Wednesday, April 15, 2009

लालकृष्ण आडवाणी की नैया अटल ही पार लगाएंगे

चुनावी वैतरणी में पूरी ताकत से हाथ-पांव मार रहे लालकृष्ण आडवाणी की नैया अटल ही पार लगाएंगे। यह ऎसा सच है जिसे खुद आडवाणी भी मानते हैं और भाजपा भी। इसी कारण टीम आडवाणी थीम पर आधारित प्रचार अभियान की शुरूआत अटल से की गई और आज, पार्टी ने देशवासियों के नाम अपने लोकप्रिय नेता की अपील जारी की है। उन्हें अस्वस्थता के कारण चुनावी उत्सव से दूर रहने का मलाल है लेकिन अटल की नजर में भारत के स्वास्थ्य की चिंता सर्वोपरि है। देश को मजबूत नेता और निर्णायक सरकार देने के भाजपा के संंकल्प का जिक्र करते पूर्व प्रधानमंत्री ने आश्वस्त किया है कि आडवाणी को विजयी बनाएं, वे यह वादा जरूर पूरा करेंगे।आडवाणी के व्यक्तित्व और नेतृत्व को सराहते हुए अटल ने उन्हें विशिष्ट नेता करार दिया। आडवाणी को अपना सर्वाधिक निकट और प्रतिभाशाली सहयोगी बताते हुए पूर्व प्रधानमंत्री ने यह स्वीकारने में जरा भी संकोच नहीं किया कि उनकी बुद्धिमता, वैचारिक स्पष्टता, सबको साथ लेकर चलने और साधने के कौशल के वे भी कायल रहे हैं। आडवाणी का निष्कलंक चरित्र भारतीय राजनीति में दीप स्तम्भ की भांति है।उनके अंदर चुनौतियों को स्वीकार कर उनसे निपटने का गजब का माद्दा है। आतंकवाद के खिलाफ भाजपा की लडाई के वे सबसे जांबाज योद्धा हैं। पार्टी आज जिन बुलंदियों पर पहुंची है उसमें उनकी बडी भूमिका रही है। उनका मानना है कि आज भाजपा को ही नहीं बल्कि भारत को आडवाणी जैसे राजनेता की जरूरत है।उन्होंने आडवाणी की आत्मकथा की प्रस्तावना में लिखा है कि "यह पुस्तक वस्तुत: एक संवेदनशील मनुष्य और विशिष्ट नायक की उल्लेखनीय जीवन यात्रा का वृतांत है, जिनकी सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि का अभी सामने आना शेष है।" उन्हें भरोसा है कि आडवाणी भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे तो उनका कार्यकाल सर्वश्रेष्ठ उपलब्धियों से भरा होगा। सशक्त, समृद्ध और बलशाली भारत के निर्माण के लिए आडवाणी की सरकार बनाएं, यह चुनाव एक बेहतरीन मौका है। आडवाणी को प्रधानमंत्री के रूप में एक मौका देने की जोरदार अपील के साथ अटल ने संप्रग सरकार की पांच साल की नाकामियों को गिनाया है और, जोड-तोड कर सत्ता में घुसने की कोशिश कर रहे तीसरे मोर्चे पर भी प्रहार किया है। अपने नेतृत्व वाली राजग सरकार की उपलब्धियों का ब्योरा पेश करते हुए अटल ने वोटरों से राजनीतिक स्थिरता, सुशासन, विकास और सुरक्षा देने वाले उस तीसरे रास्ते पर बढने की अपील की है जो राजग की ओर जाता है, जिसकी कमान आडवाणी के हाथ में है। पूर्व प्रधानमंत्री की अपील की सबसे खास बात यह है कि उन्होंने नौजवान मतदाताओं से सत्ता परिवर्तन का विशेष आह्वान किया है।


No comments: