Wednesday, September 30, 2009

खादी का बढ़ा क्रेज

चुनावी रंग में रंगे पूरे माहौल में हर कोई नेता सरीखा दिखने की चाहत रखता है। सफेद पौशाक और चमचमाते ब्रांडेड जूतों की अचानक बढ़ी मांग इसी ओर इशारा करती है। एक जैसी दिखने वाली इन पोशाकों के कारण जनसभाओं, रैलियों और दौरों में कार्यकर्ताओं, समर्थकों और नेताओं के बीच फर्क करना मुश्किल हो गया है। बात सही भी है, गरमाते चुनावी माहौल में नेता खादी का कुर्ता-पायजामा न पहने तो बात जमती नहीं। इसी वजह से पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने महीने भर पहले से ही खादी की खरीद शुरू कर दी थी।

विधानसभा चुनावों में क्रेज ज्यादा

लोकसभा चुनाव की बजाय विधानसभा चुनाव में खादी का क्रेज अधिक दिखाई दे रहा है। नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने खादी भंडारों व थोक विक्रेताओं से खद्दर के पूरे थान खरीदकर कई-कई जोड़ी कुर्ते-पायजामे सिलवा लिए हैं। यह प्रक्रिया महीने भर से चल रही है। कई नेता तो टिकट मिलने से पहले ही चार-पांच जोड़ी कपड़ों की सिलवा चुके हैं। नेताओं ने जहां अधिकतर कुर्ता-पायजामा पहली पसंद है, वहीं युवा नेताओं की पसंद में सफारी सूट व पेंट-शर्ट भी शुमार है।

बढ़ी है 15 प्रतिशत सेल

रेलवे रोड स्थित हिसार खादी आश्रम इकाई सचिव जसवंत सिंह अनुसार गत वर्ष की तुलना में खद्दर की बिक्री में 15 से 20 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष अप्रैल से लेकर अगस्त तक 21 लाख 38 हजार रुपए के खद्दर की बिक्री हुई थी। इस वर्ष अप्रैल से अगस्त तक की बिक्री 24 लाख 47 हजार तक पहुंच गई है। सितंबर माह की रिपोर्ट आनी बाकी है। इस माह में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बिक्री में काफी बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बताया कि हिसार खादी आश्रम इकाई संस्था की हांसी, जींद, सफीदो, बरवाला, आदमपुर, सिवानी, मोती बाजार आदि में भी ब्रांच हैं। इन ब्रांचों में भी सेल बढ़ी है।

लोस में 20 तो विस में बढ़ी 40 प्रतिशत सेल

किसान खादी भंडार सचिव संजय गोदारा अनुसार लोकसभा चुनाव में जहां खादी कपड़ों की सेल में रूटीन की तुलना में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी, वहीं विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह आंकड़ा 40 प्रतिशत को पार कर गया है। उन्होंने बताया कि पार्टी के लिडिंग वर्करों ने तो थानों के हिसाब से कपड़ा खरीदा है। अब तक सेल हुए कपड़े में करीब 90 प्रतिशत मसलिन खादी(बंगाल की मलमल जैसा कपड़ा) की सेल हुई है। इसके अलावा सफारी सूट व पेंट शर्ट के लिए पोली वस्त्र भी बिक रहा है।

लोकसभा चुनाव में गर्मी की वजह से अंगोछा(घमछा) की खूब सेल हुई थी। विधानसभा में भी घमछा की बिक्री है, किंतु लोकसभा की तुलना में कम है। उन्होंने बताया कि अब तक खादी पर मात्र दस प्रतिशत छूट(रिबेट) के बावजूद इतनी बिक्री बढ़ी है तो, दो अक्टूबर से होने वाली करीब 30 प्रतिशत रिबेट के बाद तो बिक्री में काफी उछाल आएगा।

दो गुना हुई बढ़ोतरी

न्यू क्लोथ मार्केट सचिव चितरूमल गोयल ने बताया कि सफेद खद्दर की दोगुनी सेल हो रही है। इस बार सिंतबर माह में तापमान अधिक होने के कारण फील्ड वर्करों ने अंगोछे भी खूब खरीदे हैं। सफारी सूट व पेंट शर्ट के लिए लीलन सूट की डिमांड बहुत है।

जीत नेता से, गठबंधन से नहीं

पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल का कहना है कि हरियाणा में वोट नेता के नाम पर मिलते हैं, गठबंधनों के नाम पर नहीं। भजन को अपने बेटे कुलदीप की पार्टी हरियाणा जनहित कांग्रेस के बसपा से गठबंधन और भाजपा से तालमेल के प्रयास सिरे नहीं चढ़ने का कोई रंज नहीं है। उनका मानना है कि विस चुनाव उनकी पार्टी के लिए बहुत बढ़िया रहेगा और कुलदीप सारे मामले को जमा देंगे।

चार दशकों से परंपरागत गढ़ आदमपुर का हिस्सा रहा चौधरीवास गांव अब नलवा विस क्षेत्र में हैं और यहां से भजन की पत्नी जसमा देवी हजकां टिकट पर मैदान में हैं। गांव में प्रचार के लिए जसमा और कुलदीप के साथ आए भजनलाल बेशक बोलते बहुत कम हैं लेकिन उनकी मौजूदगी मात्र ही गांव के लोगों में जोश भरने को काफी है।

दैनिक भास्कर द्वारा 80 साल की उम्र में इतनी मेहनत और थकान के सवाल पर भजन झपटकर बोले अभी 80 का नहीं केवल 79 का हुआ हूं। फिर अपने लोगों से मिलने-मिलाने में थकावट कैसी? मैं तो इनके पास आता रहता हूं। चुनाव के मुद्दों से भी भजन अनभिज्ञ नहीं हैं। चार दौर की अलग-अलग बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिजली, पानी, रोजगार का अभाव, बिगड़ती कानून व्यवस्था, महंगाई और क्षेत्रवाद जैसे कितने ही मसले हैं, जिन्हें उनकी पार्टी जनता के बीच ले जाएगी।

भजन का नलवा और आदमपुर के लोगों पर पुराना भरोसा पूरी तरह कायम है। पूछने पर कहते हैं मेरे लिए ये विधानसभा क्षेत्र नहीं, बल्कि एक परिवार हैं। 40 साल से मैं इनकी सेवा में हूं और चुनाव के बाद मेरा बेटा और पत्नी इनकी सेवा करेंगे। वे कहते हैं कि दो दिन बाद पूरे हरियाणा में प्रचार के लिए कुलदीप के साथ जा रहा हूं, हलके को संभालना आपकी जिम्मेदारी है।

साढ़े चार बजे उठना नहीं भूलते

79 वर्ष की आयु में भजन बेशक ज्यादा बोल नहीं पाते हों, लेकिन उनकी दशकों पुरानी दिनचर्या जस की तस कायम है। रात को 11 बजे सोने के बाद सुबह साढ़े चार बजे ही उठ जाते हैं। लोगों से मेलजोल के लिए सेक्टर 15 स्थित अपने आवास से 6 बजे ही बाहर आ जाते हैं। कुछ देर अखबार पढ़वाने के बाद तैयार होने लगते हैं और आठ बजे तक पहले कार्यक्रम में रवाना हो जाते हैं। दोपहर में घंटा भर विश्राम की उनकी आदत भी जस की तस है।

भाषण देने की बजाय महिलाओं के बीच रहती हैं जसमा देवी

नलवा विस क्षेत्र से हजकां प्रत्याशी और पूर्व विधायक जसमा देवी ने अपने अब तक के प्रचार में मंच से कोई भाषण नहीं दिया है। वे भजन और बेटे कुलदीप के साथ मंच पर जाती अवश्य हैं, लेकिन लोगों का अभिवादन स्वीकार करने के अलावा केवल महिलाओं और बच्चों से मिलकर कुशलक्षेम पूछती हैं। बिश्नोई समुदाय की परंपरा के मुताबिक, महिलाएं बुजुर्गो और पति की मौजूदगी में भाषणबाजी से परहेज करती हैं और जसमा इस सामाजिक रीत को निभा रही हैं।

जोधपुर में उतरेगा सोनिया का विमान

कांग्रेसाध्यक्ष व यूपीए प्रमुख सोनिया गांधी शुक्रवार को जोधपुर होते हुए पंचायती राज स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेने नागौर जाएगी। उनकी यात्रा के मद्देनजर नागरिक हवाई अड्डे पर विशेष सुरक्षा के साथ साथ सभी आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट जारी कर दिया गया है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए एसपीजी का दस्ता भी बुधवार को जोधपुर पहुंच गया।

सोनिया विशेष विमान से 2 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे दिल्ली से रवाना होकर दोपहर 1.55 बजे जोधपुर हवाई अड्डे वे हेलिकॉप्टर में सवार हो दोपहर 2.30 बजे नागौर के पुलिस लाइन मैदान में बनाए गए हैलीपेड पर उतरेंगी। वहां जनसभा को सम्बोधित कर वे हेलिकॉप्टर से रवाना होकर बीकानेर पहुंचेगी और वहां के नाल हवाई अड्डे से विशेष विमान में बैठ दिल्ली जाएगी।
रिहर्सल आज सोनिया की यात्रा के मद्देनजर एसपीजी की टीम बुधवार को जोधपुर पहंुच गई। यह टीम गुरूवार सुबह सीआईडी तथा पुलिस अधिकारियों के साथ रिहर्सल करेगी। इसके लिए सम्भाग भर से सीआईडी के अधिकारियों को जोधपुर बुलाया गया है। साथ ही अस्पतालों सहित अन्य आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट किया गया है।

झालावाड में भिडे कांग्रेस-भाजपाई

जयपुर सहित प्रदेश के 16 केन्द्रीय सहकारी बैंकों में बुधवार को नई कार्यकारिणी के चुनाव हो गए। बूंदी व झालावाड केन्द्रीय सहकारी बैंकों के चुनाव स्थगित हो गए। झालावाड में कांग्रेस व भाजपा कार्यकर्ताओं में टकराव के बाद पुलिस ने बल प्रयोग किया। इस घटनाक्रम के कारण ही वहां चुनाव टालने पडे। राजसमन्द व करौली में नए केन्द्रीय सहकारी बैंकों के गठन की घोषणा होने के कारण उदयपुर व सवाई माधोपुर में भी चुनाव नहीं हो पाए।
जयपुर में कांग्रेस समर्थित भंवर लाल चौधरी अध्यक्ष व दीपिका लोढा उपाध्यक्ष निर्वाचित हुई हैं। चौधरी को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री बाबूलाल नागर का नजदीकी माना जाता है। राज्य सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण से मिली जानकारी के अनुसार चित्तौडगढ में चन्द्रभान सिंह अध्यक्ष व लक्ष्मण सिंह उपाध्यक्ष, बांसवाडा में शांति गरासिया अध्यक्ष व विनोद चन्द जोशी उपाध्यक्ष, सीकर में हनुमान सिंह आर्य अध्यक्ष व पूरण मल मीणा उपाध्यक्ष, भरतपुर में मीना सिंह अध्यक्ष व राजेन्द्र प्रसाद उपाध्यक्ष, दौसा में प्रकाश चन्द गुप्ता अध्यक्ष व प्रहलाद मीणा उपाध्यक्ष, जैसलमेर में गौली अध्यक्ष व अखेदान उपाध्यक्ष चुने गए।
इसी तरह अजमेर में गणेश चौधरी अध्यक्ष व किशोर सिह उपाध्यक्ष, टोंक में बद्री जाट अध्यक्ष व कजोड मल उपाध्यक्ष, अलवर में मनीष चौधरी अध्यक्ष व फखरू उपाध्यक्ष, बाडमेर में डूंगरा राम अध्यक्ष व रघुनाथ विश्नोई उपाध्यक्ष, भीलवाडा में रामपाल शर्मा अध्यक्ष व भवरू खां उपाध्यक्ष, झुंझुनूं में ओम प्रकाश अध्यक्ष व पूरणमल सैनी उपाध्यक्ष, बारां में परमिन्दर कौर अध्यक्ष व अशोक कुमार उपाध्यक्ष, नागौर में जगन्नाथ बुरडक अध्यक्ष व घासीराम उपाध्यक्ष तथा डूंगरपुर में नूतन शर्मा अध्यक्ष व महेन्द्र सिंह उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए।
जिलों से मिली सूचनाओं के मुताबिक बांसवाडा, डूंगरपुर, भीलवाडा, अलवर में कांग्रेस और अजमेर, चित्तौडगढ में भाजपा समर्थक चुने गए हैं। झालावाड पत्रिका संवाददाता के अनुसार वहां भाजपा व कांग्रेसी कार्यकर्ता भिड गए, जिन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठियां बरसाई। पुलिस ने दोनों पक्षों की रिपोर्ट पर मुकदमे दर्ज किए हैं। जिसमें मनोहरथाना से कांग्रेस विधायक कैलाश मीणा को भी अभियुक्त बताया है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने विधायक अनिल जैन, जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण पाटीदार की अगुवाई में सदर थाने पर प्रदर्शन किया और धांधली का आरोप लगाते हुए चुनाव निरस्त करने की मांग की।
मीडियाकर्मियों पर डंडे बरसाएझालावाड स्थित सहकार भवन में चुनाव कवरेज करने पहुंचे मीडियाकर्मियों पर आरएसी जवानों ने डंडे बरसाए। इससे कई मीडियाकमियों के चोटें आई। पत्रकारों ने सामूहिक प्राथमिकी थाने में दर्ज कराई है।

वसुंधरा ने आडवाणी से पूछा, मेरे बाद कौन

प्रतिपक्ष की नेता वसुंधरा राजे ने बुधवार शाम को करीब एक घन्टे तक पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की। पार्टी सूत्रों के अनुसार वसुंधरा ने आडवाणी को नेता प्रतिपक्ष के पद से हटने का मन बनाने के अपने फैसले से अवगत करवा दिया। इस्तीफा मांगे जाने के तौर-तरीके से ना सिर्फ वसुंधरा, बल्कि भाजपा संसदीय बोर्ड के ज्यादातर सदस्य भी नाराज थे। यह सवाल संसदीय बोर्ड की बैठक में उठने के बाद राजनाथ सिंह ने इस मामले को निपटाने की जिम्मेदारी वेंकैया नायडू को सौंप दी थी। यह बात तय होनी बाकी है कि नए नेता का चयन कैसे होगा। सूत्रों के मुताबिक वसुंधरा की बुधवार को आडवाणी से हुई मुलाकात का एजेन्डा नए नेता की चयन प्रक्रिया को लेकर ही था। वसुंधरा चाहती हैं कि विपक्ष का नेता उनकी सहमति से बनाया जाए। सूत्रों के अनुसार पार्टी आलाकमान को बहुमत के आधार पर विधायक दल का नेता चुने जाने पर कोई एतराज नहीं है। जानकारों का मानना है कि वह अपना इस्तीफा राजनाथसिंह को सौंपने के बजाय आडवाणी या वेंकैया नायडू को ही देंगी। बुधवार शाम आडवाणी के घर रवाना होने से पहले उन्होंने अपने नजदीकी भवानीसिंह राजावत से बातचीत की। आडवाणी से करीब एक घन्टे की मुलाकात के बाद बिना मीडिया से बात किए रवाना हो गई।

Monday, September 21, 2009

प्रार्थना-पत्र नहीं दें, हक मांगे'

आजादी के साठ साल बाद भी लोगों को काम कराने के लिए प्रार्थना-पत्र देना पडे तो यह कहीं न कहीं शासन की कमजोरी भी उजागर करता है। जरूरत
प्रार्थना-पत्र देने की नहीं बल्कि हक मांगने की है। यह विचार केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री सीपी जोशी ने सोमवार को जिले के कोटडी,
बीगोद व माण्डलगढ में लोगों से संवाद करते हुए कही। सभी जगह जोशी ने लोगों को ईद की मुबारकबाद दी।
जोशी ने ग्रामीणों को सूचना के अधिकार का अधिकाधिक उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने नरेगा व अन्य सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार की शिकायतें
मिलने का उल्लेख करते हुए कहा कि सूचना के अधिकार का उपयोग होने लगे तो कई समस्याओं का स्वत: ही समाधान हो सकता है। लोकसभा चुनाव जीतने
के बाद पहली बार ग्रामीण दौरे पर निकले जोशी का कांग्रेस कार्यकर्ताओं व आम लोगों ने स्वागत किया।
जोशी बच्चों को शिक्षित करने का संदेश देने के साथ आने वाले पंचायत चुनाव में योग्य जनप्रतिनिधि चयन के लिए प्रेरित करते रहे। जोशी के साथ दौरे में
वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री रामलाल जाट, जिला प्रमुख कन्हैयालाल धाकड, विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष देवेन्द्रसिंह, विधायक कैलाश त्रिवेदी, प्रदीपकुमार
सिंह, पूर्व मंत्री रतनलाल ताम्बी भी थे।
किसान जागो सभा के लिए प्रचार शुरू किसान मजदूर व्यापारी संघर्ष समिति का सिंचाई पानी की समस्या को लेकर जागो सभा के लिए गांवों में गठित दलों ने सोमवार से प्रचार शुरू कर दिया है।
समिति के प्रचार मंत्री महेन्द्र तरड ने बताया कि उपाध्यक्ष हडमान कडवासरा सहित अन्य जनों ने रावला क्षेत्र के 10 केडी, 7 डीओएल, खानूवाली आदि
पंचायतों के चक ढाणियों, माकपा नेता लक्ष्मण सिंह, जनवादी नौजवान सभा जिलाध्यक्ष राजू जाट, एसएफआई के सुनील गोदारा ने पतरोडा, 18 पी,
6 एच आदि गांवों में किसानों से सम्पर्क किया।
समिति अध्यक्ष संत लेखासिंह, तारासिंह आदि जीडी व एमडी क्षेत्र में किसानों से मिले। वहीं नाहरांवाली क्षेत्र में सरपंच रामप्रताप राव के नेतृत्व दल ने
जनसम्पर्क किया।

नेता प्रतिपक्ष विवाद सामान्य प्रक्रिया

भाजपा सदस्यता अभियान के प्रदेश संयोजक पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा है कि भाजपा में नेता प्रतिपक्ष को लेकर चल रहा विवाद सामान्य प्रक्रिया है। इस
तरह के झंझट तो एक परिवार में भी होते रहते हैं। देवनानी सोमवार को भाजपा के सदस्यता अभियान कार्यक्रम के सिलसिले में अलवर आए थे। उन्होंने नेता
प्रतिपक्ष को पद से हटाने या बने रहने के बारे में टिप्पणी करने से मना करते हुए कहा कि वे किसी विवाद में नहीं पडना चाहते। न उन्हें केन्द्रीय संसदीय बोर्ड
पर किसी प्रकार की टिप्पणी करने का अधिकार है।
उन्होंने भाजपा में संघ की भूमिका पर भी चुप्पी साधे रखी। केवल इतना कहा कि संघ एक स्वतंत्र संगठन है। संघ पार्टी के कार्योü में किसी प्रकार का हस्तक्षेप
नहीं करता। दूसरी ओर उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस नेता खर्चे कम करने का ढिंढोरा पीटकर केवल दिखावा कर रहे हैं। जब तक
वास्तविक फिजूल खर्ची और भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लगेगा तब तक कुछ नहीं हो सकता। उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी के सभी नदियों को
जोडने वाली परियोजना को गलत बताने संबंधित बयान की निन्दा करते हुए कहा कि मुझे उनके ज्ञान पर भी तरस आता है। जबकि देश भर के वैज्ञानिकों ने
सभी नदियों को जोडने की सलाह दी है।
आप मंत्री रहे लेकिन काम नहीं हुआभाजपा सदस्यता अभियान कार्यक्रम में तिजारा मण्डल के अध्यक्ष व बहरोड विधायक के सवाल-जवाब ने हल्की गर्माहट पैदा कर दी। मण्डल अध्यक्ष रूप
नारायण गुप्ता ने देववानी से कहा कि जब तक आप मंत्री रहे हमारा काम नहीं हुआ। फिर हम क्यूं पार्टी के लिए काम करेंक् इसके बीच में ही बहरोड विधायक
डॉ. जसवन्त यादव बोल पडे कि सांसद के चुनाव में आपने कौनसा पार्टी का साथ दिया था।

