Thursday, January 15, 2009

वसुंधरा राजे की राजनैतिक बलि

भैरोसिंह शेखावत को मनाने की भी कोशिशें चल रही है और भाजपा नेताओं का एक बड़ा वर्ग यह मन भी बना चुका है कि शेखावत को प्रसन्न करने के लिए भूतपूर्व मुख्यमंत्री और प्रतिपक्ष के नेता वसुंधरा राजे की राजनैतिक बलि चढ़ा दी जाए।राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने पहले ही वसुंधरा के खिलाफ सैकड़ों करोड़ रूपए के आर्थिक घोटाले में आपराधिक मामला दर्ज करने का आदेश दे दिया है। यह आदेश इस संबंध में शेखावत द्वारा लिखे गए पत्र के बाद ही दिया गया। अगर शेखावत वसुंधरा राजे की बलि चढ़ने के बाद खामोश हो जाते हैं और लालकृष्ण आडवाणी के लिए कोई खतरा नहीं बनते तो पार्टी उन्हें औपचारिक रूप से अपना मार्गदर्शक बनाने के लिए तैयार है।इसी चक्कर में भैरोसिंह शेखावत की राजनीतिक मुहिम की टोह लेने में राजनीति के कई दिग्गज लग गए हैं। भाजपा के कई नए पुराने धाकड़ नेता उनसे दुआ-सलाम के बहाने संपर्क साध रहे हैं। सक्रिय राजनीति में शेखावत की वापसी दूरगामी राजनीतिक परिणाम के संकेत दे रहे हैं। पूर्व उप राष्ट्रपति की इस मुहिम का दायरा सिर्फ वसुंधरा तक है या फिर आगे यह पता लगाने के लिए भाजपा नेता सिर खपा रहे हैं। इसी सिलसिले में भाजपा उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा और वाजपेयी के दत्तक दामाद रंजन भट्टाचार्य शेखावत से मिले।भाजपा से अलग-थलग किए गए नेता अपनी ताकत को शेखावत से जोड़ कर भाजपा और आडवाणी के खास लोगों को चुनौती देना चाह रहे हैं। भाजपा के थिंक टैंक रहे गोविंदाचार्य इसी सिलसिले में शेखावत से मिले। सूत्रों का कहना है कि पिछले दो दिनों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल, भाजपा की फायर ब्रांड नेता उमा भारती, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी ने फोन पर शेखावत से बातचीत की है। भाजपा से नाराज चल रहे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह दिल्ली आए लेकिन शेखावत से कोई बातचीत नहीं की।अलबत्ता उन्होंने शेखावत की बातों का समर्थन कर अपनी मंशा का इजहार जरूर किया। जेडीयू नेता दिग्विजय सिंह, भाजपा में अलग-थलग पड़े मदन लाल खुराना, लोक सभा के पूर्व अध्यक्ष पीएस संगमा ने भी शेखावत से बात की है। शेखावत के नजदीकियों का कहना है कि दक्षिण भारत से भी विभिन्ना पार्टियों के नेताओं ने फोन पर शेखावत से बातचीत की है लेकिन नाम का खुलासा नहीं किया गया है। माना जा रहा है कि टीडीपी, एआईएडीएमके के कुछ नेताओं ने फोन पर शेखावत से बातचीत की है।

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