राज्यमंत्री रंजना बघेल के आचरण को भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय नेता व मप्र की चुनाव प्रभारी सुषमा स्वराज ने असंयमित और गलत ठहराया है। मतदान के ठीक तीन दिन पहले सुषमा की इस साफगोई से प्रदेश भाजपा को झटका लग सकता है, क्योंकि धार के मनावर में हुई इस घटना में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने मंत्री का खुलकर बचाव किया था। उन्होंने यह तक कह दिया था कि इस तरह की घटना ही नहीं हुई थी और आरोप लगाने वाली महिला कांग्रेस के सरपंच की पत्नी है। सुषमा स्वराज ने सोमवार को प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारवार्ता में कहा कि किसी के भी असंयमित आचरण से उन्हें एतराज है। रंजना बघेल मामले पर उन्होंने कहा कि पार्टी की तरफ से उन्हें बताया गया है कि बहस के दौरान मंत्री की तरफ से धक्का लगा है। उन्होंने थप्पड नहीं मारा। इसमें सच क्या है उन्हें नहीं पता, लेकिन दोनों बातें गलत हैं। मतदान पर आईपीएल के असर पर सुषमा ने कहा कि चुनाव से पहले इस पर चर्चा हो चुकी है, लेकिन यह सच है कि राजनीतिक कार्यकर्ताओं के सामने यह चुनौती है। उन्हें मतदाताओं को बाहर निकालना होगा। बहुमत के सवाल पर सुषमा का कहना है कि राजग 272 का जादुई आंकडा हासिल कर लेगा। भाजपा को 180 से 200 सीटें मिलेंगी। दो अप्रेल को सुषमा ने राजग को बहुमत मिलने पर आशंका जताई थी। छत्तीसगढ में 9 और मप्र में 27 सीटें मिलने की उम्मीद है। सुषमा ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन से जुडे लोग ओछी टिप्पणियां करके चुनाव को मुद्दाविहीन बनाने की कोशिश में जुटे हैं। भाजपा इस जाल में नहीं फंसेगी। व्यक्तिगत टिप्पणी स्वस्थ लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं। नरेन्द्र मोदी ने बुढिया कहा तो यह संस्थागत टिप्पणी थी। 125 साल पुरानी कांग्रेस को क्या कहा जाएगाक् मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को मुखौटा कह रहे हैं तो यह कार्यशैली पर निशाना है। कांग्रेस और उसके घटक दल व्यक्तिगत टिप्पणियों पर उतर आए हैं।
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