शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने कहा है कि अब मेरी घोषणाएं चोरी की जाने लगी हैं। अपने भतीजे राज ठाकरे का जिक्र न करते हुए उन पर व्यंग्यकार ने यों व्यंग्य कसा। ठाकरे ने कहा कि 'मराठी मेरी सांस है' यह मेरा वाक्य भी अब हाइजैक हो गया है। सुधीर गाडगील द्वारा किए गए शिवसेना प्रमुख के इंटरव्यू में अपनी जिंदगी के कई पहलुओं को उद्घाटित करते हुए उन्होंने कहा है कि फीस के साठ रुपये न जमा करने के कारण मेरी शिक्षा छठीं कक्षा तक ही हो पाई। उन्होंने कहा कि आजकल के नेता बार-बार जेल में जाने की बात करते हैं, पर जमानत पर रिहा होने के लिए भी तड़पते हैं। उन्होंने कहा कि मराठी माणूस के तारनहार बनने का दावा अब कई लोग करते हैं और 'मराठी-मराठी' की खड़ताल बजाते हैं, पर उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि मराठी माणूस मराठी जन के लिए जेल भी जा चुका हूं। इंटरव्यू में शिवसेना प्रमुख ने शिवसेना की स्थापना, 'मार्मिक' पत्रिका का प्रकाशन आदि पर भी कई बातें स्पष्ट की हैं। उन्होंने कहा है कि शिवसेना की स्थापना से ही मैं मराठी माणूस के लिए संघर्ष करता रहा हूं। अपने जेलयात्रा के बारे में भी उन्होंने कई संस्मरण इंटरव्यू में सुनाए हैं।
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