प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि यह पार्टी देश को सिर्फ बंटवारे की राजनीति दे सकती है। नफरत व बंटवारे की राजनीति देश को आगे नहीं ले जा सकती। देश के लिए धर्मनिरपेक्षता को छोडकर कोई और रास्ता नहीं है। लोकसभा चुनाव को लेकर गुजरात के अहमदाबाद शहर में रविवार को अपनी पहली जनसभा को संबोधित करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि गुजरात महात्मा गांधी का प्रदेश है जिन्होंने जिंदगी भर संाप्रदायिक सद्भाव के लिए काम किया। जो दल सांप्रदायिकता को बढावा देते हैं वे गांधी और गुजरात का अपमान करते हैं। 2002 के गोधरा दंगों के बारे में उन्होंने कहा कि जो कुछ हुआ वह राज्य की गौरवशाली परम्पराओं के खिलाफ है। कुछ विरोधी दल यह दावा करते हैं कि वे देश को निर्णायक व मजबूत सरकार देंगे, लेकिन इस दावे का कोई आधार नहीं है। कंधार व संसद पर आतंकी हमले का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सत्ता में रहते हुए भाजपा ने जो किया वह सबके सामने है। परमाणु करार मुद्दे का हवाला देते हुए मनमोहन ने कहा कि भाजपा ने राष्ट्रहित के कामों में कभी यू.पी.ए का साथ नहीं दिया। उन्होंने कहा कि क्या बडी-बडी बातें करके ही किसी दल या सरकार का काम निर्णायक और मजबूत हो जाता है।मनमोहन ने तीसरे मोर्चे पर भी निशाना साधते हुए कहा कि इस मोर्चे में जो दल शामिल हैं उनका न तो कोई साझा कार्यक्रम है और न देश के विकास के लिए कोई दूरदृष्टि।करीब 23 मिनट के भाषण में उन्होंने ज्यादातर समय यू.पी.ए सरकार की गत पांच वर्ष की उपलब्धियों को गिनाया। आतंकवाद से लडने के पक्के इरादे की बात करते हुए कहा कि इस दिशा में कई कदम उठाए गए हैं। कांग्रेस के पास ही आजकल के कठिन आर्थिक हालात से निपटने का अनुभव है। केवल कांग्रेस ही देश के भविष्य को बेहतर बना सकती है। उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस के एक प्रतिनिधि के रूप में वोट की अपील कर रहे हैं। कांग्रेस यह चुनाव यू.पी.ए सरकार के गत पांच वर्षो में किए गए काम पर लड रही है।
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