Thursday, April 30, 2009

''आडवाणी मजबूत नेता नहीं"

भाजपा पर सीधे तौर पर निशाना साधते हुए कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को कहा कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी मजबूत नेता नहीं हैं। राहुल ने कहा कि पहली बार उन्होंने एक मंत्री को आतंकियों को रिहा करने भेजा था। तत्कालीन गृहमंत्री अब कहते हैं कि उन्हें इसका पता नहीं था। क्या एक मजबूत नेता इस तरह की बात करता है। गाजियाबाद से कांग्रेस उम्मीदवार के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, ऐसी स्थिति में एक मजबूत नेता कहता कि मैं इस्तीफा दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि आडवाणी अब ऐसे दावे कर रहे हैं जबकि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी कंधार एपिसोड पर उनका बचाव करने की स्थिति में नहीं हैं। राहुल ने कहा, मजबूत नेता पाकिस्तान में जिन्ना के बारे में नहीं बोलते। उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सराहना करते हुए उन्हें मजबूत नेता की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि जब वाम दलों ने सरकार पर दबाव डाला और कहा कि वे परमाणु करार पर समर्थन वापस ले लेंगे, तब मैं मनमोहन सिंह से मिला था। उन्होंने मुझसे कहा था कि यह भविष्य के लिए जरूरी है।

''गिरफ्तारी के डर से भाजपा नेताओं में बौखलाहट"

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज पांच चुनावी सभाओं में भाजपा पर जमकर बरसते हुए कहा है कि माथुर आयोग की जांच के डर से भाजपा नेता अपनी गिरफ्तारी के डर से बौखला गये हैं और इसीलिये दस साल में किये गये कामों की जांच की मांग करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने सिवाय केन्द्रीय योजनाओं को अपना बताकर विकास करने का ढोंग करने के अलावा कुछ नहीं किया। पिछली सरकार ने तो प्रदेश को उल्टा 83 हजार करोड़ रूपये के कर्ज में जरूर डुबो दिया। केन्द्र की यूपीए सरकार ने देश में चारों ओर तरक्की की है और आम आदमी का जीवन स्तर ऊपर उठा है। मुख्यमंत्री ने झुंझुनू के उदयपुरवाटी में कांग्रेस प्रत्याशी शीशराम ओला, बानसूर, रामगढ़और पिनान में अलवर के प्रत्याशी भंवर जितेन्द्र सिंह और बांदीकुई में लक्ष्मण मीणा के समर्थन में आयोजित सभाओं में कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने भ्रष्टाचार में डूबी भाजपा सरकार की सच्चाई जनता के सामने लाने का वायदा किया था। उसी के लिये, बिना किसी बदले की भावना के माथुर आयोग का गठन किया गया है, लेकिन आयोग के गठन से ही भाजपा नेता बुरी तरह बौखला गये है। इसीलिये दस साल के कामों की जांच की मांग कर रहे हैं। असलियत यह है कि वे अपनी गिरफ्तारी से डर रहे हैं।


गहलोत के कार्टूनों पर रोक

निर्वाचन आयोग ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रचारित मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कार्टूनों पर रोक लगा दी हैं। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुशील शर्मा ने आज यहां बताया कि पार्टी ने इस संबंध में मुख्य निर्वाचन आयोग से कल शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि मुख्य चुनाव आयुक्त नवीन चावला के दिशा निर्दश के आधार पर राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद जुत्शी ने इन विज्ञापनों पर रोक लगा दी।शर्मा ने बताया कि पार्टी ने गत २८ अप्रैल को जुत्शी के समक्ष भाजपा एवं लोक सेवा संस्थान द्वारा प्रचारित- प्रसारित १५ तरह के आडियो एवं वीडियों कार्टूनों की स्वीकृति के खिलाफ एक याचिका प्रस्तुत की गई थी।भाजपा के प्रवक्ता कैलाश नाथ भट्ट ने व्यक्ति विशेष की आवाज वाले आडियो वीडियो के प्रसारण की अनुमति को चुनाव आयोग द्वारा रद्द करने के आदेश को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार के विरूद्ध बताते हुए कहा कि भाषण, संकेत, कविता, कार्टून आदि के जरिए नागरिकों को अभिव्यक्ति का अधिकार है। उन्होंने कहा कि टी वी चैनलों में कई बड़े नेताओं की आवाज की नकल वाले कार्यक्रम दिखाना आम है१ उन्होंने चुनाव आयोग से प्रसारण की अनुमति रद्द करने वाले आदेशों को वापस लेने की मांग की है।

सोनिया की सभा के लिये पीले चावल बांटे

सोनिया गांधी की एक मई को गांधी ग्राउण्ड में होने वाली सभा को लेकर कांग्रेस पदाधिकारी-कार्यकर्ता गुरूवार सुबह से देर रात्रि तक तैयारियों में जुटे रहे। सभी का लक्ष्य इस सभा को सफल बनाने का रहा।कांग्रेस के विधायकगण जहां इस सभा में भीड़ जुटाने की तैयारी में व्यस्त रहे वहीं कई पदाधिकारी-कार्यकर्ता सभा स्थल का जायजा लेकर व्यवस्थाओं को पूरा करने में लगे रहे।इधर पंकज शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने शहर के हाथीपोल, खटीकवाड़ा, अश्विनी बाजार, बोहरवाड़ी, चमनपुरा, कारवाड़ी, डाकोतवाड़ी में तथा रीना यदुवंशी ने कार्यकर्ताओं के साथ चान्दपोल, ब्रह्मपोल, मल्लातलाई क्षेत्रों में पीले चावल वितरित कर लोगों से सोनिया की सभा में आने की अपील की। ग्रामीण विधायक सज्जन कटारा ने सोनिया की सभा में ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से १५ हजार लोगों के शामिल होने का दावा किया है।रघुवीर के समर्थन में बैठक : अखिल भारतीय राजीव गांधी विचार मंच के प्रदेश अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर पार्टी प्रत्याशी रघुवीर मीणा को विजय बनाने की अपील की।पुलिस ने किया कारकेड रिहर्सल
सोनिया गांधी की एक मई को यहां गांधी ग्राउण्ड में होने वाली सभा को लेकर गुरूवार को कारकेड रिहर्सल हुआ।पुलिस उप अधीक्षक (पीटीएस खेरवाड़ा) नरपत सिंह के नेतृत्व में आज पुलिस अधिकारियों ने हेलीपेड स्थल (फील्ड क्लब) व सभा स्थल (गांधी ग्राउण्ड) तक वाया यूआईटी पुलिया, सहेलियों की बाड़ी होते हुए दो बार कारकेड रिहर्सल किया।कारकेड रिहर्सल के रूप में आज वाहनों का काफिला शाम को पुलिस लाईन से रवाना होकर हेलीपेड स्थल पहुंचा। यहां उदयपुर रेंज के आई.जी. प्रदीप कुमार व्यास व एसपी अनिल पालीवाल ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया। फील्ड क्लब से रवाना होकर कारकेड गांधी ग्राउण्ड पहुंचा तथा यहां से कारकेड पुन: हेलीपेड स्थल पहुंचा। इस दौरान जहां कहीं कोई कमी नजर आई, उसे सुधारने के हाथों-हाथ उपाय किये गए।इससे पूर्व पुलिस लाईन में आईजी (सुरक्षा) बी.एन. योगेश्वर व उदयपुर रेंज के आई.जी. प्रदीप कुमार व्यास ने वीआईपी विजिट में तैनात होने वाले पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।चप्पा-चप्पा खंगालासोनिया गांधी की सभा को लेकर गुरूवार को एसपीजी दल व बम निरोधक दस्ता सभा स्थल व हेलीपेड स्थल का चप्पा-चप्पा खंगालने में व्यस्त रहे।जानकारी अनुसार स्नीफर डॉग व अत्याधुनिक उपकरणों के साथ आज बम निरोधक दस्ते व एसपीजी की टीम ने करीब दो घण्टे तक सभा स्थल गांधी ग्राउण्ड की तथा एक घण्टे तक हेलीपेड स्थल की सघन जांच की।

पांच साल बाद ही हों चुनाव-आडवाणी

पीएम इन वेटिंग लालकृष्ण आडवाणी ने चुनाव पांच साल की निर्धारित अवधि पूरी होने के बाद ही कराने की नीति निर्धारण पर बल दिया है। उन्होंने देश के सभी लोगों के लिए मतदान अनिवार्य कराना जरूरी बताते हुए इसका अनुकूल समय फरवरी होने की हिमायत की है। वे गुरूवार को यहां मतदान करने के बाद मीडिया को सम्बोधित कर रहे थे। आडवाणी ने कहा कि समय से पहले होने वाले इस प्रकार के अनावश्यक चुनावी खर्च पर रोक लगाने के लिए पुन: चुनाव कराने के बजाए सम्बधित सरकार के बाकी रह गए समय में शासन की बागडोर मुख्य विपक्ष या सदन में सबसे बडे राजनैतिक दल को सौंपने की नीति निर्धारित की जानी चाहिए। राज्य में करीब 45 डिग्री ऊंचे तापमान के बीच आयोजित हो रहे चुनाव के लिए सुबह साढे नौ बजे मतदान करने पंहुचे आडवाणी ने कहा कि वर्षो के अनुभव से उन्हें अहसास हुआ है कि गर्मी का मौसम मतदान के माहौल के प्रतिकूल है। लोकसभा व विधान सभा के अलावा सभी प्रकार के चुनाव फरवरी माह में कराए जाने चाहिए। सभी नागरिकों को मतदान करना अनिवार्य किया जाना चाहिए। जनादेश एनडीए कोभाजपा के महासचिव व राज्य सभा सदस्य अरूण जेटली ने दावा करते हुए कहा कि गुजरात में मतदाताओं का उत्साह, मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का समर्थन व पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत भाजपा उम्मीदवारों को निश्चित तौर पर विजय दिलाएगी। देश की जनता की इच्छा इस बार लालकृष्ण आडवाणी को प्रधानमंत्री बनाने की है। हांलाकि जेटली ने गुजरात या पूरे देश में भाजपा को हांसिल होने वाली संभवित सीटों की संख्या के बारे में कहा कि वे संख्या के दायरे में नहीं बंधना चाहते।आडवाणी ही होंगे प्रधानमंत्रीअहमदाबाद। मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के घोषित दावेदार लालकृष्ण आडवाणी ही देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। यहां राणिप स्थित नवचेतन माध्यमिक शाला में गांधीनगर संसदीय क्षेत्र के मतदाता के रूप में गुरूवार को मतदान के बाद संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने ये बात कही। मोदी ने कहा कि मतदाताओं को पहले मतदान, फिर घर का काम करना चाहिए। राजकोट। पूर्व मुख्यमंत्री केशूभाई पटेल ने डेढ साल बाद अपने रूख में बदलाव लाते हुए गुरूवार को कहा कि उन्हें विश्वास है कि लालकृष्ण आडवाणी देश के अगले प्रधानमंत्री होंगे।पटेल मतदान से पूर्व संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। पटेल ने दोपहर डेढ बजे यहां सरस्वती शिशु मंदिर स्थित हालांकि इस बार उन्होंने मतदान किया। मतदान से पहले पटेल ने देश के भावी प्रधानमंत्री के सवाल पर कहा कि उन्हें भरोसा है कि आडवाणी प्रधानमंत्री बनेंगे।2009 की बात करोकेशूभाई पटेल ने मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर इतना ही कहा कि अभी 2009 की बात करो। हालांकि कुरेदने पर पटेल ने अप्रत्यक्ष रूप से माना कि मोदी में प्रधानमंत्री बनने के गुण हैं। गुजरात में भाजपा की स्थिति पर पटेल ने कहा कि वे चुनाव प्रचार में नहीं गए हैं। ऎसे में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है।

आडवाणी हैं पीएम पद के उम्मीदवार

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने गुरूवार को लखनऊ में कहा कि पार्टी और राजग की ओर से लालकृष्ण आडवाणी ही प्रधानमंत्री पद के इकलौते उम्मीदवार हैं। सिंह ने यह बात तब कही जब उनसे पूछा गया कि क्या आडवाणी के बाद प्रधानमंत्री पद के अगले दावेदार नरेन्द्र मोदी हैं। उधर आगरा-फिरोजाबाद में राजनाथ सिंह ने कहा कि केन्द्र में भाजपा की सरकार बनने पर संसद पर हमले के मामले में दोषी अफजल गुरू को तीन महीने के अंदर फांसी की सजा दे दी जाएगी।

वसुंधराराजे के हेलीकॉप्टर ने उडाई अधिकारियों के चेहरे से हवाइयां

राजसमन्द। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधराराजे की आमेट प्रस्तावित यात्रा के तहत निर्धारित अवधि में हेलीकॉप्टर के आमेट क्षेत्र में पहुंचने पर पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के चेहरे पर चिंता की लकीर खींच गई।
हुआ यूं कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कपासन में आम सभा को सम्बोधित करने के उपरांत राजसमन्द संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी रासासिंह रावत के समर्थन में आमेट में आम सभा को सम्बोधित करना था। राजे का हेलीकॉप्टर अपराह्न 4.17 बजे कपासन से उडा और करीब 15 मिनट के अंतराल में हेलीकॉप्टर को आमेट पहुंचना था लेकिन शाम पौने पांच बजे तक हेलीकॉप्टर के नहीं दिखने पर आमेट क्षेत्र में बनाए गए हेलीपेड पर मौजूद पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी व भाजपा पदाधिकारी चिंतित हो गए। वहीं जिला मुख्यालय पर श्रीमती राजे का हेलीकॉप्टर लेण्ड नहीं करने तथा उनके बारे में कोई सूचना मिलने पर प्रशासन व पुलिस हतप्रभ हो गए और सेलफोन, फोन व वायरलेस के जरिए श्रीमती राजे की लोकेशन के बारे में निरंतर पूछताछ करते रहे लेकिन शाम सवा पांच बजे तक भी श्रीमती राजे के हेलीकॉप्टर के बारे में संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया। करीब पौने छह बजे एक इलेक्ट्रोनिक चैनल द्वारा श्रीमती राजे के पाली जिले के जेतारण क्षेत्र के बर में आयोजित आमसभा में पहुंचने का लाइव प्रसारण बताने के उपरांत पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की चिंता दूर हुई।

हेलीकॉप्टर लेडिंग के लिए समुचित कदम नहीं उठाने पर भाजपाइयो में रोष

राजसमन्द। भारतीय जनता पार्टी ने आमेट में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की प्रस्तावित आमसभा के दौरान व्यवधान पैदा किए जाने पर प्रशासन को आडे हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि स्थानीय प्रशासन ने हेलीकॉप्टर लेण्डिंग के लिए समुचित प्रयास नहीं किए जिससे हेलीकॉप्टर लेण्ड नहीं कर पाया और पूर्व मुख्यमंत्री को सीधे बर (जेतारण) जाना पड़ा।
भाजपा जिलाध्यक्ष हरिओम सिंह राठौड़ व जिला महामंत्री महेश पालीवाल ने जिला निर्वाचन अधिकारी को इस सम्बन्ध में पत्र देकर पूर्व मुख्यमंत्री की यात्रा में व्यवधान डालने वाले प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इशारे पर प्रशासनिक अधिकारियों ने जानबुझकर जरूरी संकेतो की व्यवस्था नहीं की। यह प्रशासनिक आचार संहिता का स्पष्टत: उल्लंघन है।

कटारिया आज से राजसमन्द दौरे पर

राजसमन्द। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राजस्थान के पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया शुक्रवार को राजसमन्द जिले में विभिन्न स्थानों का दौरा कर आम सभा को सम्बोधित करेंगे।
भाजपा मीडिया जिला संयोजक मधु प्रकाश लङ्ढा ने बताया कि कटारिया राजसमन्द संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी रासासिंह रावत के समर्थन में नाथद्वारा विधानसभा क्षेत्र में सुबह दस बजे देलवाडा, साढे 11 बजे सालोर, डेढ़ बजे झालो की मदार तथा राजसमन्द विधानसभा क्षेत्र में दोपहर तीन बजे पिपलांत्री, पांच बजे कुंवारिया, साढे छह बजे रेलमगरा और सात बजे गिलूण्ड में आमसभा को सम्बोधित करेंगे। कटारिया शनिवार को राजसमन्द जिले के भीम एवं कुम्भलगढ विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की बैठक सुबह दस बजे गोमती में बैठक लेंगे। इसी दिन सुबह 12 बजे भीम, दोपहर तीन बजे देवगढ और शाम सात बजे सरदारगढ़ में आम सभाओं को सम्बोधित करेंगे। दौरे में उनके साथ भाजपा जिलाध्यक्ष हरिओम सिंह राठौड़, जिला महामंत्री महेश पालीवाल एवं सभी विधानसभा क्षेत्र प्रभारी, महामंत्री एवं पार्टी पदाधिकारी साथ रहेंगे।

गहलोत ने रोजगार छिन लिया

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि पांच साल के दौरान हमने हजारों की तादाद में युवाओं को नौकरियां दी, लेकिन मुख्यमंत्री गहलोत ने पचास हजार संविदाकर्मियों को नौकरी से हटाकर उनका रोजगार छिन लिया। वे गुरूवार को बर कस्बे में राजसमंद से भाजपा प्रत्याशी रासासिंह रावत और पाली से भाजपा प्रत्याशी पुष्प जैन के समर्थन में आयोजित चुनावी में बोल रहीं थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि खुले मंच से ओछी बातें कहकर गहलोत अपनी ओछी मानसिकता का परिचय दे रहे हैं। नरेगा श्रमिकों को सरकारी काम उधारी में करना पड रहा है। शिक्षा विभाग की लचर व्यवस्था के चलते छह बार प्रश्नपत्र परीक्षा से पहले ही बाजार में आ गए। अब तक के इतिहास मे पहली बार चीनी से ज्यादा गुड महंगा हो गया। गहलोत फिर से खजाना खाली होने का रोना रोने लगे है। उन्होंने पीले चावल देकर लालकृष्ण आडवानी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए सात मई को भाजपा को समर्थन देने का आह्वान किया। इससे पहले राजे का मारवाड की परम्परा के अनुसार स्वागत किया गया।इन्होंने किया संबोधितसभा को पूर्व मंत्री सुरेन्द्र गोयल, ब्यावर विधायक शंकरसिंह रावत, पूर्व विधायक देवीशंकर भूतडा, रासासिंह के पुत्र तिलकसिंह, रायपुर उपप्रधान कल्याणसिंह, मंडल महामंत्री कानसिंह इंदा, जैतारण प्रधान गजेसिंह सहित अन्य भाजपा पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया। न माथुर आए ना ही प्रत्याशीपूर्व मुख्यमंत्री की सभा में प्रदेशाध्यक्ष ओम माथुर, पाली से भाजपा प्रत्याशी पुष्प जैन और राजसंमद प्रत्याशी रासासिंह रावत नहीं पहुंचे। भाजपा प्रत्याशी रासासिंह की तरफ से उनके बेटे तिलकçंसंह ने इसके लिए जनता से माफी मांगी। रास्ता भटकी राजेराजे को बर से पहले राजसंमद के ही आमेठ क्षेत्र में चुनावी सभा को संबोघित करना था। वहां रासासिंह सहित भाजपा के आला पदाधिकारी उनका इंतजार कर रहे थे। लेकिन उनके निजी हेलीकॉप्टर के पायलट को रास्ता नजर नहीं आया। काफी देर भटकने के बाद राजे आमेट की बजाय पहले बर पहुंची।

