शहरों के विकास एवं सडक मार्गो के विस्तार एवं सौन्दर्यकरण के लिए भाजपा के शासन काल में गौरव पथ के नाम से योजना आई थी। चित्तौडगढ में भी महाराणा प्रताप सेतु मार्ग को गौरव पथ के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई।
पोस्ट ऑफिस से गांधीनगर मोक्षधाम तक योजना के लिए 16 जनवरी 2007 में तत्कालीन स्वायत्त शासन मंत्री प्रतापसिंह सिंघवी, तत्कालीन उद्योग मंत्री एवं विधायक नरपतसिंह राजवी ने भाजपा पालिकाध्यक्ष गोविन्द काबरा के समय सडक का शिलान्यास किया था। इसके बाद यहां डब्ल्यू.बी.एम. कार्य आरम्भ हुआ। यहां कार्य मंथर गति एवं रूक-रूक कर होने के कारण अब तक गौरव पथ योजना का क्रियान्वयन नहीं हो पाया।
वर्तमान हालातगौरव पथ के कार्य ने गति पकडी तथा सडक के डिवाइडर बनाकर आकर्षक विद्युत पोल लगाकर केबल डाल दी। गांधी नगर मोक्षधाम के यहां चौराहे का कार्य भी चल रहा है।
यह है समस्याविगत दो माह पूर्व गौरव पथ पर पटरियों का डामरीकरण किए बगैर ही सडक को मध्य से खोदकर डिवाईडर बना दिया। इससे पहले ही छोटी सडक और छोटी हो गई। शहर का मुख्य मार्ग होने से इस पर यातायात का दबाव बना रहता है। वन-वे हो जाने से एक बार में एक ही वाहन गुजर रहा है। बरसात के चलते सडक पर जगह-जगह गbे पड गए हैं। वाहन चालकों को भारी परेशानी उठानी पड रही है। उडती धूल लोगों के लिए बीमारी का कार्य कर रही है, वहीं गbे कई लोगों के लिए दुर्घटना के सबब बन चुके हंै।
गौरव पथ के विकास का कार्य तेजी से चल रहा है तथा बरसात समाप्त होने के बाद पूरी सडक का कार्य आरम्भ किया जाएगा।'रमेशनाथयोगी, पालिकाध्यक्ष, चित्तौडगढ
पोस्ट ऑफिस से गांधीनगर मोक्षधाम तक योजना के लिए 16 जनवरी 2007 में तत्कालीन स्वायत्त शासन मंत्री प्रतापसिंह सिंघवी, तत्कालीन उद्योग मंत्री एवं विधायक नरपतसिंह राजवी ने भाजपा पालिकाध्यक्ष गोविन्द काबरा के समय सडक का शिलान्यास किया था। इसके बाद यहां डब्ल्यू.बी.एम. कार्य आरम्भ हुआ। यहां कार्य मंथर गति एवं रूक-रूक कर होने के कारण अब तक गौरव पथ योजना का क्रियान्वयन नहीं हो पाया।
वर्तमान हालातगौरव पथ के कार्य ने गति पकडी तथा सडक के डिवाइडर बनाकर आकर्षक विद्युत पोल लगाकर केबल डाल दी। गांधी नगर मोक्षधाम के यहां चौराहे का कार्य भी चल रहा है।
यह है समस्याविगत दो माह पूर्व गौरव पथ पर पटरियों का डामरीकरण किए बगैर ही सडक को मध्य से खोदकर डिवाईडर बना दिया। इससे पहले ही छोटी सडक और छोटी हो गई। शहर का मुख्य मार्ग होने से इस पर यातायात का दबाव बना रहता है। वन-वे हो जाने से एक बार में एक ही वाहन गुजर रहा है। बरसात के चलते सडक पर जगह-जगह गbे पड गए हैं। वाहन चालकों को भारी परेशानी उठानी पड रही है। उडती धूल लोगों के लिए बीमारी का कार्य कर रही है, वहीं गbे कई लोगों के लिए दुर्घटना के सबब बन चुके हंै।
गौरव पथ के विकास का कार्य तेजी से चल रहा है तथा बरसात समाप्त होने के बाद पूरी सडक का कार्य आरम्भ किया जाएगा।'रमेशनाथयोगी, पालिकाध्यक्ष, चित्तौडगढ
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