Tuesday, December 2, 2008

जैन समाज ने किया कटारिया के बहिष्कार का एलान

राजसमन्द जिले के देलवाड़ा मंदिर प्रकरण में गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया की जैन समाज में फूट डालने एवं गुट विशेष को मदद करने से नाराज होकर जैन समाज के एक धड़े ने चुनाव में कटारिया का बहिष्कार करने की घोषणा की है।अखिल भारतीय अहिंसा एकता आंदोलन प्रचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत रत्नदेव सुरि अद्भुत बाबा ने बताया कि कटारिया ने देलवाड़ा के जैन मंदिर को ध्वस्त कर जीर्णोद्धार के नाम पर स्थापत्य कला को नष्ट करवा दिया । मंदिर में प्रबंधन के मसले पर कटारिया ने देलवाड़ा को पुलिस छावनी बनाकर जैन महासभा के पदाधिकारियों को थाने में बंद करवा दिया व उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई ।रत्नदेव सुरि महाराज ने बताया कि कटारिया ने ऋषभदेव (केशरियाजी) मंदिर प्रकरण में भी अपने राजनीतिक स्वार्थ के कारण देवस्थान मंत्री के पद पर रहते हुए जो रूख अपनाया उसके कारण 1966 के अदालत के आदेशों की पालना की बजाय कटारिया ने इसे विवाद में डलवा दिया। बाद में 2007 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केशरियाजी में जो स्थिति उत्पन्न हुई उसमें भी कटारिया ने जैन समाज के हितों पर कुठाराघात किया है।जैन मुनि ने कहा कि कटारिया के जैन समाज विरोधी क्रियाकलापों के कारण मूर्ति पूजक समाज ने इनके बहिष्कार का प्रस्ताव पारित किया वह बरकरार है। कटारिया के महासभा के पदाधिकारियों पर दबाव के बावजूद इनका बहिष्कार वापस नहीं लिया गया है। जैन मुनि ने कहा कि अब कटारिया से पीड़ित जैन समाज ने चुनाव में उनके बहिष्कार का निर्णय किया है। जैन मुनि ने कटारिया पर धर्मद्रोही होने का आरोप लगाते हुए जैन समाज के मतदाताओं से कटारिया को हराने का आह्वान किया है।

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