खुद को मराठियों का सबसे बड़ा हितैषी साबित करने में जुटे राज ठाकरे ने एक और शगूफा छोड़ा है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना(एमएनएस) के प्रमुख राज ने कहा कि महाराष्ट्र में नौकरी केवल उन्हीं लोगों को दो जो इस राज्य में जन्मे हैं। अपनी पार्टी की एक बैठक में राज ठाकरे ने कहा, 'मराठी भाषा बोलना, लिखना और पढ़ना आने से ही केवल काम नहीं चलेगा। मुंबई में उसे ही नौकरी दी जानी चाहिए जो इस राज्य में जन्मे हैं।' इसके साथ ही राज ने पार्टी के उन सदस्यों की आलोचना की, जिन्होंने पिछले सप्ताह उत्तर भारतीय टैक्सी ड्राइवरों को मराठी सिखाने के लिए किताबें बांटी थीं। उन्होंने कहा, 'आप खुद ही सोचिये आप किस प्रकार का विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आप से किसने कहा था मराठी की शिक्षा देने को।' गौरतलब है कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की परिवहन इकाई ने पिछले सप्ताह मराठी भाषा सिखाने के लिए टैक्सी ड्राइवरों के बीच किताबें बांटते हुए उन्हें 40 दिन का समय दिया था और कहा था इस दौरान इस भाषा को सीखने में असफल रहने वालों का यहां से टिकट कटवा दिया जाएगा। राज ने कहा कि वह आगामी 13 फरवरी से राज्यभर का दौरा करेंगे। इस दौरे के बाद पार्टी के सदस्य बनाने का अभियान शुरू किया जाएगा।
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