Monday, January 12, 2009

दीनदयाल टस्ट प्रकरण का राजनीतिकरण किया जा रहा है

राजस्थान के जयपुर नगर निगम के पूर्व महापौर और भारतीय जनता पार्टी के विधायक अशोक परनामी ने आरोप लगाया है कि दीन दयाल उपाध्याय ट्रस्ट से संबंधित प्रकरण का राजनीतिकरण किया जा रहा है।आज विधानसभा परिसर में मीडिया से बातचीत में परनामी ने कहा कि इस मामले में अदालत ने एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए है। मामले की जांच हो जाने दो जनता के सामने सच्चाई आ जाएगी।परनामी ने कहा कि जयपुर विकास प्राधिकरण ने इस मामले में नियमानुसार कार्यवाही की है। पूर्व में भी ट्रस्टों द्वारा भूखंड आवंटन के लिए आवेदन करने के बाद ट्रस्ट के रजिस्ट्रेशन की कार्यवाही हुई है।दीनदयान उपाध्याय ट्रस्ट को भी पंजीयन के बाद ही भूमि आवंटित की गई।उन्होंने बताया कि प्राधिकरण द्वारा कभी भी जमीन जेडीए में मर्ज करने का प्रावधान किए जाने पर दीनदयाल उपाध्याय ट्रस्ट ने भूखंड लेने से मनाही कर दी। ट्रस्ट में जिम्मेदार लोग है और हमने कोई गलत काम नहीं किया है। इसलिए हमें मलाल नहीं है।यह उल्लेखनीय है कि एसीजेएम क्रम संख्या पांच जयपुर ने कल गांधीनगर थानाधिकारी को दीनदयाल उपाध्याय ट्रस्ट मामले में एफआईआर दर्ज करने और जांच रिपोर्ट पेश करने आदेश दिए थे।श्रीगंगानगर निवासी श्रीकृष्ण कुक्कड की ओर से दायर परिवाद में ट्रस्ट की अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और अन्य ट्रस्टियों को आरोपी बनाया गया है।

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