भारतीय जनता पार्टी की अजमेर इकाई में दंगल की तैयारी शुरू हो गई है। रविवार को संगठन के अजमेर जिला चुनाव प्रभारी अजमेर आए। प्रभारी के आने की सूचना विधायक तक को ऐन मौके पर मिली। उधर पार्टी अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा जिला प्रभारी का इंतजार करने के बाद घर चले गए। बाद में प्रभारी ने हेड़ा से उनके घर जाकर चर्चा की। भाजपा में संगठन चुनाव जल्द होने हैं। इस बार बड़ा परिवर्तन यह है कि सबसे निचली इकाई बूथ स्तर पर होगी। अब तक वार्ड इकाई सबसे नीचे होती थी। इसी की जानकारी देने और पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं आदि से विचार विमर्श के लिए चुनाव प्रभारी सुरेन्द्र पारीक रविवार को अजमेर आए थे। उन्होंने अपने कार्यक्रम की जानकारी दो दिन पहले शहर अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा को दे दी थी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक हेड़ा ने दोपहर एक से डेढ़ बजे तक का समय कुछ गिने चुने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को ही बताया। नतीजतन बैठक स्थल अग्रवाल स्कूल में हेड़ा समर्थक ही पहुंच पाए। लेकिन पारीक समय पर नहीं पहुंचे तो हेड़ा अग्रवाल स्कूल से चले गए। पारीक तीन बजे बाद पहुंचे। बताया जाता है कि पारीक के आने की जानकारी विधायक वासुदेव देवनानी सहित कई नेताओं को रविवार की दोपहर को ही हेड़ा से मिली। पारीक से मिलने वासुदेव देवनानी, विधायक अनिता भदेल, नगर निगम के महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, नगर सुधार न्यास के पूर्व सदर धर्मेश जैन, संगठन के महामंत्री कैलाश कच्छावा, तुलसी सोनी, उपाध्यक्ष सुरेश चारभुजा, सुरेश दवे, मंत्री दीपक जीनगर, रमेश शर्मा, मनोज जैन, महिला मोर्चा की डॉ. कमला गोखरू, सरोज देवी जाटव सहित कई पदाधिकारी और प्रमुख नेता पहुंचे। बैठक के बाद सुरेन्द्र पारीक शिवशंकर हेड़ा के घर पहुंचे और उनसे वार्ता के बाद जयपुर रवाना हो गए। पारीक मंडल चुनाव प्रभारियों आदि की घोषणा जल्द ही करेंगे।हेड़ा इस बार लाइन में नहींशिवशंकर हेड़ा इस बार अध्यक्ष पद की दौड़ में नहीं रह पाएंगे। पार्टी के नए संविधान के मुताबिक अब तीन साल के लिए एक ही बार अध्यक्ष रहा जा सकता है। एक बड़ा परिवर्तन यह है कि इस बार सबसे निचली इकाई बूथ स्तर की होगी। इसमें कम से कम 50 सदस्य होने जरूरी हैं। बूथ इकाइयों से वार्ड इकाई बनेगी और वार्ड से मंडल इकाई। मंडल चुनाव प्रभारियों की घोषणा जल्द होगी। इसी पर बहुत कुछ निर्भर करेगा कि अगला अध्यक्ष कौन या किस गुट का बनेगा।दो दिन पूर्व सुरेन्द्र पारीक ने अजमेर आने का कार्यक्रम बताया था। सभी को सूचित कर दिया गया था। उन्हें अजमेर आने में देरी हो गई। मैंने दोपहर में मिलने के लिए किसी को समय दे रखा था, लिहाजा सुरेन्द्र पारीक से बात कर मैं चला गया। बाद में पारीक मेरे घर आए और संगठन चुनाव की चर्चा की।
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