Wednesday, December 9, 2009

तेलंगाना क्षेत्र के लोगों का संघर्ष आखिरकार रंग लाया

नई दिल्ली। आन्ध्र प्रदेश से अलग पहचान के लिए तेलंगाना क्षेत्र के लोगों का करीब 40 साल से जारी संघर्ष आखिरकार रंग लाया। बुधवार देर शाम कांग्र्रेस कोर कमेटी की बैठक के बाद केन्द्रीय गृहमंत्री पी. चिदम्बरम ने पृथक तेलंगाना राज्य के गठन की प्रक्रिया शुरू किए जाने का ऎलान किया। गृह मंत्री ने बताया कि केन्द्र आन्ध्र के मुख्यमंत्री के. रोसैया से राज्य विधानसभा में पृथक तेलंगाना राज्य के लिए संकल्प पेश करने का आग्र्रह किया है। गठन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद तेलंगाना देश का 29वां राज्य होगा। चिदम्बरम ने बताया कि अलग राज्य के लिए आन्दोलन कर रहे लोगों पर दर्ज मामले समाप्त भी किए जाएंगे।
समझा जाता है कि रोसैया ने बुधवार दोपहर में कांग्र्रेस प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात करके तेलंगाना राज्य की घोषणा किए जाने के लिए दबाव डाला था। इसके बाद कांग्र्रेस कोर कमेटी की बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अन्य केंद्रीय मंत्रियों से विचार-विमर्श किया।
राव ने तोडा अनशनप्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रूस यात्रा से लौटते ही कई दिनों से सुलग रहे इस मामले में दखल देकर निर्णय प्रक्रिया की शुरूआत की। डॉ. सिंह ने केसीआर के स्वास्थ्य की जानकारी ली। आमरण अनशन के 11वें दिन टीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने पहले इन्ट्रावीनस के जरिए दवा लेने पर सहमति दे दी। बाद में देर रात उन्होंने अनशन समाप्त करने की घोषणा की।
बस पांच कदम बाकी1. मुख्यमंत्री के. रोसैया विधानसभा में पृथक राज्य का प्रस्ताव पेश करेंगे।2. यहां प्रस्ताव पारित होने के बाद इसे विधानपरिषद में पारित कराया जाएगा।3.राज्य विधानमण्डल में पारित संकल्प मंजूरी के लिए केन्द्र के पास जाएगा।4. केन्द्र सरकार पृथक राज्य के संकल्प को संसद में पारित कराएगी।5. संसद की मंजूरी के बाद राष्ट्रपति के दस्तखत होते ही पृथक तेलंगाना राज्य बन जाएगा।

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