नई दिल्ली। महंगाई को लेकर निश्चित सी लग रही संप्रग सरकार को रैली के माध्यम से भाजपा ने पहली बार गंभीर चुनौती पेश की है। रैली में उमडा जनसैलाब इस बात का संकेत था कि भविष्य में महंगाई सरकार के लिए मुसीबत बन सकती है। रैली में भाजपा के सभी बडे नेताओं ने एक स्वर से महंगाई के लिए पूरी तरह से संप्रग सरकार की गलत आर्थिक नीतियों और भ्रष्ट प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया।
नेताओं ने महंगाई के खिलाफ आंदोलन को गांव, गली, कूचे तक पहुंचाने के साथ-साथ सरकार को उखाड फेंकने का आह्वान किया। इस रैली के जरिए पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी खेमेबंदी के कारण हताश भाजपा कार्यकर्ताüओं में जान फूंकने में कामयाब रहे, वहीं यह अहसास भी करा गए कि उन्हें हल्के से नहीं लिया जाए।
सरकार विफल भाजपा संसदीय दल के अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि रैली में भारी भीड इस बात का संकेत है कि महंगाई से लोग कितने परेशान हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र की सरकार महंगाई को रोकने में पूरी तरह विफल हुई है।
वरना गद्दी छोड दोलोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि सरकार महंगाई के लिए प्राकृतिक आपदा, किसानों को अधिक समर्थन मूल्य और विश्व की मंदी को जिम्मेदार ठहरा रही है, लेकिन सरकार की गलत नीतियां व महाघोटाले मुख्य वजह हैं। यह रैली सरकार को जगाने के लिए आयोजित की गई है। उन्होंने नारा दिया-महंगाई रोक दो, वरना गद्दी छोड दो।
यह भी कहा गडकरी ने
* सरकार का यह कहना कि वायदा बाजार के जरिए किसानों को उनकी उपज के उचित दाम दिलाने में मदद मिल रही है, पूरी तरह गलत है। वायदा बाजार में चार लाख 50 हजार करोड रूपए के सौदे हुए और डिलिवरी मात्र चार हजार 500 करोड रूपए की हुई। वायदा बाजार से केवल सट्टेबाजों, पूंजीपतियों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है। * अब किसानों के घर में फसल आई हैं तो जिंसों के दाम नीचे आ रहे हैं, किंतु जब किसान अपनी फसल को बेच लेंगे तो भाव फिर से ऊबाल खाने लगेंगे।
राजस्थान का भी रैला रैली में राजस्थान से भी बडी संख्या में कार्यकर्ता व पार्टी समर्थक पहुंचे। दिल्ली आने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं में राजस्थान की हिस्सेदारी लगभग 35 हजार बताई गई। पार्टी के अधिकतर नेता और कार्यकर्ताü पगडियों में अलग ही नजर आ रहे थे।
नेताओं ने महंगाई के खिलाफ आंदोलन को गांव, गली, कूचे तक पहुंचाने के साथ-साथ सरकार को उखाड फेंकने का आह्वान किया। इस रैली के जरिए पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी खेमेबंदी के कारण हताश भाजपा कार्यकर्ताüओं में जान फूंकने में कामयाब रहे, वहीं यह अहसास भी करा गए कि उन्हें हल्के से नहीं लिया जाए।
सरकार विफल भाजपा संसदीय दल के अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि रैली में भारी भीड इस बात का संकेत है कि महंगाई से लोग कितने परेशान हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र की सरकार महंगाई को रोकने में पूरी तरह विफल हुई है।
वरना गद्दी छोड दोलोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि सरकार महंगाई के लिए प्राकृतिक आपदा, किसानों को अधिक समर्थन मूल्य और विश्व की मंदी को जिम्मेदार ठहरा रही है, लेकिन सरकार की गलत नीतियां व महाघोटाले मुख्य वजह हैं। यह रैली सरकार को जगाने के लिए आयोजित की गई है। उन्होंने नारा दिया-महंगाई रोक दो, वरना गद्दी छोड दो।
यह भी कहा गडकरी ने
* सरकार का यह कहना कि वायदा बाजार के जरिए किसानों को उनकी उपज के उचित दाम दिलाने में मदद मिल रही है, पूरी तरह गलत है। वायदा बाजार में चार लाख 50 हजार करोड रूपए के सौदे हुए और डिलिवरी मात्र चार हजार 500 करोड रूपए की हुई। वायदा बाजार से केवल सट्टेबाजों, पूंजीपतियों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है। * अब किसानों के घर में फसल आई हैं तो जिंसों के दाम नीचे आ रहे हैं, किंतु जब किसान अपनी फसल को बेच लेंगे तो भाव फिर से ऊबाल खाने लगेंगे।
राजस्थान का भी रैला रैली में राजस्थान से भी बडी संख्या में कार्यकर्ता व पार्टी समर्थक पहुंचे। दिल्ली आने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं में राजस्थान की हिस्सेदारी लगभग 35 हजार बताई गई। पार्टी के अधिकतर नेता और कार्यकर्ताü पगडियों में अलग ही नजर आ रहे थे।
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