जसवन्त को आई 'घर' की याद

किताब में जिन्ना की तारीफ से विवादों में आए दिग्गज नेता जसवन्त सिंह को अब घर की याद सताई है। वे बुधवार को जयपुर में पूर्व उप राष्ट्रपति भैरोंसिंह
शेखावत से मिलने के बाद जोधपुर आएंगे और अगले सात दिन तक जोधपुर, बाडमेर व जैसलमेर में विभिन्न क्षेत्रों में प्रवास के दौरान सभाओं व संगोष्ठी को
सम्बोधित करेंगे।
गत मई में सम्पन्न लोकसभा चुनाव में दार्जिलिंग से सासंद चुने जाने के बाद पहली बार मारवाड की यात्रा पर आ रहे जसवन्त 24 सितम्बर शाम 6 बजे
जयनारायण व्यास स्मृति टाउन हॉल में मारवाड विचार मंच के बैनर पर आयोजित 'विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता' विषयक संगोष्ठी के मुख्य वक्ता होंगे।
इस संगोष्ठी की अध्यक्षता पूर्व नरेश गजसिंह करेंगे, जबकि पूर्व कुलपति प्रो. एल.एस. राठौड तथा शिक्षाविद् प्रो. जहूर खां मेहर व डॉ. सोहनदान चारण
वक्ता होंगे। अगले दिन पूर्व विदेश मंत्री बाडमेर व जैसलमेर के दौरे पर निकल जाएंगे। जसवन्त 25 सितम्बर को बाडमेर के बालोतरा उपखण्ड स्थित अपने
पैतृक गांव जसोल, 26 को बाडमेर, 27 को जैसलमेर व 28 को पोकरण का दौरा करेंगे। वे अगले दिन जोधपुर आकर दिल्ली लौट जाएंगे।
मारवाड यात्रा के मायनेजसवन्त की इस यात्रा को हालांकि पूरी तरह गैर राजनीतिक बताया जा रहा है, लेकिन जयपुर से जोधपुर के रास्ते तथा जोधपुर सर्किट हाउस में विभिन्न
संगठनों की ओर से स्वागत की तैयारियां और जसवन्त समर्थक भाजपा नेताओं की इसमें प्रत्यक्ष परोक्ष भूमिका कुछ ओर इशारा कर रही है। जसवन्त के
निकटवर्ती लोगों का कहना है कि जोधपुर यात्रा से पहले उनकी शेखावत व पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी सरीखे नेताओं के साथ जयपुर में अहम बैठक होगी।
दिक्कत भाजपाइयों कीजोधपुर सहित सम्भाग के विभिन्न हिस्सों में जसवन्त के समर्थकों की संख्या अच्छी खासी है। भाजपा व अग्र्रिम संगठनों के विभिन्न पदों पर आसीन जसवन्त
समर्थक इस यात्रा को लेकर दिक्कत में है। इनमें से बिलाडा की राजनीति में सक्रिय रहे किशनसिंह खारिया व जोधपुर नगर निगम के पूर्व भाजपा पार्षद गिरीश
माथुर जैसे लोग तो आयोजन को गैर राजनीतिक बताते हुए खुलकर तैयारियों में जुटे हैं, लेकिन अन्य समर्थक असमंजस में हैं।

Sunday, September 20, 2009

लोकपाल कसेंगे भ्रष्टाचार पर शिकंजा-जोशी

केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री सीपी जोशी के अनुसार राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए जिला स्तर पर लोकपाल नियुक्ति की पहल की गई है। अधिनियम के तहत नरेगा राज्य का विषय होने से इससे जुडी शिकायतों पर निर्णय का अधिकार राज्य सरकारों का ही है।
जोशी ने रविवार रात यहां सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राज्य सरकार द्वारा गठित कमेटी के माध्यम से लगाए जाने वाले लोकपाल जॉबकार्ड नहीं बनने, मजदूरी नहीं मिलने जैसी शिकायतों की सुनवाई के साथ अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दे सकेंगे। भ्रष्टाचार होने पर सीधे पुलिस में प्रकरण दर्ज करा सकेंगे। जोशी ने बताया कि अभी लोकपाल को प्रति बैठक 500 रूपए भुगतान तय किया गया है लेकिन जरूरत महसूस हुई तो यह राशि बढाई जा सकेगी।
नगरपालिकाओं की स्थिति गांव जैसीजोशी ने कस्बाई नगरपालिकाओं में पंचायत का दर्जा देने की मांग सम्बन्धी सवाल पर कहा कि डी श्रेणी की कई पालिकाओं की स्थिति गांव जैसी ही है। इस कारण संसाधन सीमित होने से ऎसी मांग आ रही है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत शहर के लोगों को भी रोजगार के अवसर मिलेंगे।
कार्यपालिका को करना है समाधानजोशी के अनुसार चम्बल नदी से पानी लाने की परियोजना की डीपीआर तैयार होते ही वित्त से जुडी आगे की कार्रवाई शुरू हो जाएगी। उन्होंने भीलवाडा में औसत से कम बारिश के कारण जल संकट गहराने सम्बन्धी सवाल पर कहा कि स्थिति से निपटने के लिए संसाधन उपलब्ध कराएंगे पर कार्य अधिकारियों व राज्य सरकार को करना है।
टाल गए कुछ सवालजोशी भीलवाडा के 100 गांवों में शुरू हो रहे पॉयलट प्रोजेक्ट सम्बन्धी सवाल टाल गए। उन्होंने कहा कि इसके लिए 22 सितम्बर तक इन्तजार करें। उन्होंने विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर के बयान से उत्पन्न विवाद को भी प्रधानमंत्री के बयान के बाद समाप्त बता कोई टिप्पणी नहीं की।
बीपीएल सर्वे दिसम्बर से- जोशीजहाजपुर। केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री सीपी जोशी ने कहा कि केन्द्र सरकार दिसम्बर में नया बीपीएल सर्वे शुरू करेगी। इसमें पात्र व्यक्ति को ही लाभ मिले, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा। जोशी रविवार को यहां सीनियर सेकण्डरी स्कूल में जनसुनवाई कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि गरीबों व वंचितों के हितों की सुरक्षा के लिए सक्सेना कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर केन्द्र सरकार ने सर्वे का निर्णय किया है। केंद्र ने अनुसूचित जाति, जनजाति तथा बीपीएल चयनित बेरोजगार युवकों के लिए राष्ट्रीय जीवोपार्जन योजना की शुरूआत की है। हालांकि उन्होंने जिले में इस योजना की प्रगति को लेकर असंतोष जताया। जोशी ने कहा कि नरेगा, वाटर स्ट्रेचिंग योजना में काफी राशि केन्द्र दे रहा है लेकिन इसका लाभ उठाने के लिए आम आदमी का जागरूक होना आवश्यक है। उन्होंने शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा के बगैर देश के विकास का सपना अधूरा है।

मंत्रियों को गांवों में घुसने नहीं देंगे

बिजली और सूखे की समस्या से जूझ रहे कोटा-बूंदी के किसानों ने राज्य सरकार को जगाने लिए 30 सितम्बर को कोटा कलक्ट्रेट पर महापंचायत करने का ऎलान किया है। यदि सरकार का रूख सकारात्मक नहीं रहा तो महापंचायत महापडाव में तब्दील हो जाएगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पूरी बिजली नहीं मिली तो गांवों में मंत्रियों को घुसने नहीं देंगे।
विधायक ओम बिडला के नेतृत्व में रविवार को पंजाब सभा भवन में कोटा-बूंदी के किसानों की बैठक में राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति तैयार की गई। बैठक में करीब 200 गांवों के किसान प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक में बिडला ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले गांवों को 8 घंटे बिजली देने का वादा किया था, लेकिन तीन घंटे भी बिजली नहीं मिल रही है। यह हालत तब है जब छह माह में करीब 500 मेगावाट बिजली उत्पादन बढा है। खरीफ के बाद अब रबी की फसलों के लिए भी बिजली-पानी का संकट खडा हो गया हैं।
नहरों में 45 दिन का पानी छोडे जाने की बात की जा रही है, जबकि 90 दिन से कम पानी प्रवाहित करने पर फसलें चौपट हो जाएंगी। गांवों की तरह सचिवालय, मुख्यमंत्री के आवास और दफ्तर में भी बिजली की कटौती होनी चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार को किसानों की परवाह नहीं है। मंत्री वातानुकूलित कारों में घूम रहे हैं। अधिकारियों- कर्मचारियों को मोटा वेतन मिल रहा है, जबकि गरीब किसानों को मरने के लिए छोड दिया है।
जनता सिखाएगी सबकबिडला ने कहा कि सरकार यह नहीं सोचे कि किसानों को अभी चिल्लाने दें। चार साल बाद पूरी बिजली दे देंगे और सत्ता में आ जाएंगे। किसानों की परवाह नहीं करने वाली सरकार को जनता ऎसा सबक सिखाएगी कि गांवों में कांग्रेस के नेताओं को पूछने वाला तक नहीं रहेगा।
पहले लाठी हम खाएंगेबूंदी के विधायक अशोक डोगरा ने कहा कि महापडाव के दौरान लाठी खाने की नौबत आई तो पहले हम लाठी खाएंगे, जरूरत पडी तो जेल भी जाएंगे। किसान तय कर लें कि मांगें पूरी होने से पहले किसी भी सूरत में घर वापस नहीं जाएं।
आटा-दाल साथ लाएंभाजपा नेता हीरालाल नागर ने कहा कि किसान टै्रक्टर-ट्रॉली में आटा, दाल और र्ईधन साथ लेकर आएं। घर की जिम्मेदारी किसी अन्य सदस्य को सौंपकर आए, क्योंकि महापडाव लम्बा भी चल सकता है। उन्होंने कहा कि किसानों को चुने गए जनप्रतिनिधियों को वापस बुलाने का हक भी मिलना चाहिए।
बैठक में कैथून नगरपालिका अध्यक्ष योगेन्द्र नंदवाना, पूर्व सांसद गोपाल पचेरवाल, खैराबाद के प्रधान दिनेश भण्डारी, भाजपा बूंदी के पूर्व जिलाध्यक्ष कुंजबिहारी बील्या, लाखेरी के पार्षद ललित श्रीमाली सहित कई भाजपा नेता उपस्थित थे।

नाते रिश्तेदारों के टिकटों का फैसला सोनिया करेंगी

महाराष्ट्र में कांग्रेसी नेताओं के बेटे-बेटियों तथा रिश्तेदारों को चुनाव टिकट देने के बारे में फैसला पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी करेगी।महाराष्ट्र में राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल के बेटे राजेन्द्र शेखावत, केन्द्रीय मंत्रियों सुशील कुमार ङ्क्षशदे की बेटी प्रणीति ङ्क्षशदे, विलासराव देशमुख के बेटे
अमीत देशमुख समेत करीब एक दर्जन नेताओं के बेटे-बेटियों और रिश्तेदारों ने चुनाव लडऩे की इच्छा व्यक्त की है और इनके नाम संभावित उम्मीदवारों की
सूची में शामिल है। पार्टी सूत्रों के अनुसार यह नीतिगत मामला है और इसका निर्णय श्रीमती गांधी पर छोड़ दिया गया है।कांग्रेस की केन्द्रीय चुनाव समिति की आज दो दौर में अलग-अलग बैठक हुई जिनमें महाराष्ट्र के अतिरिक्त हरियाणा और अरूणाचल प्रदेश में हो रहे विधानसभा
चुनाव प्रत्याशियों के नामों पर विचार विमर्श किया गया। सूत्रों के अनुसार महाराष्ट्र में कांग्रेस १७४ सीटों पर चुनाव लड़ेगी जिनमें से अब तक ९० से अधिक
उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगा दी गयी है लेकिन इस संबंध में औपचारिक घोषणा कल किये जाने की प्रबल संभावना है।पहले चरण में आज चुनाव समिति की बैठक करीब तीन घंटे तक चली जिसमें श्रीमती गांधी, प्रधानमंत्री डा.मनमोहन ङ्क्षसह, वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी,
महाराष्ट्र के पार्टी प्रभारी ए के एंटनी, कांग्रेस अध्यक्ष के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल, महाराष्ट्र में चुनाव अभियान समिति के नये अध्यक्ष सुशील कुमार
ङ्क्षशदे, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख, सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी, मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, प्रदेश अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे
आदि मौजूद थे।महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल २८८ सीटों में से कांग्रेस १७४ सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि ११४ सीटों पर उसके सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार
चुनाव लड़ेंगे। राकांपा के नेता और नागरिक विमानन मंत्री प्रफुल्ल पटेल के घर पर दोनों दलों के नेताओं की बैठक होने की संभावन व्यक्त की जा रही है जिसमें
कुछ विवादित सीटों के बारे में फिर से विचार किया जायेगा।

प्रणब की हत्या की थी साजिश

पश्चिम बंगाल के लालगढ़ व समीपवर्ती क्षेत्रों में सरकार के लिए सिरदर्द बने माओवादियों ने वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की हत्या की साजिश रची थी, लेकिन
सौभाग्यवश वह बच गए। यह खुलासा माओवादियों ने रविवार को मुर्शिदाबाद में पर्चा बांट कर किया है। पर्चे में कहा गया है कि वित्त मंत्री को 22 दिन पूर्व
30 अगस्त को मारने की पूरी तैयारी थी। प्रणब के काफिले को उस दिन मुर्शिदाबाद जिले के नउदापाड़ा इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 34 पर आईईडी
विस्फोट के जरिए उड़ाने की योजना थी। लेकिन यांत्रिक गड़बड़ी की वजह से सड़क से दो सौ मीटर दूर ही आईईडी विस्फोट हो गया। इस प्रकार षड्यंत्र विफल हो
गया।

सोनिया का साथ कभी नहीं छोडूंगा''

राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने रविवार को कहा कि कांग्रेस और उनकी पार्टी के मजबूत संबंध हैं और राजग को सत्ता से दूर रखने के लिए एक समान सोच वाले
धर्मनिरपेक्ष दलों को एक साथ आना चाहिए। प्रसाद ने कहा, सोनिया गांधी जी के साथ मेरे अच्छे संबंध हैं...। जो भी हो जाए, मैं उनका साथ नहीं
छोडूंगा।गौरतलब है कि उन्होंने शनिवार को नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भेंट की थी। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि रेल मंत्री ममता बनर्जी द्वारा
उनके कार्यकाल में हुए कथित रोजगार घोटाला के आरोपों की सीबीआई जांच की योजना पर विचार किए जाने की पृष्ठभूमि में यह भेंट हुई है। झारखंड एवं बिहार में धर्मनिरपेक्ष गठबंधन की वकालत करते हुए राजद नेता ने राजग को सत्ता से दूर करने के लिए सोनिया गांधी से एक समान सोच वाली
पार्टियों को एकजुट करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, मैंने इस मुद्दे पर विचार विमर्श किया और हम सकारात्मक प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा कर रहे हैं। बिहार विधानसभा की 18 सीटों के लिए हुए
उपचुनाव में पार्टी के बेहतरीन प्रदर्शन से उत्साहित लालू प्रसाद ने कहा, हम फाइनल के लिए चुन लिए गए हैं (अगले साल के अंत में होने वाले विधानसभा
चुनावों के लिए)।

विहिप ने शुरू किया वेब टीवी

विश्व हिंदू परिषद ने रविवार को वेब टीवी शुरू किया, जिसका मकसद सहिष्णु धर्म के रूप में हिंदूवाद का प्रचार करना होगा। इसमें हिंदू धर्म को प्रेम का पाठ
पढ़ाने वाले धर्म के रूप में प्रचारित किया जाएगा और इसके जरिये उन लोगों के दुष्प्रचार का जवाब दिया जाएगा, जो हिंदू धर्म को नफरत फैलाने वाले धर्म के
रूप में प्रचारित करते हैं।वेब टीवी डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.वीएचपी डॉट इन का उद्घाटन रविवार को विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल ने किया। इस परियोजना के प्रमुख श्याम ने
बताया कि यह टीवी चैनल दिवाली तक पूरी तरह चालू हो जाएगा।उन्होंने बताया कि इस वेब टीवी में युवाओं को आकर्षित करने, हिंदूवाद तथा उसके मूल्यों के सही व्याख्या पर भिन्न-भिन्न पृष्ठ होंगे।इस प्रकार के वेब टीवी की जरूरत को रेखांकित करते हुए सिंघल ने कहा कि कुछ तबकों की ओर से हिंदूवाद को 'हिंसक' और असहिष्णु धर्म के रूप में
प्रचारित करने के प्रयास हो रहे थे।एक सवाल के जवाब में विहिप नेता ने कहा कि विहिप महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा से दूरी नहीं बना रही है। उन्होंने ऐसी रिपोर्टों को पूरी तरह
निराधार करार दिया। विहिप द्वारा भाजपा को समर्थन मुहैया कराने संबंधी सवाल के जवाब में सिंघल ने तल्ख लहजे में सवाल किया कि ये कैसा सवाल है।
उन्होंने इसकी व्याख्या नहीं की।भाजपा की अंदरूनी लड़ाई के बारे में सिंघल ने कहा कि उन्होंने कभी लालकृष्ण आडवाणी से नेतृत्व छोडऩे को नहीं कहा।

चम्बल से चित्तौड़ पानी लाने के प्रयास होंगे : गिरिजा

प्रदेश में अकाल के तहत लोगों एवं मवेशियों को भूखे नहीं मरने दिया जायेगा तथा चम्बल से चित्तौडग़ढ़ एवं वहां से पानी भूपालसागर तक लाया जाने हेतु
भरसक प्रयत्न किये जायेंगे।उक्त विचार चित्तौडग़ढ़ की सांसद एवं राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षा डॉ. गिरिजा व्यास ने भूपालसागर जल संसाधन विभाग उपखण्ड स्थित रेस्ट हाउस पर
जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किये।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विधायक शंकरलाल बैरवा ने सांसद से भूपालसागर स्टेशन पर दिल्ली-उदयपुर एक्सप्रेस रेल का स्टोपेज कायम करने की मांग की
इस पर सुश्री व्यास ने कहा कि कोई भी एक द्रुतगामी ट्रेन का यहां ठहराव निश्चित करने के साथ ही कपासन प्लेटफार्म को उंचा बनाये जाने की बात कही।रविवार को सवा एक से ढाई बजे तक चले इस कार्यक्रम में पीसीसी सदस्य हिलाल अब्बास, प्रदेश कांग्रेस ओबीसी प्रकोष्ठ के भेरूलाल गाडरी, प्रधान लेहरी
बाई बैरवा, उप प्रधान सुरेश चन्द्र चण्डालिया, ब्लॉक अध्यक्ष सुशीला बुनकर, राशमी ब्लॉक अध्यक्ष लक्ष्मीलाल गिलूण्डिया, राशमी पूर्व प्रधान शिवशंकर
दाधीच आदि ने अपने विचार व्यक्त किये।पुलिस उप अधीक्षक हिमांशु, थानाअधिकारी बी.एल. बुनकर, भूपालसागर पुलिस उप आरक्षी केन्द्र के प्रभारी भोपालसिंह मय पुलिसकर्मियों के साथ मौजूद
थे। कार्यक्रम का संचालन आकोला सरपंच भगवती लाल ंिहंगड़ ने किया।

