भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद राजधानी में पहली सार्वजनिक रैली में नितिन गडकरी ने देश में बढ़ती महंगाई के लिए कांग्र्रेस नीत संप्रग सरकार की गलत नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए आज लोगों से इस सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। महंगाई के मुद्दे पर संसद की तरफ कूच करने के आह्वान वाली इस रैली को गडकरी के शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा था और इसके लिए महीने भर से तैयारियां की जा रही थी। इस रैली में भाजपा का सर्वोच्च नेतृत्व मौजूद था जिसमें गडकरी के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह, मुरली मनोहर जोशी, तथा एम वेंकैया नायडू के अलावा कुछ भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों समेत प्रमुख पदाधिकारी शामिल थे। रैली में हालांकि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदीयुरप्पा उपस्थित नहीं थे। खचाखच भरे रामलीला मैदान में चिलचिलाती धूप के बीच भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने केंद्र में सत्तारूढ़ संप्रग सरकार पर चावल, दाल आटा, चीनी, डीजल, पेट्रोल, उर्वरक जैसी आवश्यक वस्तुओं की कीमतोंं में वृद्धि के लिए निशाना साधा। केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए गडकरी ने कहा, अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली सरकार की गलत नीतियों के कारण महंगाई में वृद्धि हो रही है। संबोधन समाप्त करने के बाद भीषण गर्मी के कारण गडकरी को चक्कर आ गया। हालांकि पास खड़े नेताओं ने उन्हें तुरंत संभाल लिया। गडकरी ने कहा, मेरे पास 25 देशों की महंगाई के आंकड़े हैं इन देशों में मुद्रास्फीति की दर दो प्रतिशत है जबकि भारत में यह 11 प्रतिशत है। सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह ने लोगों के विश्वास को तोड़ा है। कांग्रेस पर कड़ा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कांग्रेस का कोई माई का लाल मेरे सवाल का जवाब नहीं दे सकता है। रामलीला मैदान में रैली को संबोधित करने के बाद भाजपा नेता संसद की ओर बढ़े लेकिन उन्हें कुछ दूरी तय करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। अभी तक भाजपा के किसी सार्वजनिक समारोह को आडवाणी सबसे अंत में संबोधित करते रहे थे लेकिन इस रैली में आडवाणी का संबोधन गडकरी से पहले था। आडवाणी ने कहा, 'देश भर की जनता कमरतोड़ महंगाई से त्रस्त होकर दिल्ली आई है। कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण गरीब और गरीब होता जा रहा है जबकि अमीर और अमीर हो रहा है। आज गरीब की थाली में दाल, सब्जी नदारद है। इसका कारण कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार है। उन्होंने कहा कि इस रैली के बाद सरकार जनता की चेतावनी को समझे और भ्रष्टाचार एवं कुप्रबंधन पर लगाम लगाए अन्यथा परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे। कीमतों में वृद्धि के लिए गेहूं, चीनी, चावल, दाल महाघोटाला को जिम्मेदार ठहराते हुए लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि इस बेखबर और सोई सरकार को जगाने के लिए भाजपा महत्वपूर्ण भूमिका निभाने को तैयार है। सुषमा ने कहा,'सरकार चेत जाए और जनता के दुख दर्द को समझे अन्यथा जनता सरकार को गद्दी से हटा देगी। राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली ने कहा ''यह सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। चाहे आतंकवाद और माओवादियों से निपटने का मामला हो या आम लोगों की खुशहाली सुनिश्चित करने की बात। महंगाई को कम करने के मोर्चे पर तो सरकार पूरी तरह से विफल हो गई है।
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