Wednesday, April 29, 2009

मतदान करो और दाढी फ्री में बनवाओ

मतदान करना संवैधानिक अधिकार और जिम्मेदारी तो है ही लेकिन जब यही जिम्मेदारी फायदेकारक हो रही हो तो फिर कहने की क्या। गुरूवार को अहमदाबाद के मणिनगर क्षेत्र में कुछ ऎसा ही होने जा रहा है। मतदान करके आने वाले मतदाताओं को मुफ्त में दाढी बनवाने का मौका मिलेगा। वो भी मतदान शुरू होने से लेकर अंत तक। ऎसा करने वाले हैं इसनपुर आदर्श सोसायटी निवासी मनीष बाजा (39)।मनीष ने मणिनगर के गोर का कुआ क्षेत्र में राज चैम्बर स्थित अपनी दुकान अफ्रिकन हेयर ड्रेसर में मतदान कर आने वाले प्रत्येक पुरूष मतदाता की दाढी मुफ्त में करने की घोषणा की है। मनीषभाई का कहना है कि मतदान शत प्रतिशत हो और लोग मतदान करने पहुंचें, इस उद्देश्य से सामाजिक कार्यकर्ता हर्षद पटेल के साथ हुई चर्चा के बाद उन्होंने यह निर्णय किया। मनीष भाई ने बताया कि वही मतदाता इसका लाभ ले सकेंगे जो मत देकर आएंगे और उनकी अंगुली पर स्याही का निशान होगा।

जेल में होना चाहिए मोदी को

लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने गुजरात दंगों के संबंध में मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की भूमिका की जांच संबंधी उ“ातम न्यायालय के आदेश को उचित ठहराते हुए मंगलवार को कहा कि उन्हें तो जेल में होना चाहिए। पासवान ने कहा कि मोदी ने धर्म के नाम पर पूरे गुजरात को सांप्रदायिक दंगों की आग में झोंक दिया था। ऎसे लोगों का स्थान जेल में ही है। चुनाव प्रचार में जाने के पहले पटना हवाई अड्डे पर पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा कि मोदी को भारतीय जनता पार्टी ने स्टार प्रचारक बना रखा है। उन्होंने दोहराया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की पोल अब खुल गई है। इस लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद राजग के नेताओं को पता चल जाएगा कि उसकी स्थिति देश में क्या हो गई है।

जयाप्रदा के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन का मामला

सिने जगत से राजनीति में कदम रखने वाली जयाप्रदा के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि उन्होंने महिला मतदाताओं को रिझाने के लिए उन्हें बिंदिया के पैकेट बांटें। जयाप्रदा समाजवादी पार्टी की रामपुर संसदीय सीट से उम्मीदवार हैं। इस बारे में प्रशासन ने उन्हें रविवार को नोटिस जारी किया था।लखनऊ के उप जिलाधिकारी डी.पी. सिंह ने बताया कि वैसे जयाप्रदा ने सोमवार को नोटिस का जवाब दे दिया था। हमें जवाब संतोषजनक नहीं लगा और इसलिए पुलिस को महिला मतदाताओं को रिझाने का प्रयास करने के आरोप में मामला दर्ज करने का निर्देश दिया गया।नोटिस के जवाब में जयललिता ने बिंदिया के पैकेट बांटने के आरोप का खंडन किया था और आरोप लगाया था कि उनके राजनीतिक विरोधियों ने यह पैकेट बंटवाएं। हालांकि सिंह का कहना है कि वीडियो फुटेज में जयाप्रदा को समाजवादी पार्टी के चिह्न वाली बिंदियां बांटते हुए स्पष्ट रूप से दिखाया गया है। आगे की कार्रवाई के लिए राज्य निर्वाचन आयोग को मामले की जानकारी दी जाएगी।

कांग्रेस पर चढा क्रिकेट का बुखार

इंडियन प्रीमियर लीग का बुखार लगता है कांग्रेस के ऊपर भी चढ गया। कांग्रेस ने बुधवार को भाजपा के खिलाफ हमला क्रिकेट की भाषा में ही किया। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी इस समय नाइट वाच मैन की भूमिका निभा रहे हैं। मतलब बैटिंग करने आना था गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को, लेकिन जानबूझकर आडवाणी को नाइटवाच मैन के रूप में भेजा गया है।जिससे कि हार का ठीकरा आडवाणी के ऊपर ही फोडा जाए।कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि आडवाणी में अब तेज गेंदबाजी झेलने की क्षमता नहीं रह गई है। उन्हें जल्दी आउट होना ही है। असल बल्लेबाजी की तैयारी नरेंद्र मोदी ही कर रहे हैं, लेकिन हार की डर से वह अभी मैदान में उतरने से बच रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार के चुनाव में भाजपा की हार तय है। भाजपा के पास कोई भी चुनावी मुद्दा नहीं है।वह ऎसे मुद्दे उठा रही है जिनका जनता से कोई लेना देना नहीं है। भारतीय जनता पार्टी भारतीय जनता की तमाशा पार्टी बन गई है। सिंघवी ने दावा किया कि जिन सीटों पर कल चुनाव होना है उन पर कांग्रेस की अधिकांश सीटों पर जीत तय है। अभी तक मिले संकेतों में कांग्रेस बहुमत की ओर बढ रही है।

यूपीए का शासनकाल घोर अव्यवस्था, अराजकता और विफलता का काल

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना ने बुधवार को दिल्ली की विभिन्न जनसभाओं को संबोघित करते हुए कहा कि सात मई को होने वाले लोकसभा के इस चुनाव का देश के भविष्य के लिए बहुत महत्व है।उन्होंने कहा कि देशवासियों ने 1998 से 2004 तक एनडीए का शासन देखा है और 2004 से 2009 तक यूपीए का।एनडीए के शासनकाल में देश को आर्थिक स्थिरता प्राप्त हुई, आर्थिक विकास की दर में वृद्धि हुई, राष्ट्रीय राजमार्गो का निर्माण हुआ, जरूरी वस्तुओं के मूल्य नियंत्रित रखे गए, गांवों को कस्बों और शहरों से जोडने के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक योजना प्रांरभ की गई, गरीबों को दो रूपए किलो गेहूं और तीन रूपए किलो चावल उपलब्ध कराया गया, काम के बदले अनाज योजना लागू की गई, किसानों को किसान क्रेडिट दिए गए। सभी को शिक्षा देने के उद्देश्य से सर्वशिक्षा अभियान चलाया गया, पोखरण-द्वितीय ने भारत को आणविक देशों की पंक्ति में स्थान दिलाया और आतंकवाद से निपटने के लिए पोटा कानून बनाया गया।अराजकता बढीदूसरी ओर यूपीए का शासनकाल घोर अव्यवस्था, अराजकता और विफलता का काल रहा है। आर्थिक विकास की दर गिर रही है। बेरोजगारी बढ रही है। लाखों छंटनी का शिकार हुए हैं, आर्थिक मंदी की काली छाया मंडरा रही है। दूध, गेहूं, चावल, दालें, चीनी, खाद्य तेल, रसोई गैस जैसी आम आदमी के जरूरत की चीजें आसमान छू रही हैं, कृषि उत्पादन और औद्योगिक उत्पादन घट रहाहै।आतंकवाद, नक्सलवाद और माओवाद ने देश के बडे भूभाग में अपने पांव पसार लिए हैं, आतंरिक सुरक्षा ध्वस्त होती जा रही है। पांच वर्षो का यूपीए का शासनकाल नकारापन की जीती जागती मिसाल है।

कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ की हड्डी हैं पार्टी में उचित स्थान मिलना चाहिए : वरुण गांधी

बीजेपी में हिंदुत्व के नए चेहरे वरुण गांधी एक बार फिर पुराने तेवर में दिखे। वरुण के शब्द भले ही बदल गए हों, लेकिन भाजपाई गांधी में पहले जैसे तेवर दिखाई दे रहे हैं। लखनऊ में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस अंतिम सांसें गिन रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं, राष्ट्रभक्तों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यूपी के हालात पर उन्होंने कहा कि असली लड़ाई चुनाव के बाद शुरू होगी, जो कि अगले तीन सालों तक जारी रहेगी। यूपी का पुराना गौरव वापस दिलाया जाएगा। भाषण देते हुए भावुक होकर वरुण ने अपने पिता स्वर्गीय संजय गांधी के योगदान का जिक्र करते हुए कहा कि अगर वह जीवित होते तो देश की यह हालत नहीं होती। भगवा कुर्ते में वरुण के तेवर साफ नजर आ रहे थे। उन्होंने भाषण की शुरुआत ही भावुक अंदाज में की और कहा कि 'मैं खुश नहीं था इसलिए राजनीति में आया, लेकिन अगर गांधी की जगह वरुण पटेल या दीक्षित होता तो शायद यह स्थान नहीं मिल पाता'। वरुण ने अपने भाषण में यह भी कहा कि कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ की हड्डी हैं और उन्हें पार्टी में उचित स्थान मिलना चाहिए। वरुण गांधी ने चुटकी लेते हुए कहा कि राजनीति के चक्कर में अभी तक उनकी शादी नहीं हुई, क्योंकि राजनीति में इतनी खामियां हैं कि उनसे कोई शादी करने को तैयार ही नहीं हो रहा है। वरुण ने अपने तेवरों में कहा कि जेल भेजने से मेरा राष्ट्र विरोधी ताकतों के प्रति संघर्ष खत्म नहीं होगा बल्कि और ही मजबूत होगा। उन्होंने यह भी कहा कि यूपी की सरकार अपराधियों को शरण दे रही है और यूपी में अपराध को बढ़ावा दे रही है। वरुण गांधी ने विश्वास दिलाया कि राष्ट्र विरोधी ताकतों का विरोध करते हुए उनका सर भले ही कट जाए, लेकिन वह संघर्ष से पीछे नहीं हटने वाले हैं।

कांग्रेस ने जेल भेजने की साजिश रची-मोदी

मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उच्चतम न्यायालय के गुजरात दंगों में भूमिका की जांच के आदेश के चौबीस घण्टे बाद मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस ने उन्हें जेल भेजने की साजिश रची है, लेकिन मोदी किसी से डरता नहीं है। मोदी चुनाव प्रचार अभियान के अंतिम दिन आणंद, भिलोडा, विरमगाम और पालनपुर में चुनाव सभाओं में बोल रहे थे। सबको राम-राममोदी ने भिलोडा की सभा में कहा कि गोधरा कांड की जांच का मुद्दा उठा कर मोदी को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है। मोदी गोधरा कांड में अपराधी है या नहीं यह तो तीन माह में तय हो जाएगा। ऎसे में भिलोडा दोबारा आ पाऊंगा या नहीं, अत: भिलोडा की जनता को मेरा राम-राम। मोदी ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता तथा वकील कपिल सिब्बल ने पंद्रह दिन पहले ही कहा था कि मोदी जेल जाने को तैयार रहें। रूकूंगा नहीं, झुकूंगा नहींआणंद की सभा में मोदी ने कहा कि दिल्ली की सरकार उन्हें जेल में बंद करना चाहती है, लेकिन उन्हें स"ााई के मार्ग पर चलने से कोई रोक नहीं सकेगा। मोदी ने कहा, "मैं सरदार पटेल की भूमि से बोल रहा हूं। कांग्रेसी मुझे डराना बंद करें। सात वर्ष से हंगामा मचा रखा है। मेरा कल कैसा होगा, उसकी मुझे चिंता नहीं है। आतंकवाद के खिलाफ मेरी लडाई रूकेगी नहीं। मैं कभी रूकूंगा नहीं, झुकूंगा नही। मोदी को डर नहीं लगता, क्योंकि गुजरात की बहनों और माताओं ने मुझे सुरक्षा कवच दिया है।"देशी को जेल, विदेशी को बेलमुख्यमंत्री ने क्वात्रोची के मुद्दे को उठाते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासन में देशी (मोदी) को जेल भेजने की तैयारी हो रही है, लेकिन विदेशी (क्वात्रोची) को बेल दी जा रही है।

भाजपा के दोहरे मापदंड-कांग्रेस

कांग्रेस ने आतंकवाद को लेकर भाजपा पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया। कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने मंगलवार को कहा कि एक तरफ भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी अफजल की फांसी का मुद्दा तो उठाते हैं, लेकिन राजीव गांधी के हत्यारों का उन्होने कभी कोई जिक्र नहीं किया। यही नहीं मालेगांव बम विस्फोट की जांच करने वाले हेमंत करकरे को लेकर भी भाजपा राजनीति करने से बाज नहीं आई। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा ने हमेशा दोहरे चरित्र की राजनीति की है। आतंकवाद का मुद्दा रहा हो अन्य कोई भाजपा दोहरा चेहरा सामने आया। भाजपा ने विभाजन की राजनीति कर चुनाव जीतने की हमेशा कोशिश की। शर्मा ने कहा कि फांसी की सजा पाने वाले अपराधियों की बकायदा एक सूची बनाई गई है। सूची के हिसाब से अपराधियों को सजा दी जाती है।इसी सूची में राजीव के हत्यारों का भी नाम है। उनकी फंासी में देरी को लेकर भाजपा ने कभी सवाल नहीं उठाए। अफजल की फांसी का मुद्दा भाजपा केवल चुनाव में लाभ उठाने के लिए उछाल रही है। कांग्रेस ने कहा कि हेमंत करकरे जब तक मालेगांव बम विस्फोट की जांच कर रहे थे तब तक भाजपा उनको लेकर सवाल उठाती रही। बाद में मुंबई बम धमाकों में शहीद होने पर भाजपा के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी करकरे के परिवार की मदद करने पहंुच गए जहां से उन्हें बैरंग लौटना पडा। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा ने हमेशा आतंकवाद को लेकर राजनीति ही की है।जबकि उसके नेता जानते हैं कि फांसी देने की अपनी प्रक्रिया है। कांग्रेस ने कहा कि भजापा के इन हथकंडों का चुनाव पर कोई असर नहीं पडने वाला है। अब तक हुए चुनाव में तो कांग्रेस भारी सफलता हांसिल कर रही है। तीसरे चरण के बुधवार को होने वाले मतदान में कांग्रेस की सफलता तय है। कुल मिलाकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अगुवाई में संप्रग की सरकार फिर से बन रही है।

क्वात्रोची मुद्दे पर भाजपा की खरी-खोटी

भारत के अटार्नी जनरल की सलाह पर सीबीआई ने बोफोर्स रिश्वत कांड के आरोपी ओटावियो क्वात्रोची के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस वापस ले लिया है, गरमाए चुनावी माहौल के बीच मिली यह खबर भाजपा के लिए बिल्ली के भाग्य से छींका फूटने जैसी साबित हुई। विपक्षी पार्टी ने इसे मुद्दा बनाने देर भी नहीं की।अहमदाबाद में खुद लालकृष्ण आडवाणी ने कांग्रेस और सीबीआई को लताडा तो यहां मुख्य चुनाव प्रबंधक अरूण जेटली ने खरी-खोटी सुनाई। नोटिस वापस लेने को सरकार के दबाव में किया गया फैसला करार देते जेटली ने ऎलान किया कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनी तो सबसे पहले साख खो चुकी सीबीआई को दुरूस्त करेगी। एक आयोग बनाया जाएगा जो आरोपियों के साथ इसकी साठगांठ के मामलों की जांच करेगा और, यह सिफारिश भी देगा कि केंद्रीय जांच एजेंसी की स्वायत्तता कैसे बहाल की जाए।-सीबीआई पर सरकार के इशारे पर काम करने का आरोप मढते जेटली ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी का गठन इसलिए किया गया था ताकि सरकारी कामकाज में शुचिता बनी रहे और सरकार के अंदर पलते भ्रष्टाचार की जांच हो सके लेकिन, पिछले पांच सालों के दौरान इसने अपनी विश्वसनीयता खो दी है। बोफोर्स से लेकर न जाने कितने ऎसे मामले हैं जिसमें साठगांठ कर आरोपी को क्लीनचिट दी गई। राजनीतिक असर के चलते सीबीआई ने कैप्टन सतीश शर्मा पर मुकदमा चलाने की अनुमति नहीं दी। शिबू सोरेन के विरूद्ध आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में अपील फाइल नहीं हुई, लालू प्रसाद यादव से जुडे भ्रष्टाचार मामले में लोक अभियोजक का बदला जाना, तथ्यपूर्ण साक्ष्यों को छिपाना, आईटीएटी की विशेष पीठ का गठन करने के साथ अपील न करना, बसपा सुप्रीमो मायावती ने संप्रग को समर्थन दिया तब ताज कारीडोर मामले में शिथिल पडना और खटपट की स्थिति में उनके भ्रष्टाचार मामलों की फाइल खोल देना, सपा प्रमुख मुलायम के विरूद्ध भी कांग्रेस से संबंधों के हिसाब से कार्रवाई करना अन्य उदाहरण हैं।-यह कहना गलत न होगा कि सीबीआई आपराधिक मामलों में सेल्फ गोल कर उन्हें बिगाडने में महारथ हासिल कर चुकी है। क्वात्रोची के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस लेने का समय भी राजनीतिक लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है। इससे एक बात साफ हो गई है कि कांग्रेस ने मान लिया है कि सत्ता में दोबारा वापसी कठिन होगी लिहाजा विदा होने से पहले मित्रों की मदद कर दी जाए। क्वात्रोची के कांग्रेसी नेतृत्व के साथ पारिवारिक संबंध जगजाहिर हैं। उसके पक्ष में सीबीआई का निर्णय दरअसल विदाई वेला में दिया गया सरकारी तोहफा है।

