Sunday, December 13, 2009

सांसद से धक्का-मुक्की

सलूम्बर नगरपालिका को ग्राम पंचायत बनाने के राज्य सरकार के प्रस्ताव के विरोध में रविवार को तीसरे दिन भी आन्दोलन जारी रहा। नगरवासियों ने चुंगीनाका पर जाम लगाकर किसी भी वाहन को वहां से गुजरने नहीं दिया। प्रशासन ने रोडवेज बसों को जयसमन्द व झल्लारा बाइपास से गुजारा गया। चक्काजाम स्थल पर समझाइश करने पहुंचे सांसद रघुवीर मीणा के साथ आंदोलनकारियों ने धक्का-मुक्की कर दी, जिस पर पुलिस उपाधीक्षक ने डण्डा चला कर स्थिति को सम्भाला।
अपराह्न दो बजे मुख्यमंत्री से इस मसले पर वार्ता का आश्वासन मिलने पर जाम खोला गया। सुबह 11 बजे समझाइश के लिए सांसद रघुवीर सिंह मीणा को घेर कर आक्रोशित नगरवासियों ने जमकर नारे लगाए। बाद में सांसद ने नगरवासियों को सम्बोधित करते हुए लोगों को धैर्य रखने की सलाह दी। भाषण देकर जैसे ही सांसद मंच से नीचे उतरे आक्रोशित भीड ने घेराव कर धक्का-मुक्की कर दी।
...तो दर्द मुझे भी होगासांसद मीणा ने चुंगी नाका पर हुई सभा में कहा कि अगर अपनों के पैर में कांटा चुभेगा तो सबसे पहले दर्द मुझे होगा। हम नगरपालिका सलूम्बर को कभी ग्राम पंचायत स्वीकार नहीं करेंगे। यह नगरपालिका 1955 से गठित हुई, जो व्यवस्थित रूप से कार्य कर रही है।
जिम्मेदारी मुझे सौंपेसांसद ने कहा कि ऎसे फैसलों पर जनाक्रोश स्वाभाविक है। विरोध दर्ज कराने की जिम्मेदारी मुझे सौंप कर जाम खोल दें। हमें दलगत राजनीतिक से ऊपर उठ कर सलूम्बर के विकास मे सोच रखनी होगी।
जारी रहेगा आन्दोलनसभा में आश्वासन के बावजूद संघर्ष समिति ने इस संबंध में सकारात्मक फैसला होने तक आन्दोलन जारी रखने का निर्णय किया है। बासंवाडा गए प्रतिनिधि मण्डल में देहात जिलाध्यक्ष कांग्रेस छगनलाल जैन और संघर्ष समिç के हीरालाल तोरावत, जगदीश भण्डारी, सत्यनारायण तरूण, धर्मेन्द्र शर्मा, यशवन्त दोशी, सुभाष पूर्बिया, दिनेश मालवीय और लक्ष्मीकान्त शर्मा शामिल थे।
जनता चाहेगी वही होगा

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