Friday, January 16, 2009

असमानता और अवसरों की गैर बराबरी को कम करना महत्वपूर्ण : मनमोहन सिंह

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि असमानता और अवसरों की गैर बराबरी को कम करना देश के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रमुख विकास आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।उन्होंने आगे कहा कि मेरे हिसाब से हमारे समक्ष सबसे महत्वपूर्ण मसला असमानता और अवसरों की गैर बराबरी को कम करना चुनौती के रूप में है। हमें विकास की बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने की ओर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो मानव जाति के विकास के लिए आवश्यक हैं।मनमोहन सिंह यहां जिला योजना समिति के अध्यक्षों के पहले सम्मेलन का उद्घाटन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों की ओर ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है उनमें बीमारियों कुपोषण को समाप्त करना, स्वच्छ पेय जल की सुविधा प्रदान करना, अच्छी तथा सार्वभौमिक शिक्षा, आबादी को दक्ष बनाना, रोजगार के अवसर प्रदान करना और पर्यावरण की सुरक्षा करना शामिल है।सिंह ने कहा कि ग्रामीण जल आपूर्ति जैसे कार्यक्रम को योजनाबद्ध किया जाना चाहिए और जिला स्तर पर इसे अमल में लाया जाना चाहिए तथा शहरी क्षेत्रों में मध्यम अवधि वाले विकास योजनाओं को जारी रखना चाहिए।देश को आगे ले जाने में पंचायती राज संस्थाओं की भूमिका की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि पंचायतों के वास्तविक सशक्तिकरण की दिशा में प्रगति भले ही असमान रही हो लेकिन स्थानीय सरकारों के नियमित चुनाव कराके लोकतांत्रिक कार्यव्यवहार को बढ़ाया गया है।प्रधानमंत्री ने कहा कि स्थानीय संस्थानों में चुने हुए प्रतिनिधियों के क्षमता निर्माण की आवश्यकता है। हमने अभी तक इस पर अपना ध्यान केंद्रित नहीं किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने स्थानीय सरकारों को पुनर्जीवित करने के बारे में राष्ट्रीय सहमति कायम करने की पहल की अगुवाई की थी। उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार ने केंद्र में पंचायती राज मंत्रालय को प्रतिष्ठापित किया ताकि लोक कल्याण के लिए मौन राजनीतिक और सामाजिक क्रांति को ठोस लक्ष्योन्मुख कार्रवाई में परिवर्तित किया जा सके।

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