संघ ने कहा कि सेक्युलर ब्रिगेड गुजरात के मुख्यमंत्री पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं चूकती और ये नेता सारी लोकतांत्रिक मर्यादाओं को लांघकर उनके प्रति अपशब्दों का प्रयोग करने में भी नहीं हिचकिचाते। इस संदर्भ में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को आड़े हाथ लेते हुए संपादकीय में कहा गया है कि राज्य में पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मुस्लिम हितैषी दर्शाने के लिए सोनिया ने गुजरात दंगों के संदर्भ में मोदी को मौत का सौदागर कह दिया था और इस बार इशरत कांड पर कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता ने मोदी सरकार को आदमखोर तक कह डाला। इशरत मामले में जिस रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस उछल रही है, केन्द्र का शपथपत्र ही उसकी काट कर रहा है।
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