लोकसभा में बुधवार को विपक्ष के साथ ही सत्ता पक्ष के सदस्यों ने केंद्रीय विद्यालयों में दाखिलों में सांसदों का दो सीटों का कोटा बहाल करने की पुरजोर मांग की। इस मुद्दे को लेकर सदन में उस समय अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब सत्ता पक्ष के सदस्यों ने ही मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल को ''हूट'' किया।सदन में प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों ने केंद्रीय विद्यालयों में सांसदों को दो सीटों पर दाखिले की सिफारिश करने संबंधी कोटे को बहाल किए जाने की मांग की।सिब्बल ने अपने जवाब में कहा कि जांच में पाया गया कि केंद्रीय विद्यालयों में निर्धारित कोटे से अधिक दाखिले हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह केंद्रीय विद्यालय केंद्र सरकार, राज्य सरकारों, सार्वजनिक उपक्रमों और निगमों के कर्मचारियों के बच्चों को शिक्षा मुहैया कराने के लिए स्थापित किए गए थे।सिब्बल ने कहा कि जांच में पाया गया कि इन कर्मचारियों के बच्चों के तो दाखिले हो नहीं रहे हैं लेकिन सिफारिशों के आधार पर अन्य वर्गों के बच्चों के दाखिले हो रहे हैं।उनके इतना कहते ही न केवल विपक्ष बल्कि सत्ता पक्ष के सदस्यों तक ने भारी शोरशराबा किया और सांसद कोटे को बहाल करने की पुरजोर मांग करने लगे। सदस्यों के शोरशराबे के कारण सिब्बल अपना जवाब पूरा नहीं कर पाए।प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद भी कांग्रेसी सदस्यों सहित राजद और जद-यू आदि के सदस्य अपना रोष जताते रहे और संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल तथा कुछ अन्य वरिष्ठ कांग्रेसी सदस्य, आक्रोशित सदस्यों को शांत करने का प्रयास करते देखे गए।कुछ देर बाद सिब्बल जब सदन से बाहर जाने लगे तो इन सदस्यों ने ''हू हू'' की आवाज निकालकर बकायदा उन्हें ''हूट'' किया।सदन में प्रश्नकाल के दौरान मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल ने सदस्यों के पूरक, अनुपूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए बताया कि राजग सरकार के शासनकाल में तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री मुरली मनोहर जोशी ने एक हजार सीटों का कोटा अपने पास रखा था और हर सांसद को दो सीटों का कोटा मिला था लेकिन संप्रग सरकार के सत्ता संभालने के बाद केंद्रीय मंत्री के कोटे का 1,200 कर दिया गया।
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