लोकसभा चुनाव पर अमरीका की नजर

अमरीकी दूतावास के प्रथम सचिव (राजनीतिक) पुष्पेन्द्र ढिल्लों ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर भारत के विभिन्न प्रांतों की स्थिति का आकलन किया जा रहा है। वह विभिन्न संसदीय क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।इस सर्वे रिपोर्ट को अमरीका भेजा जाएगा। ढिल्लों मंगलवार को अजमेर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। ढिल्लों ने इस सिलसिले में विभिन्न राजनीतिक दलों के नुमाइंदों से मुलाकात भी की और उनसे अजमेर की राजनीतिक स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि मंदी का अमरीका सहित पूरे विश्व पर बुरा प्रभाव पडा है। कई जानी-मानी कम्पनियों ने कर्मचारियों की छंटनी कर दी है। लोग बेरोजगार हो गए हैं। इस हालात से उबारने का अमरीकी सरकार प्रयास कर रही है। मंदी से उबरने के लिए अमरीका बैंकिंग सेक्टर की ओर देख रहा है। सरकार बैंकों को अल्प ब्याज दर पर राशि देती है। वहीं बैंक इस राशि से मुनाफा कमाते हैं। सरकार ने मंदी से लडने के लिए लोगों को खरीदारी बढाने तथा ऑटो इंडस्ट्री में पैसा लगाने की पेशकश की है। उम्मीद है कि कुछ समय बाद मंदी का दौर खत्म हो जाएगा। ढिल्लों का कहना है कि पाकिस्तान में तालिबान के लगातार बढते दखल और वहां की हुकूमत पर उसके बढते प्रभाव का अमरीका बारीकी से विश्लेषण कर रहा है। शीघ्र अन्तरराष्ट्रीय नीति बनाकर इस पर काम किया जाएगा और तालिबान पर नियंत्रण किया जाएगा।चूमी चौखटढिल्लों ने गरीब नवाज की दरगाह जियारत की। उनके साथ यूएसए में श्रम मामलों के सलाहकार ए.सुकेश भी थे। दोनों ने यहां ख्वाजा साहब के मजार पर चादर और अकीदत के फूल पेश कर दुआ की। उन्हें जियारत सैयद मुगनी चिश्ती ने कराई।

भाजपा प्रत्याशी रावत का तूफानी दौरा

राजसमन्द संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रासासिंह रावत ने मंगलवार को राजसमन्द विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार का श्रीगणेश समीपस्थ ग्राम देवथडी से किया। रावत का विभिन्न गांवो में पहुंचने पर ग्रामवासियाें ने ढोल नगाडो व बैण्ड बाजाें के साथ स्वागत सत्कार किया। प्रत्याशी रावत ने ग्रावासियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस के राज में न आम आदमी सुखी है और न पशुधन। चूंकि कांग्रेस व काल का जोडा है। एक ओर कांग्रेस पार्टी व उसके नेता नारा लगाते हैं कि कांग्रेस का हाथ आम आदमी के साथ जबकि इसके उलट आज सुरसा मुख की तरह बढती महंगाई ने आम आदमी के मुख का निवाला तक छीन लिया है। दैनिक उपयोग में काम आने वाली वस्तुओ की ं आसमान छूती कीमतें कैसे आम आदमी व गरीब का भला कर सकती है। वर्तमान मेंे राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार आचार संहिता का बहाना कर पशुधन के चारे पानी की व्यवस्था करने में नाकाम रही है। वर्तमान में केन्द्र व राय की सरकार आम जन के प्रति संवेदनशील हो गई है। आज भारत वर्ष आतंकवाद के खतरे से ग्रस्त है। आए दिन निर्दोषाें की व सैनिकों को अपनी जान गवानी पड रही है, क्याेंकि कांग्रेस पार्टी सदेव वोट बैंक की राजनीति के चलते तुष्टिकरण का सहारा ले भारत की राष्ट्रीयता को चुनौति दे रहे है। उन्होने कहा कि देश का काला धन विदेशी बैंकाें में जमा है और उस पर कांग्रेस पार्टी की चुप्पी प्रश्न चिन्ह लगाती है। क्याेंकि देश की सारी विषम समस्याआें का निराकरण करने में वर्तमान की केन्द्र सरकार अक्षम है चूंकि इसका नेतृत्व कमजोर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कर रहे हैं। जिनका एकमात्र कार्य एक परिवार विशेष की चाकरी करना भर है। जबकि इसके उलट भाजपा के पास मजबूत नेता आडवाणी है और जिनके मजबूत इरादे, इच्छाशक्ति के दम पर भय मुक्त भारत , आतंकक मुक्त भारत, भ्रष्टाचार मुक्त, बेकारीमुक्त भारत व महंगाई मुक्त भारत बनाने में सक्षम है।
राजसमन्द विधानसभा क्षेत्र प्रभारी व पूर्व विधायक बंशीलाल खटीक ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा सरकार के अनेक जनकल्याणकारी योजनाओं को गहलोत सरकार ने आते ही समाप्त कर दिया तथा किसानों से बिजली के मिनिमम चार्जेज वसुलना, अकाल का अकुशल प्रबन्धन, नरेगा श्रमिकाें को समय पर भुगतान नहीं, बढती महंगाई, पेयजल की व्यवस्था व पशुधन के चारे पानी की व्यवस्था न कर पाना गहलोत सारकार के 100 दिवस की उपलब्धि रही है। खटीक ने केन्द्र की अकर्मण्य सरकार को उखाड फैंकने का जनता से आह्वान करते हुए भाजपा के मत एवं समर्थन मांगा। भाजपा जिला महामंत्री महेश पालीवाल, मंडल अध्यक्ष श्रीकृष्ण पालीवाल, जिला मंत्री गोपाल कृष्ण पालीवाल, पूर्व मंडल अध्यक्ष सत्यनारायण पूर्बिया, हरिशंकर पालीवाल, पंचायत समिति सदस्य भंवरलाल कुमावत, सदस्य गोपाल श्रीमाली, पृथ्वीसिंह तंवर, गणेश पालीवाल, छगन, भैरू गुर्जर, महिला मोर्चा की अमृता कुंवर, जगदीश बागोरा, युवा मोर्चा ग्रामीण के नर्बदाशंकर पालीवाल, मंडल महामंत्री देवीलाल प्रजापत, जगदीश दवे सहित अनेक कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित थे।
रावत ने सुन्दरचा, बडारडा, पीपरडा, फरारा, धनवल, दोवड, साकरोदा, सांगठ, मुण्डोल, पिपलांत्री, बोरज, पसून्द, बामनटुकडा, देवपुरा, धांयला, खटामला, वणाई, वासनी, बिनोल, मादडी महासतियान, तासोल, भाणा आदि गांवो का तुफानी दौरा किया।

Monday, April 27, 2009

मनी पावर बढ़ी इस चुनाव में

दिल्ली की सात सीटों पर फतह पाने के लिए उम्मीदवार जिस तरह पैसा बहा रहे
हैं वह विज्ञापन वॉर से झलक रहा है। कुछ ऐसे उम्मीदवार भी हैं जिन्होंने हलफनामे में अपनी संपत्ति शून्य बताई तो 603 करोड़ की संपत्ति के मालिक भी चुनाव मैदान में हैं। यहां 7 मई को पोलिंग होनी है। नैशनल इलेक्शन वॉच ने 160 उम्मीदवारों में से 158 के हलफनामों का विश्लेषण कर पाया कि इस चुनाव में मनी पावर बढ़ी है। संसद तक पहुंचने की दौड़ में शामिल उम्मीदवारों में 33 करोड़पति हैं। इस मामले में कांग्रेस सबसे आगे है। कांग्रेस के सातों उम्मीदवारों की संपत्ति करोड़ों में है। बीएसपी और बीजेपी के 5-5 उम्मीदवार करोड़पति हैं। असोसिएशन फॉर डेमॉक्रेटिक रिफॉर्म्स के नैशनल कनवीनर अनिल बेरवाल ने बताया कि 2004 के चुनाव में कुल उम्मीदवारों में 9 फीसदी करोड़पति थे जो इस बार बढ़कर 28 फीसदी हो गए हैं। पिछली बार का चुनाव लड़ने वाले 10 नेता इस बार भी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें सबसे कम इजाफा कांग्रेस के अजय माकन की संपत्ति में हुआ है। सबसे अधिक नई दिल्ली से चुनाव लड़ रहे वेद प्रकाश की संपत्ति बढ़ी है। सियासी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे दो उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने अपनी संपत्ति जीरो बताई है। चार ऐसे हैं जिनकी संपत्ति 20 हजार से कम है। 42 फीसदी उम्मीदवारों ने हलफनामे में पैन कार्ड डिटेल नहीं दी है। कांग्रेस, बीजेपी और बीएसपी के सभी उम्मीदवारों ने परमानेंट अकाउंट नंबर की जानकारी दी है लेकिन एसपी के 7 में से 3 ने इसका जिक्र नहीं किया है। दिल्ली से संसद तक पहुंचने का सपना देखने वाले उम्मीदवारों में
20 यानी 13 फीसदी क्रिमिनल बैकग्राउंड के हैं। बीजेपी के 4, बीएसपी के 3 व कांग्रेस के एक उम्मीदवार पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। 7 उम्मीदवारों पर हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण जैसे संगीन आरोप हैं। दिल्ली की सात में से चार संसदीय सीटों को नैशनल इलेक्शल वॉच ने रेल अलर्ट क्षेत्र माना है क्योंकि यहां तीन या इससे अधिक उम्मीदवार आपराधिक रेकॉर्ड के हैं। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली, वेस्ट दिल्ली, नई दिल्ली से 4-4 उम्मीदवार और चांदनी चौक से 3 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनका क्रिमिनल बैकग्राउंड है। NBT

सांसद पर हमला

किशनगंज के सांसद एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी तस्लीमुद्दीन ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर हमला करने का आरोप लगाते हुए किशनगंज जिले के कोचधामन थाने में शनिवार देर रात एक मामला दर्ज कराया है। उधर, कांग्रेस के इंतखाब आलम ने भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हमला करने का आरोप लगाते हुए सांसद तस्लीमुद्दीन के खिलाफ उसी थाने में मामला दर्ज करवाया है। किशनगंज के पुलिस अधीक्षक रामनारायण सिंह ने रविवार को बताया कि राजद और कांग्रेस के चुनावी कार्यालय आसपास हैं। प्राथमिकी में सांसद तस्लीमुद्दीन ने आरोप लगाया है कि जब वह एक कार्यक्रम से लौट रहे थे, तो हल्दीखोरा गंाव के पास उन पर हमला किया गया। इस हमले में उनकी गाडी का कांच भी टूट गया। प्राथमिकी में सांसद ने 12 लोगों को नामजद किया है। एसपी के अनुसार कांग्रेस के इंतखाब आलम ने भी एक मामला दर्ज कराया है जिसमें सांसद तस्लीमुद्दीन तथा एक अन्य व्यक्ति सहित कई राजद कार्यकर्ताओं पर कार्यालय के पास कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से मारपीट करने एवं उन्हें धमकाने का आरोप लगाया है। एसपी ने बताया कि दोनों मामलों की जांच प्रारंभ कर दी गई है।

भाजपा का राज समय की मांग

सुरेश चौधरी व जगदीश लोहिया ने कहा कि इस समय देश मे भाजपा के नेतृत्व में सरकार का गठन होना देश की मांग है। दोनों ने भरोसा दिलाया कि उनके सैकडों साथी दक्षिणी दिल्ली संसदीय क्षेत्र में विधुडी के समर्थन में पूरी तन्मयता से जुटेंगे। दोनों नेताओं का कहना था कि भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर राष्ट्रवादी शक्तियों को शक्ति प्रदान करने का संकल्प लिया है। केंद्र में लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व में सरकार बने तभी देश बच सकता है। यह हमारा विश्वास है, इसीलिए हमने भाजपा में शामिल होने का निर्णय किया है।दक्षिण दिल्ली संसदीय क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार रमेश विधुडी के समर्थन में लोक जन शक्ति पार्टी की दिल्ली की युवा इकाई अध्यक्ष सुरेश चौधरी तथा महरौली विधानसभा से एनसीपी नेता पूर्व कांग्रेसी जगदीश लोहिया ने अपने सैकडों समर्थकों के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की घोषणा की है। ये दोनों नेता बीते दिल्ली विधानसभा चुनाव में क्रमश: संगम विहार और महारौली विधानसभा से चुनाव लड चुके हैं। प्रदेश भाजपा मुख्यालय में सोमवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता एवं चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा ने दोनों नेताओं को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करवाई। मल्होत्रा ने कहा कि इनके शामिल होने से दक्षिण दिल्ली से भाजपा उम्मीदवार रमेश विधुडी के चुनाव अभियान में और अघिक शक्ति एवं ऊर्जा आ जाएगी। रमेश विधुडी ने दोनों नेताओं का स्वागत किया।

कांग्रेस की नींद उडा दी

श्रीलंका की लिट्टे के खिलाफ की गई सैन्य कार्रवाई से तमिलनाडु की राजनीति में आए उबाल ने कांग्रेस की नींद उडा दी है। अन्नाद्रमुक की मुखिया जयललिता के आक्रामक रवैए ने कांग्रेस को और चिन्ता में डाल दिया है। कांग्रेस की असल चिंता यही है कि इस राजनीति से प्रदेश की सीटें प्रभावित न हो जाएं। तमिलनाडु से लोकसभा की 39 सीटें आती हैं। प्रदेश में जो हालात बनते जा रहे हैं उससे कांग्रेस व उसके सहयोगी द्रमुक को बडा नुकसान होने की संभावना जताई जाने लगी है।पिछली बार कांग्रेस व द्रमुक के गठबंधन ने अन्नाद्रमुक का पूरी तरह से सफाया कर दिया था जिसका लाभ कांग्रेस को केंद्र में मिला। इस बार कांग्रेस एक बार फिर द्रमुक के साथ मिलकर चुनाव लड रही है। चुनाव प्रक्रिया आरंभ होने तक दोनों दलों की स्थिति ठीक -ठाक बताई जा रही थी, लेकिन श्रीलंका ने लिट्टे पर हमला बोल प्रदेश की राजनीति को गर्मा दिया। द्रमुक नेता व मुख्यमंत्री करूणानिधि ने शुरू में हमले के विरोध के साथ आतंकवादी प्रभाकरण को अपना मित्र बता प्रदेश की राजनीति को गर्माने की शुरूआत की। उसका असर यह हुआ कि अन्नाद्रमुक भी हमले के विरोध में खुलकर सामने आ गई। जयललिता ने तो श्रीलंका में तमिलों के लिए अलग राज्य बनाने की बात तक कह डाली। यही नहीं जयललिता तो अब प्रधानमंत्री की कुंजी अपने हाथों में बता केंद्र की राजनीति को भी प्रभावित करने लगी हैं। जयललिता के आक्रामक रूख को देखते हुए करूणानिधि ने भी सोमवार को भूख हडताल में बैठने का ड्रामा कर दिल्ली में भी कुछ देर के लिए हलचल पैदा की। यहीं पर कांग्रेस दुविधा में फंसती दिखी। कांग्रेस का संकट यह था कि न तो वह भूख हडताल का समर्थन कर सकती थी और ना ही विरोध। यही नहीं युद्व विराम का श्रेय लेने से भी कांग्रेस ने बचने की कोशिश की। कांग्रेस ने गठबंधन का धर्म निभाते हुए जयललिता पर ही निशाना साधा। दरअसल कांग्रेस की परेशानी यही है कि वह इस पूरे मामले में खुलकर बोलने के पक्ष मे नहीं है। इसी का फायदा जयलिता उठाने जा रही हैं। जानकारों की मानें तो अब अन्नाद्रमुक गठबंधन 39 सीटों पर उलटफेर करने की स्थिति में आ गया है।

दंगों के मामले में जांच का आदेश

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को गुजरात में 2002 के दौरान हुए दंगों के मामले में मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित 64 अन्य राजनेताओं व अधिकारियों की भूमिका की जांच का आदेश दिया है। इनमें 8 पूर्व मंत्री सहित कई आईपीएस व आईएएस शामिल हैं। अदालत ने सीबीआई के पूर्व निदशेक आर.के. राघवन की अध्यक्षता वाले विशेष जांच दल (एसआईटी) को तीन माह के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है। जांच दल का गठन सुप्रीम कोर्ट ने ही किया है। न्यायाधीश अरिजीत पसायत और न्यायाधीश अशोक कुमार गांगुली की पीठ ने दंगों के दौरान मारे गए पूर्व सांसद एहसान जाफरी की पत्नी जाकिया एहसान जाफरी व सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया। बहुत बडी जीतसुप्रीम कोर्ट का आदेश बहुत बडी जीत है। मानवाधिकारों के लिए लडने वाले लोगों के लिए यह राहत राहत भरा आदेश है। -तीस्ता सीतलवाड, सामाजिक कार्यकर्ता मोदी का विरोध बनी परम्परागुजरात दंगों को लेकर मोदी का विरोध करना परम्परा बन गई है। लेकिन अभी तक किसी भी न्यायालय ने उनके खिलाफ कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की है। गुजरात दंगों के दस मामलों की जांच रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट के विचाराधीन है, लेकिन मोदी के खिलाफ कोई टिप्पणी तक नहीं की गई है।-अरूण जेटली, भाजपा महासचिवइस्तीफा दें-कांग्रेससुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद दंगों की निष्पक्ष सुनवाई की खातिर नरेन्द्र मोदी को अपने पद से तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।-वीरप्पा मोइली, कांग्रेस प्रवक्ता


केंद्र की उपलब्धियां गिनाई, भाजपा को आडे हाथ लिया

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि ये चुनाव देश की तकदीर का फैसला करेंगे। यह कोई पालिका या पंचायत के चुनाव नहीं हैं। उन्होंने बीकानेर व नोखा में रविवार को दो चुनाव सभाओं को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाई और पूर्ववर्ती भाजपा सरकार को आडे हाथों लिया।बीकानेर के राजीव गांधी मार्ग पर हुई सभा में गहलोत ने कहा कि वक्त यह फैसला करने का है कि देश में मजबूत सरकार बने। गांव के गरीब के लिए, कच्ची बस्ती के विकास के लिए और किसानों के हित के लिए। आज पूरी दुनिया आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है, अमरीका तक हिल गया है, मगर भारत की अर्थव्यवस्था नहीं डगमगाई । राज्य में कृषि बिजली दरों को पांच साल तक नहीं बढाने बात दोहराते हुए गहलोत ने कहा कि इस बार बिजली उत्पादन तीन हजार 960 मेगावाट बढाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आजादी के बाद राजस्थान में सबसे बडी योजना के तहत हमनें 17 हजार 232 करोड रूपए स्वीकृत कराए हैं। आचार संहिता हटने के बाद सरकार इससे विकास कार्य करेगी। गहलोत ने भाजपा सरकार के वक्त राज्य में हुए कार्योü को केंद्र की यूपीए सरकार की देन बताया। गहलोत ने नरेगा योजना को कांग्रेस की उपलब्धि बताया।नोखा में अम्बेडकर तिराहे के पास पार्टी प्रत्याशी रेवतराम पंवार के पक्ष में आयोजित चुनाव सभा में उन्होंने कहा कि राम मंदिर के नाम पर अरबों रूपए एकत्र करने वाली भाजपा ने आम जनता को हिसाब नहीं देकर विश्वासघात किया है। देश के विकास में कांग्रेस की महती भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही किसानों, मजदूरों व अन्य वर्गोü का भला कर सकती है। हमारे काम उनको दिखते नहींमुख्यमंत्री गहलोत ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम लिए बगैर कहा कि हमने जो फैसले किए वो उनको दिखते नहीं। कर्मचारी भर्ती पर लगी रोक हटाई, बीपीएल सूची से हटे गरीब को इलाज सुविधा दी, कर्मचारियों को लाभ दिया।कर्मचारी सरकार के अंगगहलोत ने कहा कि पिछली बार कर्मचारियों को मेरे खिलाफ भडका दिया गया था कि "इस बार काम करना सिखाया है, अगली बार अशोक गहलोत आया तो छुट्टी कर देगा।" गहलोत ने कहा कि ऎसा कुछ नहीं था। अकाल के कारण उनकी मांग पूरी नहीं कर पाए थे। कर्मचारी सरकार के अंग हैं।...फिर बैंसला साथ क्यों!गहलोत ने कहा कि जिस बैंसला के कारण रेल की पटरियां उखाड दी, लाखों करोडों रूपए का नुकसान किया, सत्तर लोगों की जान चली गई, उसे ही अब पार्टी का प्रत्याशी बना दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने हमेशा जातियों को आपस में लडवाया।क्या नाराजगी रहीविधानसभा चुनाव में डॉ. बी.डी. कल्ला तथा रामेश्वर डूडी की हार का दर्द गहलोत के भाषण में भी दिखाई दिया। उन्होंने कहा कि "पता नहीं आपकी क्या नाराजगी रही कि जो कल्लाजी और डूडी को हरा दिया।"

