इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) संचालन परिषद के सदस्य फारूख अब्दुल्ला ने आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी का बचाव करने की बात से इनकार करते हुए कहा कि मैं कौन होता हूं, किसी का बचाव करने वाला। अगर उन्होंने गलती की है तो उन्हें सजा मिलनी चाहिए।यह पूछने पर कि क्या मौजूदा विवाद के चलते मोदी को पद से हटा दिया जाना चाहिए, अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें हटाने का सवाल अभी पैदा नहीं होता। पहले यह तो मालूम होने दीजिए कि गलती कहां हुई है।आईपीएल से जुड़े विवाद में किसी भी तरह की अटकलें नहीं लगाने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि दूसरे लोगों की तरह मैं खुद भी सच्चाई जानना चाहता हूं। उन्हें (मोदी को) अपनी बात रखने दीजिए। मुझे इस मामले न घसीटा जाए।संसद परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में आईपीएल विवाद पर सीधे तौर पर कोई टिप्पणी करने से बचते हुए केंद्रीय खेल मंत्री एमएस गिल ने कहा कि खेलों के संचालन और प्रशासन में पारदर्शिता सुनिश्चित की जानी चाहिए और खेलों के संचालन में पारदर्शिता होनी चाहिए।पूर्व क्रिकेटर और भाजपा सांसद कीर्ति आजाद ने कहा कि लोग कह रहे हैं कि आईपीएल खराब है लेकिन मेरा मानना है कि क्रिकेट खराब नहीं है बल्कि उसे चलाने वाले खराब हो सकते हैं। ऐसे लोगों को हटाया जाना चाहिए।ललित मोदी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि अगर क्रिकेट से जुड़े मामलों में शीर्ष पद पर ऐसे लोग रहेंगे जिनका वास्ता खेल से न होकर, राजनीति या किसी अन्य क्षेत्र से हो तो इस तरह के विवाद पैदा होंगे।उन्होंने कहा कि देश के सभी क्रिकेट संघों में राजनेताओं का दबदबा है। इसे खत्म किया जाना चाहिए और सियासी लोगों के बजाय क्रिकेटरों को तरजीह दी जानी चाहिए।आजाद ने कहा कि क्रिकेट संघों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद पर भी किसी क्रिकेट खिलाड़ी को ही होना चाहिए वरना लोग पैसा बनाते रहेंगे।
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