Thursday, September 17, 2009

सरकार की नियमन की मंशा

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार पृथ्वीराज नगर का नियमन करने के पक्ष में है, ताकि इस समस्या का स्थायी समाधान हो सके। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार हाईकोर्ट के निर्देशों की पूरी तरह पालना करेगी। मुख्यमंत्री ने गुरूवार को संवाददाताओं से अनौपचारिक वार्ता में कहा कि पृथ्वीराज नगर को लेकर सरकार की मंशा साफ है। उनकी सरकार ने इस समस्या का स्थायी समाधान करने के लिए ही वर्ष 2003 में पृथ्वीराज नगर को अवाप्ति से मुक्त किया था।
सरकार चाहती है क्षेत्र का योजनाबद्ध तरीके से विकास हो। सडकें बनें, बिजली और पानी के कनेक्शन मिलें। ये ढंग से नियमन होने के बाद ही सम्भव है। गहलोत ने कहा कि हाईकोर्ट की मंशा यह है कि पृथ्वीराज नगर में अवैध निर्माण नहीं हो, इसके चलते ही जेडीए तोड-फोड की कार्रवाई कर रहा है।
सरकार अदालत में रखेगी पक्षमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार चाहती है नियमन जल्दी हो, इसके लिए अगली तारीख पर सरकार हाईकोर्ट में अपना पक्ष रखेगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पृथ्वीराज नगर की समस्या के समाधान के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनी कमेटी काम कर रही है। इस मामले में हाईकोर्ट का फैसला आते ही सरकार कार्रवाई शुरू कर देगी। उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल में लालकोठी योजना की चालीस साल पुरानी समस्या का समाधान किया था।
हडताल से काम अधिक कर दिल जीते-गहलोत मुख्यमंत्री ने कहा कि रेजीडेण्ट डॉक्टरों की हडताल के कारण जनता को परेशानी हो रही है। सुप्रीम कोर्ट भी कह चुका है कि हडताल नहीं होनी चाहिए। रेजीडेण्ट को अपनी मांगे मनवाने के लिए हडताल की बजाय एक-दो घण्टे काम अधिक करके दिल जीतने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में रेजीडेण्ट डॉक्टरों की स्थिति अन्य राज्यों से बेहतर है। वे हडताल की बजाय अधिक काम करके दिल जीतने का प्रयास करेंगे तो सरकार उनकी मांगों को लेकर अधिक गम्भीर होगी।
थरूर माफी मांगें इस्तीफा दें-सीएममुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर के इकोनॉमी क्लास को 'मवेशियों की क्लास' बताने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि थरूर को इस्तीफा देकर अपने बयान के लिए देश के सामने माफी मांगनी चाहिए। गहलोत ने मुख्यमंत्री आवास पर गुरूवार शाम को आयोजित रोजा इफ्तार पार्टी के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि विदेश राज्यमंत्री के रूप में विश्व के सामने देश का प्रतिनिधित्व करने वाले थरूर का ऎसा बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। ऎसे बयान का खण्डन होना चाहिए। गरिमापूर्ण पद पर बैठे व्यक्ति को कुछ बोलने से पहले सोचना चाहिए।

थरूर ने माफी मांगी

नई दिल्ली। इकोनॉमी क्लास को 'मवेशियों की क्लास' बताने के बाद आलोचना का शिकार बने विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर ने माफी मांगी है। मंत्रालय ने राज्यमंत्री के बयान पर गुरूवार रात प्रतिक्रया में कहा कि उन्होंने इस बारे में खेद जताया है, उनका इरादा किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं था। उनके शब्दों को गलत अर्थो में समझा गया है। लाइबेरिया की आधिकारिक यात्रा पर गए थरूर ने कहा कि उनका मकसद इकोनॉमी श्रेणी में यात्रा करने वालों का अपमान करना नहीं था।

भाजपा का सदस्यता अभियान 20 तक

भारतीय जनता पार्टी का प्राथमिक सदस्यता अभियान बीस सितम्बर तक चलेगा। इसके बाद सक्रिय सदस्य बनाने का काम शुरू होगा। सदस्यता अभियान के प्रदेश संयोजक वासुदेव देवनानी ने गुरूवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता उत्साह से नए लोगों को पार्टी से जोड रहे हैं। वर्ष 2003 में आठ लाख 78 हजार सदस्य बनाए गए थे। इस बार संख्यात्मक दृष्टि से कोई लक्ष्य तय नहीं है, लेकिन विचारधारा के अनुरूप अधिकाधिक लोगों को पार्टी से जोडने की कोशिश की जा रही है।

खींचतान का असर नहींभाजपा में प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख नेताओं में खींचतान से सदस्यता अभियान पर असर से इनकार करते हुए देवनानी ने कहा कि अभियान के प्रति युवाओं और महिलाओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है। अब तक वे 27 जिलों का दौरा कर चुके हैं। कहीं भी उन्हें खींचतान का असर नहीं दिखा।
सरकार पर बरसेदेवनानी ने राज्य की अशोक गहलोत सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताते हुए आरोप लगाया कि कानून- व्यवस्था की स्थिति बिगड रही है। स्कूली शिक्षा में समानीकरण के नाम पर 'मनमानीकरण' चल रहा है।

सीपी का अधिकृत यात्रा कार्यक्रम जारी

केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री डा. सीपी जोशी 20 से 22 सितम्बर तक भीलवाडा जिले के दौरे पर रहेंगे। उनका अधिकृत कार्यक्रम जारी होने के साथ ही कांग्रेस संगठन कार्यक्रमों को सफलता की तैयारी में जुट गए हैं। सम्बन्धित ब्लॉक इकाइयों को डा. जोशी के कार्यक्रमों की तैयारी शुरू करने के लिए कह दिया गया है।

डा. जोशी के प्रमुख निजी सचिव एमएन गोवडा ने बताया कि केंद्रीय मंत्री 20 सितम्बर को जयपुर से सुबह 8 बजे रवाना होंगे। वे टोंक, देवली होते हुए 10 बजे जहाजपुर पहुचेंगे। डा. जोशी इसी दिन शाहपुरा भी जाएंगे। जहाजपुर व शाहपुरा में लोगों को सम्बोधित करने के साथ कार्यकर्ताओं के अभाव-अभियोग भी सुनेंगे। अगले दिन 21 को कोटडी व माण्डलगढ में सभा लेंगे। 22 सितम्बर सुबह 10 बजे भीलवाडा में भारत संचार निगम की थ्रीजी सेवा का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद सुबह 11 बजे जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक में शामिल होंगे। जोशी शाम 5 बजे जयपुर रवाना होंगे।
जोशी के अधिकृत यात्रा कार्यक्रम में तिथि के साथ केवल 'लोकल प्रोग्राम' लिखा हुआ है। कार्यक्रमों का विवरण नहीं है। कांग्रेस संगठन के पदाधिकारी सम्बन्धित क्षेत्र में कार्यक्रम तय करने में लगे हुए हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि रामपाल शर्मा कार्यक्रमों के मध्य समन्वय कायम करने में लगे हैं।

मंत्री गरजे,...और वे लरजे

डूंगरपुर जिले के प्रभारी एवं खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बाबूलाल नागर की पहली बैठक में ही सरकारी अफसरों के पसीने छुडा दिए। लगभग साढे पांच घंटे तक जिला परिषद के सभागार में चली इस बैठक में मंत्री ने अघिकारियों से जमीनी स्तर के सवाल-जवाब शुरू किए तो उनसे जवाब देते नहीं बना।
मंत्री ने सभी महकमों के कार्यक्रमों की गहनता से समीक्षा की। काम-काज में लापरवाही बरतने और गरीबों की राहत वाली योजना में लेटलतीफ अघिकारियों से दो टूक में कहा कि यह आपका हमारा पहला परिचय है। अगली बैठक में सरकार की मंशाओं के अनुरूप काम करें, अन्यथा घर बैठा दिए जाओगे। बैठक में सांसद ताराचंद भगोरा, जिला कलक्टर पूर्णचंद्र किशन, विधायक लालशंकर घाटिया, राईया मीणा, शंकरलाल अहारी, सुरेन्द्र बामणिया, प्रधान मंजूला रोत सहित अघिकारी मौजूद थे।
यह कैसा रात्रि ठहराव!
मंत्री ने सभी अधिकारियों के ग्रामीण क्षेत्रों में रात्रि ठहराव पर सवाल दागे कि रात को रूक कर आपने कितने लोगों की सुनवाई की, ग्रामीणों को क्या लाभ मिलाक् उन्होंने कहा 'रात को जाओ और जीप में सो जाओ वाला तरीका बर्दाश्त नहीं होगा।' नरेगा में बैंकिक स्तर पर भुगतान में देरी पर भी नाराजगी जाहिर की।
हजम करना मुश्किल
नागर ने 17 लाख पौधे लगाने की उपलब्घियों को देख कहा कि इनमें से 17 हजार पौधे भी जीवित हैं क्याक् यह उपलब्घियां जमीनी कम और कागजी ज्यादा हैं।
कलक्टर किशन ने अधिकारियों को गांव-गांव में पौधों की मौजूदा स्थिति का सर्वे कर वास्तविक रिपोर्ट देने को कहा।
इनकी जांच के आदेश
- चिकित्सालय में रिनोवेशन के नाम पर कथित गुणवत्ता रहित कार्य
-नरेगा में बैंक भुगतान में देरी के कारण
- ओबरी गांव में दो ब"ाों की बुखार से हुई मौत और चिकित्सक द्वारा इनके घर जाकर पर्चियां लाने का मामला
- जल ग्रहण कार्यो का निरीक्षण
- सम्पूर्ण स्वच्छता के तहत शौचालय निर्माण
- सर्व शिक्षा के तहत स्कूलों में खोदे गए हैण्डपंपों की गुणवत्ता
- जिले में लगे पौधों की स्थिति
- 1200 हैण्डपंपों की स्वीकृति में देरी
- सभी महकमों की यूसी और सीसी के संबंध में

पानी, बिजली पर भी बरसे
पानी और बिजली के मुद्दे पर जनप्रतिनिघियों ने जमकर भडास निकाली। सांसद भगोरा ने कहा कि सरकारी योजनाओं का बंटाढार किया जा रहा है। पिछले दिनों गलत स्वीकृत हुए 1200 हैण्डपंप की नई स्वीकृतियां निकालने में देरी की जा रही है। यहां बीपीएल परिवारों के शौचालयों में उपलब्घियां कम देख नाराजगी जताते नागर ने कहा कि गरीबों के साथ मजाक बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान भीखा भाई केनाल के तहत नहर निर्माण और बिजली ट्रांसफार्मरों की गुणवत्ता पर भी मंत्री ने खिंचाई की।

मितव्ययता मापदण्ड लागू करना जरूरी

जयपुर। राज्य सरकार ने सरकारी फिजूलखर्ची पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। यह रोक अगले साल 30 जून तक प्रभावी रहेगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विदेश यात्राओं पर पूरी तरह से रोक लगाते हुए कहा कि मंत्रिपरिषद के सभी सदस्यों व अधिकारी अब घरेलू हवाई यात्राओं में इकॉनोमी श्रेणी में ही यात्रा कर सकेंगे। इसके साथ सभी सरकारी कार्यालयों में बिजली के खर्च में कम से कम 10 फीसदी की कमी करने के निदेश दिए गए हैं।
गहलोत ने कहा कि देश में हवाई यात्राओं के लिए मंत्रियों व अधिकारियों को उनसे अनुमति लेनी होगी। राजकीय भवनों के निर्माण व नए उपकरणों की खरीद पर भी रोक लगाई गई है। सरकार का कहना है कि राज्य के अधिकांश जिलों में सूखे के हालात व मंदी के दौर को देखते हुए ये निर्देश दिए गए हैं। यह आदेश राजकीय उपक्रम, कम्पनियों, मण्डलों, विश्वविद्यालय, अनुदानित संस्थाओं व निकायों पर लागू होगा। सरकार ने यह भी तय किया है कि बकाया राजस्व वसूली, नकारा व अनुपयोगी सामान के निस्तारण के लिए अभियान चलाया जाएगा।
इन पर रोक नहीं* बजट घोषणाओं, आवश्यक सेवाओं जैसे एम्बुलैंस, अग्निशमन वाहन, जीवन रक्षा व अस्पतालों में काम आने वाले उपकरणों, कम्प्यूटर व राहत कार्यो में काम आने वाले क्रियाशील उपकरणों की खरीद की जा सकेगी।* बजट घोषणाओं की क्रियान्विति के लिए नए भवन निर्माण हो सकेंगे, राजकीय भवनों में केवल अत्यावश्यक परिवर्तन व सुधार कार्य बजट प्रावधान की सीमा में कराए जा सकेंगे।* बारहवें वित्त आयोग की सिफारिश के तहत कराए जाने वाले कार्य कराए जा सकेंगे। * बजट घोषणाओं के तहत नवीन पदों का सृजन व क्रमोन्नत किया जा सकेगा।* विभाग बजट के मदों के तहत किए गए प्रावधानों की सीमा तक खर्च किया जा सकेगा।
हालात देखते जरूरी थामुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को यहां कहा कि मंदी के हालात व सूखे को देखते हुए प्रदेश में मितव्ययता मापदण्ड लागू करना जरूरी था। उन्होंने कहा कि अनावश्यक खर्च रोकने के इन इन्तजामों से वास्तविक रूप से धन की बचत होगी और संदेश भी जाएगा। अपने निवास पर पत्रकारों से बातचीत में गहलोत ने कहा कि मंदी के कारण केन्द्रीय करों की वसूली कम हुई है, जिससे प्रदेश को मिलने वाला हिस्सा भी कम हुआ है, वहीं राज्य का अपना राजस्व भी 24 प्रतिशत की वृद्धि दर से घट कर चार प्रतिशत रह गया है। उन्होंने बताया कि मितव्ययिता इन्तजामों से विकास व सामान्य कार्यों पर असर नहीं पडेगा अलबत्ता अनावश्यक खर्च पर रोक लगेगी। मितव्ययिता मापदण्डों के कारण राजनीतिक नियुक्तियां प्रभावित होने के प्रश्न को गहलोत टाल गए। गहलोत ने कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की यात्रा के दौरान ट्रेन पर पथराव को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
ये दिए निर्देश* विदेश यात्रा पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा, लेकिन अनिवार्य सामान्य प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लागू नहीं होगा, सेवा नियमों के तहत अनिवार्य प्रशिक्षण में हिस्सा लिया जा सकेगा।* अपरिहार्य कारणों से राज्यहित में अधिकारी मुख्य सचिव की पूर्वानुमति से ही हवाई यात्रा कर सकेंगे।* प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से तबादला चाहने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों का स्थानान्तरण होने पर उन्हें यात्रा भत्ता नहीं दिया जाएगा।* दिल्ली के अतिरिक्त राज्य के बाहर राज्यहित में यात्रा करना जरूरी हो, तो इसके लिए पूर्वानुमति लेनी होगी।* कार्य क्षेत्र से बाहर यात्रा करने के लिए राजकीय वाहनों का उपयोग नहीं किया जाएगा। अपरिहार्य कारणों से ऎसी यात्रा करना जरूरी हो तो सम्बंधित प्रमुख शासन सचिव से अनुमति लेनी होगी।* वाहन, एयर कंडीशनर, मोबाइल फोन, नए टेलीफोन कनेक्शन पर रोक रहेगी। * डायरियां, कलेण्डर आदि के नाम से होने वाली फिजूलखर्ची व मंहगे उपहारों पर प्रतिबंध रहेगा।* मृत राज्य कर्मचारियों के आश्रितों को नियुक्ति देने व विकलांग व्यक्तियों की नियुक्ति के लिए वित्त विभाग व कार्मिक विभाग से अनुमति लेनी होगी।* सरकारी भवनों पर सजावटी खर्च पर पूरी तरह रोक रहेगी। * संविदा व सलाहकार के रूप में संविदा नियुक्ति के लिए वित्त विभाग से अनुमति लेनी होगी।* राजकीय भोज के लिए वित्त विभाग से अनुमति लेना अनिवार्य होगा जबकि शिलान्यास, उद्घाटन, राजकीय समारोह, कार्यशालाएं व अन्य कार्यक्रम सादा आयोजित करने होंगे।

'नौ की लकड़ी, नब्बे खर्च है सादगी अभियान'

बीजेपी ने कांग्रेस के खर्च कटौती अभियान पर एक और चोट करते हुए इसे कांग्रेस और केंद्र सरकार के 'सादगी के फोटो सेशन' की संज्ञा देकर इसे 'नौ की लकड़ी, नब्बे का खर्च' का नाटकीय रूपांतर बताया है। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि ऐसे ट्रेन में सफर करने और जहाज के इकॉनमी क्लास में यात्रा करने से खर्च में कैसे बचत हो सकती है, जिसमें ट्रेन की पूरी बोगी और जहाज की आधी से अधिक सीटें 'सादगी के नायकों' के सुरक्षा अमले के लिए बुक कर दी जाती हों। नकवी ने कहा कि सादगी सफर में नहीं, बल्कि सोच में होनी चाहिए। गरीबों की झोपड़ी या ट्रेनों और जहाजों के सस्ते दर्जे में सफर के फोटो सेशन देश के बद से बदतर हो रहे हालात को ठीक नहीं कर सकते। कांग्रेस और उसकी सरकार की इस प्रकार की कोशिशें देश की गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, आतंकवाद जैसी गंभीर समस्याओं से ध्यान बंटाने के प्रयास हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी कोशिशों से विश्व को यह संदेश जा रहा है कि भारत विश्व का ऐसा गरीब देश हो गया है, जहां प्रधानमंत्री से लेकर मंत्री तक गरीबी के हिस्से बन गए हैं।

झारखंड में हों जल्द चुनाव

बीजेपी ने कहा है कि सूखे और महंगाई की मार के साथ कानून-व्यवस्था और उग्रवाद की समस्या से जूझ रहे झारखंड राज्य में लोकतांत्रिक ढंग से चुनी हुई सरकार ही इन समस्याओं से बेहतर ढंग से निपट सकती है। इसलिए राज्य में शीघ्र चुनाव कराकर लोकप्रिय सरकार का गठन कराया जाना चाहिए। इस संबंध में दबाव बनाने के लिए राज्य विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले बीजेपी के विधायक बुधवार को यहां चुनाव आयोग से मिले और झारखंड में जल्दी चुनाव कराने की मांग की। पार्टी के सीनियर नेता यशवंत सिन्हा के नेतृत्व में इन विधायकों ने चुनाव आयुक्त एस. वाई. कुरैशी से मिलकर आग्रह किया कि विधानसभा के चुनाव जल्द से जल्द कराए जाएं। इस मुलाकात के बाद यशवंत सिन्हा ने संवाददाताओं से कहा कि बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने कहा है कि विधानसभा के कार्यकाल की अवधि समाप्त होने से छह महीने पहले ही चुनाव कराना उसके अधिकार क्षेत्र में है। विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 10 मार्च को पूरा हो रहा है। इसलिए वहां विधानसभा के चुनाव तुरंत कराए जा सकते हैं जिससे जनसमस्याओं का सही ढंग से हल निकल सके।