सिर्फ बंटवारे की राजनीति दे सकती है भाजपा

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि यह पार्टी देश को सिर्फ बंटवारे की राजनीति दे सकती है। नफरत व बंटवारे की राजनीति देश को आगे नहीं ले जा सकती। देश के लिए धर्मनिरपेक्षता को छोडकर कोई और रास्ता नहीं है। लोकसभा चुनाव को लेकर गुजरात के अहमदाबाद शहर में रविवार को अपनी पहली जनसभा को संबोधित करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि गुजरात महात्मा गांधी का प्रदेश है जिन्होंने जिंदगी भर संाप्रदायिक सद्भाव के लिए काम किया। जो दल सांप्रदायिकता को बढावा देते हैं वे गांधी और गुजरात का अपमान करते हैं। 2002 के गोधरा दंगों के बारे में उन्होंने कहा कि जो कुछ हुआ वह राज्य की गौरवशाली परम्पराओं के खिलाफ है। कुछ विरोधी दल यह दावा करते हैं कि वे देश को निर्णायक व मजबूत सरकार देंगे, लेकिन इस दावे का कोई आधार नहीं है। कंधार व संसद पर आतंकी हमले का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सत्ता में रहते हुए भाजपा ने जो किया वह सबके सामने है। परमाणु करार मुद्दे का हवाला देते हुए मनमोहन ने कहा कि भाजपा ने राष्ट्रहित के कामों में कभी यू.पी.ए का साथ नहीं दिया। उन्होंने कहा कि क्या बडी-बडी बातें करके ही किसी दल या सरकार का काम निर्णायक और मजबूत हो जाता है।मनमोहन ने तीसरे मोर्चे पर भी निशाना साधते हुए कहा कि इस मोर्चे में जो दल शामिल हैं उनका न तो कोई साझा कार्यक्रम है और न देश के विकास के लिए कोई दूरदृष्टि।करीब 23 मिनट के भाषण में उन्होंने ज्यादातर समय यू.पी.ए सरकार की गत पांच वर्ष की उपलब्धियों को गिनाया। आतंकवाद से लडने के पक्के इरादे की बात करते हुए कहा कि इस दिशा में कई कदम उठाए गए हैं। कांग्रेस के पास ही आजकल के कठिन आर्थिक हालात से निपटने का अनुभव है। केवल कांग्रेस ही देश के भविष्य को बेहतर बना सकती है। उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस के एक प्रतिनिधि के रूप में वोट की अपील कर रहे हैं। कांग्रेस यह चुनाव यू.पी.ए सरकार के गत पांच वर्षो में किए गए काम पर लड रही है।

आतंककारी पर रासुका नहीं : भाजपा

वरूण गांधी पर लगे राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को केन्द्र सरकार की स्वीकृति मिलने पर भारतीय जनता पार्टी ने कहा है "ये तो होना ही था"। भाजपा महासचिव एवं प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है। आतंककारी अजमल कसाब और उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित विधायक मुख्तार अंसारी तक पर भी रासुका नहीं लगा। वोट बैंक के लिए राजनीति इस कदर गिर गई है कि एक मुख्यमंत्री रासुका लगाती है तो रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव बुलडोजर चलाने की बात करते हैं। गौरतलब है कि वरूण गांधी पर लगाए गए रासुका को केन्द्र सरकार ने अनुमोदित कर दिया है।

नाम के नहीं बल्कि काम के गांधी : वरूण गांधी

भाजपा के युवा नेता एवं पीलीभीत संसदीय सीट से पार्टी प्रत्याशी वरूण गांधी ने रविवार को एक चुनावी रैली में कहा कि वह नाम के नहीं बल्कि काम के गांधी हैं। वह चाहते हैं कि लोग उन्हें नाम के गांधी के रूप में नहीं वरन काम के गांधी के तौर पर जानें।फतेहपुर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी राधेश्याम गुप्ता के समर्थन में खागा और बिन्दकी में चुनावी सभा में वरूण ने कहा कि हवा - हवाई तरीके से काम न करके में प्रदेश की हर तहसील, हर गांव में जाऊंगा और राष्ट्रवादियो, गरीबो और किसानों के लिए काम करूंगा। वरूण ने कहा कि वह कभी अपने परिवार का नाम नहीं भुनाएंगे। उनका यह बयान अपने भाई और कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी पर अप्रत्यक्ष हमला बताया जा रहा है। वरूण ने जोर देकर कहा कि वह उत्तर प्रदेश में फिर से राष्ट्रवाद को जिंदा करेंगे। इसके लिए उन्हें चाहे कोई भी कीमत चुकानी पडे। उन्होंनें फिर दोहराया कि जनसेवा के बाद ही वह गांधी कहलाना पसन्द करेंगे।

आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज

छतरपुर। मध्य प्रदेश पुलिस ने अमर के खिलाफ चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया है। टीकमगढ संसदीय क्षेत्र से सपा के उम्मीदवार के समर्थन में नौगांव में शनिवार को हुई आम सभा में अमर ने कांग्रेस पर क्षत्रियों को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए खुद को क्षत्रिय बताया था तथा क्षत्रियों से सपा के लिए वोट मांगे थे। अमर सिंह द्वारा जाति के आधार पर वोट मांगने को आचार संहिता का उल्लंघन माना गया है।

दान देने के मामले में सपा महासचिव अमर सिंह कानूनी मुसीबत में

अमरीका के क्लिंटन फाउंडेशन को कथित 43 करोड रूपए (86 लाख डॉलर) का दान देने के मामले में सपा महासचिव अमर सिंह कानूनी मुसीबत में फंस सकते हैं। उच्चतम न्यायालय के वकील विश्वनाथ चतुर्वेदी ने निर्वाचन आयोग से इसकी शिकायत की है। शिकायतकर्ता ने निर्वाचन आयोग से आग्रह किया है कि राज्यसभा चुनाव 2008 के शपथ पत्र में अपनी संपत्ति की घोषणा में इस दान को शामिल नहीं करने के कारण अमर सिंह को अयोग्य घोषित किया जाए। उन्होंने संदेह व्यक्त किया, यह रकम हवाला के जरिए अवैध रूप से देश से बाहर ले जाई गई होगी। चतुर्वेदी ने अपनी शिकायत की एक प्रति रिजर्व बैंक को भी भेज दी थी। बैंक ने चतुर्वेदी को भेजे जवाब में कहा, उसके रिकॉर्ड में दान की कोई अनुमति नहीं दी गई। हवाला के संबंध में आपको प्रवर्तन निदेशालय में शिकायत दर्ज करानी चाहिए।चतुर्वेदी ने क्लिंटन फाउंडेशन की वेबसाइट पर उपलब्ध दानदाताओं की सूची के आधार पर निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा, अमर सिंह ने अपने शपथ पत्र में 37 करोड रूपए की संपत्ति का खुलासा किया है। फिर वे कैसे इतनी बडी रकम दान में दे सकते हैं।

लोकसभा से होगा प्रधानमंत्री-कारत

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए माकपा महासचिव प्रकाश कारत ने कहा है कि वामपंथी दल चुनाव बाद लोकसभा के सदस्य को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। खुद को प्रधानमंत्री पद की दौड से बाहर करते हुए उन्होंने साफ तौर पर कहा कि चुनाव के बाद तीसरे मोर्चे की मिली जुली सरकार बनने पर भी वह प्रधानमंत्री पद के दावेदार नहीं होंगे। प्रकाश कारत ने रविवार को एक चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा, हम राज्यसभा के सदस्यों को प्रधानमंत्री के रूप में देख चुके हैं। लेकिन इस बार हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि लोकसभा का कोई नेता ही देश का प्रधानमंत्री बने। कारत ने कहा कि वामदल तीसरे मोर्चे की सरकार में शामिल हो सकते हैं, लेकिन वामदल प्रधानमंत्री पद के लिए न तो चुनाव के पहले और न ही बाद में किसी उम्मीदवार को रखेंगे। तीसरे मोर्चे के उम्मीदवार का फैसला भी चुनाव के परिणाम आने के बाद ही किया जाएगा। उन्होंने कहा, तीसरे मोर्चे में अभी बसपा ही ऎसी पार्टी है जिसने प्रधानमंत्री पद के लिए अपने नेता की दावेदारी जताई है। चन्द्रबाबू नायडू, एच. डी. देवेगौडा और जयललिता में से किसी ने भी प्रधानमंत्री पद का दावेदार होने के बारे में कोई संकेत अब तक नहीं दिया है।

Friday, April 24, 2009

अपराधी और गुंडे बीएसपी में : अमर सिंह

एसपी ने गुरुवार को प्रदेश की बीएसपी सरकार पर कड़े प्रहार करते हुए कहा कि कल तक जो मायावती गुंडों और अपराधियों से दूर रहने की बात कहती थीं, उन्हीं ने आज प्रदेश के हर बड़े अपराधी और गुंडे को संरक्षण दे रखा है और ये सारे अपराधी उनकी पार्टी से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। एसपी के अकबरपुर सीट से लोकसभा प्रत्याशी कमलेश पाठक के समर्थन में फिल्म स्टार संजय दत्त और मनोज तिवारी के साथ गुरुवार को कानपुर आए पार्टी महासचिव अमर सिंह ने एक जनसभा में कहा कि पहले तो मुख्यमंत्री मायावती गुंडों की छाती पर चढ़ने की बात करती थीं, लेकिन आज प्रदेश के सभी गुंडों माफियाओं और अपराधियों को वह शरण दिए हुए हैं । सिंह ने कहा कि बीएसपी के साथ आज मुख्तार अंसारी, अफजाल अंसारी, धनंजय सिंह, अरूण शुक्ल अन्ना और शेखर तिवारी जैसे कई गुंडे अपराधी हैं और इनमें से कई तो पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने इंजीनियर मनोज गुप्ता हत्याकांड के बाद बीएसपी विधायक शेखर तिवारी के खिलाफ आवाज उठाने वाले एसपी के अकबरपुर सीट से लोकसभा प्रत्याशी कमलेश पाठक को जेल भेज दिया, जबकि उनका कोई अपराध नहीं था और उन पर एनएसए लगाकर उन्हें पीलीभीत जेल में डाल दिया है, ताकि वह अपना चुनाव प्रचार न कर सकें। सिंह ने कहा कि बीएसपी सरकार के कमलेश पाठक के साथ किए गए अत्याचार का बदला जनता उन्हें वोट देकर और संसद भेज कर करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को बेरोजगारी और गरीबी तथा किसानों की चिंता नहीं है, लेकिन लखनऊ और राज्य के अन्य जिलों में करोड़ों रुपये खर्च कर अपनी मूतिर्यां लगाने की चिंता है, इसलिये जनता उन्हें इसी लोकसभा चुनाव में सबक सिखा देगी।

राष्ट्रभक्तों, गरीबों की लडाई लडते रहेंगे वरूण गांधी

पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार वरूण गांधी ने बुधवार को कहा कि वे राष्ट्रभक्तों, कमजोरों और गरीबों की लडाई लडते रहेंगे, चाहे इसके लिए उन्हें फिर से जेल क्यों न जाना पडे। जनसभा में आए भाजपा व विहिप कार्यकर्ताओं और भारी जनसमूह को सम्बोधित करते हुए वरूण ने कहा कि जेल में हुई ज्यादती का उन्हें कोई दुख नहीं, लेकिन मेरी मां के आंसुओं का जवाब अब जनता देगी। वरूण बरेली संसदीय सीट से भाजपा उम्मीदवार संतोष कुमार गंगवार के समर्थन में नवाबगंज में एक जनसभा को संबोधत कर रहे थे। वरूण ने कहा कि वे चुप नहीं बैठेंगे। जुल्म के खिलाफ आवाज उठाता रहूंगा चाहे मुझे फिर से एटा जेल ही क्यों न जाना पडे। जेल से निकलने के बाद वरूण की यह पहली चुनावी जनसभा थी। इस दौरान उन्होंने जनता से अपने मामा संतोष गंगवार को वोट देने की अपील की। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि वरूण के साथ जो कुछ हुआ वह सिफ एक युवक के साथ हुआ अत्याचार नहीं बल्कि देश के सारे युवकों के साथ हुआ अत्याचार है। बाद में वरूण ने पीलीभीत से अपना नामांकन भी दाखिल किया इसके मद्देनजर पीलीभीत में सुरक्षा के कडे इंतजाम किए गए।

भाजपा देश की जनता को भ्रमित करने में लगी है

कांग्रेस ने हमला जारी रखते हुए आरोप लगाया कि भाजपा नकलची पार्टी है। भाजपा के पास न तो नेतृत्व है और ना ही नेता है। कांग्रेस सरकारों द्वारा पूर्व में किए गए फैसलों व संप्रग सरकार की उपलब्धियों को अपने नाम से प्रचारित कर भाजपा देश की जनता को भ्रमित करने में लगी है। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि भाजपा की पोल खुल चुकी है और उसकी चुनाव में हार तय है। सिंघवी ने दो पन्नों में ब्यौरा देते हुए दावा किया कि कांग्रेस के शासन में ही देश ने सबसे ज्यादा विकास किया। सिलसिलेवार जानकारी देते हुए कांग्रेस ने कहा कि परमाणु विस्फोट कराने का मामला रहा हो या आर्थिक सुधारीकरण का, सब फैसले कांग्रेस ने किए। कांग्रेस के कार्यकाल में ही नींव पडी। खेलों से संबंधित सभी उपलब्धियां भी कांग्रेस के शासन में हुई। यही नहीं कांग्रेस ने रेलवे में हुई तरक्की व नरेगा का भी श्रेय स्वयं लिया। इस मुद्दे पर पत्रकारों ने पूछा कि इन दोनों मामलों में राजग के नेताओं ने अहम भूमिका निभाई तो कांग्रेस ने यह कहकर अपना बचाव किया कि हुआ तो कांग्रेस की अगुवाई में बनी संप्रग के शासन में ही। इसके लिए किसी एक नेता को श्रेय नहीं दिया जा सकता है। कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया कि परमाणु विस्फोट, नरेगा और दिल्ली में मेट्रो का श्रेय भी भाजपा लेने की कोशिश कर रही है। कृषि और आतंकवाद के मुद्दे पर भी भाजपा सच नहीं बोल रही है। दागी को लेकर फंसी कांग्रेस दागी मामले में कांग्रेस फंसती दिखाई दी। कांग्रेस ने अकबरपुर से संसद में सवाल पूछने के एवज में फंसने वाले सांसद राजा रामपाल को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस से इस मुद्दे पर जब सवाल पूछा गया तो कांग्रेस ने यह कह कर बचाव करने की कोशिश की कि उन्हे सजा मिल चुकी है इसलिए उन्हें मौका दिया जाना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि अन्य पार्टियों ने पैसे लेने वाले संासदों को टिकट नहीं दिया। इस पर कांग्रेस संकट में फंसती दिखाई दी। कांग्रेस ने कहा कि जीतने को प्राथमिकता दे कर ही उन्हें टिकट दिया। इस मसले पर एक अन्य प्रवक्ता कपिल सिब्बल ने तो यह कह कर अपना बचाव किया कि उन्होंने टिकट नहीं दिया। जिन्होंने दिया उनसे पूछो।

कांग्रेस चिंतित नहीं प्रधानमंत्री पद को लेकर मचे घमासान से

लोकसभा चुनावों के परिणाम भले ही 16 मई को आएंगे लेकिन प्रधानमंत्री पद को लेकर मचे घमासान से कांग्रेस फिलहाल चिंतित नहीं है। कांग्रेस पूरी तरह से आश्वस्त है कि अगली सरकार उनकी अगुवाई में ही बनेगी और मनमोहन सिंह ही अगले प्रधानमंत्री होंगे। कांग्रेस को तो यहां तक भरोसा है कि वामदलों के समर्थन की शायद जरूरत ही न पडे। इसके बाद भी यदि ऎसा कुछ होता है तो परिणाम आने के बाद सब मैनेज कर लिया जाएगा। कांग्रेस का भरोसा यही जता रहा है कि इस बार वह पिछली बार के मुकाबले अधिक सीटें जीत कर सहयोगियों को अपने हिसाब से एडजस्ट कर लेगी। कांग्रेस के रणनीतिकार मान रहे हैं कि केरल और पश्चिम बंगाल में इस बार पासा पूरी तरह से पलट जाएगा। कांग्रेस दोनों राज्यों में सबसे अधिक सीटें जीत वामदलों को पछाड देगी। इसके बाद आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में यदि थोडी बहुत सीटें घटी तो कर्नाटक और उडीसा से भरपाई हो जाएगी। बाकी उत्तर भारत में कांग्रेस की सीटों में बदलाव आएगा। राजद की सीटें घटेंगी और लोजपा के पास कोई चारा नहीं होगा। समाजवादी पार्टी के साथ फिलहाल संबंध खराब होते दिख नहीं रहे हैं। ऎसे में कांग्रेस को लग रहा है कि संप्रग में उसका वर्चस्व हर हाल में बढेगा। इसके चलते राकांपा भी प्रधानमंत्री के मुद्दे पर कांग्रेस का साथ देगी। प्रधानमंत्री पद को लेकर यूं तो खींचतान चुनाव पूर्व ही शुरू हो गई थी लेकिन दूसरे चरण के चुनाव आने तक मामला बढ गया। संप्रग के घटक दल राजद, सपा और राकांपा अलग-अलग राग अलापने लगे। हालांकि लोजपा ने इस मामले में मनमोहन का ही साथ दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी कहते हैं कि 16 मई तो आने दीजिए उसके बाद सब कुछ साफ हो जाएगा। परिणाम अपने आप ही बता देंगे कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह होंगे। संप्रग के प्रधानमंत्री आज भी हैं कल भी रहेंगे इसमें किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए। कांग्रेस उन्हें पहले ही प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। इस पद को लेकर किसी भी दल में भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए।

