कांग्रेस के स्टार प्रचारक राहुल गांधी ने मनमोहन सिंह को दुनिया का सबसे ताकतवर प्रधानमंत्री करार दिया। मंगलवार को पिपरिया में चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए राहुल ने सवाल किया कि कंधार कांड के समय आतंकियों के सामने घुटने टेकने वाली एनडीए सरकार के गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी मजबूत कैसे हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है। हम केंद्र से एक रूपया भेजते हैं, मप्र की सरकार जनता तक मात्र पांच पैसे ही पहुंचाती है। बालाघाट की सभा में राहुल ने कहा कि सरकार स्विस बैंक में जमा कालाधन वापस लाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि राजग के कार्यकाल में आडवाणी को एक बार भी कालाधन वापस लाने की याद नहीं आई और अब चुनावों के समय उन्हें इसकी याद आ गई। राहुल ने कहा कि मनमोहन सिंह की कूटनीति के आगे पाक को झुकना पडा। पाक ने माना कि मुम्बई में हमला करने वाले उनके यहां के हैं। वहीं एनडीए सरकार के मंत्री जसवंत सिंह आतंकियों को छोडने कंधार गए थे। यह बात आडवाणी को नहीं मालूम है। अब आप ही फैसला करें कि कौन मजबूत है। राहुल ने कहा कि मप्र सरकार केंद्र की योजनाओं को अपना बताकर जनता को छल रही है।सभा के बाद राहुल ने सुरक्षा घेरा तोडकर जनता के बीच पहुंचने का प्रयास किया। उन्होंने मंच के सामने लगे बांस के बैरिकेट्स में से निकलने की कोशिश की। लेकिन, एसपीजी कमांडो ने उन्हें रोक लिया।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय मंत्री अर्जुन सिंह ने सीधी की जनता से सोनिया गांधी का हाथ मजबूत करने की अपील की। अर्जुन ने मंगलवार को बेटी वीणा सिंह के खिलाफ और कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा की। हालांकि, उन्होंने सभा में कांग्रेस प्रत्याशी का न तो नाम लिया और न ही विपक्ष पर किसी प्रकार का आरोप लगाया। सभा के दौरान वीणा सिंह के पुत्र ऎश्वर्य सिंह, पुत्र वधू दिव्यरानी और नातिन अमृता सिंह मंच पर पहुंचे और अपने नाना अर्जुन सिंह से आशीर्वाद मांगा। जब वे वापस जा रहे थे, उनके साथ आए वीणा समर्थकों ने वीणा दीदी जिंदाबाद के नारे लगाए।चाहे गर्मी की मार कहें या फिर जनता की मुख्यमंत्री में कम होती रूचि। भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का मंगलवार को आयोजित रोड-शो फ्लॉप रहा। आलम यह रहा कि मुख्यमंत्री का काफिला आमजन के बीच से होता हुआ पूरे शहर में भ्रमण करता रहा और आमजन अपने कार्यो में मशगूल रहे। जब मुख्यमंत्री का काफिला गत विधानसभा चुनाव के दौरान जन आशीर्वाद रैली के रूप में शहर से गुजरा था, तो हर चौराहे और रास्ते पर हजारों की भीड ने उन्हें अपने पलकों पर बिठाया था, लेकिन इस बार रोड शो फीका रहा।
No comments:
Post a Comment