केन्द्रीय संचार मंत्री ए.राजा ने महानगर टेलीफोन निगम के पूर्व सीएमडी आरएसपी सिंह के सेवाकाल में बढ़ोतरी के लिए निगम के लेखों में हेराफेरी कर उसे लाभ में दिखाने की कोशिश की थी। यह मामला प्रधानमंत्री तक भी पहुंचा लेकिन उन्होंने राजा की सिफारिश को रद्द करते हुए आरएसपी सिंह के सेवा काल में बढ़ोतरी का प्रस्ताव ठुकरा दिया था। सूत्रों के अनुसार महानगर टेलीफोन निगम ने कर्मचारियों की भविष्य निधि की राशि में कटौती करके निगम को 20 करोड़ रूपए के लाभ में दिखाया था जबकि वास्तव में निगम को 40 करोड़ रूपए का घाटा हुआ था।सिंह को सेवाकाल में बढ़ोतरी दिलाने के लिए निगम को लाभ में दिखाने की कोशिश की गई थी। इस कोशिश में एमटीएनएल की आर्थिक सलाहकार एजेंसी पर दबाव डाला गया था कि वह भविष्य निधि की राशि 8.5 प्रतिशत के बजाय 8 प्रतिशत जमा कराए। भविष्य निधि के नियमों के अनुसार 8.5 प्रतिशत धनराशि भविष्य निधि के रूप में जमा कराना जरूरी था। जब यह बात निदेशक अनीता सोनी की जानकारी में लाई गई तो उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखकर इस अनियमितता की जानकारी दी।
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