सौ दिन में शुरू होगी यमुना की सफाई : भाजपा

भारतीय जनता पार्टी के केन्द्र में सत्ता में आने पर पहले सौ दिनों के भीतर यमुना नदी को प्रदूषण रहित बनाने का काम प्रारम्भ कर दिया जाएगा और 2010 के कॉमनवेल्थ खेलों से पूर्व साफ सुथरा और उसके तटों को भव्य रूप दिया जाएगा।दिल्ली विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता और भाजपा चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा ने शीला दीक्षित सरकार पर आरोप लगाया कि लापरवाही के कारण यमुना नदी इस समय एक गंदे नाले के रूप में बह रही है। शीला सरकार ने दो हजार करोड रूपए से अघिक खर्च करने के बाद भी यमुना नदी को पहले से अघिक दूषित बना दिया है। केंद्र की एनडीए सरकार इस बात की जांच करेगी कि दो हजार करोड रूपए किस प्रकार भ्रष्टाचार की भेंट चढे हैं। यमुना नदी में गिरने वाले गंदे नालों को यमुना में गिरने से रोकने के काम में कोई प्रगति नहीं हुई है। गंदे नाले और नजफगढ नालों में ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का काम ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।पानी के लिए हाहाकारमल्होत्रा ने कहा कि गर्मी ने अभी तेवर दिखाने शुरू किए हैं कि दिल्ली में पानी को लेकर हाहाकार मचना शुरू हो गया है। टेंकरों के माध्यम से पानी विभिन्न इलाकों में पहुंचाया जा रहा है। यह पानी प्रदूषित होने के साथ-साथ स्थानीय ठेकेदारों के भ्रष्टाचार का भी सबब बन रहा है। लोग परेशान हैं और सरकार मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रही है। दिल्ली में प्रतिदिन 950 से 1000 एमजीडी पानी की आवश्यकता है लेकिन उपलब्धता 650 एमजीडी तक ही है। अलबत्ता चालीस प्रतिशत पानी लीकेज के कारण बर्बाद हो रहा है।

पहले मतदान किया फिर अंतिम संस्कार

गंगा-जमुनी तहजीब के शहर भोपाल की तंग गलियों में बसे नारियल खेडा बस स्टाप के पास दीप सिंह राठौर के परिवार में उनकी मां की बुधवार मध्य रात्रि में मृत्यु हो गई थी।गुरूवार की सुबह अंतिम संस्कार से पहले पूरे परिवार ने मतदान-महादान का जज्बा दर्शाते हुए बूथ पर जाकर मतदान किया। परिवार के 13 सदस्यों ने वोट डाले। बाद में परिवार ने मां का अंतिम संस्कार किया।

प्रचार का नया तरीका "गूग्गिज"

लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान के दौरान उम्मीदवार कई तरीके आजमा रहे हैं। वडोदरा में जहां बडी स्क्रीन पर आई.पी.एल. के मैच दिखाई जा रहे हैं वहीं आणंद में प्रत्याशी अपने पैम्फलेट पर आई.पी.एल. मैचों का पूरा कार्यक्रम छाप कर मतदाताओं को लुभाने में लगे हैं। वहीं खेडा तथा आणंद क्षेत्र में प्रचार अभियान के दौरान गूग्गिज का इस्तेमाल किया जा रहा है। आणंद लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी भरत सिंह सोलंकी तथा खेडा लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी देवू सिंह चौहाण ने विशेषकर युवा मतदाताओं के लिए प्रचार का यह नया तरीका ढूंढा है।कांग्रेस ने सबसे पहले इस नए तरीके का इस्तेमाल शुरू किया वहीं अब भाजपा भी वोटरों को आकर्षित करने के लिए इसका भरपूर उपयोग कर रही है। भाजपा कार्यकर्ता निलेश परीख बताते हैं कि गूग्गिज के लिए एक छोटी सी मशीन होती है। इस मशीन के तीन सौ मीटर दायरे तक जो भी लोग मौजूद होते हैं यदि वे अपने मोबाइल का ब्लू टुथ ऑन करते हैं तो गूग्गिज के माध्यम से वॉल पेपर, वॉयस मेल तथा रिंग टोन सेव कर सकते हैं। भाजपा ने युवा मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए अनेक तरह के वॉल पेपर, असरदार वॉयस मेल तथा मस्ती भरे संगीत वाले रिंग टोन तैयार किए हैं।भाजपा कार्यकर्ता नडियाद शहर में विभिन्न जगहों पर यह मशीन लेकर खडे होते हैं और युवाओं से गूग्गिज का उपयोग करने का आह्वान करते हैं।

Wednesday, April 22, 2009

जमीन के मुआवजे की दर को लेकर लोक सभा चुनाव बहिष्कार की घोषणा

सिकंदराबाद के चोला औद्योगिक एरिया के तहत आने वाले 15 गांवों के किसानों ने बुधवार को लोक सभा चुनाव बहिष्कार की घोषणा कर डाली। दनकौर के पास सरायदूला गांव में हुई पंचायत में किसानों ने ऐलान किया कि वे किसी भी दल के प्रत्याशी को प्रचार के लिए गांवों में नहीं घुसने देंगे। यूपीएसआईडीसी से जमीन के मुआवजे की दर को लेकर चल रहे विवाद के सुलझ नहीं पाने के कारण किसानों ने यह कदम उठाया है। चोला औद्योगिक किसान संघर्ष समिति के आह्वान पर सरायदूला गांव में बुधवार को 15 गांवों के किसानों की पंचायत हुई। किसान नेता अजित दौला ने आरोप लगाया कि यूपीएसआईडीसी के अफसर किसानों का शोषण कर रहे हैं। यूपीएसआईडीसी को जमीन देने वाले चोला औद्योगिक एरिया के किसान पिछले दस साल से संघर्ष कर रहे हैं। किसानों की सुध लेने के लिए कोई भी राजनीतिक दल या उनका नेता सामने नहीं आया। उन्होंने बताया कि पंचायत में चोला औद्योगिक एरिया के 15 गांवों के किसानों ने निर्णय लिया है कि वे लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। साथ ही किसी भी प्रत्याशी को इन 15 गांवों में घुसने नहीं दिया जाएगा। पंचायत में गजराज प्रधान, महकार, सुरेंद्र आदि लोग मौजूद थे। दौला ने बताया कि इन गांवों के किसानों की जमीन अधिग्रहण होने के लिए यूपीएसआईडीसी वर्ष 1999 में नोटिफिकेशन किया था। उस समय किसानों ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा ऑथरिटी के समान मुआवजा और अधिग्रहित जमीन के बदले में पांच प्रतिशत प्लॉट देने की मांग कर आंदोलन चलाया था। यूपीएसआईडीसी को किसानों की बात मानन ली थी। 405 रुपये प्रति वर्ग गज मुआवजा और अधिग्रहित जमीन के बदले में पांच प्रतिशत प्लॉट देने पर सहमति हुई थी। यूपीएसआईडीसी किसानों को अभी तक मुआवजा व प्लॉट नहीं दे सकी है। इस समय ग्रेटर नोएडा ऑथरिटी की मुआवजा दर 850 रुपये प्रति वर्ग मीटर है, जबकि अधिग्रहित जमीन के बदले में 6 प्रतिशत प्लॉट दिया जा रहा है। चोला औद्योगिक एरिया के किसान अब इसी दर व सुविधा पर यूपीएसआईडीसी से मुआवजे की मांग कर रहे हैं। किसानों की इस मांग में कोई भी राजनीतिक दल सहयोग नहीं कर रहा है। लिहाजा किसानों ने ये कदम उठाया है। NBT

राजीव गांधी कहें, कांग्रेस को वोट मत दो

कांग्रेस यह बात सुनेगी, तो बौखला ही जाएगी। लेकिन यह सच है। तमिलनाडू में शिवगंगा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे राजीव गांधी लोगों से यही अपील कर रहे हैं। राजीव केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। राजीव गांधी नाम है 25 साल के लॉ स्टूडंट का, जो चेन्नै की डॉ. आंबेडकर लॉ यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे हैं। उनका नाम उनके दादा ने रखा था। उनके दादा कांग्रेस के परमभक्त थे। राजीव लोगों से अपने लिए वोट नहीं मांगते, बल्कि चिदंबरम को हराने की अपील करते हैं। उनका कहना है कि श्रीलंकाई तमिलों की दुर्दशा को सामने लाने के लिए चुनाव से बेहतर कोई मंच नहीं हो सकता। श्रीलंकाई तमिलों के मुद्दे पर कई नौजवान प्रचार कर रहे हैं। इनमें अरुण शौरी भी शामिल हैं। यह बीजेपी के अरुण शौरी नहीं हैं, बल्कि चेन्नै के एक सेल्स इंजीनियर हैं, जो श्रीलंकाई तमिलों के मुद्दे पर कांग्रेस के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। अरुण का नाम उनके पिता ने जानेमाने पत्रकार अरुण शौरी के नाम पर ही रखा था। अरुण शौरी अब बीजेपी में हैं। श्रीलंकाई तमिलों के पक्ष में यह आंदोलन खड़ा करने का श्रेय 26 साल के के. मुथुकुमार को जाता है। मुथुकुमार ने इसी साल 29 जनवरी को आत्मदाह कर लिया था। उनकी मौत के कुछ दिन बाद अरुण ने यह आंदोलन शुरू किया। अब उनके साथ 40 के लगभग नौजवान हैं, जो जगह-जगह जाकर कांग्रेस के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। NBT

गुजरात की ओर रूख किया स्टार प्रचारकों ने

लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। दूसरे चरण का चुनाव प्रचार थमने के बाद अब स्टार प्रचारकों ने गुजरात की ओर रूख किया है। कांग्रेस की स्टार प्रचारक सोनिया गांधी शुक्रवार को गुजरात दौरे पर आ रही हैं। सोनिया राजकोट के जेतपुर, पंचमहाल के हालोल एवं मेहसाणा के खेरालू में चुनावी रैलियों को सम्बोधित करेंगीं। प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह के 26 अप्रेल को आने की संभावना है। वे यहां चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे।वहीं राहुल गांधी 27 एवं 28 को गुजरात दौरे पर आएंगे और रोड शो के जरिए मतदाताओं को आकर्षित करेंगे। उधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष राजनाथ सिंह गुरूवार को एक दिन के गुजरात दौरे पर आ रहे हैं। राजनाथ तीन चुनाव सभाओं को सम्बोधित करेंगे। वह दोपहर 12 बजे सूरत-नवसारी लोकसभा क्षेत्र के तहत उधना में चुनावी सभा को सम्बोधित करेंगे। इसके बाद शाम 5 बजे पोरबंदर संसदीय क्षेत्र के तहत उपलेटा तथा रात 8 बजे गांधीनगर संसदीय क्षेत्र के तहत साबरमती में चुनावी सभाओं को सम्बोधित करेंगे। हेमामालिनी आज आएंगीफिल्म अभिनेत्री व सांसद हेमा मालिनी गुरूवार को गुजरात आएंगी। भाजपा के स्टार प्रचारक के रूप में एक दिवसीय दौरे पर आ रही हेमा अपरान्ह तीन बजे सुदामा चौक पोरबन्दर में जनसभा को सम्बोधित करेंगी। उसके बाद शाम सात बजे कुसुम हरनाथ मंदिर उमरेठ व रात साढे आठ बजे विरोल दरवाजा के पास महेमदाबाद में भाजपा की चुनावी सभा को सम्बोधित करेंगी।

क्षेत्रीय पार्टियां राष्ट्रीय हितों के प्रति सचेत नहीं

अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव व प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने तीसरे मोर्चे के गठन को राजनीतिक अवसरवादिता करार देते हुए कहा कि क्षेत्रीय पार्टियां की भूमिका राष्ट्रीय राजनीति में काफी सीमित है।मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में आजाद ने कहा कि क्षेत्रीय पार्टियां चाहें कितनी मजबूत जनाधार वाली क्यों न हो, उनकी सोच एक क्षेत्र विशेष अथवा समुदाय विशेष तक ही सीमित होती है। ऎसी पार्टियां अथवा क्षेत्रीय पार्टियों का गठजोड कभी भी राष्ट्रीय राजनीति की मुख्य धारा में निर्णायक भूमिका नहीं निभा सकते हैं।इन क्षेत्रीय दलों में राष्ट्रीय हितों के प्रति गहन सोच व रणनीति का सर्वथा अभाव होता है।

कपिल सिब्बल के नामांकन को चुनौती

चांदनी चौक से भाजपा प्रत्याशी विजेन्द्र गुप्ता ने कांग्रेस उम्मीदवार कपिल सिब्बल के नामांकन को चुनौती देते हुए न्याय के लिए उ“ातम न्यायालय में जाने की धमकी दी है। गुप्ता का कहना है कि कपिल सिब्बल और उनके कवरिंग उम्मीदवार प्रोमिला सिब्बल ने जो नामांकन भरा वह पूर्णत: अधूरा तथा अमान्य है।नामांकन में गंभीर गलतियां एवं कानूनी आपत्तियां हैं। गुप्ता ने यह आपत्ति अपने अघिवक्ता के माध्यम से दर्ज कराई लेकिन चुनाव आयोग ने इसे खारिज कर दिया। गुप्ता का आरोप है कि रिटर्निग ऑफिसर ने गैर कानूनी तरीके से नामांकन पत्रों को स्वीकार कर न केवल उ“ातम न्यायालय के आदेश का उल्लंघन किया है बल्कि चुनाव आयोग के दिशा-निर्देश के भी विपरीत है।बकौल गुप्ता कपिल सिब्बल ने आवेदन पत्र भरते हुए किसी अघिकृत मजिस्ट्रेट से सत्यापन नहीं करवाया, साथ ही कई कालम जिन्हें भरा जाना अनिवार्य था उसे खाली छोड दिया है। इस तरह यह नामांकन पत्र बिल्कुल अधूरा है। गुप्ता ने सिब्बल का नामांकन रद्द किए जाने के साथ-साथ इस मामले के लिए तीन सदस्यों की न्यायिक बैंच व सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग उठाई है।

Tuesday, April 21, 2009

भ्रष्टाचार चरम पर है मध्यप्रदेश में : राहुल गांधी

कांग्रेस के स्टार प्रचारक राहुल गांधी ने मनमोहन सिंह को दुनिया का सबसे ताकतवर प्रधानमंत्री करार दिया। मंगलवार को पिपरिया में चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए राहुल ने सवाल किया कि कंधार कांड के समय आतंकियों के सामने घुटने टेकने वाली एनडीए सरकार के गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी मजबूत कैसे हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है। हम केंद्र से एक रूपया भेजते हैं, मप्र की सरकार जनता तक मात्र पांच पैसे ही पहुंचाती है। बालाघाट की सभा में राहुल ने कहा कि सरकार स्विस बैंक में जमा कालाधन वापस लाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि राजग के कार्यकाल में आडवाणी को एक बार भी कालाधन वापस लाने की याद नहीं आई और अब चुनावों के समय उन्हें इसकी याद आ गई। राहुल ने कहा कि मनमोहन सिंह की कूटनीति के आगे पाक को झुकना पडा। पाक ने माना कि मुम्बई में हमला करने वाले उनके यहां के हैं। वहीं एनडीए सरकार के मंत्री जसवंत सिंह आतंकियों को छोडने कंधार गए थे। यह बात आडवाणी को नहीं मालूम है। अब आप ही फैसला करें कि कौन मजबूत है। राहुल ने कहा कि मप्र सरकार केंद्र की योजनाओं को अपना बताकर जनता को छल रही है।सभा के बाद राहुल ने सुरक्षा घेरा तोडकर जनता के बीच पहुंचने का प्रयास किया। उन्होंने मंच के सामने लगे बांस के बैरिकेट्स में से निकलने की कोशिश की। लेकिन, एसपीजी कमांडो ने उन्हें रोक लिया।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय मंत्री अर्जुन सिंह ने सीधी की जनता से सोनिया गांधी का हाथ मजबूत करने की अपील की। अर्जुन ने मंगलवार को बेटी वीणा सिंह के खिलाफ और कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा की। हालांकि, उन्होंने सभा में कांग्रेस प्रत्याशी का न तो नाम लिया और न ही विपक्ष पर किसी प्रकार का आरोप लगाया। सभा के दौरान वीणा सिंह के पुत्र ऎश्वर्य सिंह, पुत्र वधू दिव्यरानी और नातिन अमृता सिंह मंच पर पहुंचे और अपने नाना अर्जुन सिंह से आशीर्वाद मांगा। जब वे वापस जा रहे थे, उनके साथ आए वीणा समर्थकों ने वीणा दीदी जिंदाबाद के नारे लगाए।चाहे गर्मी की मार कहें या फिर जनता की मुख्यमंत्री में कम होती रूचि। भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का मंगलवार को आयोजित रोड-शो फ्लॉप रहा। आलम यह रहा कि मुख्यमंत्री का काफिला आमजन के बीच से होता हुआ पूरे शहर में भ्रमण करता रहा और आमजन अपने कार्यो में मशगूल रहे। जब मुख्यमंत्री का काफिला गत विधानसभा चुनाव के दौरान जन आशीर्वाद रैली के रूप में शहर से गुजरा था, तो हर चौराहे और रास्ते पर हजारों की भीड ने उन्हें अपने पलकों पर बिठाया था, लेकिन इस बार रोड शो फीका रहा।

देश की प्रगति के लिए बुनियादी ढांचा विकास जरूरी: आडवाणी

राजग के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार व भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि देश की प्रति के लिएसामुदायिक व भौतिकीय बुनियादी ढांचा विकास अत्यंत आवश्यक है।वे मंगलवार को यहां बेंगलूरू देश के बुनियादी ढांचा किास पर पार्टी के विजन दस्तावेज को जारी करने के बाद बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा को केन्द्र में सत्ता मिली तो पार्टी इसे लागू करेगी। इस दस्तावेज में ऊर्जा, सिंचाई, कृषि, उद्योग, परिवहन, संचार, तथा गांवों व शहरों में बुनियादी नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के क्षेत्र में 25 लाख करोड रूपए से अधिक का निवेश करने की बात कही गई है।उन्होंने भौतिकीय व सामुदायिक ढांचागत विकास के बीच बडा अंतराल छोडने के लिए केन्द्र की यूपीए सरकार को दोषी ठहराते हुए कहा कि यूपीए सरकार का पिछले पांच सालों का कार्यकाल बुनियादी ढांचे के विकास के दृष्टिकोंण से आपदा से कम नहीं रहा। उन्होंने कहा कि केन्द्र में सत्ता में आने वाली अगली राजग सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग विकास कार्यक्रम को गति देगी और प्रतिदिन 20 किमी की दर से सडकों का विकास करेगी।उन्होंने कहा कि देश के 8 0 फीसदी ढांचागत विकास को आज भीसार्वजनिक निवेश की जरूरत है। भाजपानीत राजग को सत्ता मिली तो वह सार्वजनिक व निजी क्षेत्र में परियोजनाओं के समयबद्ध क्रियान्वयन के लिए ठोस कदम उठाएगी। भाजपा के इस विजन दस्तावेज में देश की नदियों को जोडकर प्रत्येक कृषि फार्म को जस संसाधन उपलब्ध करवाकर कृषि उत्पादन बढाने, अगले पांच सालों में 1 लाख 20 हजार मेगावाट अतिरिक्त बिदजली का उत्पादन करने,स्वर्ण चतुष्कोंणीय पूर्व- पश्चिम व उत्तर- दक्षिण कोरीडोर का निर्माण पूर्ण करवाने,प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना को पूर्ण करवाने, राष्ट्रीय सडक सुरक्षा मिशन शुरू करने,चार महानगरों व औद्योगिक केन्द्रों के लिए पृथक मालवाहक कारीडोर बनवाने, 25 बडे शहरों में मेट्रोरेल सुविधा शुरू करने, बंदरगाहों का विकास, हवाईअड्डों का आधुनिकीकरण करने तथा केबल टीवी के दाम पर देश के सभी गांवों में असीमित ब्राडबैंड सुविधा मुहैया करवाने तथा सभी देशवासियों को बहुउद्देश्यीय पहचान पत्र जारी करने का वादा किया गया है।

लालू प्रसाद यादव को वाणी पर संयम रखने की सलाह

कल तक तुर्रम खां बने फिरते लालू प्रसाद यादव के सितारे गर्दिश में जाते दिख रहे हैं। उन्हें चौतरफा मुसीबतों ने घेर लिया है। पार्टी नेताओं पर ताबडतोड टिप्पणियों से उकताई भाजपा ने भी मंगलवार को निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटा दिया। बाकायदा लालू के चुनावी भाषणों की सीडी और टीवी खबरों की क्लिपिंग के साथ उसने राजद अध्यक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। विपक्षी पार्टी ने आयोग से मांग की है कि लालू ने व्यक्तिगत और अपमानजनक टिप्पणियां कर जनता की भावनाएं भडकाने का काम किया है जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।उनके खिलाफ भी रासुका लगाया जाए। बिहार की चुनावी सभाओं में लालू के भाषणों का हवाला देते हुए भाजपा ने लिखा है कि रेल मंत्री ने प्रधानमंत्री पद पर राजग के उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी को न सिर्फ पाकिस्तानी कहा बल्कि मूलत: उनके हिन्दू होने पर भी सवालिया निशान लगाया है। इतना ही नहीं व्यक्तिगत आक्षेप की हर सीमा को लांघते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी व बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के बीच साले-बहनोई का रिश्ता स्थापित करने जैसी अनर्गल बातें कहीं जो कि निहायत ही अपमानजनक हैं। चुनावी सभाओं में लालू ने सिर्फ वोट जुटाने की खातिर ऎसे बयान दिए जिससे लोग भडक भी सकते थे। उन्होंने ओछे राजनीतिक स्वार्थ के लिए सामाजिक सुरक्षा को खतरा पहुंचाने का काम किया लिहाजा उन पर भी रासुका लगाया जाना चाहिए।भाजपा ने उम्मीद जताई है कि आयोग उसकी शिकायत को गंभीरता से लेकर लालू के खिलाफ त्वरित और कडी कार्रवाई करेगा। उसने मांग की है कि चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक उन्हें प्रचार से दूर रखना चाहिए। ऎसा कर आयोग सभी राजनीतिक दलों को लिखे अपने उस पत्र को प्रामाणिक करेगा जिसमें चुनाव मैदान में वाणी पर संयम रखने की सलाह दी गई है।

कांग्रेस के बडे नेताओं का भी राजनीतिक पारा गर्मा

बढती गर्मी के साथ कांग्रेस के बडे नेताओं ने भी राजनीतिक पारा गर्मा दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव राहुल गांधी जहां अभी तक अकेले ही माहौल को गरमाने में लगे हुए थे, वहीं अब इसमें वरिष्ठ नेता प्रणव मुखर्जी और दिग्विजय सिंह भी कूद पडे हैं। मुखर्जी ने लालू यादव को सीधे निशाने पर ले कर जता दिया है कि कांग्रेस अब दबाव में नहीं आएगी। यही नहीं महासचिव दिग्विजय सिंह ने जाने -अनजाने में ही सही बसपा प्रमुख मायावती के साथ सपा को भी एक प्रकार से संकेत दे दिए हैं कि कांग्रेस अब पहले वाली नहीं रह गई। जानकार मान रहे हैं कि कांग्रेस बिहार व उत्तर प्रदेश को लेकर इन चुनावों के साथ भविष्य की रणनीति को भी अंजाम देने में लगी है। दोनों नेताओं ने बिहार व उत्तर प्रदेश में जा कर जो कुछ कहा उसे पार्टी की रणनीति का ही हिस्सा माना जा रहा है। आने वाले दिनों में राजद के साथ सपा को भी कांग्रेस निशाने पर ले सकती है। उत्तर प्रदेश व बिहार ऎसे प्रदेश हैं जहां पर कांग्रेस एक दशक से अपना जनाधार तलाशने में लगी है। इससे पूर्व जितने भी चुनाव हुए कांग्रेस को कोई विशेष सफलता नहीं मिल पाई।पहली बार कांग्रेस उम्मीद कर रही है कि दोनों प्रदेशों में सीट बढेंगी चाहे वे एक या दो ही बढें। साथ ही मतों के प्रतिशत में भी बदलाव आएगा। कांग्रेस मान रही है कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी हो या बिहार में राजद दोनों के पास विकल्प कम हैं। ले दे कर कांग्रेस की शरण में आना ही पडेगा।उत्तर प्रदेश में दिग्विजय सिंह ने सीबीआई को लेकर जो कुछ बोला उसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। यह कह कर उनके पास सीबीआई है मायावती को तो चेताया ही, सपा को भी इशारों में समझा दिया। दोनों के मामले सीबीआई के पास विचाराधीन हैं। बाद में भले ही सिंह बयान से पलट गए। फिलहाल तो उनका काम तो हो ही गया। इस बीच बिहार में प्रणव मुखर्जी ने लालू यादव की बोलती बंद करने की कोशिश की है। उन्होंने साफ कर दिया कि उन्हें अब सरकार में नहीं लेंगे। लालू बिहार पहुंचकर पिछले दो तीन दिनों से विपक्ष को निशाने पर लेने के बजाए कांग्रेस को कोसने में लगे थे। कभी बाबरी मस्जिद का मामला तो कभी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लेकर सवाल उठाने में लगे थे। मुखर्जी ने मंगलवार को समस्तीपुर में सवालों का ऎसा जवाब दिया है जिसका असर निश्चित तौर पर लालू पर पडेगा।जानकार मान रहे हैं कि मुखर्जी ने रणनीति के तहत ही लालू पर निशाना साधा। लालू को लेकर इस बार बिहार से अच्छी रिपोर्ट नहीं आ रही है। कांग्रेस ने यही मौका देख फिलहाल अपने कार्यकर्ताओ में नया जोश भरने का काम किया है।

अन्य दो चुनाव आयुक्त बराबर

नए मुख्य चुनाव आयुक्त के तौर पर मंगलवार को कार्यभार ग्रहण करते हुए नवीन चावला ने कहा कि वह और अन्य दो चुनाव आयुक्त बराबर हैं और मुख्य चुनाव आयुक्त इनमें प्रथम भर है। चावला ने कहा कि उन्होंने एन गोपालस्वामी का स्थान लिया है जो सोमवार को सेवानिवृत्त हो गए। अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में चावला ने उच्चतम न्यायालय के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि शीर्ष अदालत ने टीएन शेषन मामले में कहा था कि मुख्य चुनाव आयुक्त बराबर वालों में प्रथम हैं, लेकिन हम बराबर हैं। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि हम आपके सामने एक साथ हैं। अलग-अलग व्यक्ति के रूप में नहीं बल्कि तीनों एक साथ हैं। हमारे सभी फैसलों को संयुक्त रूप में लिया जाए।संवाददाता सम्मेलन में चावला के साथ अन्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी और वी.एस. संपत भी थे। संपत ने मंगलवार को ही चुनाव आयुक्त के रूप में अपना कार्यभार सम्भाला है। चावला ने पत्रकारों के साथ बातचीत की शुरूआत करते हुए अपने इस वायदे को दोहराया कि वह संविधान की भावना का अक्षरश: अनुसरण करेंगे। तीन सदस्यीय चुनाव आयोग में 64 वर्षीय चावला अगले साल 29 जून तक इस पद पर बने रहेंगे। चावला ऎसे पहले मुख्य चुनाव आयुक्त हैं, जो पांच चरणों वाले लोकसभा चुनाव के बीचोंबीच इस पद पर आए हैं और वह चुनाव के शेष बचे चार चरणों की निगरानी करेंगे। चावला 13 मई 2005 को चुनाव आयुक्त नियुक्त हुए थे। चावला ने कहा कि वह आयोग की बागडोर ऎसे समय में संभाल रहे हैं जब देश में चुनाव चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनावों के संचालन के लिए जीतने और हारने वाली दोनों ही पार्टियां चुनाव आयोग के पास आकर उसका धन्यवाद करती हैं, इससे चुनाव आयोग की निष्पक्षता का पता चलता है। यही नहीं इससे स्वतंत्रता और पारदर्शिता भी झलकती है। अलबत्ता विरोध के कुछ स्वर हमेशा ही रहते हैं। मेरा मानना है कि विरोध उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना समर्थन। चावला ने यह भी कहा कि विरोध के स्वरों से आयोग को कुछ सीखने की गुंजाइश रहती है। हम हर विरोध को गंभीरता से लेते हैं और इस तरह के मामले से हम चिन्तित नहीं होते। युवाओं और शहरी वोटरों से भारी संख्या में आकर मतदान करने और लोकतंत्र को वास्तविक अर्थ में कारगर बनाने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि तीन सदस्यीय आयोग यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेगा कि चुनाव निर्बाध हों। चावला ने फोटो मतदाता पहचान पत्र के दायरे को बढाने के लिए पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एन गोपालस्वामी की सराहना की।

Monday, April 20, 2009

असंयमित और गलत आचरण

राज्यमंत्री रंजना बघेल के आचरण को भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय नेता व मप्र की चुनाव प्रभारी सुषमा स्वराज ने असंयमित और गलत ठहराया है। मतदान के ठीक तीन दिन पहले सुषमा की इस साफगोई से प्रदेश भाजपा को झटका लग सकता है, क्योंकि धार के मनावर में हुई इस घटना में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने मंत्री का खुलकर बचाव किया था। उन्होंने यह तक कह दिया था कि इस तरह की घटना ही नहीं हुई थी और आरोप लगाने वाली महिला कांग्रेस के सरपंच की पत्नी है। सुषमा स्वराज ने सोमवार को प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारवार्ता में कहा कि किसी के भी असंयमित आचरण से उन्हें एतराज है। रंजना बघेल मामले पर उन्होंने कहा कि पार्टी की तरफ से उन्हें बताया गया है कि बहस के दौरान मंत्री की तरफ से धक्का लगा है। उन्होंने थप्पड नहीं मारा। इसमें सच क्या है उन्हें नहीं पता, लेकिन दोनों बातें गलत हैं। मतदान पर आईपीएल के असर पर सुषमा ने कहा कि चुनाव से पहले इस पर चर्चा हो चुकी है, लेकिन यह सच है कि राजनीतिक कार्यकर्ताओं के सामने यह चुनौती है। उन्हें मतदाताओं को बाहर निकालना होगा। बहुमत के सवाल पर सुषमा का कहना है कि राजग 272 का जादुई आंकडा हासिल कर लेगा। भाजपा को 180 से 200 सीटें मिलेंगी। दो अप्रेल को सुषमा ने राजग को बहुमत मिलने पर आशंका जताई थी। छत्तीसगढ में 9 और मप्र में 27 सीटें मिलने की उम्मीद है। सुषमा ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन से जुडे लोग ओछी टिप्पणियां करके चुनाव को मुद्दाविहीन बनाने की कोशिश में जुटे हैं। भाजपा इस जाल में नहीं फंसेगी। व्यक्तिगत टिप्पणी स्वस्थ लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं। नरेन्द्र मोदी ने बुढिया कहा तो यह संस्थागत टिप्पणी थी। 125 साल पुरानी कांग्रेस को क्या कहा जाएगाक् मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को मुखौटा कह रहे हैं तो यह कार्यशैली पर निशाना है। कांग्रेस और उसके घटक दल व्यक्तिगत टिप्पणियों पर उतर आए हैं।

पप्पू यादव से खतरा

बिहार की पूर्णिया संसदीय सीट से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-माक्र्सवादी लेनिनवादी (भाकपा-माले) की उम्मीदवार और दिवंगत विधायक अजीत सरकार की पत्नी माधवी सरकार ने निर्वाचन आयोग से उचित सुरक्षा मुहैया कराने की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि उन्हें सांसद राजेश रंजन ऊर्फ पप्पू यादव से खतरा है। माधवी सरकार ने निर्वाचन आयोग को शिकायत कर कहा कि जमानत पर रिहा पप्पू यादव से उनकी जान को खतरा है। यहां तक कि यादव से स्थानीय पुलिस भी लाचार है। उल्लेखनीय है कि अजीत सरकार की 14 जून 1998 को पूर्णिया शहर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में निचली अदालत ने पिछले वर्ष पप्पू यादव को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी, लेकिन दो माह पूर्व पटना उ“ा न्यायालय ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया। पप्पू यादव मधेपुरा से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सासंद हैं, लेकिन इस बार वह चुनाव नहीं लड रहे हैं। पटना उ“ा न्यायालय ने उनकी वह याचिका खारिज कर चुका है, जिसमें उन्होंने अपने खिलाफ हत्या के मामले की सजा स्थगित करने का अनुरोध किया था। ताकि वह चुनाव लड सके।

अपराधी तो जेल से ही चुनाव लड रहे हैं।

राज्य में राजनीतिक हत्याएं हो रही हैं और हत्यारों को सत्ता पक्ष का खुला संरक्षण मिल रहा है। सोनिया ने कहा कि कहा कि अपराधियों को संरक्षण देने वाली सरकार सत्ता में नहीं रहनी चाहिए। पूरे राज्य में कानून व्यवस्था की हालत नाजुक है। राजग के अध्यक्ष और रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने रविवार को आरोप लगाया कि देश में साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाडने में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की अहम भूमिका रही है। यादव ने यहां वाल्मीकि नगर लोकसभा क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी और केन्द्रीय मंत्री रघुनाथ झा के समर्थन में एक चुनावी सभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आडवाणी शिव सेना के हाथों बिहारियों को महाराष्ट्र में पिटवाते है और उसी शिव सेना के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते हैं। राजद अध्यक्ष ने बिहार की नीतीश सरकार को हर मोर्चे पर विफल करार देते हुए कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में राज्य का विकास नहीं हुआ है।

लालकृष्ण आडवाणी पर सोनिया गांधी के हमले तेज

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी पर रविवार को हमले तेज करते हुए कहा कि राजग सरकार के समय तत्कालीन गृहमंत्री ने एक आतंकी को जेल से निकालकर मेहमान की तरह कंधार रवाना किया था। आडवाणी के गृह मंत्री रहते रघुनाथ मंदिर, अक्षरधाम और संसद पर हमला हुआ। जबकि दूसरी तरफ कांग्रेस सरकार ने मुम्बई हमलों के बाद अपने कूटनीतिक प्रयासों से पाकिस्तान को यह मानने पर मजबूर कर दिया कि हमलावर उनके देश के थे। अब आप ही फैसले करें कि कौन मजबूत है और कौन कमजोरक्सोनिया ने इलाहबाद और लखनऊ में पार्टी की रैलियों को सम्बोधित करते हुए यह बात कही। सोनिया ने बसपा अध्यक्ष मायावती को निशाना बनाते हुए आरोप लगाया कि बसपा अपराधियों को खुला संरक्षण दे रही है। सोनिया ने कहा कि जिन अपराधियों को जेल में होना चाहिए वह बसपा के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड रहे हैं।

16 सीटों पर हिन्दुत्व का मसला हावी

पहले दौर की 16 सीटों पर हिन्दुत्व का मसला हावी था तो इस बार सिर्फ एक श्रावस्ती सीट पर यह मुद्दा असर दिखा सकता है। हिन्दुत्व के प्रभाव वाली दूसरी सीट फैजाबाद में मुकाबला चतुष्कोणीय दिखाई दे रहा है। इस सीट पर लगभग सभी प्रत्याशी दमदार हैं। बसपा से टिकट न मिलने के कारण मित्रसेन यादव फिर से सपा के टिकट पर मैदान में हैं। बसपा ने अपना दांव अयोध्या के पूर्व नरेश विमलेन्द्र मोहन मिश्रा पर लगाया है। कांगे्रस के निर्मल खत्री और भाजपा के लल्लू सिंह भी पीछे नहीं हैं। कुर्मी बहुल अम्बेडकर नगर सीट पर भाजपा के विनय कटियार ताल ठोक रहे हैं। लेकिन सपा के शंखलाल मांझी को कांग्रेस ने समर्थन देकर मुकाबले को दमदार बना दिया है। बसपा के राकेश पाण्डे को भी सोशल इंजीनियरिंग से उम्मीद है। दूसरे चरण की खास सीट अमेठी से राहुल गांधी प्रत्याशी हैं। सपा ने उनके समर्थन में अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है। भाजपा से प्रदीप सिंह और बसपा से आशीष्ा शुक्ला मैदान में हैं। सुल्तानपुर सीट पर भी कांग्रेस के डॉ. संजय सिंह त्रिकोणीय मुकाबले में हैं। प्रतापगढ सीट से रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैय्या के परिवार के अक्षय प्रताप सिंह मजबूत दावेदार है। इलाहाबाद में सपा के रेवतीरमण सिंह और बसपा के अशोक वाजपेयी के बीच मुकाबला है। इनके अलावा कैसरगंज, गोण्डा, डुमरियागंज, बस्ती, संतकबीरनगर, जौनपुर, भदोही, बांदा, कौशाम्बी (सुरक्षित) और फूलपुर सीटों पर भी अपवाद छोडकर मुख्य मुकाबला सपा और बसपा के बीच ही है।

