विधानसभा चुनावों से पहले राजस्थान राज्य के भीलवाड़ा की एक अदालत ने हत्या के मामले में सत्तारूढ भाजपा के जिलाध्यक्ष दामोदर अग्रवाल, एक पुलिसकर्मी सहित चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था। लेकिन पुलिस चुनाव के चलते उसे टालती रही और अब सत्ता परिवर्तन के बाद मामला कायम कर जांच शुरू की है।आजाद नगर में रहने वाली भगवती देवी ने भीलवाड़ा की एक अदालत में भाजपा के जिला अध्यक्ष दामोदर अग्रवाल, अपनी पुत्रवधु मनीषा उसके भाई आशीष और एक पुलिसकर्मी प्रभुसिंह के खिलाफ अपने पति सत्यनारायण अग्रवाल के अपहरण और बाद में उसकी हत्या कर लाश को लावारिसा् बता जला देने का मामला दर्ज कराया था।उस समय पुलिस ने उन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया और उसे लटकाये रखा। इसके पीछे सत्तारूढ़ पार्टी को नुकसान हो सकता था। चुनाव के बाद अब सत्ता बदली और इसी के साथ पुलिस भी बदल गई और अग्रवाल सहित चार लोगों के खिलाफ सत्यनारायण की हत्या व अपहरण का मामला प्रतापनगर थाने में दर्ज कर जांच शुरू की है।उधर दामोदर अग्रवाल ने इस मामले में कहा कि पुलिस जांच कर रही है वास्तविकता जो भी होगी सामने आ जायेगी।इस बीच अग्रवाल पर हत्या का आरोप लगने से पार्टी के अन्य नेता सकते में है और वे इस मामले में चुप्पी साधे है।
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