बीजेपी में हिंदुत्व के नए चेहरे वरुण गांधी एक बार फिर पुराने तेवर में दिखे। वरुण के शब्द भले ही बदल गए हों, लेकिन भाजपाई गांधी में पहले जैसे तेवर दिखाई दे रहे हैं। लखनऊ में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस अंतिम सांसें गिन रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं, राष्ट्रभक्तों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यूपी के हालात पर उन्होंने कहा कि असली लड़ाई चुनाव के बाद शुरू होगी, जो कि अगले तीन सालों तक जारी रहेगी। यूपी का पुराना गौरव वापस दिलाया जाएगा। भाषण देते हुए भावुक होकर वरुण ने अपने पिता स्वर्गीय संजय गांधी के योगदान का जिक्र करते हुए कहा कि अगर वह जीवित होते तो देश की यह हालत नहीं होती। भगवा कुर्ते में वरुण के तेवर साफ नजर आ रहे थे। उन्होंने भाषण की शुरुआत ही भावुक अंदाज में की और कहा कि 'मैं खुश नहीं था इसलिए राजनीति में आया, लेकिन अगर गांधी की जगह वरुण पटेल या दीक्षित होता तो शायद यह स्थान नहीं मिल पाता'। वरुण ने अपने भाषण में यह भी कहा कि कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ की हड्डी हैं और उन्हें पार्टी में उचित स्थान मिलना चाहिए। वरुण गांधी ने चुटकी लेते हुए कहा कि राजनीति के चक्कर में अभी तक उनकी शादी नहीं हुई, क्योंकि राजनीति में इतनी खामियां हैं कि उनसे कोई शादी करने को तैयार ही नहीं हो रहा है। वरुण ने अपने तेवरों में कहा कि जेल भेजने से मेरा राष्ट्र विरोधी ताकतों के प्रति संघर्ष खत्म नहीं होगा बल्कि और ही मजबूत होगा। उन्होंने यह भी कहा कि यूपी की सरकार अपराधियों को शरण दे रही है और यूपी में अपराध को बढ़ावा दे रही है। वरुण गांधी ने विश्वास दिलाया कि राष्ट्र विरोधी ताकतों का विरोध करते हुए उनका सर भले ही कट जाए, लेकिन वह संघर्ष से पीछे नहीं हटने वाले हैं।
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