कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दिशा-निर्देशों के बाद बुधवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी अपने मंत्रियों को सांसदों से मिलने के निर्देश जारी करने पडे। प्रधानमंत्री ने मंत्रियों को लिखे पत्र में कहा है कि वे सांसदों से मिलने के लिए आसानी से सुलभ रहें। दरअसल कांग्रेस के कई सांसदों की बराबर शिकायत थी कि मंत्री मिलते ही नहीं हंै। कई बार दफ्तरों व घरो के चक्कर काटने के बाद भी मिलने से इनकार कर देते हैं। केबिनेट मंत्रियों के साथ राज्य मंत्री तक भी सांसदों से मिलने में आनाकानी करते थे।
इस बारे में कई सांसदों ने कांग्रेस अध्यक्ष से शिकायत भी की थी। कांग्रेस अध्यक्ष समय-समय पर मंत्रियों को आमजन के साथ सांसदों से मिल जन समस्या सुनने का निर्देश दे चुकी हैं। इसके बाद भी मंत्री नहीं मिलते थे। कम मिलने वाले मंत्रियों में पी चिदम्बरम, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, अजय माकन, शरद पवार, सुशील कुमार शिंदे, दयानिघि मारन, पृथ्वीराज चव्हाण, प्रफुल्ल पटेल आदि के नाम चर्चा में रहे हैं।
राज्यसभा के मंत्रियों को लेकर ज्यादा शिकायतें हैं। सांसदों के आरोप हैं कि मंत्री भी अपने-अपने क्षेत्रों के लोगों से मिलने में रूचि रखते हैं। मंत्रियों के नहीं मिलने की शिकायत नई बात नहीं है। सांसद समय-समय पर कांग्रेस अध्यक्ष के साथ-साथ प्रधानमंत्री से भी अपनी शिकायत रखते रहे। लोकसभा से चुनकर आने वाले सांसद खासे नाराज बताए जाते हैं। सांसदों की नाराजगी इस बात को लेकर है कि मंत्री कार्यालय में होने के बाद भी नहीं मिलते हैं।
Wednesday, February 17, 2010
सांसदों के लिए सुलभ रहें मंत्री
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment