Friday, December 12, 2008

टेण्डर वोट करेगे सीपी जोशी के भाग्य का फैसला

विधानसभा चुनाव की मतगणना के दौरान गणना सं वंचित रहे 10 टेण्डर वोट भाजपा प्रत्याशी कल्याण सिंह चौहान से मात्र एक वोट से परास्त हुए कांग्रेस प्रत्याशी डॉ.सी.पी. जोशी की किस्मत बदल सकेंगे। इस तरह की चर्चा को लेकर नगर एवं क्षेत्र में दिन भर राजनीतिक सरगर्मियां बनी रहीं जिसके चलते अलग-अलग कयास लगते रहें।4 दिस. को विधानसभा चुनाव के मतदान के दौरान नाथद्वारा विधानसभा क्षेत्र में 10 लोग फर्जी मतदान कर गये बाद में मूल मतदाता(असली) मताधिकार के लिये पोलिंग बूथ पर पहुंचे तो उन्हें पता चला कि हमारे वोट अन्य कोई लोग डाल गये। तत्पश्चात असली मतदाताओं ने रिटर्निंग अधिकारी को अपने-अपने पहचान पत्र दिखा कर मताधिकार का उपयोग करने का आग्रह किया, जिस पर रिटर्निंग अधिकारी ने संतुष्ट होकर असल मतदाताओं को वोट डालने की हरि झण्डी प्रदान कर दी बाद में उक्त मतदाताओं ने टेंडर वोट की प्रक्रिया के तहत मताधिकार का उपयोग किया। तत्पश्चात रिटर्निंग अधिकारी ने टेंडर वोटों को सील कर रख दिया।मतदान के पश्चात 8 दिस. को मतगणना हुई जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. सी.पी. जोशी को 62093 मत तथा भाजपा प्रत्याशी कल्याण सिंह चौहान को 61999 मत (ई.वी.एम.में पड़े मतों में से) प्राप्त हुए, 501 डाक मतपत्र में से 122 जोशी को तथा 217 चौहान को मिले जबकि 158 मतपत्र रद्द हुए। ई.वी.एम एवं डाकमत पत्रों की सम्पूर्ण गणना के बाद भाजपा प्रत्याशी कल्याण सिंह चौहान की एक मत से विजयी होने की अधिकृत घोषणा हुई।कांग्रेस के दिग्गज नेता सी.पी.जोशी की मात्र एक वोट से हार की खबर मिलते ही कांग्रेस खेमे के साथ-साथ भाजपा खेमे में हलचल शुरू हो गयी वहीं दिल्ली के राजनीति के गलीयारों में चर्चा का विषय बन गया साथ ही चौहान व जोशी के बीच एक वोट के अन्तर के फैसले पर एकाएक जनता को सहज विश्वास नहीं हो सका।इस बीच राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के समीकरण बनने लगे तो एक वोट से हारने के बावजूद भी डॉ. जोशी का नाम मुख्यमंत्री की रैस में शुमार हो गया। लेकिन हार तो हार ही होती है। इस परिस्थिति में जोशी की दावेदारी कमजोर साबित होने लगी तो मारवाड़ के गांधी माने जाने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री का ताज नसीब हो गया।इस बीच राजनैतिक पण्डितों का मानना है कि अगर वोट का कमाल कमल (भाजपा) के पक्ष में नहीं होता तो मेवाड़ में कांग्रेस को मिली अभूतपूर्व सफलता (20सीटे) के बलबूते सी.पी. जोशी की मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पुख्ता होती और नाथद्वारा का लाल प्रदेश का नेतृत्व निश्चित रूप से कर पाता।इस सम्बन्ध में जोशी ने बताया कि लिफाफे में बंद 10 टेंडर वोटो की गिनती के लिये हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा। जोशी ने कहा कि वो आगामी एक या दो दिन में नाथद्वारा आ रहे है। ज्ञात रहें कि टेंडर वोट खुलवाने के लिये सम्बन्धित व्यक्ति को हाईकोर्ट में याचिका दायर करना आवश्यक है।भाजपा के विजयी प्रत्याशी कल्याण सिंह चौहान से दूरभाष पर सम्पर्क किया जिस पर चौहान ने बताया कि मतदान केन्द्र पर सभी प्रत्याशियों के दल के पोलिंग एजेन्ट तैनात रहते है। अगर किसी भी व्यक्ति द्वारा गलत वोट डाला जाता है तो एजेन्ट की जिम्मेदारी होती है साथ ही मतदाता सूची में भी सम्बन्धित मतदाता का फोटो अंकित होता है। बहरहाल टेंडर वोट को खुलवाने को लेकर सी.पी.जोशी द्वारा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने के निर्णय के चलते नाथद्वारा ही नहीं बल्कि प्रदेश में राजनैतिक सरगर्मियां पैदा हो गयी है जिससे यह कयास लगाये जा रहें है कि लिफाफे में बंद टेंडर वोट चौहान या जोशी के भाग्य का फैसला करेंगे। टेंडर वोट को लेकर कांग्रेस खेमें में उम्मीद बंधती नजर आ रहीं है वहीं भाजपा खेमे में हलचल शुरू हो गयी है।

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