सोनिया चालीसा रचना के मामले ने राजनीतिक तूल पकड लिया है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारियों ने इसका विरोध जताते हुए सोमवार को एडीएम (सिटी) कालीचरण शर्मा को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि सोनिया चालीसा से शहर में धार्मिक उन्माद फैलने की आशंका है। यह भी बताया कि शहर कांग्रेस पदाधिकारियों ने रविवार को गुरूद्वारे में धार्मिक कार्यक्रम के दौरान वोट मांगे और कांग्रेस शहर अध्यक्ष जसराज जयपाल ने वोट के बदले आर्थिक प्रलोभन देने की घोषणा की।ज्ञापन में कांग्रेस पदाधिकारियों के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन में कार्रवाई करने की बात कही गई है। ज्ञापन सौंपने से पूर्व विधि प्रकोष्ठ शहर जिला अध्यक्ष गजवीर सिंह चूण्डावत, भाजयुमो प्रदेश मंत्री नीरज जैन, शहर जिला अध्यक्ष रमेश सोनी आदि ने कलक्ट्रेट के बाहर सोनिया चालीसा की प्रतियां फूंकी और नारेबाजी भी की। शहर के एक कांग्रेस कार्यकर्ता की ओर से की गई सोनिया चालीसा की रचना का मामला अदालत पहुंच गया है। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गिरजेश ओझा की अदालत में इस्तगासा प्रस्तुत किया गया है। इस पर 29 अप्रेल को सुनवाई होगी। नाका मदार निवासी वकील गजवीर सिंह चूण्डावत ने इस्तगासे में अजमेर के कांग्रेस प्रत्याशी सचिन पायलट, फायसागर रोड निवासी बलराम शर्मा व सोनिया चालीसा लिखने वाले आंतेड रोड निवासी अशोक शर्मा को आरोपी बनाया है। अजमेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी (विधि विभाग) की ओर से राज्य निर्वाचन आयोग को भाजपा के खिलाफ शिकायती पत्र भेजा गया है। इसमें कमेटी के जिलाध्यक्ष विवेक पाराशर व महासचिव वैभव कुमार जैन ने टीवी चैनल पर व एफ.एम. पर भाजपा के विज्ञापनों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की आवाज व कार्टून चलचित्र का प्रयोग करने को आचार संहिता का उल्लंघन बताया है। भाजपा प्रत्याशी किरण माहेश्वरी को बीते दिनों खानपुरा में तलवार भेंट करने एवं सार्वजनिक रूप से लहराने और शक्कर से तोले जाने को भी आचार संहिता का उल्लघंन बताया है। कमेटी ने निर्वाचन आयोग से उक्त विज्ञापन बंद करवाने एवं भाजपा प्रत्याशी किरण के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।
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