Thursday, April 29, 2010

विधायकों पर नजर

दिल्ली में अब विधायकों के आचरण की निगरानी विधानसभा की कमिटी करेगी। दिल्ली
विधानसभा के स्पीकर डॉ.
योगानंद शास्त्री
ने पहली
बार आचरण
कमिटी का
गठन किया
है। इस
तरह की
कमिटी अभी
राज्यसभा के लिए है लेकिन
दिल्ली पहला
ऐसा राज्य
है, जिसने
इस तरह
की कमिटी
का गठन
किया है।
इसके अलावा
स्पीकर ने
विधानसभा की अन्य कमिटियों के
गठन का
भी ऐलान
किया।

स्पीकर ने
बताया कि
राज्यसभा की तरह ही यह
कमिटी विधायकों
के लिए
कोड ऑफ
कंडक्ट तैयार
करेगी। इसके
अलावा विधायकों
के सदन
के भीतर
और बाहर
उनके कार्यकलापों
पर भी
नजर रखेगी।
अगर कोई
सदस्य आचरण
के उल्लंघन
का दोषी
पाया जाता
है तो
यह आवश्यक
सिफारिशें भी करेगी। नौ सदस्यों
वाली इस
कमिटी का
चेयरमैन राजेंद्र
नगर से
कांग्रेस विधायक रमाकांत गोस्वामी को
बनाया गया
है।

विधानसभा सूत्रों का कहना है
कि कुछ
समय पहले
एक विधायक
के खिलाफ
लगे आरोपों
के बाद
इस तरह
की कमिटी
के गठन
का फैसला
किया है।
वैसे इसके
गठन की
सिफारिश जनरल
परपज कमिटी
ने 31 मार्च
को दी
अपनी रिपोर्ट
में की
थी। स्पीकर
ने बताया
कि सत्ताधारी
पार्टी के
चीफ विप
ने दो
और कमिटियों
के गठन
का भी
अनुरोध किया
है। इसमें
एक अल्पसंख्यक
कल्याण कमिटी
और दूसरी
अन्य पिछड़ा
वर्ग कल्याण
कमिटी बनाने
को कहा
गया है।
इन कमिटियों
का गठन
जल्द किया
जाएगा।

स्पीकर ने
बताया कि
आचरण कमिटी
में डॉ.
नरेंद्रनाथ, मुकेश शर्मा, बरखा सिंह,
हरिशंकर गुप्ता,
डॉ. हर्षवर्धन,
ओ.पी.
बब्बर, रविंद्रनाथ
बंसल और
आसिफ मोहम्मद
खान को
सदस्य बनाया
गया है।
इसके अलावा
विशेषाधिकार कमिटी का चेयरमैन डॉ.
नरेंद्र नाथ,
सरकारी आश्वासन
कमिटी का
चेयरमैन हरशरण
सिंह बल्ली,
एससी/एसटी
एंड ओबीसी
वेलफेयर कमिटी
का चेयरमैन
मालाराम गंगवाल,
महिला एवं
बाल कल्याण
कमिटी का
चेयरपर्सन बरखा सिंह, पर्यावरण कमिटी
का चेयरमैन
हरिशंकर गुप्ता,
विधायकों के वेतन भत्ते तय
करने वाली
कमिटी का
चेयरमैन कंवर
करण सिंह,
पब्लिक अकाउंट
कमिटी का
चेयरमैन प्रहलाद
सिंह साहनी
और सरकारी
उपक्रम कमिटी
का चेयरमैन
बलराम तंवर
को बनाया
गया है।





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