भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विधायक राजसमंद किरण माहेश्वरी ने कहा कि राज्य में सत्तारूढ कांग्रेस सरकार संकीर्ण मानसिकता एवं क्षुद्र मनोवृति से ग्रस्त है। यह वसुंधरा राजे सरकार द्वारा प्रारंभ किए गए जनहितकारी विकास कार्यो को रोक कर जनता के साथ अत्याचार कर रही है। राष्ट्रीय अध्यक्ष माहेश्वरी मंगलवार को पत्रकार वार्ता में यह बात कही।उन्होंने कहा कि राजसमंद का दुग्ध संयंत्र भी इसी मानसिकता की भेंट चढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि राजसमंद में तीन करोड 75 लाख रुपए के परिव्यय पर दुग्ध संयंत्र परियोजना वसुंधरा राजे सरकार ने स्वीकृत की थी। केरोट गांव में दस बीघा भूखण्ड पर इस परियोजना का अधिकांश कार्य हो चुका है। ऐसे में नये स्थान पर नया संयत्र बनाना अव्यावहारिक है। उन्होंने कहा कि सयंत्र के लिए वैकल्पिक योजना का बहाना बनाकर राज्य सरकार जिले में दूध उत्पादन सयंत्र बंद करने का षडयंत्र रच रही है। उन्होंने कहा कि राजसमंद झील में जल आवक काएक मात्र स्रोत गोमती नदी है। अल्प वृष्टि एवं जल आवक क्षेत्रों में छोटे-छोटे बांधों के निर्माण के कारण पर्याप्त जल इस माध्यम से नहीं आ पा रहा है। राजसमंद झील को भरे रखने का एकमात्र विकल्प देवास परियोजना से पानी लाना है। उन्होंने बताया कि देवास के तृतीय व चतुर्थ चरणों में बने बांधों से पानी की सुरंग बना कर चिकलवास फीडर के माध्यम से राजसमंद झील में पानी लाया जा सकता है। वसुंधरा राजे सरकार ने इस योजना को आगे बढ़ाया था लेकिन सरकार इस योजना का पानी चित्तौडगढ़ ले जाने का षडयंत्र कर रही है। उन्होंने कहा कि गुरू गोवलकर सहभागिता योजना को राज्य सरकार ने मृत प्राय कर दिया है। सहभागिता के रूप में जनता का करोडों रूपया अंशदान सरकार के पास जमा है।माहेश्वरी ने कहा कि बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए माध्यमिक स्तर पर साईकिल का वितरण भी नहीं हो पाया है। यह बालिका शिक्षा के प्रति संवेदनहीनता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि राजसमंद नगर में पेयजल की सूचारू आपूर्ति एक बड़ी समस्या है। इसके समाधान के लिए वसुंधरा राजे सरकार ने नगरीय विकास एवं उन्नयन योजना में डेढ़ करोड रुपयों की महत्ती योजना स्वीकृत की थी लेकिन राज्य सरकार ने इसे भी ठण्डे बस्ते में डाल दिया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष हरिओम सिंह राठौड़, जिला महामंत्री महेश पालीवाल, नगरपालिका चैयरमेन अशोक रांका, उपाध्यक्ष सत्यप्रकाश काबरा, ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष श्रीकृष्ण पालीवाल भी उपस्थित थे।
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