Monday, November 23, 2009

लिबरहान लीकेजः आज स्ट्रैटिजी तय करेगी बीजेपी

बीजेपी ने आरोप ल गाया है कि मीडिया में लिबरहान रिपोर्ट की सिलेक्टिव लीकेज राजनीति से प्रेरित है। इसका मकसद विपक्ष की एकता को तोड़ना और झारखंड चुनावों में राजनीतिक लाभ लेना है। सरकार इस रिपोर्ट पर संसद में संपूर्ण चर्चा से बचना चाह रही है, लेकिन बीजेपी के पास तथ्य हैं जिनसे सरकार को घेरा जाएगा। मंगलवार को होने वाली संसदीय बोर्ड की बैठक में बीजेपी अपनी रणनीति तय करेगी। लोकसभा में बीजेपी की उपनेता सुषमा स्वराज ने संकेत दिया कि गृह मंत्री के खिलाफ पार्टी विशेषाधिकार का नोटिस भी दे सकती है। स्वराज ने आरोप लगाया कि आयोग ने रिपोर्ट में तत्कालीन नरसिंह सरकार पर भी उंगली उठाई है, इसलिए सरकार आयोग की पूरी रिपोर्ट संसद में पेश करने से कतरा रही है। गन्ना कीमतों पर विपक्ष की एकता को तोड़ने और संसद में मधु कोड़ा व टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले से देश का ध्यान बंटाने की कोशिश है। ये ऐसे मुद्दे हैं जिन्हें संसद में विपक्ष उठाने की योजना बना रहा है। यह झारखंड चुनावों में भी राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश है। उपनेता ने कहा कि रिपोर्ट की दो कॉपी में से एक जस्टिस लिबरहान के पास है और दूसरी गृह मंत्रालय के पास। सरकार ने यदि स्पष्ट नहीं किया कि रिपोर्ट कैसे लीक हुई, तो बीजेपी सीधे यह आरोप लगाएगी कि गृह मंत्रालय ने लीक की है। चिदंबरम इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताकर जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। यह संसद की अवमानना है। यदि रिपोर्ट लीक नहीं होती तो बीजेपी समयसीमा से पहले रिपोर्ट पेश किए जाने पर जोर नहीं देती। क्या बीजेपी रिपोर्ट की अंग्रेजी कॉपी संसद में पेश किए जाने से संतुष्ट हो सकती है? सुषमा ने पिछली रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कहा कि पहले भी आयोगों की रिपोर्ट अंग्रेजी में सरकार ने पेश की है, लेकिन उनकी हिंदी कॉपी कुछ समय बाद जरूर पेश की जाती रही है। सरकार यदि यह आश्वासन दे कि कितने समय में हिंदी कॉपी संसद में पेश की जाएगी तो कार्यवाही रिपोर्ट के साथ आयोग की रिपोर्ट की अंग्रेजी कॉपी पेश किए जाने भर से बीजेपी संतुष्ट हो सकती है, लेकिन हिंदी कॉपी पेश किए जाने की समयसीमा लोकसभा अध्यक्ष तय करें। सुषमा ने रिपोर्ट में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम शामिल किए जाने पर अचरज जताया और कहा कि वाजपेयी को समन तक नहीं किया गया। रिपोर्ट पर बीजेपी के रुख का खुलासा करने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि संसद में रिपोर्ट पेश होने के बाद ही हम कुछ कहेंगे।

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