नरेगा मॉनिटरिंग पैनल

बीजेपी ने नरेगा मॉनिटरिंग पैनल में केवल कांग्रेसी सांसदों को शामिल करने पर जबर्दस्त ऐतराज करते हुए इसे 'गंदे खेल' की संज्ञा दी है। बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने यहां ग्रामीण विकास मंत्री सी. पी. जोशी पर केन्द्रीय रोजगार गारंटी परिषद में की गई नियुक्तियों पर ऐतराज जताते हुए इसे आपत्तिजनक बताया। उनका कहना था कि एक राष्ट्रीय कार्यक्रम में सभी राजनीतिक दलों को शामिल किया जाना चाहिए, जिससे उसमें राष्ट्रीय प्रतिनिधित्व हो।

गृह मंत्रालय में मिलेंगे 5 रुपये में 2 कॉन्डम

नई दिल्ली ।। सुरक्षित यौन संबंधों के लिए कर्मचारियों के बीच जागरुकता पैदा करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय में दो कॉन्डम वेंडिंग मशीनें लगाई गई हैं। दोनों मशीनें मंत्रालय के दफ्तर नॉर्थ ब्लॉक में लगाई गई हैं। इन मशीनों से पांच रुपयेमें दो 'जोश' कॉन्डम मिलेंगे। मंत्रालय में कर्मचारी कौतुहल से मशीनों को लगाए जाने की प्रक्रिया देख रहे थे। एक अधिकारी ने कहा कि इसने मुझे चकित कर दिया, लेकिन यह अच्छी पहल है।

'वे' अब मेरी घोषणाएं भी चुराने लगे हैं: ठाकरे

शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने कहा है कि अब मेरी घोषणाएं चोरी की जाने लगी हैं। अपने भतीजे राज ठाकरे का जिक्र न करते हुए उन पर व्यंग्यकार ने यों व्यंग्य कसा। ठाकरे ने कहा कि 'मराठी मेरी सांस है' यह मेरा वाक्य भी अब हाइजैक हो गया है। सुधीर गाडगील द्वारा किए गए शिवसेना प्रमुख के इंटरव्यू में अपनी जिंदगी के कई पहलुओं को उद्घाटित करते हुए उन्होंने कहा है कि फीस के साठ रुपये न जमा करने के कारण मेरी शिक्षा छठीं कक्षा तक ही हो पाई। उन्होंने कहा कि आजकल के नेता बार-बार जेल में जाने की बात करते हैं, पर जमानत पर रिहा होने के लिए भी तड़पते हैं। उन्होंने कहा कि मराठी माणूस के तारनहार बनने का दावा अब कई लोग करते हैं और 'मराठी-मराठी' की खड़ताल बजाते हैं, पर उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि मराठी माणूस मराठी जन के लिए जेल भी जा चुका हूं। इंटरव्यू में शिवसेना प्रमुख ने शिवसेना की स्थापना, 'मार्मिक' पत्रिका का प्रकाशन आदि पर भी कई बातें स्पष्ट की हैं। उन्होंने कहा है कि शिवसेना की स्थापना से ही मैं मराठी माणूस के लिए संघर्ष करता रहा हूं। अपने जेलयात्रा के बारे में भी उन्होंने कई संस्मरण इंटरव्यू में सुनाए हैं।

Wednesday, September 16, 2009

दक्षिण मुम्बई:दलित-मुस्लिम 'पंजे' से मिला सकते हैं हाथ

इस क्षेत्र में भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर (बार्क) जहां भौतिक ऊर्जा का केंद्र है तो बाबा मखदूम की मजार आध्यात्मिक ऊर्जा का स्त्रोत है। एशिया की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी धारावी इस क्षेत्र की खास पहचान है। हालांकि कराची की झोपड़पट्टी ने अब धारावी को पीछे छोड़ दिया है। शहर के विभिन्न योजना से प्रभावितों के पुनर्वास के लिए बनी प्रतीक्षा नगर की बस्ती भी इसी क्षेत्र में है जहां प्रतीक्षा करते करते लोगों की दो पीढ़ियां बीत गई हैं और उन्हें मकान अब तक नहीं मिले हैं। अब यहां के ट्रांजिट कैंप ही उनका संसार हो गया है। दलित, मुस्लिम और दक्षिण भारतीय लोगों की आबादी वाले क्षेत्र में कांग्रेस की पकड़ पहले से ही मजबूत रही है। गत लोकसभा चुनाव में भी यहां से कांग्रेस की जीत पक्की मानी जा रही थी। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को छह में से पांच सीटों पर तगड़ी लीड मिली है। माहिम विधानसभा में दादर का क्षेत्र जुड़ा होने से शिवसेना ने यहां से स्कोर किया था। कुछ सीटों पर पार्टियों के उम्मीदवार लगभग तय हैं लेकिन दो सीटों पर कांग्रेस में घमासान है। अणुशक्ति नगर: नई बनी इस सीट पर कांग्रेस से गठबंधन के तहत एनसीपी ने दावा किया है ताकि श्रम मंत्री नवाब मलिक का टिकट पक्का किया जाए। मलिक की नेहरू नगर सीट डीलिमिटेशन में समाप्त होने पर उनके और पार्टी के समक्ष समस्या पैदा हो गई है। एनसीपी में मुस्लिम चेहरे को बरकरार रखने और मलिक जैसे प्रभावी विधायक को पार्टी कहीं न कहीं से चुनाव लड़वाना चाहती है। कांग्रेस से नगर सेवक वेलू स्वामी नायडू और राजेंद्र मेहुरकर ने टिकट मांगा है। शिवसेना की तरफ से राहुल शेवाले का नाम लगभग तय माना जा रहा है। चेंबुर: बीजेपी के दिवंगत नेता हशु आडवाणी ने इस क्षेत्र का लंबे समय तक प्रतिनिधित्व किया है और अब कांग्रेस के दलित नेता और समाज कल्याण मंत्री तथा पूर्व मेयर चंद्रकांत हंडोरे यहां से विधायक हैं। उनका टिकट इस बार भी पक्का माना जा रहा है। बीजेपी से सदाशिव लोखंडे या कांता नलावडे उम्मीदवार हो सकती हैं। धारावी (एससी): गायकवाड़ परिवार इस क्षेत्र में अपनी जड़ें जमा चुका है। एकनाथ गायकवाड सांसद हैं तो उनकी बेटी वर्षा गायकवाड़ विधायक हैं। वर्षा पर दूसरी बार भी टिकट के बाद मतों की वर्षा होने की संभावना है। हाल ही में शिवसेना में शामिल हुए सिंगर अभिजीत सावंत शिवसेना के उम्मीदवार हो सकते हैं क्योंकि वे माहिम पूर्व के ही रहने वाले भी हैं। सायन-कोलीवाडा: कांग्रेस में इस सीट पर सबसे अधिक मारामारी है। विधायक जगन्नाथ शेट्टी सहित आधा दर्जन नगर सेवकों ने यहां से टिकट मांगा है। उपेंद्र दोशी, रवि राजा, मनपा सदन में विपक्ष के नेता राजहंस सिंह और वीरेंद्र उपाध्याय ने अपनी दावेदारी पेश की है। शेट्टी का टिकट इस बार कटता नजर आता है क्योंकि श्री गायकवाड के साथ उनके रिश्ते मधुर नहीं हैं और टिकट के अन्य दावेदारों ने इनकी सेहत का मुद्दा भी उठाया है। बीजेपी की महिला नेता मनीषा कायंदे बीजेपी की उम्मीदवार हो सकती हैं। वडाला: नई बनी इस सीट पर भी कांग्रेस और एनसीपी में विवाद है। एनसीपी बीएमसी में अपने नेता नियाज अहमद वनू के लिए यह सीट चाहती है, जबकि नारायण राणे अपने समर्थक कालिदास कोलंबकर के लिए कांग्रेस से यह सीट रखने को कह रहे हैं। कोलंबकर शिवसेना से कांग्रेस में आए हैं और नायगांव से विधायक हैं। नायगांव सीट अब समाप्त हो चुकी है। शिवसेना से मनसे में और मनसे से फिर शिवसेना में आए दिगंबर कांडरकर शिवसेना के उम्मीदवार हो सकते हैं। माहिम: दादर सीट के समाप्त होने पर बनी नई माहिम सीट पर गत लोकसभा चुनाव में शिवसेना के सुरेश गंभीर को लीड मिली थी। उनके बारे में कहा जाता है कि उन्हें माहिम के मुस्लिम इलाकों से भी मत मिलते हैं। यदि पाटीर् उन्हें विधायक का टिकट भी दे दे तो आश्चर्य नहीं है। शिवसेना में विधायक सदा सरवणकर और पूर्व मेयर विशाखा राऊत भी टिकट के दावेदार हैं। शिवसेना में इस सीट को लेकर मारामारी है। मेयर की दावेदार रहीं नगर सेवक स्नेहल जाधव का नाम भी पार्टी में विचाराधीन है। विवाद यदि बढ़ता है तो विधान परिषद सदस्य दिवाकर रावते को शिवसेना का टिकट मिल सकता है। मराठी बहुल माहिम की सीट पर एमएनएस भी अपनी पकड़ बनाना चाहती है। यहां से राज ठाकरे के बिजनेस पार्टनर नितिन सरदेसाई को टिकट मिलने की संभावना है लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं में विभाग प्रमुख यशवंत किलेदार के नाम की चर्चा है।


एमएनएस को वोट देने वाले पछता रहे हैं: मनोहर जोशी
शिवसेना के वरिष्ठ नेता मनोहर जोशी ने कहा है कि पिछले लोकसभा चुनाव में जिन्होंने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को वोट दिए थे उन्हें अब पछतावा हो रहा है और अब वे पुन: शिवसेना की ओर रुख कर रहे हैं। मुंबई मराठी पत्रकार संघ की ओर से आयोजित 'जागर महाराष्ट्राचा 2009' कार्यक्रम के दौरान आयोजित चर्चा में वे अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र की राजनीति में पुन: लौटने की मेरी इच्छा नहीं है, इसीलिए मैं शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे से प्रार्थना करूंगा कि वे विधानसभा चुनाव में शिवसेना-बीजेपी की जीत के बाद शिवसेना के कार्याध्यक्ष उद्धव ठाकरे को ही महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनायें। जोशी ने कहा कि उद्धव ठाकरे को शहरी मतदाताओं के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी जबरदस्त प्रतिसाद मिल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि एमएनएस के साथ गठबंधन करने के बारे में शिवसेना सोच भी नहीं सकती। उन्होंने कहा कि मराठा आरक्षण के बारे में युति की सरकार राज्य में सत्ता में आने के बाद निर्णय करेगी। उन्होंने यह भी विचार व्यक्त किया कि शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे शिवाजी पार्क या ठाणे में एक सभा को संबोधित कर सकते हैं। गुहागर की सीट पर शिवसेना बीजेपी में अलग अलग राय है पर यह समस्या जल्द ही हल हो जाएगी। ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल की सुविधा, हर गांव में शौचालयों का निर्माण, शिक्षा की सुविधा मुहैया कराना आदि कार्य हम सत्ता में आने के बाद करेंगे।

एमएनएस को वोट देने वाले पछता रहे हैं: मनोहर जोशी

शिवसेना के वरिष्ठ नेता मनोहर जोशी ने कहा है कि पिछले लोकसभा चुनाव में जिन्होंने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को वोट दिए थे उन्हें अब पछतावा हो रहा है और अब वे पुन: शिवसेना की ओर रुख कर रहे हैं। मुंबई मराठी पत्रकार संघ की ओर से आयोजित 'जागर महाराष्ट्राचा 2009' कार्यक्रम के दौरान आयोजित चर्चा में वे अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र की राजनीति में पुन: लौटने की मेरी इच्छा नहीं है, इसीलिए मैं शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे से प्रार्थना करूंगा कि वे विधानसभा चुनाव में शिवसेना-बीजेपी की जीत के बाद शिवसेना के कार्याध्यक्ष उद्धव ठाकरे को ही महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनायें। जोशी ने कहा कि उद्धव ठाकरे को शहरी मतदाताओं के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी जबरदस्त प्रतिसाद मिल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि एमएनएस के साथ गठबंधन करने के बारे में शिवसेना सोच भी नहीं सकती। उन्होंने कहा कि मराठा आरक्षण के बारे में युति की सरकार राज्य में सत्ता में आने के बाद निर्णय करेगी। उन्होंने यह भी विचार व्यक्त किया कि शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे शिवाजी पार्क या ठाणे में एक सभा को संबोधित कर सकते हैं। गुहागर की सीट पर शिवसेना बीजेपी में अलग अलग राय है पर यह समस्या जल्द ही हल हो जाएगी। ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल की सुविधा, हर गांव में शौचालयों का निर्माण, शिक्षा की सुविधा मुहैया कराना आदि कार्य हम सत्ता में आने के बाद करेंगे।

करुणानिधि ने राज्य के स्वायत्तता की मांग फिर उठाई

तमिलनाडु में सत्तारूढ़ डीएमके की राज्य को स्वायत्तता देने की मांग को फिर से जोर देते हुए मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि ने मंगलवार को कहा कि केंद्र इसके रास्ते में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करे और तमिल को आधिकारिक भाषा का दर्जा दिलवाए। डीएमके संस्थापक सी. एन. अन्नादुरै के जन्म शताब्दी समारोह की अध्यक्षता कर रहे करूणानिधि ने कहा कि केंद्र सरकार को राज्य की स्वायत्तता की प्रक्रिया में आ रही बाधाओं को दूर करना चाहिए। इस समारोह में केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी भी शामिल हुए। मुखर्जी ने इस अवसर पर अन्नादुरै की स्मृति में सिक्का जारी किया।

Tuesday, September 15, 2009

पाक को मिल रही मदद की निगरानी हो : कृष्णा

नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा ने कहा है कि अमेरिका से मिली सैन्य मदद को पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ इस्तेमाल करने का मामला वह संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के सामने उठाएंगे।
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के इस मुद्दे पर आए बयान के मद्देनजर कृष्णा ने कहा कि पाकिस्तान हमेशा से ऐसा करता आया है और वह हिलेरी क्लिंटन से मुलाकात में मांग करेंगे कि अमेरिका पाकिस्तान को दी जा रही सैन्य सहायता की कड़ी निगरानी करे।
बातचीत में कृष्णा ने कहा कि मुंबई पर आतंकी हमले के पीछे हाफिज सईद है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सईद के खिलाफ सबूत नहीं होने की बात कहकर दुनिया को गुमराह कर रहा है। उन्होंने कहा कि हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई के लिए पाकिस्तान पर दबाव बनाया जाएगा।

मोदी मुस्लिम हितैषी

गुजरात के मुख्यमंत्री को मुस्लिम हितैषी बताते हुए संघ ने कहा कि मोदी ने मुसलमानों के लिए जितना काम किया, उतना तो कांग्रेस, मुलायम सिंह यादव और मायावती ने भी नहीं किया। अल्पसंख्यक कल्याण के प्रधानमंत्री के 15 सूत्री कार्यक्रम के कार्यान्वयन में मोदी सरकार उस यूपी से भी आगे है, जहां मुस्लिम आबादी तो सबसे ज्यादा है ही, मुलायम और मायावती जैसे मुस्लिम वोटों के लालची और खुद को मुसलमानों का सबसे बड़ा हिमायती बताने वाले लोगों का शासन रहा है। कांग्रेस और उसके सेक्युलर सहयोगी मुसलमानों के हमदर्द होने का ढोंग करके उनके वोट से सत्ता सुख तो भोगते हैं लेकिन उनके उत्थान में मोदी से कई गुना पीछे हैं। आखिर ये नेता मोदी का मुस्लिम विरोधी चेहरा आरोपित करके कब तक अल्पसंख्यकों को ठगते रहेंगे?

सोनिया पर निशाना

संघ ने कहा कि सेक्युलर ब्रिगेड गुजरात के मुख्यमंत्री पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं चूकती और ये नेता सारी लोकतांत्रिक मर्यादाओं को लांघकर उनके प्रति अपशब्दों का प्रयोग करने में भी नहीं हिचकिचाते। इस संदर्भ में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को आड़े हाथ लेते हुए संपादकीय में कहा गया है कि राज्य में पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मुस्लिम हितैषी दर्शाने के लिए सोनिया ने गुजरात दंगों के संदर्भ में मोदी को मौत का सौदागर कह दिया था और इस बार इशरत कांड पर कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता ने मोदी सरकार को आदमखोर तक कह डाला। इशरत मामले में जिस रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस उछल रही है, केन्द्र का शपथपत्र ही उसकी काट कर रहा है।

इशरत एन्काउंटर: मोदी के बचाव में उतरा संघ

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इशरत जहां एन्काउंटर मामले में गुजरात की नरेंद्र मोदी सरकार का
बचाव किया है। संघ ने अपने मुखपत्र पांचजन्य में आरोप लगाया है कि कांग्रेस पार्टी अल्पसंख्यकों को धोखा देते हुए मोदी को मुस्लिम विरोधी नेता के रूप में पेश कर रही है। लेख में लिखा गया है कि सेक्युलरों के लिए मुसलमानों के प्रति अपने कथित प्रेम को दर्शाने का सबसे आसान तरीका यही है कि मोदी की गलत इमेज बना दी जाए। लेकिन कांग्रेस अपनी ही सरकार द्वारा पेश हलफनामे के कारण मुश्किल में फंस गई। मोदी सरकार ने केन्द्र की खुफिया सूचनाओं के आधार पर इशरत और उसके तीन आतंकवादी साथियों का एन्काउंटर किया था। जाहिर है कि केन्द्रीय खुफिया एजंसियों की ऐसी रिपोर्ट मिलने पर कोई भी राज्य सरकार लापरवाही बरतने का खतरा नहीं उठा सकती थी। यही मोदी सरकार ने किया। वह अब भी अपने इसी दावे पर कायम है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने भी इस बारे में दिए अपने हलफनामे में मुठभेड़ को सही बताया था और अब भी केन्द्रीय गृह सचिव उस हलफनामे को सही ठहरा रहे हैं और कह रहे हैं कि हमने खुफिया रिपोर्ट के आधार पर अदालत में हलफनामा दिया था।

सादगी का सफर: राहुल शताब्दी एक्सप्रेस में बैठे

अपनी मां सोनिया गांधी के नक्शेकदम पर चलते हुए कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने मंगलवार को लुधियाना जाने के लिये शताब्दी एक्सप्रेस में सफर किया। सोनिया के मुंबई जाने के लिए विमान के इकॉनमी क्लास में सफर करने के एक दिन बाद राहुल नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शताब्दी एक्सप्रेस के चेयर कार में सवार हुए। राहुल ने रेलवे स्टेशन पर खुद को पेश किए गए फूल यह कहते हुए स्वीकार करने से मना कर दिया कि ऐसा स्वागत ट्रेन की महंगी सेवा यानी एक्जिक्यूटिव क्लास के यात्रियों का होता है। उन्होंने कहा कि चेयर कार के अन्य यात्रियों की तरह उन्हें भी प्लास्टिक के कप में पानी दिया जाए।
ट्रेन में सफर कर रहे यात्री इस बात से बेहद खुश थे कि कांग्रेस के अति लोकप्रिय युवा नेता उनके साथ सफर कर रहे हैं। एक यात्री ने कहा, 'यह अच्छी बात है कि राहुल गांधी आम आदमी के साथ सफर कर रहे हैं। इससे वह हमारी समस्याओं को खुद देख सकेंगे।' राहुल के कोच में ही सफर कर रही एक महिला ने कहा, 'राहुल गांधी के साथ यात्रा करने की बात सुनकर मुझे बहुत खुशी हो रही है।' रेलवे अधिकारियों ने बताया कि राहुल को खाने में पराठा, दही, इडली, वड़ा और फल दिए गए। राहुल युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के चार दिन के शिविर का उद्घाटन करने के लिये लुधियाना गए हैं। राहुल मंगलवार शाम को शताब्दी एक्सप्रेस से ही वापस लौटेंगे।

