Saturday, November 15, 2008

सर्वश्रेष्ठ विधायक विधानसभा के लिए लायक नहीं

राज्य के विधानसभा अध्यक्ष रहे विधायक शांतिलाल चपलोत को भाजपा हाईकमान ने इस लायक नहीं समझा कि उन्हें पुनः मैदान में उतारा जाए। राजनीतिक इतिहास में यह पहला अवसर है कि सर्वश्रेष्ठ विधायक को इस लायक भी नहीं समझा गया कि वे दोबारा विधानसभा की दहलीज पर कदम रख सकें। उदयपुर जिले की राजनीति के शिकार हुए शांतिलाल चपलोत वस्तुतः न तो कटारिया गुट से संबंद्ध रहे और न ही उन्होंने किरण माहेश्वरी के गुट को ही स्वीकारा। वे पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत के प्रति निष्ठावान रहे। परिणामतः उनका नाम जहां पहली सूची में आना था, वहीं अंतिम सूची में भी सम्मिलित नहीं हो पाया। भाजपा कार्यकर्ताओं में चपलोत को नजरअंदाज किए जाने को लेकर भारी आक्रोश है, अब लगभग तय हो चला है कि कांग्रेस प्रत्याशी पुष्करलाल डांगी रिकार्ड मतों से अपनी विजय पताका फहराएंगे। भाजपा ने चपलोत के टिकट काटने के पीछे कोई सीधा कारण तो नहीं बताया, पर ऐसा माना जा रहा है कि राजनीति के चाणक्य माने जाने वाले गुलाबचंद कटारिया ने एक तीर से दो शिकार किए है। पहला उनके प्रतिद्वंद्वी रहे धर्मनारायण जोशी को मावली में ले जाकर मावली के मैदान में उतार दिया, जिन्हें मावली की पंचायतों के नाम तक ज्ञात नहीं है। वहीं सांसद किरण माहेश्वरी को राजसमंद से टिकट दिलाया गया है, जो ब्राह्मण बाहुल्य विधानसभा क्षेत्र है। दोनों ही सीटों से भाजपा प्रत्याशियों का जीत पाना मुश्किल अंतर्कलह के रहते प्रतीत होता है। भाजपा सूत्रों का मानना है कि आलाकमान यदि टिकट वितरण में संशोधन कर चपलोत को पुनः प्रत्याशी बनाती है तो कम से कम दो सीटों का फायदा भाजपा का हो सकता है। मावली विधानसभा के लिए धर्मनारायण जोशी को टिकिट मिलने के साथ ही क्षेत्र में असंतोष के स्वर सुनाई देने लगे है। मावली विधायक शांतिलाल चपलोत का टिकिट काट जोशी को भाजपा प्रत्याशी बनाए जाने से असंतुष्ट फतहनगर सनवाड़ मण्डल के पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार का वरिष्ठ भाजपा नेता मदन अग्रवाल के निवास पर एक बैठक कर कड़ा रोष जताते हुए कहा कि प्रदेशाध्यक्ष ओम माथुर ने अपने दोस्त को तोहफा देने के लिए सर्वश्रेष्ठ विधायक, कार्यकर्ताओं व मण्डल पदाधिकारियों की भावना की बली दे दी।

3 comments:

शोभा said...

अच्छा लिखा है. ब्लॉग जगत मैं आपका स्वागत है.

Prakash Badal said...

लिखते रहें, जब भी नई पोस्ट डालें मुझे सूचित ज़रूर करें मैं पढ़ना चाहूंगा बधाई।

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

aise logo ki jarurat nahin , jarurat hai chapluson kee.
narayan narayan