Sunday, December 6, 2009

लालू और ममता गायब रहेंगे बहस से

लिब्रहान आयोग की रिपोर्ट को सदन पटल पर रखने की मांग को सियासी-औजार के रूप में बार-बार इस्तेमाल करने वाले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और रेलमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को इस पर बहस के दौरान सदन में नहीं रहेंगे। ममता ने जहां रेलवे के पूर्व नियोजित कार्यक्रम के बहाने बेंगलुरू में रहने का कार्यक्रम बनाया है, वहीं लालू प्रसाद को झारखंड विधानसभा चुनाव में वोटरों से रू-ब-रू हो रहे होंगे।

आगामी 8 दिसंबर को सूबे में तीसरे चरण के चुनाव होने हैं। मुस्लिम-यादव समीकरण पर बिहार में १५ साल राज करने वाले लालू प्रसाद पर लोगों की निगाहें टिकी थीं, लेकिन राजद संसदीय दल के मुख्य सचेतक जगदानंद ने दैनिक भास्कर से साफ कर दिया कि वे नहीं आ सकते। मजे की बात ये है कि राजद की ओर से इस मुद्दे पर कौन पहल करेगा, इसकी सूचना लोकसभा सचिवालय को नहीं दी गई है।

पहले वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह को रिपोर्ट पर बोलना था लेकिन वे भी झारखंड चुनाव में उलझे रहने के कारण रविवार देर रात दिल्ली नहीं पहुंच सके। जगदानंद सिंह ने साफ किया कि रघुवंश बाबू की अनुपस्थिति में वे बहस का हिस्सा बन सकते हैं।

तृणमूल कांग्रेस की ओर से बहस में भाग लेने के लिए केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री सुल्तान अहमद ने लोकसभा स्पीकर से विशेष अनुमति मांगी है। संवैधानिक पद पर रहने के कारण पार्टी की ओर मुख्य सचेतक सुदीप बंदोपाध्याय ने सुल्तान को वक्ता बनाने के लिए स्पीकर मीरा कुमार को लिखा है। सुदीप ने बताया कि तृणमूल की ओर से कल्याण बनर्जी और सुल्तान अहमद ही बहस-मुबाहिसों में हिस्सा लेंगे।

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