Sunday, September 13, 2009

गरमाता रहा विधायक अधिकारी विवाद

भाजपा विधायक रामहेत यादव एवं नगर विकास न्यास सचिव जी.डी. आर्य के बीच टेलीफोन पर हुआ विवाद शनिवार को भी नहीं थमा। घटना को लेकर जहां भाजपा ने शनिवार को यूआईटी सचिव के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया। वहीं कई सामाजिक संगठनों ने विधायक के व्यवहार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। मामले में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई है।
तिजारा फाटक पर ओवरब्रिज के लिए अतिक्रमण हटाने के मामले में किशनगढबास विधायक रामहेत यादव एवं न्यास सचिव आर्य के बीच टेलीफोन पर शुक्रवार को नोक-झोंक हो गई थी। विधायक पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए प्रशासनिक सेवा परिषद के अधिकारियों ने शुक्रवार रात बैठक कर विधायक के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया था।
परिषद ने मामले की पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराने की बात भी कही थी। बाद में प्रशासनिक सेवा परिषद का प्रतिनिधिमण्डल देर रात जिला कलक्टर से मिला और उनसे मामले में आगामी कार्रवाई का आग्रह किया। हालांकि शनिवार किसी पक्ष ने प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई।
तिजारा फाटक विकास समिति के सदस्यों व भाजपा कार्यकर्ताओं ने न्यास सचिव के व्यवहार के खिलाफ धरना दिया और पुतला दहन किया। दूसरी ओर मेघवाल विकास समिति, जिला कांग्रेस कमेटी के दलित पदाधिकारियों, खटीक छात्रावास एवं धर्मशाला निर्माण समिति, अखिल राजस्थान अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछडी जाति अधिकारी कर्मचारी संयुक्त महासंघ ने विधायक के व्यवहार की निंदा की।

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