किसी भी राष्ट्र के संपूर्ण विकास की दृष्टि से प्राथमिक स्वास्थ्य, निवेश, प्राथमिक शिक्षा एवं आधारभूत संरचना मुख्य आधार बिन्दु हैं। इन्हें के आधार पर राष्ट्र की संपूर्ण आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक एवं विकासात्मक स्थिति का आकलन किया जा सकता है। इस दृष्टि से यदि देखा जाए तो पिछले पांच वर्षों में राजस्थान की स्थिति बद से बदतर ही हुई है। यह बात आज यहां लक्ष्मीविलास होटल में आयोजित प्रेसवार्ता में केन्द्रीय वित्तमंत्री पी. चिदम्बरम ने कही।चिदम्बरम ने बताया कि देश के 20 बड़े राज्यों की सन् 2004 में प्राथमिक स्वास्थ्य, निवेश, प्राथमिक शिक्षा एवं आधारभूत संरचना में राजस्थान का स्थान क्रमश: 12, 15, 16 एवं 12 वें स्थान पर था। यही स्थिति वर्तमान 2008 में यूं कि यूं बनी हुई है। इस दृष्टि से राजस्थान ने गत पांच वर्षों में अपनी ओर से किंचित मात्र भी उपलब्धि का आंकड़ा नहीं जोड़ा। उन्होंने कहा कि इससे भी बदतर स्थिति यह रही कि वसुन्धरा के राज्य में कानून व्यवस्था चौथे से छठे स्थान पर,उपभोक्ता बाजार की स्थिति ग्याहरवें से गिरकर बारहवें स्थान पर, कृषि की स्थिति नवें से गिरकर 12वें स्थान पर तथा संपूर्ण अर्थव्यवस्था का आंकड़ा 12वें से लुढ़ककर 15वें स्थान पर जा पहुंचा। वित्तमंत्री ने स्पष्ट किया कि इन आंकड़ों से पता चलता है कि राजस्थान में भाजपा सरकार सही रूप से कार्य करने में सफल नहीं रही जबकि कांग्रेस इस दृष्टि से अधिक सक्षम पार्टी है। मुम्बई पर हुए आतंकी हमले के बारे में उन्होंने कहा कि इस हमले से भारतीय अर्थव्यवस्था एवं पर्यटन व्यवसाय पर तात्कालिक प्रभाव देखने को मिलेगा लेकिन इसके दूरगामी परिणाम हाथ नहीं लगेंगे। इससे अर्थव्यवस्था की गति में कमी अवश्य आई है लेकिन हम मंदी के दौर में नहीं हैं। भारतीय बैंक सौ प्रतिशत सुरक्षित हैं।उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय मंत्री पी. चिदम्बरम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर आज प्रात: उदयपुर पहुंचे। सर्वपथम उन्होंने कांग्रेस के चुनावी रथ को हरी झंडी दिखाई तत्पश्चात बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ को संबोधित किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षा डॉ. गिरिजा व्यास भी उपस्थित थीं।
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