Monday, September 14, 2009

इंपोर्टेड कैंडीडेट नहीं उतारेगी शिवसेना

शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा है कि उनकी पार्टी जनता व
कार्यकर्ताओं के समक्ष इंपोर्टेड कैंडीडेट नहीं उतारेगी। गोरेगांव के एनएचपी ग्राउंड में रविवार को शिवसेना के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उद्धव ने कहा कि इस बार शिवसेना आयात किए हुए लोगों को टिकट नहीं देगी, बल्कि आपमें से बैठे ही किसी व्यक्ति को टिकट दिया जाएगा। साल 1995 में हुए चुनाव को याद करते हुए शिवसेना कार्याध्यक्ष ने कहा कि उस समय पूरा महाराष्ट्र भगवामय हो गया था, हिन्दू एक हो चले थे, तभी कांग्रेस को हिन्दुओं की ताकत का पता चला। इसके बाद कांग्रेस ने हिन्दुओं तोड़ना शुरू किया, फिर उन्होंने ही मराठी व गैर-मराठी विवाद पैदा किया और अब उन लोगों ने कट्टर मराठियों को तोड़ने के लिए सुपारी दे रखी है। उद्धव ने राज ठाकरे व नारायण राणे का नाम लिए बगैर कहा कि शिवसेना प्रमुख ने जिन्हें आगे बढ़ाया वे ही गद्दार निकले। शिवेसना में जो भी आ रहे हैं, पार्टी उनका सम्मान कर रही है, जबकि दूसरे दलों में ऐसा नहीं है। उन्होंने साफ किया कि अबकी बार अगर महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार आई, तो बिहार से भी बुरी हालत महाराष्ट्र की हो जाएगी। उद्धव के मुताबिक कांग्रेस के लोग चुनाव के वक्त सत्ता हासिल करने के लिए एक हो जाते हैं, जबकि सत्ता मिलने के बाद सत्तासुख भोगते हुए लड़ाई करते हैं। इन्हें जनता से कुछ लेनादेना नहीं होता। गटप्रमुखों पर ही चुनाव जिताने की जिम्मेदारी सौंपते हुए उन्होंने कहा कि वे ही घर-घर पहुंचते हैं और लोगों तक अपनी बात पहुंचाने में मददगार साबित होते हैं।

सही समय पर कोई निर्णय : प्रणव मुखर्जी

आंध्र प्रदेश में नेतृत्व के मुद्दे पर निर्णय लेने में समय लगने का संकेत देते हुए कांग्रेस
के वरिष्ठ नेता प्रणव मुखर्जी ने रविवार को कहा कि पार्टी आलाकमान इस मामले में सही समय पर कोई निर्णय लेगा। कोलकाता से रविवार शाम दिल्ली पहुंचे मुखर्जी ने कहा कि मुख्यमंत्री वाई. एस. आर. रेड्डी के निधन पर राज्य के लोगों की भावनाओं से आलाकमान भलीभांति अवगत है। दिवंगत वाई. एस. आर. के सहायक केवीपी रामचंद्र राव से यहां मुलाकात से पहले उन्होंने कहा, सामान्य होने दीजिए। आलाकमान सही समय पर कोई निर्णय लेगा। निर्णय लेने में लगने वाले समय के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, मैं यह कैसे कह सकता हूं। मैं नहीं कह सकता कि कब निर्णय किया जाएगा। एक अन्य सवाल पर मुखर्जी ने कहा कि आलाकमान के फैसले में जनभावनाओं का खयाल रखा जाएगा। उन्होंने कहा, के लोगों के समर्थन से हम अवगत हैं। हम जानते हैं कि लोग भावुक हैं। हम जानते हैं कि कई लोगों ने आत्महत्या की है और बहुत से लोग जगन को चाहते हैं। आलाकमान जब कोई निर्णय लेगा, इन सभी बातों का खयाल रखा जाएगा।

गुजरात, एमपी में बीजेपी ने कांग्रेस को दिया झटका

तीन राज्यों के विधानसभा उपचुनावों में बीजेपी अपनी सीटें बचाने में तो सफल रही ह ी गुजरात और मध्य प्रदेश में कांग्रेस से सीटें छीनकर उसे झटका भी दे दिया। उत्तराखंड में विकासनगर सीट फिर से हासिल करने से विधानसभा में बीजेपी को वहां अकेले ही बहुमत मिल गया है। 70 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के अब 36 विधायक हो गए हैं। गुजरात में 7 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव से एक बार फिर यह बात साबित हो गई है कि नरेद्र मोदी का जादू बरकरार है। यहां सत्ताधारी बीजेपी की झोली में 5 सीट गए हैं और कांग्रेस को मात्र दो जगह-धोराजी व कोडिनार में सफलता मिली है। लोकसभा और जूनागढ़ नगरपालिका चुनाव में बीजेपी को अपेक्षित सफलता नहीं मिलने पर बीजेपी ने उपचुनाव के लिए हाई प्रोफाइल प्रचार अभियान नहीं चलाया था। इसके बावजूद तीन सीटें -देहगाम, जसदान और चोटिला कांग्रेस से छीन ली है। सामी विधानसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी भावसिंह राठौड़ ने जीत दर्ज की है। वह विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर इसी सीट से चुनाव जीते थे, पर लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गए थे।
उत्तरी गुजरात की देहगाम, दांता, सामी और सौराष्ट्र की कोडिनार, धोराजी, जसदान व चोटिला विधानसभा सीटों पर 10 सितंबर को उपचुनाव कराए गए हैं। इन सात सीटों में से कांग्रेस के पास छह सीटें थीं, जबकि कोडिनार सीट बीजेपी के पास थी। कांग्रेस ने बीजेपी का गढ़ मानी जने वाली सौराष्ट्र की कोडिनार विधानसभा सीट उससे छीन ली है और धोराजी सीट पर पार्टी ने अपना कब्जा बरकरार रखा है। धोराजी में कांग्रेस प्रत्याशी जयेश रदादिया ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी जयसुख थेसिया को 15,988 मतों के अंतर से हराया। जसदान सीट बीजेपी ने कांग्रेस के हाथों से छीन ली है। इस सीट पर बीजेपी के भरत भोगरा ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की भावना बावलिया को 14,774 मतों के अंतर से हराया। कांग्रेस को अपने गढ़ जसदान में जोर का झटका लगा है। आजादी के बाद इस सीट से कभी न हारने वाली कांग्रेस के हाथों से इस बार यह सीट निकल गई। इस सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी की विजय हुई है। सामी में बीजेपी के भाव सिंह राठौड़ को जीत मिली है। वह पिछली बार यहां काग्रेस प्रत्याशी के रूप में जीते थे लेकिन इसबार उपचुनाव में पाला बदलकर बीजेपी प्रत्याशी बन गए। मध्य प्रदेश में दो विधानसभा सीटों में से एक पर बीजेपी और एक सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है। बीजेपी ने तेंदूखेड़ा विधानसभा उपचुनाव जीतकर यह सीट कांगेस से छीन ली है। यहां बीजेपी के भैयाराम पटेल ने कांगेस के विश्वनाथ सिंह पटेल को 13 हजार से अधिक मतों से हराया। कांगेस ने गोहद विधानसभा उपचुनाव में विजय प्राप्त कर अपनी सीट बरकरार रखी है। यहां कांगेस के रणवीर सिंह जाटव ने बीजेपी के सोबरन जाटव को 22571 मतों से पराजित किया। निर्वाचन कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, रणवीर सिंह को 55442 तथा सोबरन जाटव को 32871 मत मिले। उत्तराखंड के देहरादून जिले के विकासनगर विधानसभा क्षेत्र के लिए हुए उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार कुलदीप कुमार ने जीत दर्ज की। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के नवप्रभात को 596 वोटों से हराया। राज्य निर्वाचन आयुक्त राधा रतूड़ी ने बताया कि कुलदीप कुमार को 24,934 वोट मिले। जबकि नवप्रभात के खाते में 24,338 वोट गए। इस सीट पर पिछले आम चुनाव में बीजेपी के टिकट पर विजयी रहे और इस बार निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने वाले मुन्ना सिंह चौहान तीसरे नंबर पर रहे। उन्हें सिर्फ 14,744 वोट मिले।


Sunday, September 13, 2009

गरमाता रहा विधायक अधिकारी विवाद

भाजपा विधायक रामहेत यादव एवं नगर विकास न्यास सचिव जी.डी. आर्य के बीच टेलीफोन पर हुआ विवाद शनिवार को भी नहीं थमा। घटना को लेकर जहां भाजपा ने शनिवार को यूआईटी सचिव के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया। वहीं कई सामाजिक संगठनों ने विधायक के व्यवहार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। मामले में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई है।
तिजारा फाटक पर ओवरब्रिज के लिए अतिक्रमण हटाने के मामले में किशनगढबास विधायक रामहेत यादव एवं न्यास सचिव आर्य के बीच टेलीफोन पर शुक्रवार को नोक-झोंक हो गई थी। विधायक पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए प्रशासनिक सेवा परिषद के अधिकारियों ने शुक्रवार रात बैठक कर विधायक के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया था।
परिषद ने मामले की पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराने की बात भी कही थी। बाद में प्रशासनिक सेवा परिषद का प्रतिनिधिमण्डल देर रात जिला कलक्टर से मिला और उनसे मामले में आगामी कार्रवाई का आग्रह किया। हालांकि शनिवार किसी पक्ष ने प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई।
तिजारा फाटक विकास समिति के सदस्यों व भाजपा कार्यकर्ताओं ने न्यास सचिव के व्यवहार के खिलाफ धरना दिया और पुतला दहन किया। दूसरी ओर मेघवाल विकास समिति, जिला कांग्रेस कमेटी के दलित पदाधिकारियों, खटीक छात्रावास एवं धर्मशाला निर्माण समिति, अखिल राजस्थान अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछडी जाति अधिकारी कर्मचारी संयुक्त महासंघ ने विधायक के व्यवहार की निंदा की।

तीन विधायक आए, शेष का फोन पर समर्थन

उदयपुर। चुनावी घोषणा पत्रों में हाईकोर्ट बैंच को उदयपुर लाने का दावा करने वाले जनप्रतिनिघि कितने आमजन व वकीलो के साथ है इसका उदाहरण रविवार को बार सभागार मे आयोजित जनप्रतिनिघियों की बैठक में देखने को मिला।
बार सभागार में सुबह 11 से शाम 4 बजे तक चली बैठक में महज तीन विधायक ही समर्थन देने वकीलों के बीच आए। वकीलों ने लगातार तीन दिन तक उदयपुर व राजसंमद के 11 विधायकों व तीन सांसदों को सूचना भेजकर बार- बार आग्रह किया था।
ये जनप्रतिनिघि पहुंचेबैठक में रविवार को पूर्व गृहमंत्री व नगर विधायक गुलाबचंद कटारिया महज दस मिनट के लिए आए और समर्थन देकर डूंगरपुर प्रस्थान कर गए। ग्रामीण विधायक सज्जन कटारा अलग- अलग वकीलों द्वारा कई बार फोन पर मनुहार करने के बाद दोपहर में पहुंची। मावली विधायक पुष्कर डांगी ने भी तीन बजे बैठक में आकर समर्थन जताया।
लिखित व फोन पर सहमति सांसद रघुवीर मीणा व राजसमंद सांसद गोपाल सिंह शेखावत ने लिखित सहमति बार एसोसिएशन को प्रेषित कर भिजवाई। कुंभलगढ विधाायक गणेशसिंह परमार, खेरवाडा विधायक दयाराम परमार, राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी, भीम विधायक हरिसिंह रावत, नाथद्वारा विधायक कल्याणसिंह चौहान, फलासिया विधायक बाबूलाल खराडी ने बैठक के दौरान फोन पर समर्थन व्यक्त कर इस मांग के समर्थन में मुख्यमंत्री व केन्द्रीय सरकार से वार्ता कर समाधान करने का आश्वासन दिया।
'फैसले पर पुन: विचार करें'बैठक में उपस्थित वकीलों ने आगामी आंदोलन को तय करते हुए चर्चाएं की। इनमें आत्मदाह की घोषणा करने वाले विरेन्द्र सिंह सोलंकी से अपील की गई कि वे इस पर पुन: विचार करें क्योंकि अभी ऎसा समय नहीं आया है। राजसमंद बार अध्यक्ष यशवंत शर्मा, संघर्ष समिति के सदस्य कन्हैयालाल श्रीमाली, बार कौन्सिल के पूर्व चेयरमैन व वर्तमान सदस्य सुरेश श्रीमाली, राजसमंद के सहसचिव दीपक पालीवाल, उदयपुर बार अध्यक्ष त्रिभुवननाथ पुरोहित, हीरालाल कटारिया, भगवत सिंह देवपुरा, अरूण व्यास, रमेश नंदवाना, राव रतनसिंह आदि मौजूद थे।
राजसिंह डूंगरपुर के असामयिक निधन के कारण कई विधायक इसलिए नहीं आ पाए कि वे उनकी अंत्येष्टि में निकल गए। जयकृष्ण दवे हाईकोर्ट संघर्ष समिति संयोजक

भाजपा का सदस्यता अभियान 20 तक

जयपुर। भारतीय जनता पार्टी अब 20 सितम्बर तक सदस्य बनाएगी। पार्टी ने 15 सितम्बर तक चलने वाले सदस्यता अभियान को आगे खिसका दिया है। प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी की अध्यक्षता में रविवार को पार्टी मुख्यालय पर हुई सदस्यता अभियान की समीक्षा बैठक में यह निर्णय हुआ।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में चतुर्वेदी ने कहा कि 20 सितम्बर तक सदस्य बनाए जाएंगे और संयोजकों से 25 सितम्बर तक हिसाब मांगा गया है। एक सवाल के जवाब में उनका कहना था कि कितने सदस्य बनाए जाएंगे, ऎसा कोई लक्ष्य शुरू से ही तय नहीं किया गया है। 2003 से 2007 के बीच तीन बार सदस्यता अभियान चला जिनमें करीब 12 लाख सदस्य बनाए गए। उन्होंने दावा किया कि बूथ स्तर पर अभियान चलाया गया है।
मुनादी कर बुलाएगी पार्टीचतुर्वेदी ने बताया कि अभियान के जिला संयोजकों को निर्देश दिए गए हैं कि वार्ड, पंचायत या मण्डल में किसी सार्वजनिक स्थान पर बैठकर भी लोगों को सदस्य बनाएं। सार्वजनिक सदस्यता से पूर्व मुनादी की जाएगी ताकि आसपास के लोगों को सूचना मिल सके।
8 लाख सदस्य बनेअभियान के प्रदेश संयोजक वासुदेव देवनानी के अनुसार अब तक 8 लाख लोगों के सदस्य बनने का अनुमान है। जिलों में 14 लाख 84 हजार फार्म भेजे गए हैं। 25 से 30 सितम्बर के बीच अगली समीक्षा बैठक होगी। एक अक्टूबर बाद सक्रिय सदस्यता का अभियान चलेगा।
झालावाड में कितने सदस्यक्आज समीक्षा बैठक में यह खुलासा नहीं हो सका कि प्रतिपक्ष की नेता वसुंधरा राजे के झालावाड जिले में कितने सदस्य बने हैं। झालावाड के संयोजक दिनेश जैन बैठक में नहीं आए और ना ही वहां देवनानी का दौरा हुआ। लेकिन देवनानी पूर्व में वहां पहुंचकर जानकारी हासिल कर चुके हैं।
विवाद पर टिप्पणी नहींजयपुर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी रविवार को नेता प्रतिपक्ष को लेकर चल रहे विवाद में कुछ भी बोलने से बचे। पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह मसला केन्द्रीय नेतृत्व से जुडा है इसलिए वे कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। उन्होंने पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश माथुर के वक्तव्य पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं की। अलबत्ता यह जरूर कहा कि इस विवाद से सदस्यता अभियान पर कोई फर्क नहीं पडा है।
भाजपा प्रकोष्ठों की पहली बैठकभाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी ने रविवार को पार्टी प्रकोष्ठों की पहली बैठक ली। उन्होंने पेशेवर लोगों को पार्टी से जोडने का आह्वान किया। बैठक में 37 प्रकोष्ठों के 48 पदाधिकारी शामिल हुए।
विधि प्रकोष्ठ का अभियानभाजपा विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष योगेन्द्र सिंह तंवर के अनुसार वकीलों को सदस्य बनाने के लिए अलग से अभियान शुरू किया जाएगा। इसके लिए जिला संयोजकों को भी आज ही निर्देश दे दिए गए हैं।

Thursday, September 10, 2009

योजना-एक, वर्ष-ढाई, पालिकाध्यक्ष-तीन

शहरों के विकास एवं सडक मार्गो के विस्तार एवं सौन्दर्यकरण के लिए भाजपा के शासन काल में गौरव पथ के नाम से योजना आई थी। चित्तौडगढ में भी महाराणा प्रताप सेतु मार्ग को गौरव पथ के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई।
पोस्ट ऑफिस से गांधीनगर मोक्षधाम तक योजना के लिए 16 जनवरी 2007 में तत्कालीन स्वायत्त शासन मंत्री प्रतापसिंह सिंघवी, तत्कालीन उद्योग मंत्री एवं विधायक नरपतसिंह राजवी ने भाजपा पालिकाध्यक्ष गोविन्द काबरा के समय सडक का शिलान्यास किया था। इसके बाद यहां डब्ल्यू.बी.एम. कार्य आरम्भ हुआ। यहां कार्य मंथर गति एवं रूक-रूक कर होने के कारण अब तक गौरव पथ योजना का क्रियान्वयन नहीं हो पाया।
वर्तमान हालातगौरव पथ के कार्य ने गति पकडी तथा सडक के डिवाइडर बनाकर आकर्षक विद्युत पोल लगाकर केबल डाल दी। गांधी नगर मोक्षधाम के यहां चौराहे का कार्य भी चल रहा है।
यह है समस्याविगत दो माह पूर्व गौरव पथ पर पटरियों का डामरीकरण किए बगैर ही सडक को मध्य से खोदकर डिवाईडर बना दिया। इससे पहले ही छोटी सडक और छोटी हो गई। शहर का मुख्य मार्ग होने से इस पर यातायात का दबाव बना रहता है। वन-वे हो जाने से एक बार में एक ही वाहन गुजर रहा है। बरसात के चलते सडक पर जगह-जगह गbे पड गए हैं। वाहन चालकों को भारी परेशानी उठानी पड रही है। उडती धूल लोगों के लिए बीमारी का कार्य कर रही है, वहीं गbे कई लोगों के लिए दुर्घटना के सबब बन चुके हंै।
गौरव पथ के विकास का कार्य तेजी से चल रहा है तथा बरसात समाप्त होने के बाद पूरी सडक का कार्य आरम्भ किया जाएगा।'रमेशनाथयोगी, पालिकाध्यक्ष, चित्तौडगढ

