Thursday, January 21, 2010

अरूण चतुर्वेदी से उलझ गए

अजमेर। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता मुलाकात नहीं करने से नाराज होकर प्रदेश अध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी से ही उलझ गए। कार्यकर्ताओं की नुक्ता-चीनी से खफा चतुर्वेदी ने उन्हें अनुशासन में रहने की चेतावनी दी तो भी कार्यकर्ता नहीं मानें। नेताओं की समझाइश से कार्यकर्ता शांत हुए लेकिन नाराज अध्यक्ष उनसे मिले बिना ही निकल गए।
भाजपा अध्यक्ष चतुर्वेदी गुरूवार को अजमेर के अल्प प्रवास पर थे। उनका होटल एम्बेसी में मीडिया से मुलाकात के बाद जालौर जाने का कार्यक्रम था। मीडिया से मिलने के बाद चतुर्वेदी पास ही एक शोरूम में शहर जिला अध्यक्ष शिव शंकर हेडा तथा दूसरे नेताओं से मिले।
नेताओं से मिलने के बाद चतुर्वेदी निकलने लगे तो बाहर खडे इंतजार कर रहे दीपक जीनगर, सुरेश चारभुजा, अशोक शर्मा आदि ने कहा कि नेताओं से तो मिल लिए, कार्यकर्ताओं और जिला पदाधिकारियों से से भी मिल लो। चतुर्वेदी ने कहा कि यहां कार्यकर्ताओं से मुलाकात का कार्यक्रम नहीं था।
इस पर कार्यकर्ता भडक गए और बोले कि हमसे नहीं मिलोंगे तो पार्टी पुराने ढर्रे पर आ जाएगी। एक उत्तेजित कार्यकर्ता ने टिप्पणी की कि ऎसे तो पार्टी निपट जाएगी। टिप्पणी सुन चतुर्वेदी खफा हो गए और उन्होंने कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहने की नसीहत दी। इस पर कार्यकर्ता भी चिल्लाने लगे। माहौल गर्माते देख मौके पर मौजूद नेताओं ने कार्यकर्ताओं को शांत कराया। चतुर्वेदी भी तुरंत मौके से रवाना हो गए।
यह भी बोले कार्यकर्ता
- सत्ता में नहीं हो तो यह हाल है। सत्ता में आओंगे तो क्या करोंगे।
- आप ने बुलाया था इसलिए खडे हैं।
- अनपेक्षित नेताओं से तो मुलाकात कर ली, हम से नहीं मिल रहे हो।
कद्र करनी चाहिए
हमारा मतलब सिर्फ इतना था कि कार्यकर्ताओं की कद्र करनी चाहिए। जिला व मंडल पदाधिकारी मुलाकात के लिए अपेक्षित थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस से सभी को बाहर कर दिया और बाद में चेहरे देख कर नेताओं को अंदर भेजा जाने लगा। हम एक घंटे से ज्यादा समय से इन्तजार कर रहे थे। हमने बात रखी और अध्यक्ष बोले कि आप हमें राजनीति सिखाओंगे क्या।
- दीपक जीनगर, पार्षद व जिला मंत्री
छोटी सी बात
छोटी सी बात है। कार्यकर्ताओं ने उत्तेजना में कह दिया। ऎसी जगहों पर विवेक का इस्तेमाल कर बात करनी चाहिए।
- अरूण चतुर्वेदी, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा



No comments: