ने यह थैली वसुंधरा राजे की झोली में डाली लेकिन राजे ने यह राशि प्रदेश कोषाध्यक्ष अशोक परनामी को पार्टी कोष में जमा करने के लिए दी।

वाहनों की लगी कतारें, रास्ते हुए जाम
सुराज संकल्प यात्रा को लेकर इतनी बड़ी संख्या में वाहन चारभुजा पहुंचे कि पार्किंग स्थल भी छोटा पड़ गया। वहीं चारभुजा जाने वाले मेगा हाइवे सहित छोटी-बडे रास्ते भी जाम हो गए। वाहनों के जाम को खोलने में पुलिसकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं कई वाहन चालकों ने गंतव्य के लिए लम्बे रास्ते से जाने से भी नहीं चुके। विभिन्न स्थानों से चारभुजा बसों में आए लोगों को काफी दूर तक पैदल भी चलना पड़ा।

प्रचार सामग्री से किसी ने कार सजाई तो किसी ने स्कूटर
सुराज संकल्प यात्रा को लेकर चारभुजा पहुंचे कार्यकर्ताओं में से कपासन के डीके ने अपनी कार को पोस्टर व बैनर से सजा रखा था जो आकर्षण का केन्द्र बना हुआ था वहीं भाजपा किशनपोल मण्डल के प्रचार मंत्री महेन्द्र कुमार शास्त्री ने अपने स्कूटर को भाजपाई रंग में रंगवा कर उस पर सुराज संकल्प यात्रा का प्रचार कर रहा था।

सीबीआई के दुरुपयोग के कारण रूकी है केन्द्र की सरकार : राजनाथसिंह
 राजसमंद। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथसिंह ने अशंका व्यक्त करते हुए कहा कि केन्द्र की कांग्रेस नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार कभी भी घटक दलों के समर्थन वापसी के कारण जा सकती है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार सिर्फ सीबीआई का दुरुपयोग किए जाने के कारण ही अब तक चल रही है।
वे गुरुवार को जिले के चारभुजा स्थित गढ़बोर धाम के मोराणा चौराहा पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे की सुराज संकल्प यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना करने से पूर्व आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केन्द्र की मनमोहन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार में शामिल कोई भी दल अगर उससे समर्थन वापस लेता है तो सरकार सीबीआई का दुरुपयोग करके उसे धमकाती है। इसके डर के कारण ही कई घटक दल कई नीतियों एवं मुद्दों पर सरकार का विरोध करने के बाद भी समर्थन वापस लेने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में महंगाई सरकार की गलत आर्थिक नीतियों, गलत आर्थिक नियोजन एवं भ्रष्टाचार के कारण बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 55 वर्षों तक अखंड राज किया तथा भाजपा ने करीब 6 वर्ष तक अटलजी के नेतृत्व में राज किया। दोनों ही के शासन को आपने देखा है, जिससे यह स्पष्ट हो जाता है कि महंगाई पर किसने काबू रखा। उन्होंने कहा कि अटलजी की सरकार ने इसी राजस्थान की वीर धरा पर परमाणु परीक्षण करवाके देश के स्वाभिमान को बढ़ाया था, जबकि कांग्रेस सरकार विदेशी आर्थिक नीतियों के समक्ष घुटने टेक कर देश के स्वाभिमान को गिरवी रखने पर तुली हुई है।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने वसुंधरा को राज्य की मुख्यमंत्री ऐसे ही नहीं प्रोजेक्ट किया है। पार्टी ने लंबे समय तक राज्य में सत्ता में रही कांग्रेस के राज को भी देखा और वसुंधरा के पिछले कार्यकाल के राज को देखा है।  साथ ही हाल में राज्य की कांग्रेस सरकार के कार्यों को भी देखा है। उन्होंने कहा कि वसुंधरा के राज में राज्य में चौबीस हजार किलोमीटर लंबी सडक़ों का निर्माण हुआ, वहीं गहलोत की वर्तमान सरकार ने सिर्फ पांच हजार किलोमीटर सडक़ें बनाई। इसी तरह बिजली के मामले में भी वसुंधरा सरकार ने राज्य का आत्मनिर्भर बनाया, जबकि आज बिजली की बाद की जाए तो पूरे राज्य की बात तो दूर जयपुर में ही लोगों को पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही है। उन्होंने कहा कि इस तुलनात्मक अध्ययन के बाद ही वसुंधरा को राज्य का नेता बनाया गया है।

झलकियां

- करीब 12.45 बजे राजनाथ सिंह एवं वसुंधरा राजे सभा स्थल पर पहुंचे। राजनाथ सिंह पहले मंच पर चढ़े। बाद में वसुंधरा राजे। कुर्सी पर बैठने से पहले दोनों ने हाथ हिलाकर जनता का अभिवादन किया। मंच का चक्कर लगाने के उपरांत दोनों ने कुर्सी पर बैठे।

- वसुंधरा राजे ने दोपहर 1.39 बजे से आमजन को सम्बोधित करना शुरू किया। उन्होंने करीब आधा घंटे पश्चात 2.08 बजे भाषण को विराम दिया।
- राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने जैसे माइक संभाला तभी पाण्डाल से मोदी-मोदी, नरेन्द्र मोदी की नारेबाजी होने लगी। कार्यकर्ताओं को शांत रहने का कहने के बाद भी कार्यकर्ता लगातार मोदी-मोदी कहते रहे तो राजनाथ ने कहा कि मैं ने आपकी बात सुन ली है। मैं समझ गया हूं।
- चारभुजा-गोमती मार्ग पर वाहनों का जाम लगने से इसमें रोडवेज की वॉल्वो सहित तीन बसे फंस गई जिन्हें बड़ी मुश्किल गंतव्य की ओर रवाना किया जा सका।
- भाजपा की सुराज संकल्प यात्रा के दौरान प्रचार सामग्री का खूब इस्तेमाल किया गया। राष्ट्रीय राजमार्ग, मेगा हाइवे चारभुजा सहित प्रत्येक सडक़ पर वसुंधरा राजे के बड़े कट आउट, झण्डिया, बैनर सहित अन्य सामग्री से सजे हुए थे। वहीं भाजपा की ओर से आमजन को प्रचार सामग्री के तौर पर टोपियां, कट आउट तख्तियां भी दी गई जो शाम तक ग्रामीण महिला व बच्चे उन्हें उठा-उठा कर फिर रहे थे।

राजस्थान में भाजपा की सुराज संकल्प यात्रा









Sunday, October 31, 2010

काली होगी महाराष्ट्र के सीएम की दीवाली

मुंबई की आदर्श हाउसिंग सोसायटी में अनियमितता के आरोपों पर मुसीबत में फंसे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण पर फैसला जल्द होगा। कांग्रेस सूत्रों के हवाले से मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक आलाकमान चव्हाण के मामले पर अगले 48 घंटों में फैसला करेगा। रविवार को इस मुद्दे पर हुई बैठक में चव्हाण के उत्तराधिकारी को लेकर भी चर्चा की गई। इन आरोपों की जांच कर रही कांग्रेस की एक उच्च स्तरीय समिति ने मामले से जुड़े कागजातों के अध्ययन के लिए और समय मांगा है। समिति के दोनों सदस्यों रक्षा मंत्री एके एंटनी और वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की रविवार रात हुई मुलाकात में यह फैसला लिया गया। मुलाकात के बाद प्रणब मुखर्जी ने कहा कि किसी भी फैसले से पहले हमें कुछ और दस्तावेज चाहिए। इनके अध्ययन के बाद ही सोनिया गांधी को रिपोर्ट दी जाएगी। सोनिया इसी रिपोर्ट के आधार पर अशोक चव्हाण के भविष्य का फैसला करेंगी। वैसे, मुखर्जी ने कहा कि इस मामले में देरी नहीं होगी और फैसला जल्द होगा। इससे पहले एके एंटनी ने भी कहा था कि इसमें अनावश्यक समय नहीं लगेगा। इस विषय में सामान्य समय लगेगा। फैसला जल्द लिया जाएगा।इस बीच, मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के लिए रविवार का दिन काफी भारी साबित हुआ। मुख्यमंत्री मीडिया से दूर रहने के लिए महाराष्ट्र सदन के बजाय अलग-अलग जगहों पर समय काटते रहे। वहीं उनके करीबी नेता मीडिया से मुलाकात में घोटाले में उनकी भूमिका को नगण्य साबित करने की कोशिश करते नजर आए। चव्हाण के एक करीबी नेता ने दैनिक भास्कर से कहा, ‘अगर इस पूरे प्रकरण में करगिल शब्द न जुड़ा होता तो मामला इतना तूल नहीं पकड़ता।’ मुख्यमंत्री के करीबी सूत्र पूरे विवाद में चव्हाण को कठघरे में खड़ा करने पर बचाव में तात्कालीन राजग सरकार, तब के मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख, सुशील कुमार शिंदे और राकांपा नेता अजीत पवार की भूमिका पर भी सवाल उठा रहे हैं। इनका कहना है कि पूरे विवाद में सभी की भूमिका की जांच कर जवाबदेही तय होनी चाहिए। गौरतलब है कि ये सभी नाम ऐसे हैं, जो चव्हाण के उत्तराधिकारी के लिए चल रही दौड़ में शामिल हैं।

Thursday, September 9, 2010

संघ के 'मुंडा तीर' से आडवाणी पस्त

झारखंड में जेएमएम के साथ बीजेपी गठबंधन के घोर विराधी रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण
आडवाणी पार्टी प्रेजिडेंट नितिन गडकरी से खासा नाराज हैं। आडवाणी खेमे से आ रही खबरों के मुताबिक, आडवाणी आज अर्जुन मुंडा के शपथ समारोह में शामिल नहीं होंगे। सूत्रों से मिली जानाकारी के मुताबिक, जिस तरह पार्टी प्रेजिडेंट नितिन गडकरी ने झारखंड में सरकार बनाने के निर्णय से आडवाणी को दूर रखा, उससे पार्टी में साफ संदेश गया कि अब पार्टी के अहम निर्णय में अब आडवाणी को महत्व नहीं दिया जाएगा। वैसे, अर्जुन मुंडा के शपथ समारोह में खास तौर पर शामिल होने के लिए पार्टी प्रेजिडेंट बीती रात अपने रूस दौर से लौट आए हैं। गौरतलब है कि जेएमएम के साथ सरकार बनाने के निर्णय पर नितिन गडकरी ने पार्टी पार्लियामेंट बोर्ड जिसके चेयरमैन आडवाणी है, से कोई सलाह-मश्विरा नहीं किया। उनका यह निर्णय नागपुर की आरएसएस लॉबी के चलते लिया गया है, वहीं बीजेपी में उनके इस निर्णय का समर्थन पूर्व पार्टी प्रेजिडेंट राजनाथ सिंह कर रहे हैं।
सू्त्रों से मिली जानकारी के अनुसार, संघ झारखंड में ज्यादा दिनों तक प्रेजिडेंट रूल या फिर वहां कांग्रेस शासन को बिल्कुल नहीं चाहता है। संघ के वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि झारखंड में चर्च के विस्तार पर अंकुश लगाने और धर्मांतरण को रोकने के लिए शिबू सोरेन को समर्थन देना संघ के दीर्घकालीन उद्देश्य को पूरा करने में फायदेमंद है। गौरतलब है कि देश में धर्मांतरण को रोकना संघ का दीर्घकालीन एजंडा है। संघ का साफ तौर पर मानना है कि भारत को अगर हिंदू राष्ट्र बनाना है तो उसे किसी भी कीमत पर देश में धर्मांतरण रोकना ही होगा। धर्मांतरण की वजह से पूर्वोत्तार भारत के राज्यों का जिस तरह से इसाईकरण हुआ है संघ नहीं चाहता कि वही हालात झारखंड में बने। उल्लेखनीय है कि आदिवासी बहुल इस राज्य में हाल में जिस तरह से कांग्रेस के समर्थन से चर्च और मिशनरियों का जिस तरहविस्तार हुआ है उसने संघ को चिंता में डाल दिया है। बीजेपी के जेएमएम के साथ सरकार चलाने के कड़वे अनुभव पर संघ ने गडकरी को कहा है कि बड़े उद्देश्य के लिए कभी-कभी कड़वा घूंट भी पीना पड़ता है।




Tuesday, September 7, 2010

इंदौर में वीएचपी उपाध्यक्ष समेत 150 गिरफ्तार

इंदौर।। संवेदनशील धार्मिक स्थल पर प्रतिबंधात्मक आदेश तोड़ते हुए सभा की कोशिश कर रहे विश्व हिन्दू परिषद
के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हुकुमचंद सांवला समेत 150 लोगों को यहां मंगलवार रात गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि शहर के कर्बला मैदान स्थित हनुमान चबूतरे पर रक्षा समिति के कार्यकर्ताओं ने पूजा-पाठ और आरती की। इसके बाद सांवला ने जैसे ही चबूतरे से अपने संबोधन की शुरूआत की, पुलिस ने उन्हें और स्थानीय संगठन के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने कर्बला मैदान पर धार्मिक सभा पर भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत एहतियातन रोक लगा रखी है। सूत्रों के मुताबिक सांवला समेत 150 लोगों को यह प्रतिबंध तोड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया और जेल भेज दिया गया।