जयपुर कूच को लेकर बैठक

सरिस्का मार्ग परिवर्तन के विरोध में 16 सितम्बर को महिलाओं के जयपुर कूच को लेकर बुधवार को जैन धर्मशाला में क्षेत्रवासियों की बैठक हुई। बैठक में आंदोलन की तैयारी और जरूरी इंतजामों पर चर्चा हुई। सरिस्का मार्ग परिवर्तन विवाद पर छह सितम्बर को हुई जनसभा में दौसा सांसद किरोडी लाल मीणा ने 16 हजार महिलाओं के जयपुर कूच का ऎलान किया था।
बुधवार को इसी सिलसिले में जिला पार्षद मंजू शर्मा के नेतृत्व वाली महिला समिति गठित की गई। समिति ने क्षेत्र के गांवों में महिलाओं से सम्पर्क कर उन्हें आंदोलन से जोडने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। बैठक में थानागाजी के पूर्व विधायक कान्ति प्रसाद मीणा, चौथमल, जगदीश प्रसाद बोहरा, हरिशकंर खण्डेलवाल, रामबाबू गुप्ता, अशोक सैनी, अशोक खोज, मोहनलाल जैन, मदनलाल शर्मा, लक्ष्मी देवी, महेश गुप्ता, राजेन्द्र तिवाडी आदि मौजूद थे।
सांसद का दौरा 13 कोकूच की तैयारियों को लेकर दौसा सांसद किरोडीलाल मीणा 13 सितम्बर को क्षेत्र के गांवों का दौरा करेंगे। वे नटाटा, समरा, झिरी, हमीरपुर, प्रतापगढ, पडाक छापली, आगर, नांगल, अंगारी, झाकडी, गुढा-चुरानी में लोगों से मिलने के बाद रात आठ बजे थानागाजी की जैन धर्मशाला में विभिन्न संगठनों से चर्चा करेंगे।

अब टीएडी मंत्री बांटेंगे

केन्द्र और राज्य सरकार भले ही शिक्षा को बढावा देने की कोशिशों में जुटी हों पर राज्य का शिक्षा विभाग तो अक्षर मित्र, गुरूजी व कालीबाई जैसे महत्वपूर्ण पुरस्कारों को भी भुला बैठा है जो साक्षरता के लिए काम करने वालों को दिए जाते हैं।
आदिवासी युवती के नाम पर शुरू किए गए कालीबाई पुरस्कार को बंद करने से तो आदिवासी अंचल से जुडे काबीना मंत्री महेन्द्र जीत सिंह मालवीय भी खफा हैं। अब उन्होंने ऎलान किया है कि उनका जनजाति क्षेत्र विकास विभाग यह पुरस्कार बांटेगा।
साक्षरता दिवस पर नहीं बंटे 1996 में शुरूआत के बाद पहली बार ऎसा हुआ है कि मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर राज्य स्तरीय समारोह में किसी तरह का पुरस्कार नहीं बांटा गया। शिक्षा विभाग ने इन पुरस्कारों के लिए किसी का चयन ही नहीं किया। साक्षरता आंदोलन को बढावा देने वाले प्रेरकों के लिए 1996 में अक्षर मित्र पुरस्कार शुरू किया गया। 2008 तक 303 पुरस्कार बांटे जा चुके हैं और इसकी राशि भी बढाकर दो हजार रूपए की गई थी। 2004-05 से शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाली चयनित संस्था को पांच हजार रूपए का 'गुरूजी पुरस्कार' और महिला सामाजिक कार्यकर्ता को 11 हजार रूपए का 'कालीबाई पुरस्कार' शुरू किया गया। गुरूजी पुरस्कार पिछले साल तक बांटा गया, जबकि कालीबाई पुरस्कार 2005 व 2006 में दिया गया। 2007 व 2008 में विभाग को कालीबाई पुरस्कार के लिए कोई पात्र महिला ही नहीं मिली।
बलिदानी युवती कालीबाईडूंगरपुर जिले की कालीबाई को पहली ऎसी महिला माना जाता है कि जिसने साक्षरता के लिए अपनी जान गंवा दी। 1946 में अपने गांव में खुले स्कूल को जमींदार की ओर से बंद करवाने का विरोध करते हुए कालीबाई ने सिपाहियों की गोली खाई। आदिवासी अंचल में कालीबाई का नाम आज भी श्रद्धा से लिया जाता है और उसकी प्रतिमा लगी हुई है।
यदि आदिवासी युवती के नाम पर चल रहा कालीबाई पुरस्कार बंद कर दिया गया है तो बहुत गलत है। शिक्षा विभाग ने यह पुरस्कार नहीं दिया तो अब टीएडी (जनजाति क्षेत्र विकास) विभाग यह पुरस्कार देगा।महेन्द्रजीत सिंह मालवीय, टीएडी व तकनीकी शिक्षा मंत्री
कांग्रेस सरकार की शिक्षा के बारे में कोई सोच ही नहीं है। तभी तो साक्षरता को बढावा देने वाले सारे पुरस्कार बंद कर दिए गए। सरकार ने तो कालीबाई का भी अपमान किया है।घनश्याम तिवाडी, पूर्व शिक्षा मंत्री
सत्यनारायण खण्डेलवाल

Wednesday, September 9, 2009

वसुंधरा समर्थक दिल्ली जाएंगे

प्रतिपक्ष की नेता वसुंधरा राजे के समर्थक विधायक व नेता 11 या 12 सितम्बर को दिल्ली जाएंगे। राजे के अस्वस्थ होने की वजह से उनके समर्थक विधायक इन दिनों जयपुर या अपने निर्वाचन क्षेत्र में हैं। वैसे समर्थक विधायक आपस में संपर्क में हैं और खींवसर में इनकी बैठक भी हुई।
'भाजपा में फिलहाल ठोस नेतृत्व नहीं' भाजपानीत राजग सरकार में केन्द्रीय विधि मंत्री रहे रामजेठमलानी ने भाजपा को गंभीर संकट में बताते हुए कहा है कि फिलहाल इस पार्टी में कोई ठोस नेतृत्व नजर नहीं आ रहा है। वे बुधवार को यहां राजस्थान उच्च न्यायालय में जिला क्रिकेट एसोसिएशनों से सम्बन्धित विभिन्न मामलों में पैरवी के लिए आए थे। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि भाजपा में जो कुछ चल रहा है वह ठीक नहीं है।

बिजयनगर पालिकाध्यक्ष पर कसा शिकंजा

राजकीय अभिलेखों में काट-छांट करने के मामले में बिजयनगर पालिकाध्यक्ष इंद्रजीत मेवाडा घिरते नजर आ रहे हैं। संभागीय आयुक्त अजमेर के निर्देश पर स्थानीय निकाय विभाग के उपनिदेशक राजपाल सिंह चौहान ने मेवाडा के खिलाफ अघिशासी अघिकारी को थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
पार्षद बृजेश तिवारी की ओर से पालिका की सत्यम् कॉम्प्लैक्स में दुकानों के आवंटन के मामले में राजकीय अभिलेखों में काट-छांट कर कूटरचित योजना के तहत भूखंडों को हडपने की शिकायत संभागीय आयुक्त अजमेर को की गई।
मामले की जांच के दौरान रिकॉर्ड में काट-छांट के मामले में पालिकाध्यक्ष के लिप्त होने एवं दोषी पाए जाने पर संभागीय आयुक्त के निर्देश पर क्षेत्रीय उपनिदेशक चौहान ने मेवाडा के खिलाफ पुलिस में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए।

आरोपों से घिरीं अजमेर जिला प्रमुख

अजमेर। जिला प्रमुख सरिता गैना बुधवार को जिला परिषद की साधारण सभा में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिर गई। कांग्रेस सदस्यों ने उन पर जमकर हमला बोला। खास बात यह रही कि भाजपा के सदस्य उनके बचाव में खडे तक नहीं हुए। खुद जिला प्रमुख भी काफी देर तक सिर झुकाए बैठी रहीं।
परिषद सभागार में बुधवार को आयोजित साधारण सभा की बैठक असाधारण रही। कांग्रेस सदस्यों ने जिला प्रमुख सरिता गैना पर घूस खाने के खुलकर आरोप लगाए। आरोपों का आधार दसवें वित्त आयोग व राज्य वित्त आयोग की धनराशि थी।
आरोप लगा कि गैना ने इन योजनाओं की धनराशि को जिला परिषद के वार्डोü में समान वितरण नहीं किया। कांग्रेस के मूलसिंह राठौड ने सबसे ज्यादा निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि गैना ने तत्कालीन मुख्य कार्यकारी अधिकारी से मिलीभगत कर चहेते सदस्यों के वार्डोü में पैसों की बंदरबांट कर ली। जिन सरपंचों ने कमीशन दिया वह निहाल हो गए।
'अंधा बांटे रेवडी फिर-फिर अपने को देय' वाली स्थिति बना दी गई। अन्य सदस्य वार्ड में काम के लिए तरस गए। भाजपा से कांग्रेस में आए श्रवण सिंह रावत ने भी भाजपाई जिला प्रमुख की बखिया उधेडने में कसर नहीं छोडी। उन्होंने आरोप लगाया कि पांच साल का बजट कहां बंट गया! जिला परिषद के वार्डों में गया हो तो बताएं! कई जिला परिषद सदस्यों के वार्डों में तो एक धेला नहीं मिला! कांग्रेस के कुन्दन सिंह रावत, जसराज चौधरी, लक्ष्मीनारायण कुमावत आदि ने घूस लेकर कार्य करने के आरोप लगाए।
जब सदस्य आरोप लगाते रहे तब जिला प्रमुख सिर झुकाए चुप्पी साधे बैठी रहीं। सारा नजारा देख रही प्रमुख ने इन आरोपों पर मुंह तक नहीं खोला। भाजपा का एक भी सदस्य उनके बचाव में खडा नहीं हुआ। बल्कि वे कांग्रेस की ओर से लगाए जा रहे आरोपों पर चटखारे लेते देखे गए।
अफसर जरूर जिला प्रमुख का बचाव करने के जतन करते रहे। इस दरमियान कांग्रेस विधायक नाथूराम सिनोदिया, महेन्द्र गुर्जर और नसीम अख्तर इंसाफ मुस्कराते रहे। सदस्यों के अड जाने पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी पी.आर.पंडत ने दोनों योजना में वर्षवार आए बजट और खर्च की जानकारी देने का प्रयास किया। उन्हें सदस्यों ने टोक दिया।
उन्होंने कहा कि वार्डवार हिसाब दीजिए। जसराज चौधरी ने कहा कि पैसा कहां मंजूर किया, जगह बताएं, टालमटोल वाला जवाब नहीं चलेगा। श्रवणसिंह, जसराज, कुन्दन सभी सदस्यों के अड जाने पर अफसरों ने पूर्ण विवरण तैयार कर जवाब देने का आश्वासन देकर पिंड छुडवाया।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अब चुनाव से

कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने बुधवार को यहां कहा कि अब कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष का मनोनयन हाईकमान की ओर से किए जाने की प्रथा खत्म कर उनके चुनाव की शुरूआत की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी में युवाओं को और ज्यादा तरजीह दी जाएगी।
तमिलनाडु की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं से चर्चा में राहुल ने कहा कि कांग्रेस की राज्य इकाई का अध्यक्ष नियुक्त होने के स्थान पर उसका चुनाव होगा। गांधी ने स्पष्ट किया कि अब पार्टी में पद हासिल करने के लिए रूतबा अथवा जातिगत तत्व के बजाए व्यक्ति विशेष की ओर से जोडे गए सदस्यों की गणना की जाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति भी चुनाव के आधार पर ही होगी।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि प्रदेश में युवाओं को अवसर नहीं देने और कांग्र्रेस में धनी लोगों को महत्व दिए जाने की शिकायतों पर पार्टी महासचिव ने कहा कि अब से युवाओं को पर्याप्त अवसर दिया जाएगा। कांग्रेस के युवा सदस्यों से गांधी ने कहा कि पंजाब व गुजरात में पार्टी की मजबूती के लिए काम करने के बाद अब वे तमिलनाडु के दौरे पर हैं।
किसानों से भी मिलेडेल्टा क्षेत्र के लगभग छह सौ किसानों से भी राहुल गांधी ने मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। युवा किसानों को पार्टी सदस्यता ग्रहण करने की प्रेरणा देते हुए उन्होंने आश्वासन दिया कि वे कावेरी जल विवाद समेत उनकी अन्य शिकायतों का निवारण करने की कोशिश करेंगे।

Tuesday, September 8, 2009

राहुल गांधी की सभा के पास ब्लास्ट, एक की मौत

तमिलनाडु के मदुरै में कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की सभा स्थल से एक किलोमीटर दूर एक जोरदार ब्लास्ट हुआ है। इस ब्लास्ट में एक साठ साल की महिला की मौत हो गई है। अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह ब्लास्ट कैसे हुआ है?

प्रणब का दखल, होटेल छोड़ेंगे कृष्णा और थरूर

फाइनैंस मिनिस्टर प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को अपनी ही सरकार के दो मंत्रियों को आड़े हाथों लेते हुए उन्हें होटेल के बजाए सरकारी घर में रहने को कहा है। गौरतलब है कि विदेश मंत्रालय को दोनों मिनस्टर यानी विदेश मंत्री एम.एस. कृष्णा और राज्यमंत्री शशि थरूर के पिछले तीन महीनों से आवंटित सरकारी घर छोड़कर फाइव स्टार होटेल में रह रहे थे। दोनो मंत्री दिल्ली के टॉप पंचसितारा होटेल के लाखों के किराए वाले सुइट्स में रह रहे हैं, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि होटेल का खर्चा सरकार उठा रही है या नहीं। विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा फाइव स्टार होटेल मौर्याके प्रेजिडेंशयल सूइट में रह रहे हैं, जिसका प्रतिदिन का किराया 1 लाख है, जबकि उनके जूनिअर राज्य विदेश मंत्री शशि थरूर ताज होटेल में रह रहे हैं, जिसका प्रतिदिन का किराया 40,000 रुपए है। हालांकि होटेल सूत्रों ने किराए की राशि बताने से इनकार किया है और कहा है कि रेंट पर काफी नेगोशिएशन हो जाता है। कई टीवी चैनलों का है कि दोनों मंत्री सरकारी खर्चे पर रह रहे हैं, वहीं इस मामले पर वित्तमंत्री का बयान भी कहीं न कहीं दाल में कुछ काला होने का शक पैद करता है।
मंदी और सूखे की मार झेल रहे देश में जब मिनिस्टर्स के होटेलों में रहने की खबर मीडिया में आई, तो इस खबर पर खूब हंगामा मचा, जिसके चलते प्रणब मुखर्जी को यह कदम उठाना पड़ा। उन्होंने दोनों मंत्रियों को स्पष्ट तौर पर कहा है कि वे अब होटेल छोड़ सरकारी घर में ही रहे। प्रणब के बयान के बाद, इस मुद्दे पर विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर ने कहा कि मैं ऐसी खबर को कोई महत्व नहीं देता हूं। ये जनता का पैसा नहीं है मैंने अपनी जेब से पैसा भरा है। वैसे यहां गौर करने वाली बात यह है कि चुनाव के दौरान थरूर ने अपनी घोषित संपत्ति में सिर्फ 12000 रुपए नगद की राशि दिखाई है। साथ ही बैंक में उन्होंने करीब 25 लाख रुपए, करीब 2 लाख पाउंड, 42 लाख दिनार और 16 लाख अमेरिकी डॉलर की राशि दर्शायी थी।



लेह इलाके में बढ़ती चीनी घुसपैठ की खबरों के बीच सेना और विदेश मंत्रालय में मतभेद साफ नजर आ रहा है। दरअसल, सेना के अधिकारियों ने यह माना था कि चीनी सैनिक भारतीय सीमा में घुसे थे और यह उनके लिए एक मुद्दा है जिसपर वे चीनी अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे। लेकिन, विदेश मंत्रालय ने इसके उलट यह कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं है और भारत और चीन के बीच की सीमा 'सबसे शांतिपूर्ण' है। विदेश मंत्री एस. एम. कृष्णा ने कहा कि इस मसले पर (घुसपैठ) भारत और चीन के बीच एक मानक प्रक्रिया है। कृष्णा ने कहा, 'मैं यह ऑन द रेकॉर्ड कह सकता हूं कि दूसरे पड़ोसी देशों के बनिस्बत भारत और चीन की सीमा सबसे शांतिपूर्ण है। इस मुद्दे पर कोई समस्या नहीं है'। यह उन्होंने तब कहा जब पत्रकारों ने उनसे चीन की तथाकथित घुसपैठ (हेलीकॉप्टर और लेह में अंतरराष्ट्रीय सीमा का उल्लंघन) के बारे में पूछा।
जबकि, जम्मू-कश्मीर से आ रही खबरों के मुताबिक चीनी सैनिकों ने लेह में अंतरराष्ट्रीय सीमा का उल्लंघन किया और भारतीय सीमा में कुछ चरवाहों को भी धमकाया। इस मसले पर भारत का रुख अभी तक बेहद संतुलित रहा है और भारत का यह मानना है कि चीन के साथ वास्तवित नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control - LAC) ठीक से परिभाषित नहीं है और सीमा को लेकर चीन, भारत की समझ से इत्तफाक नहीं रखता। विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारत ने पेइचिंग से LAC के विवादित हिस्सों पर सफाई मांगी है लेकिन चीन ने अबतक इसका जवाब नहीं दिया है। विदेश मंत्री का यह बयान उस वक्त आया है जब भारतीय सेना ने चीनी घुसपैठ के पुख्ता सबूत जुटाए हैं। चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसकर लाल रंग के स्प्रे पेंट से चीनी भाषा में चट्टानों पर चीन लिख दिया। सेना के सूत्र कहते हैं कि इस मामले पर चीनी अधिकारियों के साथ चर्चा की जाएगी। एक अधिकारी के मुताबिक, भारतीय सीमा में चीनी घुसपैठ कोई नई बात नहीं है लेकिन ऐसा पहली बार है कि उन्होंने चट्टानों पर चीन लिख दिया।

'जनहित का रखेंगे ध्यान'

राज्य के वनराज्य मंत्री रामलाल जाट ने कहा है कि सरिस्का मार्ग परिवर्तन मामले में कोई भी निर्णय स्थानीय जनता के हितों को ध्यान में रखकर किया जाएगा। यह आश्वासन मंत्री ने जयपुर स्थित वन भवन में राज्य सरकार के प्रतिनिधियों, वन विभाग के उच्च अधिकारियों एवं सांसद किरोडी के नेतृत्व में थानागाजी क्षेत्र से गए प्रतिनिधिमण्डल के बीच सोमवार रात हुई बैठक में दिया।

