नई दिल्ली। टीम गडकरी को लेकर भाजपा में जोड़तोड़ तेज हो गई है । होली के बाद किसी भी दिन भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी अपनी टीम का ऐलान कर सकते हैं। कई पुराने चेहरों को टीम में जगह नहीं मिलेगी । उनकी टीम में आधे से ज्यादा नए चेहरों को स्थान मिलना तय है । भाजपा सूत्रों की मानें तो करीब 60 फीसदी नए चेहरों के साथ गडकरी अपनी टीम गठित करेंगे। इसके लिए गडकरी लालकृष्ण आडवाणी सहित भाजपा के लगभग सभी वरिष्ठ नेताओं से विचार विमर्श कर चुके हैं। गडकरी ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में अपने शुभचिंतकों से भी इस बारे में चर्चा कर भावी टीम का खाका लगभग तैयार कर लिया है। गडकरी की टीम में युवाओं और महिलाओं को विशेष रूप से अधिक स्थान मिलेगा। भाजपा संगठन में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण लागू कर यूपीए सरकार पर भी महिला आरक्षण विधेयक के लिए दबाव बना रही है।गडकरी की टीम के लिए पार्टी के संगठन महासचिव रामलाल और भाजपा उपाध्यक्ष बाल आप्टे ने देश भर से कार्यकर्ताओं और नेताओं की सूची तैयार कर अध्यक्ष गडकरी को सौंप दी है। गडकरी ने रामलाल को युवा और नए चेहरों की खोज का काम सौंपा था। आप्टे ने भी इस बारे में अपना सहयोग दिया है। सूत्रों के अनुसार टीम गडकरी को लेकर जितने मुंह उतने नाम पेश किए गए हैं। चूंकि टीम में आधे से ज्यादा नए चेहरे और महिलाओं को प्रतिनिधित्व देने की योजना है इसलिए नामों को लेकर अटकलों का बाजार अधिक गर्म है । पीढ़ीगत बदलाव के दौर से गुजर रही भाजपा में नए चेहरों को लेकर जैसी उथल-पुथल मची है उसके चलते भी टीम गडकरी की तस्वीर साफ नहीं हो पा रही है । पार्टी संविधान में संशोधन के बाद पार्टी में पदाधिकारियों और कार्यकारिणी सदस्यों की संख्या बढ़ गई है। इसलिए भी पार्टी को ऐसे नेताओं और कार्यकर्ताओं की जरूरत है जो राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी का चेहरा बन सकें। गडकरी के सामने बड़ी समस्या पदों के बंटवारे की भी है। संभावित नए लोगों के रूप में जिन लोगों के नाम टीम गडकरी के लिए सूची में शामिल बताए जा रहे हैं उनमें वसुंधरा राजे, श्रीपद नाइक या मनोहर पारिकर में से एक, हर्ष वर्धन, अनीता आर्य, आरती मेहरा, नरेंद्र सिंह तोमर या कैलाश विजयवर्गीय,अनुराग ठाकुर,नवजोत सिंह सिद्धू, वरूण गांधी, साइना एनसी, पूनम महाजन, शोभा करंदलाजे, वाणी त्रिपाठी, शाहनवाज हुसैन, हरेन पाठक, अर्जुन मुंडा, संतोष गंगवार, मुरली धर राव, तरूण विजय, अमित ठाकर, जयकिशन रेड्डी आदि शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार बाल आप्टे इस बार उपाध्यक्ष भी बनना नहीं चाहते। वह नए चेहरे को मौका देने के पक्ष में हैं।
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