नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हार के बाद पार्टी में मचा घमासान फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी पर निशाना साधते हुए चुनाव में हार के लिए उन्हें जिम्मेदार बताया है।
आरएसएस के मुखपत्र 'पांचजन्य' के ताजा अंक में संघ ने हार का ठीकरा आडवाणी के सिर फोडते हुए कहा है कि चुनाव में उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में पेश करना एक बडी भूल थी। संघ के वरिष्ठ सदस्य और चिंतक देवेन्द्र स्वरूप ने 'पांचजन्य' में प्रकाशित एक लेख में कहा है कि भाजपा की ओर से आडवाणी को भावी पीएम के तौर पर पेश करना और पूरे चुनाव अभियान को आडवाणी केन्द्रित करना एक बडी राजनीतिक भूल थी।
'पांचजन्य' में कहा गया है कि 'कांग्रेस ने आडवाणी और भाजपा की इस राजनीतिक भूल का बडी चतुराई से इस्तेमाल किया और इसका भरपूर लाभ उठाया।' देवेन्द्र स्वरूप ने कहा है कि कांग्रेस ने आडवाणी के लंबे राजनीतिक अनुभव के बजाय उनकी उम्र को उछालकर बहुत चालाकी से 'बुढापा बनाम युवा पीढी' को चुनाव का मुख्य मुद्दा बना दिया।
आरएसएस के मुखपत्र 'पांचजन्य' के ताजा अंक में संघ ने हार का ठीकरा आडवाणी के सिर फोडते हुए कहा है कि चुनाव में उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में पेश करना एक बडी भूल थी। संघ के वरिष्ठ सदस्य और चिंतक देवेन्द्र स्वरूप ने 'पांचजन्य' में प्रकाशित एक लेख में कहा है कि भाजपा की ओर से आडवाणी को भावी पीएम के तौर पर पेश करना और पूरे चुनाव अभियान को आडवाणी केन्द्रित करना एक बडी राजनीतिक भूल थी।
'पांचजन्य' में कहा गया है कि 'कांग्रेस ने आडवाणी और भाजपा की इस राजनीतिक भूल का बडी चतुराई से इस्तेमाल किया और इसका भरपूर लाभ उठाया।' देवेन्द्र स्वरूप ने कहा है कि कांग्रेस ने आडवाणी के लंबे राजनीतिक अनुभव के बजाय उनकी उम्र को उछालकर बहुत चालाकी से 'बुढापा बनाम युवा पीढी' को चुनाव का मुख्य मुद्दा बना दिया।
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