इससे पूर्व जयपुर रोड पर घाटा बांदरोल में डाला गया ग्रामीणों का पडाव दौसा सांसद डॉ. किरोडीलाल मीणा के राज्य सरकार से वार्ता के लिए जयपुर रवाना होने के बाद सोमवार दोपहर स्थगित कर दिया गया। लेकिन मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बैरिकेट्स हटा दिए, जिससे सरिस्का होकर भारी वाहनों का आवागमन फिर शुरू हो गया।
पुलिस ने बैरिकेट्स हटाने के सम्बंध में दो मामले दर्ज किए हैं। रविवार रात मसले पर दौसा सांसद मीणा की जनसभा के बाद करीब तीन हजार ग्रामीणों ने जयपुर कूच का ऎलान कर घाटा बांदरोल में पडाव डाला था। सोमवार सुबह पडाव स्थल पर भीड बढ गई। कुछ ग्रामीण ट्रैक्टर व अन्य वाहनों में भरकर कुशालगढ तिराहा पहुंचे और यहां से भी बैरिकेट्स हटा दिए। तालवृक्ष रोड पर रास्ता जाम भी किया गया। देर तक तिराहे पर हंगामा होता रहा।
बाद में लोग घाटा बांदरोल लौट गए। जहां सांसद ने मार्ग परिवर्तन को लेकर राज्य के वन मंत्री से बातचीत की। वन मंत्री के न्यौते पर सांसद के नेतृत्व में प्रतिनिधि मण्डल राज्य सरकार से वार्ता के लिए जयपुर रवाना हो गया। इससे घाटा बांदरोल पर पडाव खत्म हो गया। प्रतिनिधिमण्डल में पूर्व विधायक कांति मीणा, राजेश शर्मा, हरिशंकर खण्डेलवाल, राजेन्द्र तिवाडी, गुलजारी खण्डेलवाल, ख्यालीराम सैनी, चौथमल, पेमाराम व सरपंच हीरालाल सैनी और तेजपाल शर्मा आदि शामिल थे।
मांग अधूरी रही तो फिर कूच : जयपुर जाने से पूर्व घाटा बांदरोल में हुई सभा में सांसद मीणा ने कहा कि राज्य सरकार ने मांग नहीं मानी तो 16 सितम्बर को 'करो या मरो' की नीति पर चलते हुए 16 हजार महिलाओं के साथ जयपुर कूच किया जाएगा।
स्कूलों की छुट्टी कराई : सरिस्का मार्ग परिवर्तन के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को क्षेत्र के सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में छुट्टी करा दी। दुहार चौगान से परिषद् के कार्यकर्ताओं ने घाटा बांदरोल में भोजन के पैकेट पहुंचाए।
मिली राहत : सरिस्का मार्ग मामले पर चर्चा के लिए प्रतिनिधिमण्डल जयपुर रवाना होने व आंदोलन रोक दिए जाने से पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने सोमवार को राहत की सांस ली। रविवार सुबह से मौके पर तैनात पुलिस जाब्ता थानों व लाइन के लिए रवाना हो गया।
कुशालगढ तिराहे पर हंगामामालाखेडा। कुशालगढ तिराहे पर करीब एक हजार लोगों ने नारायणपुर मार्ग पर बिजली के खम्भे और पेड डाल कर जाम लगाया तथा भर्तृहरि मार्ग पर लगे बैरियर को हटा प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इन्दौक, कुशालगढ, माधोगढ, किशोरी, भीखमपुरा, टहला, गुडाचुलाना, द्वारापुर, हरनेर, नाथुसर, ढिगारिया, थानागाजी व अजबगढ के ग्रामीणों के साथ पूर्व विधायक कांति मीणा व थानागाजी विधायक हेमसिंह भडाना भी मौजूद थे।
इस संबंध में एसडीएम की ओर से ताराचंद डाकौत, अशोक सैनी, हरिमोहन, राजेश शर्मा, दिलीप, गोपाल सोनी, रामखिलाडी सहित 20-25 लोगों के खिलाफ नामजद तथा एक हजार लोगों के खिलाफ वीडियोग्राफी के माध्यम से मालाखेडा पुलिस थाने मे मामला दर्ज कराया गया है।
सरकार मदद करेगीपूर्व विधायक कांति मीणा ने बताया कि जयपुर स्थित वन भवन में हुई बैठक में सरकार का रूख सकारात्मक रहा। बातचीत के दौरान सांसद डॉ. किरोडीलाल मीणा ने उच्चतम न्यायालय के वर्ष1999 के आदेशों को लागू कराने पर जोर दिया। साथ ही प्रतिनिधिमंडल सदस्यों ने कहा कि यदि सरकार को सरिस्का के मार्ग पर वाहनों का प्रवेश बंद ही करना है तो बाघ अभयारण्य के समूचे क्षेत्र में वाहनों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।

यहां ठाकरे-मनमोहन हैं भाई-भाई

उत्तर प्रदेश में एक गांव ऎसा भी है जहां जयललिता बाल ठाकरे को अपनी गोद में लेकर लोरी सुनाती हैं। तो मुलायम सिंह के कंधों पर मनमोहन सिंह सवारी करते हैं। साथ ही कल्याण सिंह और राजनाथ सिंह ज्ञानी जैल सिंह के साथ क्रिकेट खेलना पसंद करते हैं। हो सकता है कि कुछ ही दिनों में इनका साथ देने के लिए मायवती भी आ जाएं।
जी हां, यह कोई सियासी गठजोड नहीं बल्कि हम बात कर रहे हैं एक ऎसे घर की, जहां पर ये सभी लोग एक साथ रहते हैं। लखनऊ से 140 किलोमीटर दूर अम्बेडकर नगर जिले के जलालपुर गांव में रहने वाले एक मजदूर मिठाई लाल (45) और उसकी पत्नी चंद्रसेना (42) ने अपने सात बच्चों के नाम नेताओं के नाम पर रखे हैं। उनका मानना है कि राजनीतिक हस्तियों के नाम पर उनके बच्चों का भविष्य भी अच्छा रहेगा।
साल के अंत तक इस जोडे के घर एक और बच्चा आने की उम्मीद है। इस बार वो चाह रहे हैं कि उनके घर एक लडकी हो और उसका नाम वो उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती के नाम पर रखें। मिठाई लाल का कहना है 'मेरा विश्वास है कि नाम किसी व्यक्ति का भाग्य बदल सकता है, इसलिए मैंने अपने छह बेटों और एक बेटी का नाम देश की प्रमुख राजनीतिक हसि्तयों के नाम पर रखे हैं।'
इस परिवार में 18 वर्षीय मुलायम सबसे बडा बेटा है वहीं बाल ठाकरे सिर्फ पांच महीने का। इसके अलावा कल्याण सिंह, जैल सिंह, राजनाथ सिंह और मनमोहन सिंह क्रमश: 16,15,13 और पांच साल के हैं। जयललिता अभी महज आठ वर्ष की है और वह अपने सबसे छोटे भाई को गोद में लेकर घूमती है।

नेता और संगठन एक मंच पर

कोटा में हाईकोर्ट, रेवेन्यू बोर्ड व राज्य उपभोक्ता मंच की बैंच स्थापना की मांग का सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने एक मंच पर आकर समर्थन किया है। इसके लिए व्यापारिक, सामाजिक व स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी तन,मन और धन से सहयोग देने की घोषणा की है।
हाईकोर्ट बैंच स्थापना संघर्ष समिति के तत्वावधान में अदालत परिसर स्थित पुस्तकालय भवन में सोमवार को सभी राजनीतिक दलों,व्यापारिक व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक हुई। करीब दो घंटे चली बैठक में सभी ने कहा कि हाईकोर्ट में 40 प्रतिशत मुकदमें हाडोती संभाग के होने से कोटा इसके लिए प्रबल दावेदार है।
इसे जन आंदोलन बनाने के लिए आमजन को जोडने पर जोर दिया गया। बैठक में नेताओं ने आईआईटी के कोटा से छिनने की विफलताओं से सबक लेने की बात कही। बैठक में संघर्ष समिति के संयोजक ब्ा्रrाानंद शर्मा, अभिभाषक परिषद के अध्यक्ष रमेश चंद कुशवाह, वरिष्ठ अधिवक्ता महेश चंद गुप्ता व हरीश शर्मा ने आंदोलन के बारे में जानकारी दी। संचालन परिषद के महासचिव नंद सिंह हाडा ने किया।
इन्होंने किया समर्थनबैठक में उप महापौर रविन्द्र सिंह निर्भय,नगर निगम में प्रतिपक्ष के पूर्व नेता राकेश सोरल,शिवसेना के राज्य उप सम्पर्क प्रमुख प्रमोद चतुर्वेदी,भाजपा नेता हनुमान शर्मा,कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन व महासचिव अशोक माहेश्वरी,महिला संरक्षण समिति की अध्यक्ष संगीता माहेश्वरी,कांग्रेस कमेटी के शहर उपाध्यक्ष डॉ. जफर मोहम्मद व अरूण भार्गव,कामरेड आर.के.स्वामी,युवक कांग्रेस अध्यक्ष शिवकांत नंदवाना समेत कई वक्ताओं ने विचार व्यक्त करते हुए मांग का समर्थन किया।
पैरवी करने वालों को रोकाहडताल के दौरान अदालत में पैरवी करने वाले वकीलों को अन्य वकीलों ने रोका। समिति के संयोजक व अभिभाषक परिषद के अध्यक्ष के नेतृत्व में वकीलों ने एडीएम सिटी कोर्ट में पैरवी करने पर सुखविंदर चावला को रोका। चावला ने परिषद का सदस्य नहीं होने पर इसका विरोध किया तो इसकी शिकायत एडीएम दिनेश चंद जैन से की। एक अन्य महिला वकील अनीता शर्मा को भी समझाया गया।
पक्षकार स्वयं कर सकेंगे पैरवीसोमवार को हुई संघर्ष समिति की बैठक में कई निर्णय लिए गए। परिषद के महासचिव नंद सिंह हाडा ने बताया कि आवश्यक प्रकृति के मुकदमों में पक्षकार स्वयं पैरवी कर सकते हैं। हाजरी माफी के प्रार्थना पत्र मुंशी के माध्यम से पेश किए जा सकेंगे। टाइप, जेरोक्स व स्टाम्प वेंडर शाम 4 से 5 बजे तक कार्य कर सकेंगे।
कलक्टर को ज्ञापन आजकोटा में हाईकोर्ट बैंच की मांग के समर्थन में मंगलवार को जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया जाएगा। संघर्ष समिति के संयोजक ब्ा्रrाानंद शर्मा ने बताया कि वकीलों के अलावा सभी राजनीतिक दलों,व्यापारिक व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि सुबह 10.30 बजे सर्किट हाउस में एकत्र होंगे। यहां से रैली के रू प में कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन देंगे। जनहित में वकीलों की यह मांग जायज है। सही योजना बनाकर आंदोलन करने पर सफलता मिलेगी। इसके लिए विधि मंत्री शांति धारीवाल से बात करेंगे।
-इज्यराज सिंह, सांसद
इस मुद्दे पर सभी एक मत हैं। मुकदमों की संख्या के आधार पर कोटा इसका हकदार है। आंदोलन में सभी को सहयोग करना होगा। -ओम बिडला, विधायक कोटा दक्षिण
हाईकोर्ट की आवश्यकता आमजन के लिए है। आमजन को आंदोलन से जोडना होगा। -भवानी सिंह राजावत, विधायक लाडपुरा
आंदोलन राजनीतिक नहीं जनता का है। जनप्रतिनिधि वकीलों के साथ हैं। जनता की भलाई के लिए योजनाबद्ध तरीके से आंदोलन करने पर सफलता मिलेगी।-चंद्रकांता मेघवाल, विधायक रामगंजमंडी
वकीलों के साथ सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को पूरी ईमानदारी व दमखम से आंदोलन में सहयोग करना होगा। -प्रहलाद गुंजल, पूर्व विधायक
आंदोलन की सफलता के लिए एकजुटता की जरू रत है। आंदोलन में तन,मन व धन से सहयोग करना होगा।-मोहनलाल महावर, महापौर
समय अनुकूल है। केन्द्र व राज्य में कांग्रेस की सरकार होने से आंदोलन में सफलता निश्चित है। आवश्यकता मिलकर प्रयास करने की है।-मनमोहन जोशी, भाजपा शहर अध्यक्ष

Monday, September 7, 2009

जसवंत की किताब के लिए पैसा नहीं दिया: नुस्ली वाडिया

मोहम्मद अली जिन्ना के नाती और उद्योगपति नुस्ली वाडिया ने जसवंत सिंह की किताब के लिए पैसे देने के आरोपों को खारिज कर दिया है। उनसे पूछा गया था कि पाकिस्तान के संस्थापक जिन्ना की प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए क्या उन्होंने जसवंत सिंह की किताब को फाइनैंस किया है। वाडिया ने एक न्यूज चैनल से कहा, 'यह सब बकवास है। मेरे नाना मेरे नाना हैं, यह बदलने नहीं जा रहा है। मुझे उनके लिए प्रमाणपत्र लिखने के लिए जसवंत सिंह की जरूरत नहीं।' 'जिन्ना: इंडिया, पार्टिशन, इंडिपेंडेंस' पर उनके कुछ करीबी मित्रों के साथ बहस में वाडिया ने कहा, 'जसवंत सिंह के मामले में मैं नहीं समझता कि किसी व्यक्ति को यह कहने का अधिकार है कि उनके पास कोई किताब लिखने का अधिकार नहीं है।' जसवंत सिंह के खिलाफ बीजेपी द्वारा की गई कार्रवाई से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा, 'मुझे आश्चर्य है। मैं बहुत आश्चर्यचकित हूं और दुखी हूं।' यह पूछे जाने पर कि पिछले 30-40 सालों से उनके मित्र बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी को वह मौजूदा स्थिति में किस प्रकार देखते हैं, वाडिया ने सिर्फ इतना कहा, 'बहुत दुखद।' NBT

जगन समर्थकों के बागी तेवर

हेलीकॉप्टर हादसे में जान गवांने वाले आन्ध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस.आर.रेड्डी के 36 वर्षीय सांसद बेटे जगनमोहन को मुख्यमंत्री बनाने के लिए अभियान चला रहे उनके समर्थक बागी तेवर दिखा रहे हैं। रविवार को जगन समर्थकों ने रेड्डी की शोकसभा में भारी नारेबाजी और धक्कामुक्की की।
उन्होंने नेताओं को बोलने नहीं दिया। उधर कार्यवाहक मुख्यमंत्री के.रोसैया के अधीन काम करने से नानुकुर कर रहे सारे 34 मंत्रियों को राज्यपाल के निर्देश पर रविवार शाम को नई शपथ लेनी पडी।
शोकसभा में हंगामाप्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित रेड्डी की शोकसभा में जगन को मुख्यमंत्री बनाने की मांग करते हुए उनके समर्थकों ने धक्का-मुक्की व जमकर नारेबाजी की। हालात बिगडते देख सुरक्षाकर्मियों को मुख्यमंत्री के. रोसैया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी.श्रीनिवास, केन्द्रीय मंत्री जयपाल रेड्डी, वी. हनुमंत राव व केशव राव सहित अनेक वरिष्ठ नेताओं को सुरक्षा घेरे में लेना पडा। जगन की अपीलरेड्डी के बेटे जगन ने भी समर्थकों से संयम बरतने की अपील करते हुए एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री पद का फैसला हाईकमान पर छोडा जाना चाहिए।
हाईकमान नाखुशनई दिल्ली। जन समर्थकों के उग्र अभियान के बीच आन्ध्र के नए मुख्यमंत्री की नियुक्ति के मसले पर विचार के लिए केन्द्रीय कानून मंत्री वीरप्पा मोइली ने रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। हाईकमान हालता पर बारीक नजर रखे हुए है और जगन मोहन समर्थकों के तौरतरीकों से नाखुश है।

संस्कृति की रक्षा' के नाम पर तोडफोड

'भारतीय संस्कृति की रक्षा' के नाम पर बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने रविवार को महावीर नगर विस्तार योजना स्थित एलबीएस अकादमी में होने वाले फैशन शो से पूर्व जमकर तोडफोड की। महावीर नगर थाने के ठीक पीछे हुई इस तोडफोड की घटना के समय पुलिस वहां मौजूद नहीं थी।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत दल के करीब 50 कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए स्कूल के गेट का ताला तोड अंदर प्रवेश कर गए। गेट पर मौजूद स्कूल के सुरक्षाकर्मी उन्हें देख इधर-उधर छिप गए। कार्यकर्ताओं ने शो के लिए तैयार मंच व कुर्सियों को इधर-उधर फेंकना शुरू कर दिया। लाइट, साउण्ड, प्रोजेक्टर सिस्टम को भी जमीन पर पटक दिया। हाथों में डण्डे व बेसबाल के बल्ले लिए कार्यकर्ताओं ने मंच पर लगे होर्डिüग को भी फाड दिया। करीब 15 मिनट तोडफोड करने के बाद कार्यकर्ता वहां से चले गए। बजरंग दल कार्यकर्ता मुकेश जोशी का कहना है कि फैशन शो भारतीय संस्कृति के नाम पर कलंक हैं। इसमें अश्लीलता परोसी जाती है। उधर कुतुर इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी की निदेशक पूजा राजवंशी ने शो में किसी भी तरह की अश्लीलता होने से इनकार किया है।
घटना के बाद तैनात की पुलिसबजरंग दल ने स्कूल में होने वाले फैशन शो के विरोध की घोषणा शनिवार को ही कर दी थी। पूर्व घोषित कार्यक्रम के बावजूद भी शो के लिए पुलिस ने सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए। स्कूल निदेशक कुलदीप माथुर ने बताया उन्होंने घटना से करीब एक घंटे पूर्व महावीर नगर थानाधिकारी को इसकी सूचना दे दी थी। घटना के बाद पहुंचे पुलिस उपाधीक्षक अंशुमान भौमिया ने स्कूल प्रशासन से घटना की जानकारी ली। बाद में वहां पुलिस का अतिरिक्त जाप्ता तैनात कर दिया गया।

कांग्रेसी विधायक, भाजपा राज के भ्रष्ट अफसरों के चंगुल में

जयपुर। कांग्रेस के जिलाध्यक्षों ने रविवार को प्रदेशाध्यक्ष सी.पी. जोशी के समक्ष जहां मंत्रियों पर दौरे में कार्यकर्ताओं से नहीं मिलने का आरोप जडा, वहीं अफसरों पर भ्रष्टाचार व कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं करने जैसे आरोप लगाए। यह भी आरोप लगाया गया कि कांग्रेसी विधायक, भाजपा राज के भ्रष्ट अफसरों के चंगुल में फंस गए हैं।
जोशी की अध्यक्षता में कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों व मंत्रियों की संयुक्त बैठक हुई। बैठक अकाल राहत, पंचायती राज सम्मेलन व सदस्यता अभियान को लेकर बुलाई गई, लेकिन इसमें जिलाध्यक्षों ने अपने गिले-शिकवे भी रखे। जोशी ने ज्यादातर को घण्टी बजाकर बीच में टोक दिया कि विषय पर बात करो। उन्होंने भी प्रदेश पदाधिकारियों व जिलाध्यक्षों की क्लास लेते हुए कई हिदायतें दी।
मंत्रियों दौरे की सूचना नहीं मिलती जिलाध्यक्षों का कहना था कि मंत्री दौरे पर आते हैं, तो सूचना नहीं होती। कार्यकर्ताओं से नहीं मिलते, जबकि उन्हें पार्टी दफ्तर में आना चाहिए। बाडमेर जिलाध्यक्ष ने कहा कि कार्यकर्ताओं की नहीं सुनोगे तो संगठन कमजोर होगा और संगठन कमजोर होगा तो सत्ता कमजोर होगी। प्रदेशाध्यक्ष से आग्रह किया गया कि वे विधायकों को जिलों की सरकारी बैठकों में अनिवार्य तौर पर जाने के लिए पाबंद करें।
अकाल-बिजली की गम्भीर स्थितिसीकर व झुंझुनूं समेत कई जिलाध्यक्षों ने अपने यहां बिजली का संकट बताया, इससे पानी का संकट भी बढ जाता है। जालोर जिलाध्यक्ष ने अकाल की भीषण स्थिति बताई। बीकानेर देहात अध्यक्ष ने चारा व भूसे की निकासी पर रोक की मांग उठाई।
यूं चलाए शब्दबाणभाजपाराज के अधिकारी अभी भी लगे हुए हैं, जो भ्रष्टाचार कर रहे हैं। राज बदलने पर भ्रष्ट अधिकारियों व हमारे विधायकों का गठजोड बन गया है। सरकारी मशीनरी पर लगाम नहीं है। बाडमेर में चारे में गडबडी हो रही है। जैसलमेर में नरेगा व अकाल में भ्रष्टाचार हो रहा है, पुराने कलक्टर ने अनियमितताएं कीं। चित्तौडगढ में हरित योजना में भी भ्रष्टाचार पनप रहा है, पेड 30 लग रहे हैं, बताए 200 जा रहे हैं।
जोशी ने ली क्लासप्रदेशाध्यक्ष जोशी ने कहा कि पिछली बैठक में मुख्यमंत्री ने साफ कहा था कि संगठन सर्वसम्मति से विकास के प्रस्ताव बनाकर भेजे, उस पर सरकार अमल करेगी। लेकिन आप यह काम तो कर नहीं रहे, तबादले व व्यक्तिगत कामों में उलझकर रह जाते हैं। पंचायतों से योजना बनकर नहीं जाती, तो अफसर मनमानी करते हैं।
100 दिन बाद 10 दिन रोजगारनरेगा में 100 दिन काम करने के बाद राज्य सरकार अकाल के दिनों में दस दिन प्रतिमाह का अतिरिक्त रोजगार देगी। राहत मंत्री जितेन्द्र सिंह ने रविवार को कांग्रेस मुख्यालय पर हुई बैठक में यह ऎलान किया। जिला प्रभारी मंत्रियों से कलक्टरों से बात कर अकाल पीडितों की मदद करने को कहा गया है।

