Tuesday, September 8, 2009

'जनहित का रखेंगे ध्यान'

राज्य के वनराज्य मंत्री रामलाल जाट ने कहा है कि सरिस्का मार्ग परिवर्तन मामले में कोई भी निर्णय स्थानीय जनता के हितों को ध्यान में रखकर किया जाएगा। यह आश्वासन मंत्री ने जयपुर स्थित वन भवन में राज्य सरकार के प्रतिनिधियों, वन विभाग के उच्च अधिकारियों एवं सांसद किरोडी के नेतृत्व में थानागाजी क्षेत्र से गए प्रतिनिधिमण्डल के बीच सोमवार रात हुई बैठक में दिया।

इससे पूर्व जयपुर रोड पर घाटा बांदरोल में डाला गया ग्रामीणों का पडाव दौसा सांसद डॉ. किरोडीलाल मीणा के राज्य सरकार से वार्ता के लिए जयपुर रवाना होने के बाद सोमवार दोपहर स्थगित कर दिया गया। लेकिन मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बैरिकेट्स हटा दिए, जिससे सरिस्का होकर भारी वाहनों का आवागमन फिर शुरू हो गया।
पुलिस ने बैरिकेट्स हटाने के सम्बंध में दो मामले दर्ज किए हैं। रविवार रात मसले पर दौसा सांसद मीणा की जनसभा के बाद करीब तीन हजार ग्रामीणों ने जयपुर कूच का ऎलान कर घाटा बांदरोल में पडाव डाला था। सोमवार सुबह पडाव स्थल पर भीड बढ गई। कुछ ग्रामीण ट्रैक्टर व अन्य वाहनों में भरकर कुशालगढ तिराहा पहुंचे और यहां से भी बैरिकेट्स हटा दिए। तालवृक्ष रोड पर रास्ता जाम भी किया गया। देर तक तिराहे पर हंगामा होता रहा।
बाद में लोग घाटा बांदरोल लौट गए। जहां सांसद ने मार्ग परिवर्तन को लेकर राज्य के वन मंत्री से बातचीत की। वन मंत्री के न्यौते पर सांसद के नेतृत्व में प्रतिनिधि मण्डल राज्य सरकार से वार्ता के लिए जयपुर रवाना हो गया। इससे घाटा बांदरोल पर पडाव खत्म हो गया। प्रतिनिधिमण्डल में पूर्व विधायक कांति मीणा, राजेश शर्मा, हरिशंकर खण्डेलवाल, राजेन्द्र तिवाडी, गुलजारी खण्डेलवाल, ख्यालीराम सैनी, चौथमल, पेमाराम व सरपंच हीरालाल सैनी और तेजपाल शर्मा आदि शामिल थे।
मांग अधूरी रही तो फिर कूच : जयपुर जाने से पूर्व घाटा बांदरोल में हुई सभा में सांसद मीणा ने कहा कि राज्य सरकार ने मांग नहीं मानी तो 16 सितम्बर को 'करो या मरो' की नीति पर चलते हुए 16 हजार महिलाओं के साथ जयपुर कूच किया जाएगा।
स्कूलों की छुट्टी कराई : सरिस्का मार्ग परिवर्तन के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को क्षेत्र के सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में छुट्टी करा दी। दुहार चौगान से परिषद् के कार्यकर्ताओं ने घाटा बांदरोल में भोजन के पैकेट पहुंचाए।
मिली राहत : सरिस्का मार्ग मामले पर चर्चा के लिए प्रतिनिधिमण्डल जयपुर रवाना होने व आंदोलन रोक दिए जाने से पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने सोमवार को राहत की सांस ली। रविवार सुबह से मौके पर तैनात पुलिस जाब्ता थानों व लाइन के लिए रवाना हो गया।
कुशालगढ तिराहे पर हंगामामालाखेडा। कुशालगढ तिराहे पर करीब एक हजार लोगों ने नारायणपुर मार्ग पर बिजली के खम्भे और पेड डाल कर जाम लगाया तथा भर्तृहरि मार्ग पर लगे बैरियर को हटा प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इन्दौक, कुशालगढ, माधोगढ, किशोरी, भीखमपुरा, टहला, गुडाचुलाना, द्वारापुर, हरनेर, नाथुसर, ढिगारिया, थानागाजी व अजबगढ के ग्रामीणों के साथ पूर्व विधायक कांति मीणा व थानागाजी विधायक हेमसिंह भडाना भी मौजूद थे।
इस संबंध में एसडीएम की ओर से ताराचंद डाकौत, अशोक सैनी, हरिमोहन, राजेश शर्मा, दिलीप, गोपाल सोनी, रामखिलाडी सहित 20-25 लोगों के खिलाफ नामजद तथा एक हजार लोगों के खिलाफ वीडियोग्राफी के माध्यम से मालाखेडा पुलिस थाने मे मामला दर्ज कराया गया है।
सरकार मदद करेगीपूर्व विधायक कांति मीणा ने बताया कि जयपुर स्थित वन भवन में हुई बैठक में सरकार का रूख सकारात्मक रहा। बातचीत के दौरान सांसद डॉ. किरोडीलाल मीणा ने उच्चतम न्यायालय के वर्ष1999 के आदेशों को लागू कराने पर जोर दिया। साथ ही प्रतिनिधिमंडल सदस्यों ने कहा कि यदि सरकार को सरिस्का के मार्ग पर वाहनों का प्रवेश बंद ही करना है तो बाघ अभयारण्य के समूचे क्षेत्र में वाहनों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।

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