Sunday, December 7, 2008

चितोडगढ जिले में पांच में से तीन सीटे कांग्रेस को

चितोडगढ जिले में पांचों विधानसभा सीटों के लिए सम्पन्न हुए मतदान के बाद सम्भावित परिणामो को ले कर जो अटकले एवं कयास लगाए जा रहे है, उसके अनुसार जिले की पांच मे से तीन सीटे कांग्रेस की झोली मे जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है।विधानसभा चुनाव के लिए मतदान सम्पन्न होने के बाद अब प्रतिदिन चौराहों एवं राजनीतिक दल के चुनाव कार्यालयो पर संभावित परिणामो को ले कर अटकले एवं कयास लगाए जाने लगे है । इन अटकलो एवं अन्य संकतो के अनुसार, जिले की पांच मे से तीन सीटे कांग्रेस की झोली मे एवं दो भाजपा की झोली मे जा सकती है ।जिला मुख्यालय चित्तौड़गढ़ की सीट भाजपा की झोली मे जाने के लिए जो मतो की गणित लगाई जा रही है, उसके अनुसार, चित्तौड़गढ़ नगरपालिका क्षैत्र मे लगभग 40 हजार मतदाताओ ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। यदि भाजपा कार्यकर्ताओ की गणित की चर्चा की जाए तो उनके अनुसार, चित्तौड़गढ़ शहर से पूर्व मे भी भाजपा को बढत मिलती रही है, एवं गत विधानसभा चुनाव मे कांग्रेस प्रत्याशी सुरेन्द्र सिह जाडावत की 11813 मतो से जो हार हुई थी, उस हार का एक बडा कारण शहरी मतदाता रहे थे, एवं भाजपा को यहां से लगभग 7500 मतो की बढत हासिल हो सकी थी ।भाजपा कार्यकर्ताओ की गणित के अनुसार, 40 हजार मतदाताओ मे से यदि 60-40 प्रतिशत की गणित भी बिठाई जाती है तो भाजपा को यहां से लगभग 8 हजार मतो की बढत मिल रही है । कार्यकर्ताओ के अनुसार, शहरी क्षैत्र मे मतदान का प्रतिशत कम रहने का एक कारण अल्पसंख्यको की उदासीनता भी रही, लेकिन इसका नुकसान भाजपा को कम एवं कांग्रेस को अधिक हेने की संभावना है।कार्यकर्ताओ के अनुसार , कांग्रेस की ग्रामीण क्षेत्रो मे यदि मजबूत पकड मान भी ली जाए तो भी बस्सी, बिजयपुर, सावा क्षैत्र मे भाजपा के पक्ष मे अधिक मतदान हेने की वजह से यहां की बढत भी भाजपा को मिलनी है, एवं कांग्रेस के गढ माने जाने वाले ग्रामीण क्षैत्रो मे यदि कांग्रेस के पक्ष मे 60 प्रतिशत मतदान भी हुआ है तो भी शहरी क्षेत्र की बढत को ग्रामीण क्षैत्र की कांग्रेस की बढत से कम कर दिया जाए तो भी भाजपा की यहां से जीत हो रही है ।इधर, कांग्रेस समर्थित कार्यकर्ताओ की जो गणित है, उसके अनुसार, वे चित्तौड़गढ़ शहर से भाजपा की बढत लगभग 3-4 हजार मतो की मान कर चल रहे है, लेकिन उनका तर्क है कि घोसुण्डा, सावा बेल्ट क्षैत्र मे कांग्रेस को लगभग 3-4 हजार मतो की बढत मिलने की संभावना है । इसी संभावना की गणित कर वे यहां से कांग्रेस की जीत का अनुमान लगा रहे है, लेकिन डाक मतपत्रो मे भाजपा का ही पलडा भारी रहने की संभावना है । अधिकांश राजकीय कर्मचारी यह स्वीकार कर रहे है कि उन्होने भाजपा के पक्ष मे मतदान किया, क्योकि उनकी सरकार से कोई नाराजगी नही रही । सीटो के इस गणित के गठजोड के बीच सटोरिए जो कि शुक्रवार तक कांग्रेस एवं भाजपा की जीत पर बराबर 90-90 पैसे का भाव दे रहे थे, वह भाव शनिवार को घट कर 90-80 पर आ टिका । सटोरिए भी भाजपा की गणित पर अब यकीन कर उसी अनुसार भाव दे रहे है ।

No comments: