Tuesday, February 9, 2010

''विजय पथ पर चलेगी भाजपा''

भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने मंगलवार को इस पद पर औपचारिक रूप से निर्वाचित होने के बाद उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में पार्टी चुनावों में भी सफलता प्राप्त करेगी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पसंद के चलते लगभग सवा महीने पहले ही अध्यक्ष पद पर नियुक्त किए जा चुके गड़करी को आज यहां पार्टी मुख्यालय में भाजपा के विधान के अनुरूप निर्वाचित किया गया। उनके नाम का प्रस्ताव वरिष्ठ नेता लाककृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज, अरूण जेटली, राजनाथ सिंह, एम वेंकैया नायडू, गोपीनाथ मुंडे, अनंत कुमार, यशवंत सिन्हा सहित अनेक नेताओं ने किया। अध्यक्ष पद के लिए गडकरी के पक्ष में 14 राज्यों इकाइयों से 19 प्रस्ताव पेश किए गए थे। संगठनात्मक चुनाव के प्रमुख थावर चंद गहलोत ने उनके निर्वाचन की औपचारिक घोषणा की। निर्वाचन के तुरंत बाद गडकरी ने कहा कि यह बड़ी जिम्मेदारी है। आने वाले समय में भाजपा चुनावों में भी जीत हासिल करेगी और देश के भाग्यविधाता के रूप में भी उभरेगी। आज के निर्वाचन के बाद अब इंदौर में 17 फरवरी से होने जा रही पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में इस पद पर उनके निर्वाचन का अनुमोदन किए जाने की अंतिम प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इस अवसर पर गडकरी ने भाजपा को अन्य दलों से अलग स्थापित करने का प्रण करते हुए परोक्ष रूप से कांग्रेस के नेहरू गांधी नेतृत्व पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मेरे ना पिताजी प्रधानमंत्री रहे, ना ही मेरे नाना या नानी। मेरे परिवार का कोई भी व्यक्ति प्रधानमंत्री नहीं बना लेकिन मेरी पार्टी ने पोस्टर चिपकाने से काम शुरू करने वाले कार्यकर्ता को आज अध्यक्ष बनाया है। चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने के पार्टी के प्रयासों को गंभीरता से लेते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उनकी कोशिश होगी कि अगले तीन वर्षों में पार्टी के वोट प्रतिशत में कम से कम 10 फीसदी की वृद्धि हो। गडकरी ने कहा, यह बड़ी जिम्मेदारी है जिसे वह टीम भावना और पार्टी के वरिष्ठ लोगों से चर्चा के माध्यम से निभाएंगे। उन्होंने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी और अटल बिहारी वाजपेयी उनके मार्गदर्शक होंगे। इस अवसर पर आडवाणी ने गडकरी को बधाई देने के अलावा और कुछ कहने से यह कह कर इनकार कर दिया कि उन्हें जो कहना है वह इंदौर की बैठक में कहेंगे। बाद में गडकरी ने कहा कि इंदौर की राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक दिलचस्प होगी। भाजपा के नौवें अध्यक्ष हैं गडकरी भाजपा के गठन के बाद से गडकरी उसके नौवें अध्यक्ष हैं। भाजपा के गठन पर अटल बिहारी वाजपेयी 1980 से 86 तक उसके पहले अध्यक्ष बने। उनके बाद लालकृष्ण आडवाणी 1990 तक इसके अध्यक्ष बने। आडवाणी सबसे अधिक समय तक पार्टी के इस शीर्ष पद पर रहे। वह 1992 से 98 और बाद में 2004 से 05 तक भी इस पद पर आसीन हुए।इस बीच १९९८ से २००० तक कुशाभऊ ठाकरे, २००० से २००१ तक बंगारू लक्ष्मण, २००१ से २००२ तक के. जनाकृष्णामूर्ति, २००२ से २००४ तक एम वेंकैया नायडू, और २००५ से २००९ तक राजनाथ सिंह इस पद पर रहे।

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