मुंडे को रोके जाने के विरोध में कार्यकर्ताओं ने हंगााम मचाया

मुंबई/पुणे। मिरज में सांप्रदायिक तनाव के बाद ताजा हालात का जायजा लेने सांगली जा रहे भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे को रोके जाने के विरोध में आज भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुंबई एयरपोर्ट के बाहर जमकर हंगााम मचाया। सांगली में दो दिनों से कर्फ्यू लगा हुआ है।
सूत्रों के अनुसार प्रशासन का मानना है कि मुंडे के सांगली जाने से स्थिति बिगड सकती है। इसलिए पुलिस ने आज मुंडे को मुंबई एयरपोर्ट से पुणे जाने के लिए विमान में नहीं बैठने दिया।
भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज
मुंडे को सांगली जाने से रोके जाने पर भाजपा कार्यकर्ता भडक उठे और उन्होंने एयरपोर्ट के बाहर हंगामा मचाना शुरू कर दिया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और पुलिस पर पथराव करने लगे। जिसके बाद पुलिस को कार्यकर्ताओं को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लेना पडा। लाठीचार्ज में कुछ प्रदर्शनकारी कार्यकर्ता मामूली रूप से घायल भी हुए हैं।
लाठी और गोलियों से नहीं डरता : मुंडे इस बीच गोपीनाथ मुंडे ने कहा है कि वो लाठियों और गोलियों ने नहीं डरते। उन्होंने माहराष्ट्र सरकार पर 'ज्यादती' का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार बलपूर्वक उन्हें सांगली जाने से नहीं रोक सकती। उन्होंने कहा कि अनंत चतुर्दशी (3 सितंबर) के इतने दिन बीत जाने के बावजूद कर्फ्यू के कारण अभी तक सांगली व मिरज में कई जगहों पर गणेश विसर्जन नहीं हो पाया है। उन्होंने रोष जताते हुए कहा कि सरकार लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड कर रही है।
'नहीं मानें तो गिरफ्तार होंगे मुंडे' दूसरी ओर प्रशासन ने दो टूक शब्दों में कहा है कि यदि मुंडे ने सडक मार्ग से सांगली जाने की कोशिश की तो उन्हें हिरासत में लिया जा सकता है। प्रशासन का कहना है कि मुंडे के सांगली जाने से वहां के हालात बेकाबू हो सकते हैं।
सांगली में तनाव, कर्फ्यू जारी उल्लेखनीय है कि गणेश प्रतिमा विसर्जन पर तथाकथिक सांप्रदाय विशेष विरोध झांकी के कारण सांगली के मिरज में सांप्रदायिक हिंसा भडक उठी थी। सांगली व मिरज में अभी भी तनाव का माहौल बना हुआ है। हालांकि, इलाके में कर्फ्यू की वजह से स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सांगली और मिरज में शनिवार रात को कर्फ्यू लगा दिया गया था। गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान दो गुटों में तनाव फैल गया था। मिरज में फैली इस हिंसा की चिंगारी सांगली तक फैली और यहां पर भी तनाव उत्पन्न हो गया था। इस बीच मिराज में 70 फीसदी सार्वजनिक गणेश मंडलों में विसर्जन संपन्न हो गया है।
चार गिरफ्तार
दूसरी ओर तनावग्रस्त इलाके का दौरा करने आए गृहमंत्री जयंत पाटिल ने आ

Wednesday, September 2, 2009

विकासशील देशों की भूमिका का विस्तार जरूरी-कृष्णा

नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस.एम कृष्णा ने वैश्विक वित्तीय संस्थानों मेंं विकासशील देशों की भूमिका का विस्तार किए जाने की जरूरत पर बल देते हुए कहा है कि वैश्विक वित्तीय मंदी से निपटने के लिए "बेहतर निगरानी एवं नियमन" व्यवस्था की बहुत जरूरत है। विदेश मंत्री कृष्णा मंगलवार को ब्रासीलिया में भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका (इबसा) के विदेश मंत्रियों की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें पारदर्शी नियमन प्रणाली विकसित करनी होगी जो मौजूदा संकट के लिए जिम्मेवार त्रुटियों को दूर कर सके। कृष्णा ने कहा कि प्रणालीगत वित्तीय एवं आर्थिक असन्तुलन का तुरन्त पता लगाने के लिए बेहतर निगरानी व्यवस्था जरूरी है। उन्होंने बेलगाम लोभ और कयासबाजी को मौजूदा संकट का मूल करार देते हुए कहा कि ऎसे संकट से करोड़ों लोगों की माली हालत बिगड़ी है।

विरोध में कर्मचारी लामबंद

जयपुर। राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फैडरेशन सहित राज्य के सभी 21 जिला दुग्घ संघों में सेवानिवृत्ति आयु 60 से घटाकर 58 करने के विरोध में कर्मचारी लामबंद हो गए हैं। बुधवार को अजमेर डेयरी में कार्य बहिष्कार किया गया। सात सितम्बर की सभी जिला दुग्ध संघ के प्रतिनिधियों की बैठक में आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।
राजस्थान राज्य डेयरी महासंघ के अध्यक्ष नरेन्द्र पारीक ने बताया कि जिला दुग्ध संघ के प्रबंध संचालक मण्डल की बैठक बुलाना तो दूर प्रशासन ने मानवीय दृष्टिकोण भी ताक पर रख दिया। कर्मचारियों को सेवानिवृत्त करने से पहले कम से कम पन्द्रह-बीस दिन का समय दिया जाना चाहिए था। सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के विरोध में सोमवार को महासंघ की बैठक होगी। आवश्यकता पडी तो कार्य बहिष्कार भी किया जाएगा।
राज्य सरकार द्वारा आरसीडीएफ प्रबंध संचालक मण्डल की बैठक नहीं बुलाई गई। आदेश का हर कदम पर विरोध किया जाएगा। प्रदर्शन का दौर शुरू होगा। -सतीश सक्सेना, अध्यक्ष, राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फैडरेशन संयुक्त कर्मचारी संघ

जिले में दो दौरे करे

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि वे माह में दो बार अपने प्रभार वाले जिलों का दौरा करें और कम से कम एक रात जिले में बिताएं। गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार को हुई मंत्री परिषद की बैठक में अकाल, पानी, बिजली की समस्या पर करीब डेढ घंटे चिन्तन हुआ। जानकार सूत्रों के अनुसार मंत्रियों ने भी बिजली व पानी समस्या पर अपने फीड बैक से अवगत करवाया। बैठक में मंत्रियों को विभिन्न विभागों से सम्बन्धित कार्यों की लम्बी चैक लिस्ट थमाई गई जिसके आधार पर उन्हें जिलों के दौरे के दौरान कामकाज देखना होगा व समीक्षा करनी होगी।

'लेडी सुपरवाइजर' के लिए उम्र की छूटप्रदेश के महिला एवं बाल विकास विभाग में लेडी सुपरवाइजर की भर्ती के लिए सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को आयु में 10 साल तथा आरक्षित वर्ग को 15 साल की छूट दी जाएगी। इससे लेडी सुपरवाइजर के खाली पडे पदों को भरने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार को राज्य मंत्रिमण्डल की बैठक में यह निर्णय किया गया।
अधिकृत सूत्रों के अनुसार बैठक में यह भी तय किया गया कि समेकित बाल विकास सेवाओं के उपनिदेशकों के लिए अभी तक राज्य प्रशासनिक सेवा (आरएएस) से भरे जाने वाले 50 प्रतिशत पदों के बजाए अब केवल प्रतिशत पद इस सेवा के होंगे। इसके अलावा शेष 25 प्रतिशत पद दूसरे विभागों के समकक्ष अधिकारियों को प्रतिनियुक्ति पर ला कर भरे जाएंगे। यदि आरएएस कोटे के पद रिक्त रहते हैं, तो उन्हें भी प्रतिनियुक्ति से भरा जायेगा।
इसके अलावा सहायक बाल विकास परियोजना अधिकारी के बजाए सीधे बाल विकास परियोजना अधिकारी की भर्ती की जाएगी। पोषाहार विज्ञ, स्वास्थ्य अनुदेशक व पूर्व विद्यालय अनुदेशक के पद भी दूसरे विभागों के समकक्ष पदों से भरे जाएंगे। महिला एवं बाल विकास सेवा में इन बदलावों के लिए महिला एवं बाल विकास सेवा नियमों में संशोधन किया जाएगा।
'विधायकों को तबादलों से संतुष्ट करें'सूत्रों के अनुसार बैठक में तबादलों पर भी चर्चा चली और विधायक दल की बैठक में मंत्रियों की शिकायतों व तबादलों के प्रति नाराजगी का भी जिक्र हुआ। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा बताया कि तबादलों की सबको छूट है और प्रतिबंध खुला हुआ है। ऎसे में विधायकों की समझाइश के साथ संतुलित तबादले करें, लेकिन विधायकों को संतुष्ट रखें।

आंध सीएम का हेलीकॉप्टर मिला

हैदराबाद/नई दिल्ली। वायुसेना के खोजी अभियान के करीब 22 घंटे की मशक्कत के बाद आज सुबह तकरीबन 8.30 बजे करनूल से 40 नॉटिकल मील दूर एक पहाडी पर आन्ध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर का पता चला है। वायुसेना ने रेड्डी का हेलीकॉप्टर मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि करनूल के वोल्लिगोंडा इलाके में हेलीकॉप्टर देखा गया। गृहमंत्रालय ने हेलीकॉप्टर के क्रैश होने की आशंका जताई है।
सूत्रों के अनुसार रेड्डी की तलाश के लिए हेलीकॉप्टर के पास आठ पैराशूटर्स उतारे गए हैं। इसके साथ ही मेडिकल टीम भी मौके पर पहुंच गई है। हालांकि, बताया जा रहा है कि हेलीकॉप्टर की मौजूदा स्थिति को देखते हुए इसमें सफर कर रहे किसी भी व्यक्ति के जीवित होने की संभावना नहीं है। इस बीच केन्द्रीय गृहमंत्री पी. चिदम्बरम खुद खोज अभियान पर नजर रखे हुए हैं।

राजशेखर रेड्डी के लापता हेलिकॉप्टर का सुराग मिला

चमात्कार की उम्मीदों पर बुरी आशंकाएं भारी पड़ीं। पछले 24 घंटे से भी अधिक समय से लापता आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. राजशेखर रेड्डी के हेलिकॉप्टर के दुर्घटना स्थल पर पांच शव मिले हैं। सूत्रों का कहना है कि हेलिकॉप्टर में सवार में मुख्यमंत्री समेत सभी पांच लोग हादसे में मारे गए हैं। मुख्यमंत्री के अलावा उनके साथ प्रधान सचिव सुब्रमण्यम, मुख्य सुरक्षा अधिकारी ए.एस.सी. वेसले और, पायलट कैप्टन एस.के. भाटिया और सह-पायलट कैप्टन एम.एस. रेड्डी हेलिकॉप्टर में सवार थे। इस बारे में आधिकारिक घोषणा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद की जाएगी। पछले 24 घंटे से भी अधिक समय से लापता आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. राजशेखर रेड्डी के हेलिकॉप्टर को कुर्नूल से 40 नॉटिकल मील यानी 73 किलोमीटर की दूरी पर रूद्रकोंडा की पहाड़ी पर खोज लिया गया है। अभी मुख्यमंत्री की स्थिति के बारे में कुछ पता नहीं चला है। इस बीच केंद्रीय गृह सचिव जी.के. पिल्लई ने आशंका जताई है कि मुख्यमंत्री का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया है। पूरे घटनाक्रम पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गृह मंत्री, रक्षा मंत्री और वित्त मंत्री के साथ मीटिंग करके विचार-विमर्श किया। बेंगलुरु वायु कमान के एयर कमाडोर सागर भारती ने कहा, 'अभी तक की स्थिति के अनुसार हमने हेलिकॉप्टर का पता लगा लिया है। हमारे हेलिकॉप्टर वहां हैं और हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कोई जिंदा बचा है या नहीं। उन्होने बताया हम इस बारे में सुनिश्चित नहीं हैं कि यह हादसे का शिकार हुआ या नहीं।' जिस इलाके में हेलिकॉप्टर का पता लगाया गया है उसके ऊपर दो हेलिकॉप्टर चक्कर लगा रहे हैं और उतरने के लिए किसी स्थान की तलाश कर रहे हैं। केंद्रीय गृह सचिव जी. के. पिल्लई ने पीटीआई को बताया कि ऐसा लगता है कि हेलिकॉप्टर आपात स्थिति में उतरते समय हादसे का शिकार हुआ लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं की गई है। पिल्लई ने बताया कि हादसे में जिंदा बचे लोगों की तलाश के लिए रस्सी के जरिए पैरा कमांडो को नीचे उतारने के प्रयास में हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. राजशेखर रेड्डी के लापता हेलिकॉप्टर का सुराग मिला गया है। सर्च टीम के अधिकारी ने कहा है कि हमने कुर्नूल जिले के करीब 73 किलोमीटर पूरब में एक पहाड़ी पर हेलिकॉप्टर का पता लगा लिया है। अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया है या वहां लैंडिंग की गई है। सर्च टीम के अधिकारी का कहना है कि आधे घंटे बचाव दल वहां पहुंच जाएगा। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री राजशेखर रेड्डी का लापता हेलिकॉप्टर कुर्नूल के पूर्व में नल्लामलाई की सोमासिला पहाड़ियों के ऊपर दिखा। बेंगलूर एयर कमांड के एयर कमोडोर सागर भारती ने कहा, अभी हमने ( मुख्यमंत्री के ) हेलिकॉप्टर का पता लगाया है। अभी हम इस बारे में पक्का नहीं कह सकते कि यह दुर्घटनाग्रस्त हुआ या नहीं। अधिकारी ने कहा कि अभी वह हेलिकॉप्टर में सवार मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी उनके प्रधान सचिव सुब्रमण्यम मुख्य सुरक्षा अधिकारी एएससी वेसले और पायलट और सह पायलट कैप्टन एसके भाटिया और कैप्टन एमएस रेड्डी की स्थिति के बारे में कुछ कहने की हालत में नहीं हैं। अधिकारियों ने बताया कि इलाके के ऊपर सेना के दो हेलिकाप्टर मंडरा रहे हैं और उतरने के लिए जगह की तलाश कर रहे हैं। राज्यसभा के सदस्य और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के करीबी सहयोगी केवीपी रामचंद्र राव ने भी कहा कि हेलिकॉप्टर का पता लगा लिया गया है। भारती ने कहा कि हम यह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि क्या कोई जीवित बचा है।

मनसे को फोर्स नहीं मानती बीजेपी-शिवसेना

बीजेपी-शिवसेना भले ही महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को बड़ी ताकत नहीं मानती हो, मगर उसकी चुनावी रणनीति में मनसे को रोकने के उपायों को सब से ज्यादा महत्व दिया जा रहा है। हालांकि अभी तक कोई रामबाण तरीका उसे नहीं मिल पाया है। उसकी नीति खासकर इस भरोसे पर तय की जा रही है कि 2004 के लोकसभा चुनाव में मुम्बई में बीजेपी-शिवसेना के उम्मीदवार जितने मतों से हारे उसकी तुलना में गत लोकसभा में कम मतों से हारे। इस गणित का उसने सीधा अर्थ यह लगाया है कि मनसे ने युति के कम और कांग्रेस-एनसीपी के ज्यादा मत काटे है। मुम्बई का ही उदाहरण लें तो इस बार उत्तर मुम्बई में राम नाईक पांच हजार मतों से हारे। जबकि गत लोकसभा में कांग्रेस के गोविंदा से वे तकरीबन 50 हजार मतों से हारे थे। उत्तर पूर्व में किरीट सोमय्या के बारे में यही हाल था। इस बार वे सिर्फ से तीन हजार मतों से हारे, पिछली बार 99 हजार 375 मतों से हारे थे। कमोबश यही हाल शिवसेना का हुआ है। मतों के लिहाज से या अपना हौसला बढ़ाने के लिए युति भले इस तर्क को सही मान रही हो पर यह सच है कि मनसे यदि मैदान में नहीं होती तो यंग मराठी वोटर्स सरकार के विकल्प के बतौर शिवसेना या बीजेपी को मत देते। 2009 के लोकसभा चुनाव में युति का यह मौका मनसे के कारण ही चुक गया। मुम्बई में विधानसभा की 36 सीटें है। लोकसभा में विधानसभा क्षेत्रों के अनुसार हर दल को प्राप्त मत यह बताते हैं कि बीजेपी-शिवसेना को सात सीटों पर और मनसे को अकेले पांच सीटों पर बढ़त मिली है। इतना ही नहीं छह विधानसभा क्षेत्रों में मनसे को गठबंधन के उम्मीदवारों से ज्यादा मत मिले हैं। मुम्बई में कांग्रेस-एनसीपी 24 सीटों पर आगे रही। इस गणित के बलबूते पर कांग्रेस आगे की नीति बना रही है। मजे की बात यह है कि एनसीपी को उत्तर पूर्व की जो एकमात्र सीट मिली, उसमें तीन विधानसभा की सीटों पर मनसे और दो पर बीजेपी को बढ़त मिली है। उत्तर मध्य मुम्बई में बीजेपी बहुत ही पिछड़ गई है। यहां की घाटकोपर (प.)विक्रोली, भांडुप में मनसे दूसरे नंबर पर है। वर्ली, भायखला, कुर्ला, कलिना, चांदिवली व मागाठणे में भी वह युति से आगे है। जिन विधानसभा क्षेत्रों में बीजेपी, शिवसेना आगे रही है उनमें घाटकोपर, मुलुंड, जोगेश्वरी, चारकोप, दहिनसर, बोरिवली, माहीम शामिल है। शेष 24 में कांग्रेस ही आगे है।