Sunday, October 11, 2009

हां, मैं बाहुबली

अजमेर। बाहुबली नेता और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने अपने राजनीति में औचित्य को सही ठहराने के लिए राजनेताओं पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि स्विस बैंक में खाते रखने और हजारों करोड रूपए के घोटाले करने वाले अच्छे लोग तो नहीं हो सकते। फिर हमें बाहुबली क्यों कहा जाता है।
यादव ने रविवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गरीब की मदद करने वाला दुनिया की नजर में यदि बाहुबली कहलाता हो तो मैं बाहुबली हूं। आज यदि झांसी की रानी होतीं तो वे दुनिया की नजर में फूलन देवी बन जातीं, सुभाष चंद्र बोस और भगत सिंह होते तो वे बाहुबली कहलाते। यादव ने ख्वाजा मोइनद्दीन चिश्ती की दरगाह में माथा टेका। जियारत के दौरान उनके साथ कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के शहर अध्यक्ष आरिफ हुसैन, सुकेश कांकरिया, महेश ओझा तथा हाफिज खान आदि थे। अंजुमन कार्यालय में सचिव महमूद-उल-हसन चिश्ती एवं सदस्य मुनव्वर चिश्ती ने उनकी दस्तारबंदी की।

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