मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की आंखों से उस समय आंसू छलक पड़े जब वे मेहरानगढ़ दुखांतिका पर चर्चा कर रहे थे।मंच के सामने चिंता के भंवर में बैठी मासूम एवं नादान बालिकाओं को देखकर वे पूरी तरह भावनाओं में बह गये और उनकी आंखे नम हो गई।गहलोत आज जोधपुर में भारत सेवा संस्थान की ओर से आयोजित मेहरानगढ़ दुखांतिका पीड़ित परिवार की बहनों के एकमुश्त जमा राशि,(एफडीआर) वितरण कार्यक्रम में चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी विपदा थी जिसने जोधपुर ही नहीं पूरे देश को हिलाकर रख दिया। उन्होंने कहा कि जब इस हादसे की जानकारी उन्हें दिल्ली में मिली तो जैसे तैसे वे उसी दिन जोधपुर पहुंचकर पीड़ितों के घरों में गये। वहां एक एक घर की अलग कहानी मिलीमुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा हादसा इन आंखों से देखना पड़ा जिसको भूलना असंभव हैं। गमगीन हुये जोधपुर में जगह जगह भावांजलि के कार्यक्रम हुये। जो भारत सेवा संस्थान में भी हुआ जिसमें ऐसे परिवारों की बालिकाओं के लिये एकमुश्त जमा राशि (एफडीआर) बनाने की इमदाद का निर्णय किया।
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