राजनीतिक तूल पकड लिया सोनिया चालीसा ने

सोनिया चालीसा रचना के मामले ने राजनीतिक तूल पकड लिया है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारियों ने इसका विरोध जताते हुए सोमवार को एडीएम (सिटी) कालीचरण शर्मा को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि सोनिया चालीसा से शहर में धार्मिक उन्माद फैलने की आशंका है। यह भी बताया कि शहर कांग्रेस पदाधिकारियों ने रविवार को गुरूद्वारे में धार्मिक कार्यक्रम के दौरान वोट मांगे और कांग्रेस शहर अध्यक्ष जसराज जयपाल ने वोट के बदले आर्थिक प्रलोभन देने की घोषणा की।ज्ञापन में कांग्रेस पदाधिकारियों के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन में कार्रवाई करने की बात कही गई है। ज्ञापन सौंपने से पूर्व विधि प्रकोष्ठ शहर जिला अध्यक्ष गजवीर सिंह चूण्डावत, भाजयुमो प्रदेश मंत्री नीरज जैन, शहर जिला अध्यक्ष रमेश सोनी आदि ने कलक्ट्रेट के बाहर सोनिया चालीसा की प्रतियां फूंकी और नारेबाजी भी की। शहर के एक कांग्रेस कार्यकर्ता की ओर से की गई सोनिया चालीसा की रचना का मामला अदालत पहुंच गया है। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गिरजेश ओझा की अदालत में इस्तगासा प्रस्तुत किया गया है। इस पर 29 अप्रेल को सुनवाई होगी। नाका मदार निवासी वकील गजवीर सिंह चूण्डावत ने इस्तगासे में अजमेर के कांग्रेस प्रत्याशी सचिन पायलट, फायसागर रोड निवासी बलराम शर्मा व सोनिया चालीसा लिखने वाले आंतेड रोड निवासी अशोक शर्मा को आरोपी बनाया है। अजमेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी (विधि विभाग) की ओर से राज्य निर्वाचन आयोग को भाजपा के खिलाफ शिकायती पत्र भेजा गया है। इसमें कमेटी के जिलाध्यक्ष विवेक पाराशर व महासचिव वैभव कुमार जैन ने टीवी चैनल पर व एफ.एम. पर भाजपा के विज्ञापनों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की आवाज व कार्टून चलचित्र का प्रयोग करने को आचार संहिता का उल्लंघन बताया है। भाजपा प्रत्याशी किरण माहेश्वरी को बीते दिनों खानपुरा में तलवार भेंट करने एवं सार्वजनिक रूप से लहराने और शक्कर से तोले जाने को भी आचार संहिता का उल्लघंन बताया है। कमेटी ने निर्वाचन आयोग से उक्त विज्ञापन बंद करवाने एवं भाजपा प्रत्याशी किरण के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।

Saturday, April 18, 2009

बाबरी मस्जिद कांग्रेस ने ही गिराई : लालू प्रसाद यादव

राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस ने ही बाबरी मस्जिद गिराई। लालू ने दरभंगा में शुक्रवार को एक रैली के दौरान बाबरी मस्जिद का यह राग अलापा है। लालू ने कहा कि बाबरी मस्जिद विध्वंस में जितनी दोषी भाजपा है, उतनी ही जिम्मेदार कांग्रेस भी है। लोकसभा चुनाव में बिहार में कांग्रेस की बगावत से बौखलाए लालू ने खुलकर हमला बोलते हुए कहा कि यदि कांग्रेस चाहती तो बाबरी मस्जिद को गिराने से बचाया जा सकता था।बिहार में मुस्लिम वोट बैंक में आए बिखराव के बाद लालू यादव कुछ इस कदर घबरा गए हैं कि उनका अपनी जुबान पर भी कोई कंट्रोल नहीं रहा। यही वजह रही कि वह बौखलाहट में भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार लाल कृष्ण आडवाणी को भी अपशब्द कह बैठे। संवाददाताओं द्वारा बाबरी मस्जिद के बारे में दिए गए बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने आडवाणी पर निशाना साधा। बौखलाहट में वह मर्यादाओं की सारी सीमाओं को तोडते हुए कैमरे के सामने भाजपा के दिग्गज नेता आडवाणी को गाली दे बैठे। उल्लेखनीय है कि लालू यादव पहले भी वरूण गांधी पर बुल्डोजर चलवाने का विवादास्पद बयान देकर फंस चुके हैं। उधर, भाजपा प्रवक्ता बलबीर पुंज ने लालू के इस बयान को पूरी तरह से राजनीति से पे्ररित बताया है। उन्होंने कहा कि यदि लालू को पहले से ही पता था कि कांग्रेस बाबरी मस्जिद विध्वंस में शामिल है तो वह क्यों यूपीए सरकार में रेल मंत्री बने बैठे रहे। उन्होंने कहा कि पहले दौर के मतदान के बाद लालू घबराए हुए हैं और मुस्लिम वोट बैंक में आए बिखराव को रोकने के लिए वो इस तरह के विवादास्पद बयान दे रहे हैं। वहीं आडवाणी को अपशब्द बोलने के बारे में कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को तुरंत इस बेलगाम मंत्री को बर्खास्त कर देना चाहिए।

महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री ने दो तमाचे जड दिए

जनसम्पर्क के दौरान एक महिला को महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रंजना बघेल से यह पूछना महंगा पड गया कि कर्ज माफी की राज्य सरकार की घोष्ाणा कब पूरी होगी। महिला के सवाल से तमतमाई राज्यमंत्री ने उसे दो तमाचे जड दिए। इतना ही नहीं राज्यमंत्री के गनमैन ने भी महिला को एक तमाचा रसीद कर दिया। बघेल शुक्रवार को अपने पति और भाजपा प्रत्याशी मुकामसिंह किराडे के पक्ष में जनसम्पर्क करने मनावर क्षेत्र के पलासी गांव पहुंची थीं। वहां एक महिला गंगाबाई ने बघेल से कहा कि राज्य सरकार ने कर्ज माफी का वादा किया था, लेकिन वह अब तक पूरा क्यों नहीं हुआ। पिछला वादा पूरा किया नहीं और फिर वोट मांगने आ गए। इतना सुनते ही बघेल तमतमा गईं। उन्होंने महिला को दो तमाचे जड दिए। दोनों पक्षों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।

काले धन का इस्तेमाल आतंकवाद को बढावा देने में : लालकृष्ण आडवाणी

वरिष्ठ भाजपा नेता और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी ने शुक्रवार को अंदेशा जताया कि विदेशी बैंकों में जमा काले धन का इस्तेमाल आतंकवाद को बढावा देने में किया जा सकता है। उन्होंने इन बैंकों में जमा करीब 140 खरब रूपए की राशि को सत्ता में आने के 100 दिन के भीतर वापस लेने का वादा किया।उन्होंने कहा कि काले धन को भारत लाने में कोई कसर नहीं छोडी जाएगी। भाजपा की टास्क फोर्स इस पूरे मामले के पहलुओं की जांच कर रही है। आडवाणी ने कहा कि इस मसले पर आम सहमति कायम किए जाने की जरूरत है। उनके मुताबिक इन गुप्त भारतीय खातों में जमा रकम को वापस लाने के सरकारी प्रयास तेज होना चाहिएं। भाजपा नेता ने टास्क फोर्स की इस बात से सहमति जताई कि देश को काला धन वापस लाने के लिए कर बचाने के स्वर्ग बने देशों को लक्ष्य बनाना होगा। काले धन की वापसी से भारत को आर्थिक मंदी का मुकाबला करने में मदद मिलेगी। कुछ पश्चिमी देश भी ऎसा ही रहे हैं। काले धन पर भाजपा के टास्क फोर्स की अंतरिम रिपोर्ट जारी करते हुए आडवाणी ने कहा कि हमारे टास्क फोर्स ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी है। इसके मुताबिक न सिर्फ स्विस बैंक, बल्कि ऎसे कुल 70 अन्य टैक्स हैवन (कररहित क्षेत्र) या बैंक हैं, जहां यह रकम छिपाकर रखी गई है। ऎसी रकम आतंकवाद की जडें मजबूत करने में खर्च हो सकती है। उन्होंने कहा कि हमारे टास्क फोर्स के एक अनुमान के मुताबिक विदेशी बैंकों में भारतीयों के 25 लाख करोड से लेकर 70 लाख करोड तक जमा हैं।

वाजपेयी की भावुक अंदाज में अपील

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अपनी पारम्परिक सीट लखनऊ से पार्टी प्रत्याशी लालजी टण्डन को जिताने के लिए शुक्रवार को भावुक अंदाज में अपील की। यहां टण्डन और अन्य नेताओं की मौजूदगी में पूर्व प्रधानमंत्री के प्रतिनिधि शिवकुमार ने वाजपेयी की यह अपील पढी। 1991 से यहां के सांसद अटल अस्वस्थता के कारण इस बार चुनाव नहीं लड रहे हैं।

नाराज मंत्री प्रचार में तटस्थ

बेंगलूरू प्रदेश में लोकसभा चुनाव में भाजपा को अधिक से अधिक सीटें जिताने के लिए राज्य भर का तूफानी दौरान कर रहे मुख्यमंत्री बी. एस. येडि्डयूरप्पा को उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों से सक्रिय योगदान नहीं मिल रहा है। यही कारण है कि चुनाव प्रचार का शोर चरम पर पहुंचने के साथ ही मुख्यमंत्री व उनके सहयोगियों के बीच शीत युद्ध भी निर्णायक मुकाम पर पहुंच गया है।सूत्रों का कहना है कि येडि्डयूरप्पा की कार्यशैली से मन ही मन कुढ रहे कुछ मंत्री चुनाव के दौरान तटस्थ रहकर बदला चुकाने की फिराक में हैं। गुप्तचर विभाग द्वारा मिली इस जानकारी के बाद येडि्डयूरप्पा का पारा गरम हो गया और उन्होंने चुनाव के दौरान पार्टी का साथ नहीं देने वाले मंत्रियों को हटाने की चेतावनी दी है। बुधवार को दावणगेरे में पत्रकारों के साथ बातचीत में उन्होंने कुछ निगम बोर्ड अध्यक्षों व मंत्रियों की छुट्टी करने के स्पष्ट संकेत दिए। मुख्यमंत्री की इस धमकी के बाद भी नाराज मंत्री प्रचार में सक्रिय रूप से जुटने के बजाय नाम मात्र के लिए यहां-वहां नजर आने लगे हैं। सूत्रों के मुताबिक मंत्रियों की इस बेरूखी से भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की भी नींद उड गई है और उनको पिछले लोकसभा चुनाव में जीती अठारह सीटें बरकरार रखना भी मुश्किल नजर आने लगा है। बताया जाता है कि ऎन चुनाव से पहले मंत्रिमंडल सदस्यों में उठी इस बगावत की चिंगारी को भडकने से पहले ही शांत करने के मकसद से मुख्यमंत्री ने बागी मंत्रियों की सूची बनाकर दिल्ली के वरिष्ठ नेताओं के पास भेज दी है ताकि चुनाव प्रक्रिया समाप्त होते ही इन लोगों बाहर का रास्ता दिखाया जा सके। बताया जाता है कि मंत्रियों के असंतोष की शुरूआत टिकटों के बंटवारे से हुई है। टिकटों के आवंटन से पहले यदि संबंधित क्षेत्रों के मंत्रियों को विश्वास में लिया जाता तो भाजपा को कम से कम 22 सीटों पर जीत हासिल हो सकती थी। नाराज मंत्रियों को शिकायत है कि मुख्यमंत्री अपने निजी हित साधने के लिए किसी से राय लेना मुनासिब नहीं समझा और ऎसे लोगों को टिकट थमा दिए जिनकी लाबिंग उनके करीबी गुट के लोगों ने की।बताया जाता है कि इन असंतुष्टों ने भी वरिष्ट नेताओं को बता दिया है कि येडि्डयूरप्पा की कार्यशैली से राज्य की जनता का भाजपा से मोह भंग होता जा रहा है और चुनावों के बाद नेतृत्व परिवर्तन नहीं किया गया तो प्रदेश में भाजपा अपना जनाधार खो देगी। पता चला है कि मंत्रियों के साथ ही साथ निगम-बोर्डो के कुछ सदस्य व विधायक भी असंतुष्टों को समर्थन दे रहे हैं। बताया जाता मंत्रियों की इस नाराजगी मैसूर जैसी सीटों के चुनाव परिणाम को प्रभावित कर सकती है।


भामाशाह योजना का जिक्र नहीं

पहले चरण का मतदान पूरा हो चुका है और अब, राजनीतिक दल दूसरे चरण के प्रचार में जुट गए हैं। इस बार टीवी और फिल्मी प्रचार पर खासा जोर दे रही भाजपा ने शुक्रवार को अपने घोषणापत्र पर आधारित लघु फिल्मों की श्रृंखला जारी की। मजबूत नेता-निर्णायक सरकार के संकल्प के साथ विपक्षी पार्टी ने लाडली को लक्ष्मी बनाने, आम आदमी को दो रूपए किलो अनाज देने, कर का बोझ घटाने, विदेशी बैंक में जमा काले धन को लौटाने और किसानों को सस्ता ऋण मुहैया कराने का लोकप्रिय वादा रोचक अंदाज में दोहराया है लेकिन भामाशाह योजना अभी से ताक पर रख दी है।घोषणापत्र जारी करते समय स्वयं लालकृष्ण आडवाणी ने कहा था कि केंद्र में सरकार बनी तो शिवराज की लाडली लक्ष्मी, रमन की दो रूपए किलो चावल के साथ राजस्थान में लागू की गई वसुंधरा की भामाशाह योजना को भी देश भर में लागू किया जाएगा।प्रचार सामग्री में इसका जिक्र न करने का मतलब साफ है कि आने वाले दिनों में भी यह भाजपा की प्राथमिकताओं में शामिल नहीं होगी। पार्टी प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्रचार सामग्री जारी करते हुए बताया कि पांचों फिल्मों के चुनावी इस्तेमाल के लिए निर्वाचन आयोग से अनुमति मांगी गई है। आयोग की हरी झंडी मिलते ही सभाओं, टीवी आदि पर इन्हें दिखाना शुरू कर देंगे। लाडली थीम पर आधारित फिल्म में भाजपा ने लडकियों में व्याप्त अशिक्षा के लिए धिक्कारते हुए ऎलान किया है कि बारहवीं कक्षा के बाद हर लाडली लक्ष्मी को एक लाख से ऊपर की रकम देगी भाजपा।संप्रग पर वार करते हुए भाजपा का वादा है कि गरीबों को हर माह 35 किलो गेहूं-चावल मात्र दो रूपए किलो के भाव से मुहैया कराएगी। इसी के साथ तीन लाख की सालाना आय को आयकर मुक्त किया जाएगा। छल-बल से लूटकर विदेश ले जाए गए काले धन को लौटाकर देश के विकास में लगाएंगे और अन्नदाता किसान की खुशहाली के लिए चार फीसदी की दर से ऋण दिया जाएगा। इन वादों को पूरा करेंगे मजबूत नेता यानी आडवाणी जिनमें निर्णायक सरकार देने का माद्दा है।

राष्ट्रविरोधियों के खिलाफ बोलता रहूंगा

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एटा जेल से पैरोल पर रिहा होकर दिल्ली पहुंचे वरूण गांधी ने शुक्रवार को कहा है कि उन्होंने कभी भी राजनीति में हिंसा की वकालत नहीं की, लेकिन राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ वह अपनी आवाज बुलंद करते रहेंगे। वरूण ने कहा कि मैंने हमेशा ही पडोसी देशों द्वारा मुल्क में फैलाए जा रहे आतंकवाद के खतरे के खिलाफ सभी भारतीयों के एकजुट होने की बात कही है और आज भी मैं अपनी बात पर कायम हूं। हमें इस त्रासदी के खिलाफ उठ खडा होना पडेगा और मैं ऎसे राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ अपनी आवाज आगे भी बुलंद करता रहूंगा जो आतंककारी घटनाओं को अंजाम देते हैं। पैरोल पर रिहाई के रूप में मिली राहत के लिए उन्होंने कहा, मुझे पूरी उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट से मुझे न्याय मिलेगा। मेरे ऊपर जो गलत आरोप लगाए गए हैं, मैं उनका भी जवाब दूंगा।

Thursday, April 16, 2009

नकली लौह पुरुष हैं, इसलिए चप्पल फेंकी : पावस

भारतीय जनता पार्टी के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी पर उनकी एक चुनावी सभा के दौरान मंच पर चप्पल उछालने वाले पार्टी की युवा इकाई के पूर्व अध्यक्ष पावस अग्रवाल का कहना है कि आडवाणी नकली लौह पुरुष हैं, इसलिए मैंने उन पर चप्पल फेंकी। पावस ने कहा कि आडवाणी की जगह पार्टी को अपना प्रधानमंत्री पद का दावेदार बदलना चाहिए। इस घटना के बाद पुलिस ने अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मैंने आडवाणी पर चप्पल नहीं अपने पिताजी की खड़ाऊं उछाली है। पावस ने कहा कि मैं पहले से इस बात के लिए तैयार होकर नहीं आया था और यह काम मैंने ईश्वरीय प्रेरणा से किया है। पावस ने कहा कि उनकी कथनी और करनी में अंतर है, वह राम की बात करते हैं और जिन्ना की मजार पर जाते हैं।

दो दिग्गजों का दंगल

भाजपा के शीर्ष नेता व "पीएम इन वेटिंग" लालकृष्ण आडवाणी बहुत जल्द बताने वाले हैं कि विदेशी बैंकों में भारत का कितना कालाधन जमा है। राजधानी के एमवीएम मैदान में गुरूवार को चुनावी सभा में आडवाणी ने कहा कि उनके विशेष कार्यदल ने आज ही रिपोर्ट दी है किस देश में भारत के किस धन कुबेर का कितना कालाधन है। इसे शुक्रवार को सार्वजनिक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने घोषणा पत्र में जितने भी वादे किए हैं वे सब इस कालेधन से पूरे हो जाएंगे।पार्टी ने जुटाई जानकारीआडवाणी ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर स्विस बैंक में जमा कालेधन की जानकारी मांगी थी। साथ ही कहा था कि लंदन में प्रमुख देशों की बैठक में इसे मुद्दा बनाएं, मगर उन्होंने ऎसा नहीं किया। इसीलिए भाजपा ने अपना कार्यदल बनाया। आडवाणी ने कहा कि मंदी की वजह से अमरीका, जर्मनी, फ्रांस समेत कई यूरोपीय देश कालेधन को वापस लाने में जुटे हैं। यदि केन्द्र में राजग सरकार बनी तो भारत में भी सारा पैसा वापस लाया जाएगा।गलती न दोहराने की अपील: उन्होंने कहा कि 20वीं शताब्दी के पश्चिमी युग को खत्म करना होगा। इसलिए कार्यकर्ता 2004 लोकसभा चुनाव की गलती न दोहराएं और अतिविश्वास से बचते हुए मतदान के दिन एक-एक वोटर को मतदान केन्द्र तक लेकर आएं। हर बूथ पर माइक्रो मैनेजमेंट हो।मप्र का गुणगान: आडवाणी ने कहा कि भाजपा के वचन को मध्यप्रदेश ने सच किया है। दिल्ली में अवसर मिला तो दुनिया के देशों में भारत को महान बना देंगे। सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गरीब-गरीब कहने वाली कांग्रेस ने कभी उसका कल्याण नहीं होने दिया। मध्यप्रदेश के विकास में भी बाधक बन रही है। भोपाल से पार्टी प्रत्याशी कैलाश जोशी ने भी सभा को सम्बोधित किया। इससे पहले आडवाणी की हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री समेत जोशी, प्रहलाद पटेल आदि मौजूद थे। उनके रवाना होते समय मध्यप्रदेश की चुनाव प्रभारी सुषमा स्वराज मौजूद रहीं।

