Thursday, January 29, 2009

राष्ट्रीय स्तर पर न तो कोई गठबंधन होगा और न साझा घोषणापत्र : सप्रंग

केंद्र में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (सप्रंग) सरकार का नेतृत्व कर रही कांग्रेस ने आज साफ किया कि वह अगले लोकसभा चुनाव में अपने सहयोगी दलों के साथ राज्य स्तर पर तालमेल करेगी लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर न तो कोई गठबंधन होगा और न साझा घोषणापत्र।पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था कार्यसमिति की आज यहां हुई बैठक में आगामी चुनाव के लिये पार्टी की रणनीति पर विस्तृत चर्चा के बाद कांग्रेस ने कहा कि संप्रग के घटक दलों के साथ राज्य स्तर पर पिछले चुनाव की ही तरह इस बार भी सीटों का तालमेल किया जायेगा। इसके अलावा समाजवादी पार्टी जैसे अन्य दलों के साथ भी तालमेल हो सकता है लेकिन इस बारे में कोई भी फैसला प्रदेश इकाई को विश्वास में लेकर ही किया जायेगा।पार्टी महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कार्यसमिति की दो घंटे चली बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि जिन राज्यों में हमारा किसी अन्य दल के साथ तालमेल नहीं होगा वहां पार्टी अपने बूते पर जनता से वोट मांगेगी। तृणमूल कांग्रेस जैसे संप्रग से बाहर के दलों को साथ लाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस बारे में आज चर्चा नहीं हुई लेकिन स्थानीय परिस्थितियों और प्रदेश इकाई की राय के आधार पर कोई कदम उठाने का रास्ता खुला हुआ है।यह पूछे जाने पर कि राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन नहीं करने का क्या यह मतलब निकाला जाये कि चुनाव के दौरान संप्रग का अस्तित्व नहीं रहेगा, द्विवेदी ने कहा कि संप्रग का अस्तित्व तो है लेकिन न तो पिछला चुनाव संप्रग के बैनर तले लड़ा गया था और न ही इस बार ऐसा होगा। उन्होंने कहा कि संप्रग के घटक दलों की ओर से भी इस तरह का प्रस्ताव नहीं आया है।अगला चुनाव संप्रग बैनर के तले लड़ने के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुझाव की ओर ध्यान दिलाये जाने पर द्विवेदी ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर हमारा कोई गठबंधन नहीं है और इस बार भी इस तरह का गठबंधन करने का सवाल नहीं उठता । उनका कहना था कि ऐसा कोई औपचारिक प्रस्ताव पार्टी को नहीं मिला है।उन्होंने कहा कि अगले चुनाव में संप्रग का कोई साझा घोषणा पत्र नहीं होगा। सभी घटक दल अपने-अपने घोषणा पत्र पर चुनाव लड़ेंगे । उन्होंने तमिलनाडु, बिहार और महाराष्ट्र का नाम लेते हुये कहा कि इन राज्यों में हमारा अलग-अलग दलों के साथ तालमेल है जो अगले चुनाव में भी जारी रहेगा। यह पूछे जाने पर कि इन राज्यों में सीटों का बंटवारा क्या पिछले चुनाव के फार्मूले के आधार पर होगा उन्होंने कहा कि यह स्थानीय परिस्थितियों के हिसाब से तय किया जायेगा।उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ तालमेल के बारे में उन्होंने कहा कि इस संबंध में उसके साथ बातचीत चल रही है और हाईकमान प्रदेश इकाई की राय के अनुरूप कोई फैसला करेगी । वह इस प्रश्न को टाल गये कि क्या सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और कल्याण सिंह की दोस्ती को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई। यह पूछे जाने पर कि इस दोस्ती के बाद भी कांग्रेस सपा से तालमेल करेगी उन्होंने कहा कि अभी बातचीत चल रही है और इसमें सभी मुद्दों पर चर्चा की जायेगी।संप्रग से बाहर के अन्य दलों का साथ लेने से जुड़े एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि चुनाव बाद क्या होगा इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। उस समय के गठबंधन की तस्वीर सीटों की संख्या पर निर्भर करेगी। उन्होंने गठबंधन को संख्या का खेल बताते हुये कहा कि अगर कांग्रेस को अगले चुनाव में पूर्ण बहुमत मिलता है तो स्थिति अलग होगी। इस प्रश्न पर कि क्या ऐसी स्थिति में कांग्रेस अपने सहयोगी दलों का साथ छोड़ देगी द्विवेदी ने कहा, हम किसी को धोखा नहीं देते ।कांग्रेस अध्यक्ष ने कार्यसमिति की ओर से प्रधानमंत्री के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने सदस्यों को आगामी आठ फरवरी को दिल्ली में प्रखंड और जिला स्तर के नेताओं के सम्मेलन के बारे में भी जानकारी दी। द्विवेदी ने बताया कि बैठक में 29 सदस्यों ने हिस्सा लिया जिनमें से 17 सदस्यों ने अपने-अपने विचार रखे। बैठक का कोई फिक्स एजेंडा नहीं था। बैठक में मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा की गई।

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