जयपुर। कांग्रेस के जिलाध्यक्षों ने रविवार को प्रदेशाध्यक्ष सी.पी. जोशी के समक्ष जहां मंत्रियों पर दौरे में कार्यकर्ताओं से नहीं मिलने का आरोप जडा, वहीं अफसरों पर भ्रष्टाचार व कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं करने जैसे आरोप लगाए। यह भी आरोप लगाया गया कि कांग्रेसी विधायक, भाजपा राज के भ्रष्ट अफसरों के चंगुल में फंस गए हैं।
जोशी की अध्यक्षता में कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों व मंत्रियों की संयुक्त बैठक हुई। बैठक अकाल राहत, पंचायती राज सम्मेलन व सदस्यता अभियान को लेकर बुलाई गई, लेकिन इसमें जिलाध्यक्षों ने अपने गिले-शिकवे भी रखे। जोशी ने ज्यादातर को घण्टी बजाकर बीच में टोक दिया कि विषय पर बात करो। उन्होंने भी प्रदेश पदाधिकारियों व जिलाध्यक्षों की क्लास लेते हुए कई हिदायतें दी।
मंत्रियों दौरे की सूचना नहीं मिलती जिलाध्यक्षों का कहना था कि मंत्री दौरे पर आते हैं, तो सूचना नहीं होती। कार्यकर्ताओं से नहीं मिलते, जबकि उन्हें पार्टी दफ्तर में आना चाहिए। बाडमेर जिलाध्यक्ष ने कहा कि कार्यकर्ताओं की नहीं सुनोगे तो संगठन कमजोर होगा और संगठन कमजोर होगा तो सत्ता कमजोर होगी। प्रदेशाध्यक्ष से आग्रह किया गया कि वे विधायकों को जिलों की सरकारी बैठकों में अनिवार्य तौर पर जाने के लिए पाबंद करें।
अकाल-बिजली की गम्भीर स्थितिसीकर व झुंझुनूं समेत कई जिलाध्यक्षों ने अपने यहां बिजली का संकट बताया, इससे पानी का संकट भी बढ जाता है। जालोर जिलाध्यक्ष ने अकाल की भीषण स्थिति बताई। बीकानेर देहात अध्यक्ष ने चारा व भूसे की निकासी पर रोक की मांग उठाई।
यूं चलाए शब्दबाणभाजपाराज के अधिकारी अभी भी लगे हुए हैं, जो भ्रष्टाचार कर रहे हैं। राज बदलने पर भ्रष्ट अधिकारियों व हमारे विधायकों का गठजोड बन गया है। सरकारी मशीनरी पर लगाम नहीं है। बाडमेर में चारे में गडबडी हो रही है। जैसलमेर में नरेगा व अकाल में भ्रष्टाचार हो रहा है, पुराने कलक्टर ने अनियमितताएं कीं। चित्तौडगढ में हरित योजना में भी भ्रष्टाचार पनप रहा है, पेड 30 लग रहे हैं, बताए 200 जा रहे हैं।
जोशी ने ली क्लासप्रदेशाध्यक्ष जोशी ने कहा कि पिछली बैठक में मुख्यमंत्री ने साफ कहा था कि संगठन सर्वसम्मति से विकास के प्रस्ताव बनाकर भेजे, उस पर सरकार अमल करेगी। लेकिन आप यह काम तो कर नहीं रहे, तबादले व व्यक्तिगत कामों में उलझकर रह जाते हैं। पंचायतों से योजना बनकर नहीं जाती, तो अफसर मनमानी करते हैं।
100 दिन बाद 10 दिन रोजगारनरेगा में 100 दिन काम करने के बाद राज्य सरकार अकाल के दिनों में दस दिन प्रतिमाह का अतिरिक्त रोजगार देगी। राहत मंत्री जितेन्द्र सिंह ने रविवार को कांग्रेस मुख्यालय पर हुई बैठक में यह ऎलान किया। जिला प्रभारी मंत्रियों से कलक्टरों से बात कर अकाल पीडितों की मदद करने को कहा गया है।
जोशी की अध्यक्षता में कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों व मंत्रियों की संयुक्त बैठक हुई। बैठक अकाल राहत, पंचायती राज सम्मेलन व सदस्यता अभियान को लेकर बुलाई गई, लेकिन इसमें जिलाध्यक्षों ने अपने गिले-शिकवे भी रखे। जोशी ने ज्यादातर को घण्टी बजाकर बीच में टोक दिया कि विषय पर बात करो। उन्होंने भी प्रदेश पदाधिकारियों व जिलाध्यक्षों की क्लास लेते हुए कई हिदायतें दी।
मंत्रियों दौरे की सूचना नहीं मिलती जिलाध्यक्षों का कहना था कि मंत्री दौरे पर आते हैं, तो सूचना नहीं होती। कार्यकर्ताओं से नहीं मिलते, जबकि उन्हें पार्टी दफ्तर में आना चाहिए। बाडमेर जिलाध्यक्ष ने कहा कि कार्यकर्ताओं की नहीं सुनोगे तो संगठन कमजोर होगा और संगठन कमजोर होगा तो सत्ता कमजोर होगी। प्रदेशाध्यक्ष से आग्रह किया गया कि वे विधायकों को जिलों की सरकारी बैठकों में अनिवार्य तौर पर जाने के लिए पाबंद करें।
अकाल-बिजली की गम्भीर स्थितिसीकर व झुंझुनूं समेत कई जिलाध्यक्षों ने अपने यहां बिजली का संकट बताया, इससे पानी का संकट भी बढ जाता है। जालोर जिलाध्यक्ष ने अकाल की भीषण स्थिति बताई। बीकानेर देहात अध्यक्ष ने चारा व भूसे की निकासी पर रोक की मांग उठाई।
यूं चलाए शब्दबाणभाजपाराज के अधिकारी अभी भी लगे हुए हैं, जो भ्रष्टाचार कर रहे हैं। राज बदलने पर भ्रष्ट अधिकारियों व हमारे विधायकों का गठजोड बन गया है। सरकारी मशीनरी पर लगाम नहीं है। बाडमेर में चारे में गडबडी हो रही है। जैसलमेर में नरेगा व अकाल में भ्रष्टाचार हो रहा है, पुराने कलक्टर ने अनियमितताएं कीं। चित्तौडगढ में हरित योजना में भी भ्रष्टाचार पनप रहा है, पेड 30 लग रहे हैं, बताए 200 जा रहे हैं।
जोशी ने ली क्लासप्रदेशाध्यक्ष जोशी ने कहा कि पिछली बैठक में मुख्यमंत्री ने साफ कहा था कि संगठन सर्वसम्मति से विकास के प्रस्ताव बनाकर भेजे, उस पर सरकार अमल करेगी। लेकिन आप यह काम तो कर नहीं रहे, तबादले व व्यक्तिगत कामों में उलझकर रह जाते हैं। पंचायतों से योजना बनकर नहीं जाती, तो अफसर मनमानी करते हैं।
100 दिन बाद 10 दिन रोजगारनरेगा में 100 दिन काम करने के बाद राज्य सरकार अकाल के दिनों में दस दिन प्रतिमाह का अतिरिक्त रोजगार देगी। राहत मंत्री जितेन्द्र सिंह ने रविवार को कांग्रेस मुख्यालय पर हुई बैठक में यह ऎलान किया। जिला प्रभारी मंत्रियों से कलक्टरों से बात कर अकाल पीडितों की मदद करने को कहा गया है।
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