तमिलनाडु प्रधानमंत्री तय करेगा : जयललिता

पूर्व मुख्यमंत्री व अन्नाद्रमुक महासचिव जे. जयललिता ने लोकसभा चुनाव अभियान का जोरदार तरीके से गुरूवार को आगाज करते हुए तमिलनाडु की जनता से अपील की कि वे उनके हाथ मजबूत करें क्योंकि होने वाले चुनाव राष्ट्रीय स्तर पर नया इतिहास लिखने वाले है और राज्य ही इस बार प्रधानमंत्री तय करेगा। वे अन्नाद्रमुक नीत गठबंधन के तमिलनाडु व पुदूचेरी के साझा उम्मीदवारों से जनता को रू-ब-रू करने तथा पांच घटक दलों वाले इस गठजोड के संयुक्त प्रचार अभियान को आईलैण्ड ग्राउण्ड मैदान में संबोघित कर रही थीं।

जूता-चप्पल कांड से भाजपा-कांग्रेस को एक साथ

जूता-चप्पल कांड ने भाजपा-कांग्रेस को एक साथ आने के लिए विवश कर दिया है। केन्द्रीय गृहमंत्री पी. चिदम्बरम की तरफ जूता फेंकने के बाद शुरू हुआ सिलसिला थमता नहीं देख दोनों पार्टियां इस प्रवृति के बढने से आशंकित हो उठी हैं, इसलिए वह इस तरह की घटना को फोकस में नहीं आने देने की पैरोकारी में जुट गई हैं। गुरूवार को लालकृष्ण आडवाणी पर चप्पल फेंके जाने की घटना पर भाजपा-कांग्रेस की तरफ से आई प्रतिक्रिया में कोई खास अंतर नहीं था। दोनों पार्टियों ने इस प्रवृति के बढने का ठीकरा मीडिया के सिर फोडा। नेताओं का कहना था कि इस तरह की घटना को जिस तरह से दिखाया जाता है उससे इसमें बढोतरी हो रही है। दरअसल पखवाडेभर के भीतर देश में हुई तीसरी घटना ने राजनेताओं के माथे पर बल पैदा कर दिया है। उन्हें लगने लगा है कि यदि समय रहते कोई ठोस उपाय नहीं हुआ तो आने वाले समय में स्थिति और खराब हो सकती है। सो, पार्टी नेता सबसे पहले मीडिया को मैनेज कर इसके दायरे को सीमित करना चाहते हैं। गुरूवार को दोनों दलों की तरफ से जिस तरह की बात कही गई उससे तो यही लगता है। इस तरह के मामले को मीडिया जितनी तरजीह देगा लोगों में ऎसी प्रवृति और बढेगी। बेहतर हो कि मीडिया ऎसी घटनाओं को महत्व नहीं दे।- अरूण जेटली, महासचिव भाजपायह तरीका ठीक नहीं है। हम इसकी निंदा करते हैं। हमें पता है कि वह भाजपा कार्यकर्ता है, हम कह सकते थे कि वह अपना घर ठीक करें, लेकिन हम ऎसा नहीं कहेंगे।- अभिषेक मनु सिंघवी, प्रवक्ता कांग्रेस

भाजपा के पास नकारात्मक और विध्वंसकारी दृष्टिकोण

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि भाजपा व तीसरे मोर्चे के पास चुनाव लडने के लिए कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने नकारात्मक और विध्वंसकारी दृष्टिकोण अपना लिया है। खासकर भाजपा अपना चुनाव अभियान भडकाव तथा विध्वंसकारी मुद्दे पर चला रही है। हमें इसका जोरदार तरीके से प्रतिरोध करना है। भाजपा ने प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह पर गंभीर व्यक्तिगत आक्षेप करना भी शुरू कर दिया है, जिससे मर्यादा के सारे मानदंडों का उल्लंघन होता है। उन्हें पूरा विश्वास है कि देश के लोग गाली-गलौज, घृणा और वैमनस्यता फैलाने वाली राजनीति का जोरदार ढंग से जवाब देंगे।कांग्रेस अध्यक्ष ने कांग्रेसियों से सकारात्मक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। कांग्रेस की पत्रिका संदेश के ताजा अंक में कांग्रेस अध्यक्ष ने कांग्रेसजनों को लिखे पत्र में यह बात कही है। उन्होंने अपने पत्र मे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की भी जमकर सराहना करते हुए कहा है कि सिंह के रूप में हमारे पास खास अनुभव तथा विशेषज्ञता प्राप्त प्रधानमंत्री उपलब्ध हैं, जिसकी ईमानदारी का कोई मुकाबला नहीं कर सकता। और जिनकी बुद्धि एवं ज्ञान की देश को पहले की अपेक्षा ज्यादा जरूरत है, क्योंकि देश के समक्ष विभिन्न प्रकार की चुनौतियां कायम हैं। उन्होंने कहा कि केवल एक एकजुट एवं धर्मनिरपेक्ष भारत ही आतंकवाद के खतरे का प्रभावकारी ढंग से मुकाबला कर सकता है। कांग्रेस ही संयुक्त एवं धर्मनिरपेक्ष भारत में विश्वास करती है और उसके लिए प्रयास करती है। केवल कांग्रेस ही आतंकवाद के खतरे से इस तरह से निपट सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास हमारे विविधतापूर्ण समाज के सभी वर्गो के कल्याण और उत्थान के लिए एक सोच एवं विविध कार्यक्रम हैं- खासकर कमजोर वर्गो को अधिकार सम्पन्न बनाने, किसानो की आर्थिक सुरक्षा के लिए, अपने सभी युवाओं के लिए रोजगार के सुअवसर का विस्तार करने तथा महिलाओं के लिए कानूनी एवं आर्थिक समानता सुनिश्चित करने के लिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि ये राष्ट्रीय चुनाव हैं। ऎसा चुनाव जो केन्द्र में ऎसी सरकार दे कि वह अखिल भारतीय शासन प्रदान करे, कांग्रेस एकमात्र ऎसा राष्ट्रीय दल है, जिसकी अखिल भारतीय सोच एवं मौजूदगी है। उपलब्धियों एवं अपने वचनों को पूरा करने का कांग्रेस का एक लंबा इतिहास रहा है। कांग्रेस के नेतृत्व में चली संप्रग सरकार इसके दृष्टिकोण, इसकी प्राथमिताओं तथा क्षमता का ताजा प्रमाण है। उन्होंने कांग्रेस जनों से कहा कि हमें अनुशासन एवं एकता कायम रखकर चुनाव मे हिस्सा लेने की जरूरत है।

नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले ही मैदान छोड दिया बोकाडिया ने

राजसमंद लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लडने की घोषणा करने वाले फिल्म निर्माता के. सी. बोकाडिया ने नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले ही मैदान छोड दिया। उनके मैदान छोडने का कारण बसपा की ओर से जाट प्रत्याशी को मैदान में उतारना माना जा रहा है। बोकाडिया को गुरूवार को राजसमंद क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल करना प्रस्तावित था, लेकिन उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया। उन्होंने गुरूवार सुबह चुनाव नहीं लडने का मानस बनाते हुए समर्थकों से माफी मांगते हुए कहा कि अब चुनाव लडना उचित नहीं रहेगा।जानकारों के अनुसार बोकाडिया जाट मतों के सहारे चुनाव वैतरणी पार करने का मानस बना रहे थे। लेकिन 14 अप्रेल को जयपुर में आम सभा के दौरान बसपा ने राजसमंद संसदीय क्षेत्र के चुनाव में जाट वर्ग से नीरू कापडी को प्रत्याशी बना दिया। इससे बोकाडिया को जाट वर्ग का पूरा समर्थन मिलने की उम्मीद धूमिल होती नजर आई। उन्होंने समर्थकों के साथ बैठकें कर राय-मशविरा किया। समर्थकों ने उन्हें बताया कि बसपा प्रत्याशी के कारण जाट "वोट बैैंक" में विभाजन की संभावना है। ऎसे में अब चुनाव लडने का औचित्य नहीं है। बोकाडिया ने किसी भी प्रत्याशी या पार्टी को समर्थन देने की घोषणा नहीं की है।उम्मीदें धराशायी, समर्थक मायूसबोकाडिया के राजसमंद क्षेत्र से चुनाव लडने की घोषणा के बाद ब्यावर, मेडता व डेगाना सहित अन्य क्षेत्र के लोगों ने कई उम्मीदें संजो ली थीं। उन्होंने इन क्षेत्रों में दौरे कर कार्यकर्ताओ की बैठकें भी लीं। उनकी जन्मभूमि मेडता तथा रिश्तों की डोर से बंधे ब्यावर के उनके सम्पर्क सूत्रों ने भी कयास लगाए कि यदि बोकाडिया चुनाव लडेंगे तो किस तरह के समीकरण बनेंगे। लेकिन सब कयास बोकाडिया के मैदान छोडने से हवा हो गए।समर्थकों को इस बात की भी खुशी थी कि आगामी दिनों में उनके समर्थन वाली आम सभाओं में फिल्मी सितारों से मिलने का मौका मिलेगा। उनके समर्थक राजेश बालिया, सुधीरसिंह तोमर, उम्मेद शर्मा, मदन राठौड, नन्दकिशोर, औंकारसिंह बगतपुरा व अभयसिंह आदि ने बताया कि इस फैसले से मायूसी हाथ लगी है। इनका कहना हैमेरा वोट बैंक मेडता व डेगाना क्षेत्र के जाट बाहुल्य मतों का था। बसपा प्रत्याशी के मैदान में उतरने से समीकरण गडबडाने की आशंका पर समर्थकों की राय से ही मानस टाल दिया।- के.सी. बोकाडिया, फिल्म निर्माता

किरण माहेश्वरी ने गुरूवार को नामांकन

अजमेर संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी किरण माहेश्वरी ने गुरूवार को नामांकन दाखिल किया। वे चंद समर्थकों के साथ आई। आचार संहिता का ख्याल रखते हुए चार लोगों के साथ कलक्टर के कक्ष में प्रवेश किया। माहेश्वरी भाजपा कार्यालय से सफारी गाडी में चंद समर्थकों के साथ आई। उन्होंने दोपहर 12 बजे पूर्व मंत्री सांवरलाल जाट, श्रीकिशन सोनगरा, मदन सिंह रावत तथा मांगीलाल अग्रवाल के साथ नामांकन दाखिल किया। यही चारों नेता उनके प्रस्तावक भी बने। नामांकन में करीब पंद्रह मिनट का वक्त लगा। इसके तुरंत बाद माहेश्वरी आजाद पार्क में चल रही सभा के लिए रवाना हो गई।

Wednesday, April 15, 2009

पहले चरण के चुनाव में नक्सलियों ने हमला किया

लोकसभा के पहले चरण के चुनाव में 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 124 संसदीय क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गुरुवार को वोटिंग जारी है। वोटिंग के पहले 2 घंटे में छत्तीसगढ़ में 12 फीसदी मतदान हुआ है। असम में 20 फीसदी वोटिंग होने की खबर है। झारखंड के हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ है। यहां से देश के पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा चुनावी मैदान में हैं। बिहार के गया जिले के सिंदपुर पोलिंग बूथ पर नक्सलियों ने हमला किया है। इस हमले में होम गार्ड का एक जवान शहीद हो गया है। देवरिया में कांग्रेस उम्मीदवार बालेश्वर यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बालेश्वर यादव कुशीनगर के सांसद हैं और इस बार वह देवरिया सीट से चुनावी मैदान में हैं। लोकसभा के पहले दौर के लिए वोटिंग की शुरू हो चुकी है। लोग पोलिंग बूथों पर पहुंच रहे हैं और वोट डाल रहे हैं। इसी बीच कुछ हिंसा की खबरें भी आ रही हैं। झारखंड के लातेहार जिले में एक बारूदी सुरंग विस्फोट में बीएसएफ के 6 जवान शहीद हो गए। नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में 2 पोलिंग बूथों पर गोलीबारी की। उड़ीसा में 3 पोलिंग बूथों को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया। आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद, बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी, तेलंगाना राष्ट्रीय समिति अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव, केंद्रीय मंत्री रेणुका चौधरी, एनटी रामाराव की पुत्री डी. पुरंदेश्वरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री बंदारु दत्तात्रेय और शशि थरूर लोकसभा के पहले चरण के प्रमुख उम्मीदवार हैं। इस चरण में केरल की सभी 20 सीटों, छत्तीसगढ़ की 11 और मेघालय की 2 सीटों के लिए एक ही चरण में चुनाव हो रहे हैं। वहीं, इस चरण में बिहार की 40 में से 13, उत्तर प्रदेश की 80 में से 16, महाराष्ट्र की 48 में 13 सीटों पर मतदान होगा। आंध्र प्रदेश की 42 में 22, की 14 में 6, उड़ीसा की 21 में से 10, असम की 14 सीटों में 3, अरुणाचल की 2, मणिपुर की 2 में से एक और जम्मू कश्मीर की 6 में से 1 सीट पर गुरुवार को ही वोट डाले जाएंगे। अंडमान निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, मिजोरम और नगालैंड की 1-1 सीटों के लिए इसी चरण में 16 अप्रैल को मतदान संपन्न होंगे। पहले चरण में मतदान करने वाले मतदाताओं को परिणाम के लिए एक महीने तक इंतजार करना होगा, क्योंकि 16 मई को मतगणना होगी। आंध्र प्रदेश और उड़ीसा में हो रहे विधानसभा चुनावों के लिए साथ-साथ आज ही वोट डाले जा रहे हैं। उड़ीसा की 147 विधानसभा सीटों में 70 और आंध्र प्रदेश की 294 में से 154 सीटों पर गुरुवार को मतदान हो रहा है। केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के साथ राज्यों के सुरक्षाबलों की भी तैनाती के इंतजाम किए गए हैं। किसी भी आपराधिक गतिविधि को रोकने और शराब की बिक्री के नियंत्रण के लिए राज्यों की सीमाएं सील कर दी गई हैं। पांच चरणों में संपन्न होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए 23 अप्रैल, 30 अप्रैल, 7 मई और 13 मई को मतदान होंगे।

चंदे के लिहाज से कांग्रेस दूसरे स्थान पर

केन्द्र में सरकार कौन बनाएगा, इसका फैसला तो होना बाकी है, लेकिन राजनीतिक चंदा उगाहने की बात की जाए तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कांग्रेस व अन्य दलों से खासी आगे है। वर्ष 2007-08 में भाजपा को मिले चंदे की राशि पहले दस स्थानों में शामिल नौ राजनीतिक दलों को मिलने वाली कुल राशि के दोगुने के बराबर है। वैसे, चंदे के लिहाज से कांग्रेस दूसरे स्थान पर है।यह खुलासा ए.जे. किदवई मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेन्टर, जामिया मिलिया इस्लामिया के मीडिया छात्र अफरोज आलम साहिल को चुनाव आयोग से मिली जानकारी में हुआ है। मूलत: बेतिया चम्पारण के 21 वर्षीय साहिल ने राजनीतिक दलों को कॉरपोरेट जगत व व्यक्तिगत स्तर पर मिलने वाले चंदे के बारे में जानकारी मांगी थी। साहिल के अनुसार यह राजनीतिक दलों के वित्तीय संसाधनों के बारे में पारदर्शिता का प्रयास है। साथ ही सवाल उठता है कि आखिर जो लोग चंदा दे रहे हैं, वो इसका क्या फायदा उठा रहे हैं। साल 2007-08 के लिए देश के मात्र 18 राजनीतिक दलों ने ही चुनाव आयोग को चंदे का ब्यौरा दिया है, जबकि देश में सात राष्ट्रीय दल, 41 क्षेत्रीय दल व 949 गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल हैं।साहिल ने बताया कि राजनीतिक दलों को चंदा देने वालों में खनन कम्पनियां, रीयल एस्टेट कम्पनियां, ट्रस्ट, कल्याण संगठनों से लेकर शिक्षा के मन्दिर यानी निजी विद्यालय भी शामिल हैं। यही नहीं चंदा लेने में ज्यादा गुरेज नहीं किया जाता। उदाहरण के लिए भाजपा कभी भोपाल गैस कांड की दोषी कम्पनी की घोर विरोधी थी, लेकिन वर्ष 2006-07 में यूनियन कार्बाइड के नए मालिक डाओ कैमिकल्स से एक लाख रूपए चंदा लेने में परहेज नहीं किया गया। यह जरूर है कि भाजपा को नियमित चंदा देने वाले बहुत कम है अर्थात एक बार दे दिया तो दोबारा देना मुनासिब नहीं समझा जाता। रिप्रेजेन्टेशन ऑफ पीपुल्स एक्ट 1951 में वर्ष 2003 में संशोधन के तहत नियम बनाया गया था कि सभी राजनीतिक दलों को धारा 29 (सी) की उपधारा -(1) के तहत फॉर्म 24 (ए) के माध्यम से चुनाव आयोग को यह जानकारी देनी होती है कि उन्हें हर वित्तीय वर्ष में किनसे और कितना चंदा मिला। इस नियम के तहत राजनीतिक दलों को बीस हजार रूपए से अधिक के चंदे की ही जानकारी देनी होती है। राजनीतिक दल निजी स्तर पर अंकेक्षण करा आयकर विभाग या आयोग को जानकारी देते हैं। भारतीय राजनीति के कद्दावर नेताओं में शुमार किए जाने वाले रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव, रामविलास पासवान, करूणानिधि, शिबूसोरेन और चंदे के कारण चर्चाओं में रहने वाली बहुजन समाज पार्टी ने चंदे के बारे में चुनाव आयोग को जानकारी देने की जानकारी देने की जरूरत ही महसूस नहीं की।

भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं

भाजपा के पास इस चुनाव में कोई मुद्दा ही नहीं है। भाजपा ने अपने घोषणापत्र में औद्योगिक विकास और उद्योगों के बारे में कोई स्पष्ट राय नहीं दी है, जबकि कांग्रेस निजी-सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों का बराबर विकास देखना चाहती है। उन्होंने कहा कि पोटा का दुरूपयोग हो रहा था। इसीलिए उसे हटाया गया। उन्होंने आशा जताई कि हमारी सेना, अर्द्धसैनिक बल और पुलिस आम चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने में सफल रहेंगे। उन्होंने मुद्रास्फीति में गिरावट के बावजूद महंगाई काबू न आने के सवाल पर कहा कि ग्रामीण क्षेत्र से बडी मांग निकलने के कारण कुछ जिंसों के भाव बढे हैं। चीनी के भाव पर चिदम्बरम ने कहा कि दो सीजन में गन्ने की पिराई अच्छी हुई थी, लेकिन इस बार यह ठीक नहीं रही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भी विदेशी बैंकों में स्थित भारतीय काले धन को देश में लाने की पक्षधर है। इसके लिए लगातार पत्राचार किया जाता रहा है। आगे भी सरकार प्रयास करती रहेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र में आतंकवाद के अलावा समुद्री सुरक्षा का भी जिक्र है। उन्होंने कहा कि भारत के विकास में वैश्विक मंदी से गिरावट तो आ सकती है, लेकिन यह माइनस में नहीं जा सकता। भारत और चीन की नीतियां वैश्विक मंदी से निपटने में सक्षम हैं।