Tuesday, September 8, 2009

यहां ठाकरे-मनमोहन हैं भाई-भाई

उत्तर प्रदेश में एक गांव ऎसा भी है जहां जयललिता बाल ठाकरे को अपनी गोद में लेकर लोरी सुनाती हैं। तो मुलायम सिंह के कंधों पर मनमोहन सिंह सवारी करते हैं। साथ ही कल्याण सिंह और राजनाथ सिंह ज्ञानी जैल सिंह के साथ क्रिकेट खेलना पसंद करते हैं। हो सकता है कि कुछ ही दिनों में इनका साथ देने के लिए मायवती भी आ जाएं।
जी हां, यह कोई सियासी गठजोड नहीं बल्कि हम बात कर रहे हैं एक ऎसे घर की, जहां पर ये सभी लोग एक साथ रहते हैं। लखनऊ से 140 किलोमीटर दूर अम्बेडकर नगर जिले के जलालपुर गांव में रहने वाले एक मजदूर मिठाई लाल (45) और उसकी पत्नी चंद्रसेना (42) ने अपने सात बच्चों के नाम नेताओं के नाम पर रखे हैं। उनका मानना है कि राजनीतिक हस्तियों के नाम पर उनके बच्चों का भविष्य भी अच्छा रहेगा।
साल के अंत तक इस जोडे के घर एक और बच्चा आने की उम्मीद है। इस बार वो चाह रहे हैं कि उनके घर एक लडकी हो और उसका नाम वो उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती के नाम पर रखें। मिठाई लाल का कहना है 'मेरा विश्वास है कि नाम किसी व्यक्ति का भाग्य बदल सकता है, इसलिए मैंने अपने छह बेटों और एक बेटी का नाम देश की प्रमुख राजनीतिक हसि्तयों के नाम पर रखे हैं।'
इस परिवार में 18 वर्षीय मुलायम सबसे बडा बेटा है वहीं बाल ठाकरे सिर्फ पांच महीने का। इसके अलावा कल्याण सिंह, जैल सिंह, राजनाथ सिंह और मनमोहन सिंह क्रमश: 16,15,13 और पांच साल के हैं। जयललिता अभी महज आठ वर्ष की है और वह अपने सबसे छोटे भाई को गोद में लेकर घूमती है।

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