Tuesday, December 15, 2009

जगन के कदम से कांग्रेस हैरान

तेलंगाना के मुद्दे पर आंध्र प्रदेश की राजनीति की दलीय सीमाएं टूट गईं हैं। सबसे बड़ा झटका कांग्रेस को लगा है। मंगलवार को लोकसभा में कांग्रेस के सांसदों ने तेलंगाना का विरोध कर रहे टीडीपी सांसदों के साथ मिलकर हंगामा करने से कांग्रेस में हड़कंप मच गया। खास बात यह थी कि विदोही कांग्रेसी सांसदों का नेतृत्व आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाइएसआर रेड्डी के बेटे जगन मोहन रेड्डी कर रहे थे। इस पर तुरंत प्रतिक्रिया हुई। तेलंगाना क्षेत्र के कांग्रेस सांसदों ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता ए. के. एंटनी से मिलकर जगन के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की। गौरतलब है कि वाइएसआर के आकस्मिक निधन के बाद जगन समर्थकों ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का जोरदार अभियान चलाया था। लेकिन हाई कमान को यह बहुत नागवार गुजरा। नतीजे में रौसेया के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर जमने का मौका मिल गया। लोकसभा में शून्यकाल में टीडीपी के सदस्यों ने अलग तेलंगाना का जोरदार विरोध किया। टीडीपी के सदस्य हाथों में विरोध के परचे लहराते हुए अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए। उसी समय अचानक सत्ता पक्ष की बेंच से उठकर जगन भी आसन के सामने आ गए। हैरान कांग्रेस के सदस्य जब तक कुछ समझ पाते, तब तक जगन ने टीडीपी सदस्यों से हाथ मिलाया।
कांग्रेस के सीनियर सदस्यों द्वारा जगन को वापस लौटने का इशारा करने के बाद वह अनमने भाव से लौटे। लेकिन कुछ ही देर बाद वह वापस फिर आसन के सामने आकर टीडीपी सदस्यों के साथ खड़े हो गए। इतना ही नहीं, उन्होंने टीडीपी के एक सदस्य के हाथ से 'वी वॉन्ट युनाइटेड आंध्र' का परचा लेकर उसे लहराना भी शुरू कर दिया। विपक्षी बेंचों में इससे खुशी की लहर दौड़ गई लेकिन कांग्रेस के लिए शर्मनाक स्थिति पैदा हो गई। जगन समर्थक कई कांग्रेसी सांसद भी उनके साथ आ मिले। दूसरी तरफ, तेलंगाना के कांग्रेसी सांसद अलग तेलंगाना के पक्ष में नारे लगाने लगे। कांग्रेस के सीनियर सांसद असमंजस में पड़ गए। संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल ने दोनों पक्ष के कांग्रेसी सांसदों को समझाने की असफल कोशिश की। अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी शांत करने की कोशिश की मगर थोड़ी देर के लिए कार्यवाही स्थगित करना पड़ी। जिस समय कांग्रेस के सदस्यों का यह हंगामा शुरू हुआ, उससे थोड़ी देर पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सदन से उठकर गईं थीं। बाद में उन्हें घटना की पूरी जानकारी दी गई। इस घटना के बाद जगन मोहन रेड्डी ने तेलंगाना के मुद्दे पर अपना मौन तोड़ते हुए कहा कि मैं अखंड आंध्र प्रदेश के पक्ष में हूं। राज्य की मौजूदा हालत के लिए उन्होंने टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू को जिम्मेदार ठहराया। सदन की घटना के बारे में उन्होंने कहा कि टीडीपी को अकेले आंध्र का मुद्दा उठाने का श्रेय न मिले, इसलिए मुझे आंध्र के समर्थन में खड़ा होना पड़ा।

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