गाजीपुर में तीन दिन के महापडाव के बाद अब गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने सरकार से वार्ता के लिए हामी भर दी है। माना जा रहा है कि वार्ता के लिए कर्नल किरोडी सिंह बैंसला और कर्नल हरप्रसाद सहित पांच सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल शाम तक जयपुर आ सकता है। इधर गुर्जर समाज के जयपुर कूच की संभावना को देखते हुए दौसा, सवाईमाधेापुर, टोंक सहित विभिन्न जिलों में कडी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। मुख्य मार्गो पर नाकाबंदी कर आने-जाने वालों से पूछताछ की जा रही है। गौरतलब है कि आरक्षण के लिए संघर्ष समिति ने 26 मार्च को प्रदेश भर से जयपुर कूच का आह्वान किया हुआ है। महवा संवाददाता के अनुसार, गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति संयोजक कर्नल किरोडीसिंह बैसला ने गुरूवार रात को कहा कि वे सरकार से वार्ता को तैयार हैं लेकिन मुद्दा नहीं छोडेंगे। सरकार की ओर से मुख्य सचिव ने फोन कर वार्ता की पेशकश की है। इसके लिए दौसा सहित राज्य के सभी जिलों के गुर्जर समाज व अन्य रेबारी, बंजारा, गाडिया लुहार के सरदारों से सामूहिक मंत्रणा की जा रही है। वार्ता के लिए जल्द निर्णय कर प्रतिनिधिमंडल चुना जाएगा लेकिन समाज व प्रतिनिधिमंडल वार्ता के लिए तभी तैयार होगा जब सरकार उनके हक व पांच प्रतिशत आरक्षण देने की बात करेगी। उन्होंने कहा कि समाज का प्रमुख ध्येय नौकरियों से संबंधित है। नौकरियों के बिना विधेयक का कोई मतलब नहीं। सरकार हाइकोर्ट का निर्णय आने तक उनके हिस्से की नौकरियां रख कर उनका हक दिलाये। उन्होंने कहा कि वार्ता सफल नहीं होने की स्थिति में शांतिपूर्ण जयपुर कूच किया जाएगा। हाइकोर्ट के निर्णय के बारे में उन्होंने कहा कि वे न्यायालय के निर्णय का स्वागत करते है लेकिन न्यायालय 62 वर्षो से पिछडी जातियों की ओर ध्यान देकर समाज को उनका हक दिलवाए तो आंदोलन व धारा 144 की कोई जरूरत ही नहीं पडेगी। संघर्ष समिति उपाध्यक्ष कैप्टन हरप्रसाद तंवर ने कहा कि गहलोत सरकार पूर्व की सरकार के विधेयक में खामी बताकर समाज को गुमराह कर उससे दुश्मनी निकाल रही है। इस अवसर पर डॉ. रूपसिंह गुर्जर, लीलाधर गुर्जर, कैप्टन जगराम, महेंद्रसिंह खेडला, श्रीराम बयाना, लाखन दौसा, हरिशंकर देवलेन, एडवोकेट भंवरसिंह, टीकमसिंह पावटा, धर्मजीतसिंह, गजेंद्र खटाना, सूबेदार भरतसिंह, ज्ञानसिंह भोपर सहित समाज के अनेक लोग मौजूद थे।मीणा समाज का समर्थन
दौसा संवाददाता के अनुसार मीणा समाज ने गुर्जर आरक्षण आंदोलन का समर्थन किया है। सांसद किरोडीलाल मीणा के भतीजे और महवा के प्रधान राजेन्द्र मीणा मिडवे पर बैंसला का स्वागत भी करेंगे।अतिरिक्त बल महवा भेजा
दौसा जिला प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर काफी गंभीर है। गुर्जर समाज के जवान जो पुलिस व आरएसी मे थे, उन्हे रात को महवा भेज दिया गया है। वहीं, जिला कलेक्टर ने सभी पटवारी व तहसीलदारों को अपने गांव -ढाणी में नजर रखने के निर्देश दिए हैं। पुलिस व प्रशासन हर संभावित çस्थ्ति को लेकर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रयत्नशील हैं। खुफि या तंत्र भी पल-पल की खबर उच्चाघिकारी को दे रहा है लेकिन आज कितनी भीड होगी उसका आंकलन कर पाने की विफलता के चलते वह भी संशय में है। जिले की सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गये हैं। यहां तीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक व आधे दर्जन उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी और पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। साथ ही करीब डेढ दर्जन से अघिक पुलिस निरीक्षक नियुक्त किए गए हैं। आरएसी की छह कंपनी व करीब 550 पुलिस जवानों पर क्षेत्र की निगरानी की जिम्मेदारी होगी।
दौसा संवाददाता के अनुसार मीणा समाज ने गुर्जर आरक्षण आंदोलन का समर्थन किया है। सांसद किरोडीलाल मीणा के भतीजे और महवा के प्रधान राजेन्द्र मीणा मिडवे पर बैंसला का स्वागत भी करेंगे।अतिरिक्त बल महवा भेजा
दौसा जिला प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर काफी गंभीर है। गुर्जर समाज के जवान जो पुलिस व आरएसी मे थे, उन्हे रात को महवा भेज दिया गया है। वहीं, जिला कलेक्टर ने सभी पटवारी व तहसीलदारों को अपने गांव -ढाणी में नजर रखने के निर्देश दिए हैं। पुलिस व प्रशासन हर संभावित çस्थ्ति को लेकर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रयत्नशील हैं। खुफि या तंत्र भी पल-पल की खबर उच्चाघिकारी को दे रहा है लेकिन आज कितनी भीड होगी उसका आंकलन कर पाने की विफलता के चलते वह भी संशय में है। जिले की सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गये हैं। यहां तीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक व आधे दर्जन उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी और पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। साथ ही करीब डेढ दर्जन से अघिक पुलिस निरीक्षक नियुक्त किए गए हैं। आरएसी की छह कंपनी व करीब 550 पुलिस जवानों पर क्षेत्र की निगरानी की जिम्मेदारी होगी।
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